Edited By Sourabh Dubey, Updated: 28 May, 2025 06:33 PM

राजस्थान के जोधपुर जिले के लूणी थाना क्षेत्र में अवैध बजरी खनन के खिलाफ कार्रवाई के दौरान बजरी माफियाओं के हमले में गंभीर रूप से घायल हुए कांस्टेबल ने आखिरकार सोमवार को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
जोधपुर | राजस्थान के जोधपुर जिले के लूणी थाना क्षेत्र में अवैध बजरी खनन के खिलाफ कार्रवाई के दौरान बजरी माफियाओं के हमले में गंभीर रूप से घायल हुए कांस्टेबल ने आखिरकार सोमवार को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। घटना 25 मई की सुबह खेजड़ली कला इलाके में उस समय हुई, जब पुलिस टीम नाकाबंदी कर अवैध खनन रोकने का प्रयास कर रही थी।
पुलिस की कार्रवाई के दौरान इलाके के सरपंच के पति हापुराम और उसके साथी जेसीबी से बजरी भरते पकड़े गए। पुलिस को देखकर मौके से भगदड़ मच गई। इसी बीच, डंपर चालक राणाराम बाबल ने कांस्टेबल पर जानबूझकर डंपर चढ़ा दिया और फरार हो गया। हादसे में कांस्टेबल के पेट और पैरों पर से डंपर गुजर गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। दो दिन तक जीवन और मृत्यु से जूझने के बाद उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हापुराम, रवि गोदारा, शिवजी, और राणाराम बाबल को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि तीन अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है। मृतक कांस्टेबल की आंखें दान कर दी गई हैं, जिससे किसी जरूरतमंद को रोशनी मिल सके।
घटना के दौरान एक सफेद कार में सवार रवि गोदारा पुलिस टीम को डंपर का पीछा न करने की धमकी देता नजर आया। बावजूद इसके, टीम ने पीछा जारी रखा। गुलजी की प्याऊ के पास डंपर से बजरी खाली कर चालक फरार हो गया।
यह घटना न केवल कानून-व्यवस्था के लिए गंभीर खतरे का संकेत है, बल्कि पुलिसकर्मियों की जान पर लगने वाले जोखिम की भी खुली चेतावनी है। प्रदेश सरकार और पुलिस महकमे पर अब इस मामले में कठोर कार्रवाई का दबाव बढ़ गया है। आमजन और पुलिस संगठन बजरी माफियाओं के खिलाफ व्यापक और सुनियोजित अभियान की मांग कर रहे हैं।
बजरी माफिया का बढ़ता दुस्साहस प्रशासन के लिए चेतावनी है। अब जरूरत है कठोर रणनीति, निरंतर कार्रवाई और प्रभावी निगरानी की, ताकि पुलिसकर्मियों की शहादत व्यर्थ न जाए और अपराधियों में कानून का खौफ बना रहे।