Edited By PTI News Agency, Updated: 17 Jun, 2022 03:49 PM
जयपुर, 16 जून (भाषा) अल्पकालिक अवधि के लिए संविदा नियुक्ति के आधार पर तीनों सेनाओं में युवाओं की भर्ती की केंद्र सरकार की नई ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ राजस्थान के अनेक हिस्सों में युवाओं का विरोध- प्रदर्शन शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। इस...
जयपुर, 16 जून (भाषा) अल्पकालिक अवधि के लिए संविदा नियुक्ति के आधार पर तीनों सेनाओं में युवाओं की भर्ती की केंद्र सरकार की नई ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ राजस्थान के अनेक हिस्सों में युवाओं का विरोध- प्रदर्शन शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। इस दौरान अनेक जगह युवाओं ने रैली निकालते हुए विरोध प्रदर्शन किया, रेल मार्ग को अवरुद्ध किया और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा।
भरतपुर में सैकड़ों युवक इस योजना का विरोध जताते हुए आगरा-बांदीकुई रेल पटरी पर बैठ गए। नकाब पहने युवकों ने पुलिस बल पर पथराव किया, जिसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे।
पुलिस के अनुसार युवाओं ने भरतपुर के शहरी इलाके में एकत्र होने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें तितर बितर किया तो वे रेल की पटरी पर बैठ गए।
भरतपुर के पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने कहा, "पुलिस बल पर पथराव किया गया। एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। हमें भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े। अब स्थिति नियंत्रण में है।"
राजधानी जयपुर के साथ साथ सीकर, कोटा, चित्तौड़गढ़ और अलवर जिलों में भी युवाओं द्वारा योजना के विरोध में प्रदर्शन किया गया।
अलवर में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस टीम पर पथराव किया। पत्थर से पुलिस के एक वाहन का पिछला शीशा क्षतिग्रस्त हो गया। चित्तौड़गढ़ में जिला कलेक्टर कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया गया।
इसके बाद प्रदर्शनकारी रेलवे स्टेशन पर चले गए, जहां उन्होंने रेलवे संपत्ति और पुलिस पर पथराव किया। सीकर में प्रदर्शनकारियों ने केंद्र विरोधी नारे लगाए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका।
पुलिस ने बताया कि जिले के नीम का थाना इलाके में रोडवेज की एक बस में तोड़फोड़ की गयी। योजना के विरोध में कोटा और जयपुर में युवाओं ने रैलियां निकालीं।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने दशकों पुरानी सैनिक भर्ती प्रक्रिया में आमूल-चूल परिवर्तन करते हुए तीनों सेनाओं में सैनिकों की भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ’ योजना की मंगलवार को घोषणा की थी, जिसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की लघु अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।