Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 06 Sep, 2025 02:55 PM

बरकती मस्जिद, व्यास कॉलोनी नाहरी का नाका, शास्त्री नगर में 1500वीं जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी बड़े ही अकीदत और अहतराम के साथ मनाई गई। हाफिज वारिस साहब की निझामत में बच्चों ने नात-ए-पाक पेश कर कार्यक्रम को और भी खुशनुमा बना दिया।
बरकती मस्जिद, व्यास कॉलोनी नाहरी का नाका, शास्त्री नगर में 1500वीं जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी बड़े ही अकीदत और अहतराम के साथ मनाई गई। हाफिज वारिस साहब की निझामत में बच्चों ने नात-ए-पाक पेश कर कार्यक्रम को और भी खुशनुमा बना दिया।
बरकती मस्जिद के इमाम मौलाना मसूद आलम साहब नईमी ने पैगंबर हजरत मोहम्मद ﷺ की जिंदगी को लोगों के लिए एक बेहतरीन आदर्श बताया। इस अवसर पर नाते मुस्तफा और जिक्रे मुस्तफा किया गया। मुअज्जिन मोहम्मद अहमद साहब ने हजरत को पूरी दुनिया के लिए रहमतुलल्लेमिन बताया।
कार्यक्रम के खास मेहमान पार्षद हाजी नवाब अली साहब रहे।
इसी बीच, बरकती एजुकेशनल एंड वेलफेयर चेरीटेबल सोसायटी और मस्जिद के सदर मोहम्मद ईशाक काज़ी व अब्दुल सलाम मंसूरी ने बताया कि सोसायटी द्वारा रखे गए पाँच नेक कामों में पहला नेक काम उमराह सफर लक्की ड्रॉ के तहत खुशनसीब नाम मेराजुद्दीन भाई का चयन किया गया। उनका टोकन नंबर 37 था और सोसायटी द्वारा उन्हें उमराह का सफर करवाया जाएगा।
सोसायटी के सभी सदस्य भविष्य में गरीबों की मदद और अन्य दीनी व फलाही कामों में सक्रिय रूप से योगदान देते रहेंगे।