Edited By Chandra Prakash, Updated: 14 Nov, 2024 01:51 PM
देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी उनके द्वारा एसडीएम को थप्पड़ मारने और चुनावी ड्यूटी के दौरान हिंसात्मक व्यवहार करने के आरोप में हुई है। हालांकि घटना के बाद क्षेत्र में...
टोंक, 14 नवंबर 2024 । देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी उनके द्वारा एसडीएम को थप्पड़ मारने और चुनावी ड्यूटी के दौरान हिंसात्मक व्यवहार करने के आरोप में हुई है। हालांकि घटना के बाद क्षेत्र में कई जगह तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाओं से तनाव बढ़ गया है । ऐसे में पुलिस को स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए हस्तक्षेप करना पड़ा। बता दें, कि नरेश मीणा कांग्रेस से बागी होकर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं, और इस विवाद के चलते राजनीतिक माहौल गर्माया हुआ है । अब बड़ा सवाल ये कि देवली उनियारा से चुनाव लड़ रहे नरेश मीणा को एसडीएम को थप्पड़ क्यों मारना पड़ा ? ये पूरा मुद्दा क्या है ? इसको लेकर इस खबर के जरिये आपको बताएंगे ।
पूरा मुद्दा क्या हैं ?
अब इस पूरे मुद्दे की बात करें तो देवली उनियारा सीट पर उपचुनाव को लेकर मतदान के दौरान कुछ ग्रामीणों द्वारा मतदान का बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन किया जा रहा था । बता दें कि उनियारा उपखंड से हटाकर देवली उपखंड में इनका गांव जोड़ दिया गया, जिसके बाद से ही ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा था । ऐसे में ग्रामीणों की मांग ये रही कि उनके गांव को देवली से हटाकर वापस उनियारा उपखंड से जोड़ा जाए । इसी बीच वहां प्रशासन की ओर से कुछ लोगों को जबरदस्ती वोट डालने के लिए जोर दिया गया । इसी दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा भागते हुए आए और एसडीएम अमित चौधरी के साथ मारपीट करने लगे । जिसके बाद ये पूरा बवाल हो गया ।
घटना के बाद तोड़फोड़ और आगजनी जैसी घटनाएं
दरअसल, राजस्थान के टोंक जिले में देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर उपचुनाव की वोटिंग के दौरान समरावता गांव में निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा ने एसडीएम को थप्पड़ मार दिया था,जिसके बाद बवाल मच गया था जो पूरी रातभर चला । घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने मतदान के बाद पोलिंग पार्टियों को जबरन रोकने की कोशिश की । वहीं आक्रोशित ग्रामीणों ने पथराव कर दिया, जमकर तोड़फोड़ की तो कई जगहों पर आगजनी जैसी घटनाएं भी देखने को मिली । ग्रामीणों के पथराव करने पर पुलिस ने भीड़ को तीतर बितर करने के लिए जवाबी कार्रवाई करते हुए आंसू गैस के गोले छोड़े । तो गुस्साएं ग्रामीणों ने सरकारी प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाया, इतना ही नहीं एसपी विकास सांगवान की गाड़ी भी तोड़ दी गई ।
पुलिस ने करीब 60 आरोपियों को किया गिरफ्तार, 50 से ज्यादा ग्रामीण-पुलिसकर्मी घायल
हालांकि पुलिस ने रात में समरावता गांव और आसपास में दबिश देकर करीब 60 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था । इस पूरे बवाल में करीब 50 से ज्यादा ग्रामीण और पुलिसकर्मी घायल भी हो गए । वहीं इस भारी बवाल के बीच टोंक पुलिस ने भी तत्परता दिखाते रात 9 बजे नरेश मीणा को हिरासत में ले लिया था, जैसे ही इसकी जानकारी मीणा के समर्थकों को लगी तो उन्होंने पुलिस कस्टडी के बीच नरेश मीणा को घेर लिया और नरेश मीणा को पुलिस के बीच से छुड़ा ले गए, तभी से ही पूरी रातभर नरेश मीणा फरार था । इसके बाद गुरुवार को सुबह साढ़े 9 बजे के आसपास नरेश मीणा अचानक समरावता गांव पहुंचा और पुलिस पर कई तरह के आरोप लगाए । हालांकि नरेश मीणा खुद की गिरफ्तारी को लेकर तैयार हो गए । और दोपहर होते-होते पुलिस ने नरेश मीणा को गिरफ्तार कर लिया ।
नरेश मीणा की गिरफ्तारी के बाद क्या सड़कों पर उतरेंगे मकराना ?
वहीं इस पूरे मुद्दे को लेकर श्री राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना का बयान सामने आया था । उन्होंने देवली उनियारा सीट से चुनाव लड़ रहे नरेश मीणा के समर्थन में कहा था कि अगर नरेश मीणा के खिलाफ कोई भी कार्रवाई की गई तो महिपाल मकराना उनके साथ है । इसी बीच मकराना ने कहा था कि अगर कोई एक्शन हुआ तो देवली उनियारा जाकर सड़कों पर उतरेंगे । अब देखने वाली बात ये होगी कि नरेश मीणा को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है, ऐसे में क्या अब महिपाल सिंह मकराना अपनी टीम के साथ सड़कों पर उतरेंगे ये तो मकराना ही बता सकते हैं । वहीं दूसरी तरफ इस पूरे मामले को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों में गहरी नाराजगी देखने को मिली है । इस पूरे मामले को लेकर एसडीएम अमित चौधरी के पक्ष में सचिवालय में आरएएस अधिकारी उतर आए हैं । ऐसे में सभी आरएएस अधिकारियों ने सचिनवालय में ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया ।