Edited By Raunak Pareek, Updated: 24 Jun, 2025 08:46 PM

राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने अपनी जर्मनी यात्रा के दौरान बर्लिन स्थित निर्माणाधीन श्री गणेश मंदिर का अवलोकन किया। मंदिर परिसर में पूजा-अर्चना कर उन्होंने भारतीय संस्कृति की वैश्विक उपस्थिति पर प्रसन्नता व्यक्त की। देवनानी ने मंदिर...
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने जर्मनी की राजधानी बर्लिन में अपने दौरे के दौरान निर्माणाधीन श्री गणेश मंदिर का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने मंदिर परिसर में स्थापित प्रतिमाओं के दर्शन किए और पूजा-अर्चना कर देश-प्रदेश की समृद्धि की कामना की।
देवनानी ने मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए मंदिर की स्थापत्य कला, निर्माण की प्रगति और मूर्तियों की स्थापना से संबंधित विस्तृत जानकारी प्राप्त की। उन्होंने मंदिर ट्रस्ट के प्रमुख प्रतिनिधि श्री विल्वनाथन कृष्णमूर्ति से मुलाकात कर मंदिर निर्माण की पृष्ठभूमि, उद्देश्य और इसकी सांस्कृतिक भूमिका पर चर्चा की।
भारतीय मूल्यों की वैश्विक झलक
देवनानी को ट्रस्ट की ओर से जानकारी दी गई कि यह मंदिर जर्मनी का सबसे बड़ा गणेश मंदिर बन रहा है, जिसका निर्माण वर्ष 2005 में शुरू हुआ था और 2023 तक पूर्ण होने की संभावना है। मंदिर वैदिक, सनातन और आगम शास्त्रों के अनुसार निर्मित किया जा रहा है और यह न केवल पूजा-अर्चना का स्थल रहेगा, बल्कि प्रवासी भारतीय समुदाय के लिए एक जीवंत सांस्कृतिक केंद्र की भूमिका भी निभाएगा।
प्रवासी भारतीयों के प्रयासों की सराहना
मंदिर निर्माण में किसी प्रकार की सरकारी सहायता नहीं ली गई है और यह पूरी तरह जन सहयोग से संचालित परियोजना है। विल्वनाथन कृष्णमूर्ति ने 50 वर्ष पूर्व जर्मनी में मंदिर निर्माण का सपना देखा था, जिसे अब साकार किया जा रहा है।
देवनानी ने मंदिर में सेवा दे रहे कार्यकर्ताओं और ट्रस्ट सदस्यों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, “यह मंदिर भारत की सनातन संस्कृति, अध्यात्म और आस्था का अद्भुत प्रतीक है। यह जर्मनी की धरती पर भारतीय मूल्यों की सजीव उपस्थिति को दर्शाता है और भारत-जर्मनी के सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।” उन्होंने मंदिर निर्माण से जुड़े सभी लोगों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि यह स्थान भविष्य में भारतीय संस्कृति के प्रसार का केंद्र बनेगा।