Edited By Kailash Singh, Updated: 16 Jul, 2025 05:06 PM

राजस्थान महिला कल्याण मंडल के स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर उपमुख्यमंत्री एवं अजमेर जिले की प्रभारी मंत्री दिया कुमारी बुधवार को अजमेर के चाचीयावास स्थित मीनू स्कूल पहुंचीं। समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होकर उन्होंने संस्था द्वारा पिछले 50...
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने अजमेर में दिव्यांग बच्चों के साथ साझा किए भावनात्मक पल
अजमेर, 16 जुलाई 2025 । राजस्थान महिला कल्याण मंडल के स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर उपमुख्यमंत्री एवं अजमेर जिले की प्रभारी मंत्री दिया कुमारी बुधवार को अजमेर के चाचीयावास स्थित मीनू स्कूल पहुंचीं। समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होकर उन्होंने संस्था द्वारा पिछले 50 वर्षों से दिव्यांगजन और महिला कल्याण के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की सराहना की और संस्था को साधुवाद दिया। कार्यक्रम की शुरुआत में उपमुख्यमंत्री ने स्कूल परिसर का निरीक्षण किया और बच्चों को मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने शारीरिक और मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चों से मुलाकात कर उनके साथ बैडमिंटन खेला और एक बच्ची को मिट्टी से लड्डू बनाना भी सिखाया। बच्ची की मुस्कान और सहज संवाद ने माहौल को भावुक और आत्मीय बना दिया।
इस दौरान एक दिव्यांग बच्चे राजवीर सिंह ने दिया कुमारी से सवाल किया – "आप इतनी जिम्मेदारी कैसे संभाल लेते हो?"
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने मुस्कराते हुए जवाब दिया – “जिम्मेदारियों को वितरित करना, समय का प्रबंधन करना और लगातार सीखते रहना बहुत जरूरी होता है। विभागों के बीच समन्वय और समय-समय पर समीक्षा बैठकें करके काम आसान हो जाता है। कभी भी सीखना नहीं छोड़ना चाहिए और हमेशा ओपन माइंड रहना चाहिए।” कार्यक्रम के दौरान उपमुख्यमंत्री ने संस्थान द्वारा प्रकाशित एक पुस्तक का विमोचन किया, दिव्यांग बच्चों को चेक वितरित किए और उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित भी किया। उन्होंने संस्थान द्वारा बनाए गए हस्तशिल्प उत्पादों का भी अवलोकन किया और बच्चों की आत्मनिर्भरता को सराहा।
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने अपने संबोधन में कहा –
“संस्थान की 50वीं वर्षगांठ पर आना गर्व का विषय है। दिव्यांग बच्चों को जो सम्मान और शिक्षा यहां दी जा रही है, वह वास्तव में समाज में सकारात्मक बदलाव की नींव है। समावेशी शिक्षा, रोजगार प्रशिक्षण और सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से इन बच्चों का आत्मबल बढ़ रहा है।” उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से दिव्यांगजन आज सम्मान और स्वाभिमान के साथ जीवन जी रहे हैं। राज्य सरकार भी उनके लिए बजट में योजनाएं लेकर आई है और उन्हें धरातल पर लागू करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है।
“अगर राजस्थान विकसित राज्य बनेगा तो उसमें दिव्यांगजनों का भी बड़ा योगदान होगा,”
यह कहते हुए उपमुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर इस दिशा में और अधिक प्रयास करेगी। इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत, अन्य जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, संस्था पदाधिकारी, स्थानीय नागरिक, दिव्यांगजन और महिलाएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और सामाजिक कार्यों की प्रदर्शनी ने भी सभी का ध्यान आकर्षित किया।