Edited By Chandra Prakash, Updated: 24 Aug, 2024 05:13 PM
राजस्थान भाजपा के दिग्गज और वरिष्ठ नेता राजेंद्र सिंह राठौड़ को लेकर प्रदेश की सियासत में एक बार फिर से उबाल आ गया है । एक बार फिर से प्रदेश प्रभारी के बयान के बाद राजेंद्र राठौड़ चर्चाओं में आ गए हैं । बता दें कि हाल ही में भाजपा सदस्यता अभियान के...
- प्रदेश प्रभारी अग्रवाल का बयान पड़ा भारी
- राजेंद्र राठौड़ को लेकर दिए बयान पर बवाल
- राजपूत समाज में भारी आक्रोश, जताई नाराजगी
- समर्थकों ने दे दी बड़ी चेतावनी
जयपुर, 24 अगस्त 2024 । राजस्थान भाजपा के दिग्गज और वरिष्ठ नेता राजेंद्र सिंह राठौड़ को लेकर प्रदेश की सियासत में एक बार फिर से उबाल आ गया है । एक बार फिर से प्रदेश प्रभारी के बयान के बाद राजेंद्र राठौड़ चर्चाओं में आ गए हैं । बता दें कि हाल ही में भाजपा सदस्यता अभियान के दौरान राजस्थान के नए प्रदेश प्रभारी राधामोहन अग्रवाल ने राजेंद्र राठौड़ की क्लास लगा डाली । उन्होंने कहा कि राजेंद्र राठौड़ की आज हाजिरी ली गई है। उनसे पूछा जाना चाहिए कि उन्हें बैठक छोड़कर क्यों जाना पड़ा ? संगठन से ऊपर कोई नहीं है। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
गोविंद सिंह डोटासरा ने मामला पर किया कटाक्ष
वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी इस मामले पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के नए प्रभारी वरिष्ठ नेताओं की भी हाजरी लगा रहे हैं, यह तो वरिष्ठ नेता का अपमान है । जिसके बाद राजेंद्र राठौड़ सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगे । ऐसे में इस मामले पर राजनीतिक गलियारों से लेकर सोशल मीडिया तक बवाल मच गया है। राजेंद्र राठौड़ के सोशल मीडिया पर ट्रेंड के बाद राजपूत समाज में भारी आक्रोश है । राजपूत समाज ने इसे समाज का अपमान बताया है।
राजेंद्र राठौड़ ने समर्थकों से की सोशल मीडिया पर निराधार टिप्पणियां नहीं करने की अपील
हालांकि, राजेंद्र राठौड़ ने खुद भी इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर बयान जारी किया है, उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा है कि मेरे और भाजपा संगठन के बारे में भ्रम फैलाकर निराधार ट्रेंड चलाए जा रहे हैं, जिसका मैं विरोध करता हूं। मैंने अपना पूरा राजनीतिक जीवन भाजपा संगठन को समर्पित किया है और भविष्य में भी एक कार्यकर्ता के तौर पर संगठन को मजबूत करने के लिए लगातार काम करता रहूंगा। मैं अपने सभी समर्थकों और कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि वे सोशल मीडिया पर निराधार टिप्पणियां न करें। भाजपा है तो हम हैं।'
समर्थकों ने राजेंद्र राठौड़ की पोस्ट पर जताई असहमति
लेकिन राजेंद्र राठौड़ पर प्रदेश प्रभारी की यह टिप्पणी उनके समर्थकों को रास नहीं आई है। समर्थकों ने राजेंद्र राठौड़ की पोस्ट से असहमति जताते हुए कहा है कि आप हैं तो भाजपा है, हमारे लिए आप ही संगठन हैं और आप ही पार्टी हैं, हम भाजपा के गुलाम नहीं हैं, आपका अपमान पूरे क्षत्रिय समाज का अपमान है। एक समर्थक ने राजेंद्र राठौड़ को यहां तक कह दिया कि अगर आप संगठन से जुड़े हैं तो क्षत्रिय समाज की तरफ से भी यह आदेश है कि भविष्य में आप किसी गैर राजपूत के लिए समाज से वोट मांगने नहीं आएंगे।
बताया जा रहा है कि राजेंद्र सिंह राठौड़ के समर्थक तभी से नाराज हैं, जब से विधानसभा चुनाव में उनका टिकट बदला गया था और उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। राजेंद्र राठौड़ को चूरू की जगह तारानगर से चुनावी मैदान में उतारा गया था। इसके बाद लोकसभा चुनाव में भी उनको टिकट नहीं मिला था। ऐसे में अब राजेंद्र सिंह राठौड़ अपनी नई जिम्मेदारी के लिए दिल्ली तक भटकते हुए नजर आ रहे हैं। माना जा रहा था कि उन्हें राजस्थान में बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी। लेकिन अभी तक उन्हें किसी भी जिम्मेदारी से दूर रखा गया है। अब वे खुद को आम कार्यकर्ता बता रहे हैं।
इतना ही नहीं उनका नाम राज्यसभा सीट के लिए भी चर्चाओं में था, ऐसे में उनके समर्थकों को भरोसा था कि उन्हें राजस्थान में खाली हुई राज्यसभा सीट पर चुनाव लड़ाया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ । अब इसके बाद जब नए प्रदेश प्रभारी ने खुले मंच पर राजेंद्र राठौड़ का नाम लेकर उनकी मौजूदगी दर्ज कराई तो समर्थकों का सब्र जवाब दे गया । राजनीतिक जानकारों का कहना है कि बीजेपी की ओबीसी और एससी-एसटी नीति के चलते राजपूत समाज में पहले से ही नाराजगी है और अब राजपूत नेता राजेंद्र राठौड़ के इस मामले के बाद बीजेपी को इसकी कीमत चुकानी पड़ सकती है । वहीं दूसरी ओर राधा मोहन अग्रवाल को अब राजपूत समाज के विरोध का सामना करना पड़ सकता है ।