Edited By Chandra Prakash, Updated: 26 Jul, 2025 03:50 PM

राजस्थान के झालावाड़ जिले के मनोहरथाना क्षेत्र के पिपलोदी गांव में शुक्रवार सुबह हुए दर्दनाक हादसे के बाद पूरे प्रदेश में शोक की लहर फैल गई है। प्रार्थना सभा के दौरान सरकारी स्कूल की छत गिरने से 7 मासूम बच्चों की जान चली गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप...
झालावाड़, 26 जुलाई 2025 । राजस्थान के झालावाड़ जिले के मनोहरथाना क्षेत्र के पिपलोदी गांव में शुक्रवार सुबह हुए दर्दनाक हादसे के बाद पूरे प्रदेश में शोक की लहर फैल गई है। प्रार्थना सभा के दौरान सरकारी स्कूल की छत गिरने से 7 मासूम बच्चों की जान चली गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
हादसे की सूचना मिलने के बाद शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे मृतक बच्चों के परिजनों से मिलने पिपलोदी गांव और चंदपुरा भीलान पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने grieving परिवारों को ढांढस बंधाया और हर संभव आर्थिक सहायता और न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।
राजे ने कहा कि, "इस दर्द को कोई शब्द नहीं भर सकता। सरकार को इस हादसे की पूरी ज़िम्मेदारी लेकर दोषियों पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।" उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिए कि पीड़ित परिवारों को अविलंब राहत राशि प्रदान की जाए और स्कूल भवनों की सुरक्षा जांच को तत्काल प्राथमिकता दी जाए।
अध्यापकों पर होगी सख्त कार्रवाई
पूर्व मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग और प्रशासन की लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए कहा कि जिन अध्यापकों और अधिकारियों की वजह से यह हादसा हुआ, उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस प्रकार की घटनाएं दोबारा न हो, इसके लिए राज्य सरकार को समूचे प्रदेश के सरकारी स्कूल भवनों का सर्वे कराना चाहिए।
सांसद और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी
राजे के साथ इस दौरान सांसद दुष्यंत सिंह, स्थानीय विधायक गोविन्द रानीपुरिया, जिला अध्यक्ष हर्षवर्धन शर्मा, विधायक कालूराम मेघवाल, प्रधान रामकन्या तवर, सीता कुमारी भील, सुल्तान सिंह, बैनाथ मीणा, भागचंद दांगी सहित अनेक जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
प्रशासनिक स्तर पर जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़, एसपी अमित कुमार, प्रभारी सचिव रवि जैन भी घटनास्थल और प्रभावित परिवारों के संपर्क में रहे।