Edited By Afjal Khan, Updated: 13 Jul, 2023 01:59 PM

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पक्षीघरों के निर्माण के लिए 43.50 करोड़ के अतिरिक्त बजट को मंजूरी दी है। अब प्रदेश में पक्षियों को संरक्षण मिलने के साथ ही बीमार, असहाय और घायल पक्षियों का उपचार व संवर्धन किया जा सकेगा।
प्रदेश में पक्षियों के संरक्षण और संवर्द्धन के लिए 50 पक्षीघर बनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में 50 पक्षीघरों के निर्माण के लिए 43.50 करोड़ रुपये के अतिरिक्त बजट प्रावधान को मंजूरी दी है। यह पक्षीघर 33 लवकुश वाटिकाओं तथा 17 अन्य स्थानों पर बनाए जाएंगे। पक्षीघर उदयपुर के गुलाब बाग के पक्षीघर की तर्ज पर बनेंगे। पक्षीघरों के निर्माण, पक्षियों के लिए भोजन और विदेशी पक्षियों की खरीद के लिए प्रति पक्षीघर 87 लाख रुपये का खर्च होगा। इस प्रकार कुल 43.50 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसी राशि में से 1-1 लाख रुपए से पक्षीघरों में कोकटियल (ऑस्ट्रेलियाई बर्ड), लवबर्ड तोता, बजरिगर (बुग्गी तोता), गिनी फाउल (चकोर मुर्गा) आदि पक्षी पेट शॉप्स से खरीदे जाएंगे। गहलोत की इस मंजूरी से प्रदेश में पक्षियों को संरक्षण मिलने के साथ ही बीमार, असहाय और घायल पक्षियों का उपचार व संवर्धन किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री द्वारा वर्ष 2023-24 के बजट में 50 पक्षीघरों के निर्माण की घोषणा की गई थी। उक्त घोषणा की क्रियान्विति में यह मंजूरी दी गई है।