Edited By Sourabh Dubey, Updated: 26 Jul, 2025 06:15 PM

झालावाड़ जिले के पिपलोदी गांव में स्कूल भवन ढहने से हुई दर्दनाक घटना के बाद शनिवार दोपहर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचीं। उनके साथ झालावाड़-बारां सांसद दुष्यंत सिंह भी मौजूद थे।
झालावाड़। झालावाड़ जिले के पिपलोदी गांव में स्कूल भवन ढहने से हुई दर्दनाक घटना के बाद शनिवार दोपहर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचीं। उनके साथ झालावाड़-बारां सांसद दुष्यंत सिंह भी मौजूद थे।
इस हादसे में कान्हा और मीना नामक भाई-बहन की मौके पर मौत हो गई थी। राजे ने पीड़ित पिता से मुलाकात कर शोक संवेदनाएं व्यक्त कीं और उन्हें हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया।
सरकारी नौकरी और आर्थिक सहायता दी गई
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मौके पर ही पीड़ित पिता को संविदा आधार पर सरकारी नौकरी का जॉइनिंग लेटर सौंपा। इसके साथ ही परिवार को 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई।
इसके अलावा मकान निर्माण के लिए 1 लाख रुपये की अतिरिक्त राशि देने की भी घोषणा की गई।
स्थायी समाधान की बात कही
वसुंधरा राजे ने कहा: “यह केवल एक आर्थिक मदद नहीं है, बल्कि एक परिवार के जीवन को फिर से संवारने की जिम्मेदारी है। इस दुखद घटना के बाद राज्य सरकार की घोषणाओं पर गंभीरता से अमल किया जा रहा है।”
उन्होंने आश्वासन दिया कि पीपलोदी गांव में शिक्षा, राशन और आधारभूत सुविधाओं को लेकर सुधारात्मक कार्य किए जाएंगे ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदी की पुनरावृत्ति न हो।
पृष्ठभूमि: क्या हुआ था हादसे में?
25 जुलाई को झालावाड़ जिले के पिपलोदी गांव स्थित एक सरकारी स्कूल की छत अचानक ढह गई थी। हादसे में कई बच्चे घायल हुए थे, जबकि दो मासूमों की मौके पर ही मौत हो गई थी। यह घटना प्रदेशभर में शिक्षा ढांचे की जर्जर स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर गई है।