शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी की अगुवाई में सफल रहा संघर्ष, मृतक कर्मचारी रमेश दान के परिजनों को मिला न्याय, कंपनी ने मानी सभी मांगें

Edited By Chandra Prakash, Updated: 21 Aug, 2025 03:13 PM

the struggle led by shiv mla ravindra singh bhati was successful

ज़िले के भिनाजपुरा क्षेत्र में बीते दिनों हुए सड़क हादसे के बाद शुरू हुआ आंदोलन दूसरे दिन सफलता की राह पर पहुँचा। ज्ञात हो कि सोलर कंपनी के कर्मचारी रमेश दान (निवासी आरंग) और संगत सिंह ड्यूटी पूरी कर देर रात घर लौट रहे थे, तभी अज्ञात वाहन की चपेट...

जैसलमेर, 21 अगस्त 2025 । ज़िले के भिनाजपुरा क्षेत्र में बीते दिनों हुए सड़क हादसे के बाद शुरू हुआ आंदोलन दूसरे दिन सफलता की राह पर पहुँचा। ज्ञात हो कि सोलर कंपनी के कर्मचारी रमेश दान (निवासी आरंग) और संगत सिंह ड्यूटी पूरी कर देर रात घर लौट रहे थे, तभी अज्ञात वाहन की चपेट में आने से रमेश दान की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि संगत सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

इस दर्दनाक घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया। ग्रामीणों और मृतक के परिजनों का आरोप था कि कंपनी ने कर्मचारियों के लिए रात में ठहरने की कोई व्यवस्था नहीं की, जिसके चलते उन्हें जान जोखिम में डालकर अंधेरी रात में सड़कों पर घर लौटना पड़ता है। यही लापरवाही इस हादसे का कारण बनी। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों और परिजनों ने भिनाजपुरा स्थित कंपनी कार्यालय के बाहर धरना प्रारंभ किया।

शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी धरनास्थल पर पहुँचे और परिजनों एवं ग्रामीणों के साथ पूरी रात धरने पर डटे रहे। उन्होंने प्रशासन और कंपनी की संवेदनहीनता पर तीखा आक्रोश व्यक्त करते हुए स्पष्ट चेतावनी दी थी कि यदि पीड़ित परिवार की माँगें पूरी नहीं की गईं तो यह आंदोलन विकराल रूप धारण करेगा।

दूसरे दिन हुई निर्णायक वार्ता

धरने के दूसरे दिन समाज के वरिष्ठजनों, पीड़ित परिवारजनों, प्रशासनिक अधिकारियों और कंपनी प्रबंधन के बीच लंबी वार्ता हुई। विधायक भाटी की सख्त भूमिका और ग्रामीणों की एकजुटता के आगे अंततः कंपनी को झुकना पड़ा और पीड़ित परिवार की समस्त माँगें स्वीकार की गईं।

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    कंपनी की ओर से घोषित समझौते के प्रमुख बिंदु इस प्रकार हैं—
        •    मृतक रमेश दान के परिवार को ₹25 लाख की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
        •    मृतक की पत्नी को कंपनी की ओर से नियमित मासिक वेतन दिया जाएगा।
        •    कंपनी अपने CSR फंड से मृतक के घर में एक हॉल का निर्माण करवाएगी।
        •    घायल संगत सिंह के संपूर्ण इलाज का खर्च कंपनी वहन करेगी।
        •    साथ ही, संगत सिंह की कंपनी में नौकरी को स्थायी (Permanent) किया जाएगा।

    धरने का समापन और ग्रामीणों की जीत

    सभी माँगें स्वीकार किए जाने के बाद मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने धरना समाप्त करने की घोषणा की। सैंकड़ों की संख्या में लोग इस धरने में शामिल रहे और संघर्ष का साक्षी बने। ग्रामीणों ने विधायक भाटी का आभार व्यक्त किया कि उनकी नेतृत्व क्षमता और अडिग संकल्प के कारण पीड़ित परिवार को न्याय मिला और कंपनी को अपनी जिम्मेदारियाँ स्वीकार करने पर मजबूर होना पड़ा।

    विधायक भाटी का वक्तव्य

    धरने के समापन अवसर पर विधायक रविन्द्र सिंह भाटी ने कहा— “यह संघर्ष केवल एक परिवार का नहीं था बल्कि श्रमिकों की सुरक्षा और सम्मान की लड़ाई थी। हमने साबित कर दिया है कि जब समाज एकजुट होता है तो बड़ी से बड़ी ताकत भी जनता की आवाज़ के आगे झुकती है। यह जीत मृतक परिवार को न्याय दिलाने के साथ-साथ भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने की दिशा में एक मजबूत संदेश है।”

    धरनास्थल पर रात गुजारकर और जनता के साथ संघर्षरत रहकर विधायक भाटी ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि वे सदैव जनता के साथ खड़े रहेंगे और किसी भी कीमत पर अन्याय नहीं होने देंगे।

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