Edited By Kailash Singh, Updated: 10 Jun, 2025 11:53 AM

डूंगरपुर और बांसवाड़ा जिले के लोगों के लिए बड़ी राहत की खबर है। चीखली और आनंदपुरी के बीच माही नदी पर संगमेश्वर के पास राजस्थान का दूसरा हैंगिंग ब्रिज बनकर तैयार हो गया है। कोटा के बाद यह राज्य का दूसरा ऐसा ब्रिज है। पुल का निर्माण डूंगरपुर जिले की...
डूंगरपुर, 10 जून (जुगल कलाल): डूंगरपुर और बांसवाड़ा जिले के लोगों के लिए बड़ी राहत की खबर है। चीखली और आनंदपुरी के बीच माही नदी पर संगमेश्वर के पास राजस्थान का दूसरा हैंगिंग ब्रिज बनकर तैयार हो गया है। कोटा के बाद यह राज्य का दूसरा ऐसा ब्रिज है। पुल का निर्माण डूंगरपुर जिले की चीखली ग्राम पंचायत के बेडूआ गांव में किया गया है, जो माही-अनास और जाखम नदियों के त्रिवेणी संगम पर स्थित है। परियोजना को वर्ष 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सरकार ने मंजूरी दी थी। यह हैंगिंग ब्रिज 1.925 किलोमीटर लंबा है और इसके निर्माण पर कुल 134 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इसमें सीआरएफ से 99.16 करोड़ और एसआरएफ से 34.85 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई थी। पुल का मुख्य निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है, अब केवल अंतिम फिनिशिंग शेष है। सीमलवाड़ा पीडब्ल्यूडी के अधिशाषी अभियंता दिनेश पंडया के अनुसार यह ब्रिज भूकंपरोधी तकनीक से बना है। जलस्तर बढ़ने पर डैमेज की सूचना स्वतः अधिकारियों को मिल सकेगी। पुल के 20 जून से चालू होने की उम्मीद है। पुल के शुरू होने से चिखली से मानगढ़ की दूरी 115 किमी से घटकर मात्र 16 किमी रह जाएगी। चिखली से बेडूआ तक 4 किमी, बेडूआ से आनंदपुरी तक 4 किमी और आनंदपुरी से मानगढ़ 8 किमी की दूरी तय करनी होगी। यह पुल आवाजाही को सुगम बनाने के साथ-साथ क्षेत्र में रोजगार और पर्यटन को भी बढ़ावा देगा।