Edited By Chandra Prakash, Updated: 31 Oct, 2024 01:46 PM
जैसलमेर में पिछले दिनों नगर परिषद द्वारा गीता आश्रम चौराहे के पास एक भूखंड से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के बाद बेघर हुआ भंवरूराम के परिवार का कलेक्ट्रेट के समक्ष दिया जा रहा धरना आज 17वें दिन भी जारी है। भंवरुराम ने इस संबंध में जिला कलेक्टर को...
जैसलमेर, 31 अक्टूबर 2024 । आज पूरा देश दिवाली के त्यौहार को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मना रहा है, लेकिन जैसलमेर के एक 10 सदस्यीय परिवार की आज खुशियों के त्यौहार में भी आंखे नम दिखाई दे रही है । प्रशासन द्वारा घर से बेदखल हुआ परिवार दीपावली भी सड़क पर मनाने को मजबूर है।
दरअसल, जैसलमेर में पिछले दिनों नगर परिषद द्वारा गीता आश्रम चौराहे के पास एक भूखंड से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के बाद बेघर हुआ भंवरूराम के परिवार का कलेक्ट्रेट के समक्ष दिया जा रहा धरना आज 17वें दिन भी जारी है। भंवरुराम ने इस संबंध में जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर बताया कि भूखंड बी 125 साइज 17 गुणा 40 वर्ग फीट पर वह पिछले 30 सालों से मय कब्जा अपने परिवार के साथ रह रहा था। भूखंड पर दो कमरें, रसोई, टांका, शौचालय आदि का निर्माण भी करवाया हुआ था।
उन्होंने बताया कि इस भूखंड का पट्टा जारी करवाने व नियमन करवाने के लिए नगर परिषद में आवेदन भी किया था। जो नगर परिषद में विचाराधीन है और आज दिन तक भूखंड का न तो पट्टा जारी किया गया है और न ही नियमन किया गया। उन्होंने बताया कि 14 अक्टूबर को नगर परिषद व पुलिस की मिलीभगत से मोहिनी देवी को निजी तौर पर लाभ पहुंचाने की नियत से मेरे निर्माणाधीन मकान को ध्वस्त कर मुझे सपरिवार घर से बेदखल कर दिया । जिस वजह से मुझे व मेरे परिवार को खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर कर दिया है।
साथ ही उन्होंन बताया कि आज सभी लोग अपने घरों में दिवाली की खुशियां मना रहे हैं और हम खुले आसमान के नीचे सड़क पर दिवाली मना रहे हैं, इससे बड़े दुख की बात और क्या हो सकती है। प्रशासन द्वारा हमें यहां से भी हटाने की धमकियां दी जा रही है। पिछले दिनों हम प्रभारी मंत्री से मिले थे, उन्होंने अधिकारियों को हमें अन्य जगह प्लाट आवंटित करने व प्रधानमंत्री आवास योजना में घर बनाने के पैसे दिलवाने के निर्देश दिए थे । लेकिन आज दिन तक इस ओर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अधिकारी व नेता हमें सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं, लेकिन अब हमें इनके आश्वासन पर भरोसा नहीं है।
उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि मुझे व मेरे परिवार को इस भूखंड पर पुनर्वास करवाने के लिए नगर परिषद को आदेशित किया जाए। उन्होंने कहा कि अगर जल्द हमें न्याय नहीं मिला तो उग्र आंदोलन किया जाएगा तथा परिवार के साथ सामूहिक आत्मदाह किया जाएगा। पिछले 17 दिनों से खुले आसमान में रह रहे भंवरुराम के परिवार को भील समाज का भी साथ मिल रहा है।
भील विकास समिति के अध्यक्ष धाराराम का कहना है कि परिवार के साथ सरासर अन्याय हुआ है। प्रशासन अगर इन्हें जल्द न्याय नहीं देता है तो बहुत बड़ा आंदोलन करके शहर की सभी सड़कों को जाम कर दिया जाएगा।