राजस्थान सरकार के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग ने भीलवाड़ा जिले की ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन की अधिसूचना जारी की है। इसके साथ ही अब भीलवाड़ा जिले में 398 ग्राम पंचायतों में से तोड़कर 132 नई ग्राम पंचायतें बनाई गई है। कुल 267 ग्राम पंचायतों...
भीलवाड़ा | राजस्थान सरकार के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग ने भीलवाड़ा जिले की ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन की अधिसूचना जारी की है। इसके साथ ही अब भीलवाड़ा जिले में 398 ग्राम पंचायतों में से तोड़कर 132 नई ग्राम पंचायतें बनाई गई है। कुल 267 ग्राम पंचायतों का पुनर्गठन हुआ है और करीब 266 ग्राम पंचायतें जिनमें कोई बदलाव नहीं किया है वे अलग है।
अधिसूचना के बाद बदला पंचायतीराज का नक्शा
पंचायत पुनर्गठन और नई पंचायतें बनाने की अधिसूचना आज जारी कर दी है अब पंचायतीराज का नक्शा बदल गया है। भीलवाड़ा जिले में 14 पंचायत समिति की कुल 267 ग्राम पंचायतों का पुनर्गठन कर 132 ग्राम पंचायतें नई बनाई गई है। इनमें आसींद पंचायत समिति में 13, बदनौर में 1, हुरड़ा में 6, बनेड़ा में 4, बिजौलियां में 5, जहाजपुर में 21, करेड़ा में 14, कोटड़ी में 13, मांडल में 11, मांडलगढ़ में 8, रायपुर में 7, सहाड़ा में 2, शाहपुरा में 12 तथा सुवाणा पंचायत समिति में 15 ग्राम पंचायतें शामिल हैं।
हर पंचायत की सीमा में हुआ बदलाव
पंचायत समितियों के पुनर्गठन की अधिसूचना अभी जारी नहीं हुई है। लगभग हर पंचायत की सीमाओं में बदलाव हुआ है। इसका स्थानीय राजनीति पर भी असर होगा। नई पंचायतें बनाने के बाद अब सरपंचों, उपसरपंचों और वार्ड पंचों के पद भी बढ़ जाएंगे। नए चुनाव इन्हीं पंचायतों के हिसाब से होंगे।
जिले की कई ग्राम पंचायतों का पुनर्गठन
इससे पहले, जिला कलेक्टरों को प्रस्ताव तैयार करने, सार्वजनिक अवलोकन के लिए प्रसारित करने, एक माह के भीतर आपत्तियां आमंत्रित करने और उन पर सुनवार्ई करने के अधिकार की प्रक्रिया पूरी की गई थी। नई अधिसूचना के अनुसार भीलवाड़ा जिले की कई ग्राम पंचायतों का पुनर्गठन करते हुए उनके नए नाम और क्षेत्र निर्धारित किए गए हैं।
नई पंचायत सीमाएं चुनावों के बाद प्रभावी होंगी
राज्य सरकार द्वारा अनुमोदित ये नई पंचायत सीमाएं आगामी पंचायत चुनावों के बाद प्रभावी होंगी। चुनाव संपन्न होने के उपरांत पुरानी पंचायतें स्वतः समाप्त हो जाएंगी और नवगठित पंचायतें अपनी जिम्मेदारियां संभालेंगी।
नई पंचायत बनने से दूरी कम होंगी
नई पंचायतें बनने से जनता को सुविधा होगी। लोगों को पंचायत मुख्यालय जाने के लिए कई किलोमीटर की दूरी तय करनी होती थी। लोगों को राशन लेने, सरकारी दस्तावेज बनवाने और सरपंच, ग्राम कई सचिव से जुड़े काम करवाने के लिए पंचायत मुख्यालय आना होता है। एक पंचायत में तीन से चार गांव होने के कारण मुख्यालय आने के लिए किलोमीटर का सफर तय करना होता था। इसमें समय ज्यादा लगता था। अब नई पंचायतें बनाने के कारण इलाका कम होने से लोगों को सुविधा होगी।
नई पंचायतें
आसींद पंचायत समिति: सुलवाड़ा, बामणी, रायरा, पांडरू, दूल्हेपुरा, जीवलिया, झालरा, बागमाली, राजपुरा, रूपपुरा, रामपुरिया, धोली जेतपुरा बदनौर पंचायत जयनगर, जोधड़ास, समिति:
हुरड़ा पंचायत समिति: भगवानपुरा, आपलियास, बारणी, बागा का खेड़ा, परड़ोदास, सनोदिया
बनेड़ा पंचायत समिति: सुल्तानगढ़, रामपुरिया उर्फ पायरा, झांतल, लोटियास बिजौलियां पंचायत समिति: उंदरों का खेड़ा, रसदपुरा, केरखेड़ा, बणियों का तालाब, इंद्रपुरा
जहाजपुर पंचायत समिति: धांधोला, रूणिया बरड़ा, गुढ़ा बिजेठा, लुहारी खुर्द, धुधेश्वर महादेव, हनुमान नगर, जालमपुरा, जीरा, टिठोड़ा माफी, बेरी, ढगारिया कंजर कालोनी, मानपुरा झींकरी, दधिमाता, सरसिया चारणान, काबरी, हंसेड़ा हरसलों का खेड़ा, खेरूणा, श्रृंगार चंवरी, फतेहपुर गढ़बोदिया, लाल का खेड़ा, नाथूण
करेड़ा पंचायत समिति:
धापड़ा, गाजुणा, चानसेन, सुलिया, दंतेड़ी, उदयरामजी का गुढ़ा, डोड खेड़ा, अलगवास, बढढु, जालमपुरा, भैरूखेड़ा उर्फ तख्तपुरा, डेलास, गोपालपुरा, गोविंदपुरा
कोटड़ी पंचायत समिति:
धनवाड़ा, ढोकलिया. सोपुरा, बलियाखेड़ा, पपलाज, गोविंदपुरा, गंधेरी, अखेपुर, इटावा, दोवनी, उदलियास माफी, रेणवास, सोपुरा मांडल पंचायत समिति: कोलीखेड़ा, दांताकला कोचरिया,करणीपुरा, भीलड़ी, छाजवों का खेड़ा, दांता लुहारिया, बेरां, चांदरास, कबराड़िया, गुढ़ा
मांडलगढ़ पंचायत समिति:
रानीखेड़ा, जगपुरा, गणेशपुरा, सांड, नीम का खेड़ा, देबीपुरा, चैनपुरिया, भारेडा
रायपुर पंचायत समिति:
कलालखेड़ी, चारोट, गल्यावड़ी, पनोतिया, सुरास, बकाण, मासिंगपुरा सहाड़ा पंचायत समिति: मेघरास, गुढ़ा
शाहपुरा पंचायत समिति:
समेलिया, आरणी, चलानिया, सांखलिया, रूपपुरा, करमड़ास, बावडी, पनोतिया, खेड़ा होतम, रलायता, बड़ला तस्वारिया का देवपुरी
सुवाणा पंचायत समिति:
धूमड़ास, जित्याखेड़ी, मंडपिया, फागणों का खेड़ा, कल्याणपुरा, बोरड़ा, एकलिंगपुरा, ओझाघर, कोटड़ी, मोमी, सोपुरा, आमली पुरावतान, नाथड़ियास, कान्याखेड़ी, खायड़ा।