Edited By Chandra Prakash, Updated: 20 Nov, 2024 02:57 PM
राजस्थान के जोधपुर संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल मथुरादास माथुर में एक महिला की जलने से मौत हो गई । यह महिला अस्पताल में इसी महीने के 6 तारीख से भर्ती हुई थी, अस्पताल के वार्ड में इलाज चल रहा था । इसी दौरान दो दिन पूर्व ऑक्सीजन मास्क में आग लग...
जोधपुर, 20 नवंबर 2024 । राजस्थान के जोधपुर संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल मथुरादास माथुर में एक महिला की जलने से मौत हो गई । यह महिला अस्पताल में इसी महीने के 6 तारीख से भर्ती हुई थी, अस्पताल के वार्ड में इलाज चल रहा था । इसी दौरान दो दिन पूर्व ऑक्सीजन मास्क में आग लग जाने के कारण महिला का चेहरा, गला और हाथ सहित 30% तक यह जल गई। इसके बाद में महिला को अस्पताल के बर्न आईसीयू वार्ड में भर्ती किया गया । अस्पताल प्रशासन द्वारा मौत का कारण अधिक जल जाना और गले के पास सांस नली के डैमेज होने का बताया जा रहा है।
दो-तीन दिन पूर्व महिला जिस वार्ड में भर्ती थी, रात करीब 2:00 बजे उसके ऑक्सीजन मास्क में आग लग गई । परिवार के सदस्यों का आरोप है कि शॉर्ट सर्किट हो जाने के कारण वहां आग लग गई और ऑक्सीजन मास्क ने आग को पकड़ लिया । इसके बाद महिला का चेहरा झुलस गया । जब घटना हुई वह सो रहे थे, जब महिला के चिल्लाने की आवाज आई तो वह उठे और महिला को बचाया । महिला को बचाने में एक वार्ड बॉय ने भी उनकी सहायता की । इसके साथ ही परिवार ने बताया कि घटना के दो दिन पूर्व भी उन्हे शॉर्ट सर्किट से करंट आया था।
वहीं अस्पताल प्रशासन शॉर्ट सर्किट की बात को नकार रहा है । अस्पताल के अधीक्षक नवीन किशोरिया ने बताया कि जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर पाया गया है, कि परिवार के सदस्य द्वारा वार्ड में बीडी पीने के कारण वहां आग लग गई और ऑक्सीजन मास्क ने आग पकड़ ली । इसके साथ ही अब अस्पताल ने मेडिकल कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर मृतक के परिवार पर ही कार्रवाई करने की तैयारी कर ली है । ऐसे में अब अस्पताल प्रशासन द्वारा मृतक के पति के ऊपर अब मुकदमा दर्ज करवाया जाएगा ।
इस पूरी घटनाक्रम में आग लगने के कारणों में विरोधाभास सामने आया है । जिसमें परिवार और अस्पताल दोनों में आग लगने के कारणों पर अलग-अलग बात कही। इसके साथ ही अधीक्षक नवीन किशोरिया का कहना है कि कमेटी में जांच करते हुए पाया है कि वार्ड के डस्टबिन में बीड़ी के कुछ जले हुए टुकड़े मिले हैं और सीसीटीवी में भी ऐसा ही सामने आया है, लेकिन जब अधीक्षक को सीसीटीवी फुटेज के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आईसीयू में कोई सीसीटीवी नहीं लगे हैं, लेकिन बाहर लगे सीसीटीवी में कुछ संदिग्ध पाया गया है । ऐसे में पूरे घटनाक्रम पर कई सवाल खड़े होते हैं।