Edited By Raunak Pareek, Updated: 20 Nov, 2024 09:48 AM
देवली-उनियारा हिंसा में सरकार और ग्रामीणों के बीच समझौता हुआ, जिसमें नुकसान की भरपाई और समरावता को उनियारा उपखंड में शामिल करने पर सहमति बनी। न्यायिक जांच की मांग पर विवाद के बाद संभागीय आयुक्त से जांच का निर्णय लिया गया। निर्दलीय प्रत्याशी नरेश...
देवली-उनियारा उपचुनाव के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा द्वारा एसडीएम अमित कुमार चौधरी को थप्पड़ मारने के बाद समरावता गांव में हुई हिंसा को लेकर सरकार और ग्रामीणों के बीच अहम सहमति बनी है। मंगलवार को कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा, गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म, और जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। वार्ता में ग्रामीणों की चार मांगों को स्वीकार किया गया।
- ग्रामीणों के नुकसान की भरपाई के लिए असेसमेंट रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
- 9 निर्दोष लोगों को रिहा कर दिया गया है।
- समरावता सहित पांच ग्राम पंचायतों को देवली उपखंड से हटाकर उनियारा में शामिल किया जाएगा।
- घटना में हुए वाहन और संपत्ति के नुकसान की भरपाई होगी।
न्यायिक जांच की मांग पर उठा विवाद -
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान किरोड़ी लाल मीणा ने स्पष्ट किया कि घटना की न्यायिक जांच में लंबा समय लगता है, इसलिए संभागीय आयुक्त की अध्यक्षता में जांच करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि सीमित समय में जांच पूरी कराकर दोषियों पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। हालांकि, मीडिया से बातचीत में ग्रामीण प्रतिनिधियों ने न्यायिक जांच की मांग दोहराई, जिससे विवाद उत्पन्न हो गया।
किरोड़ी मीणा ने नाराजगी जताते हुए कहा, "मीटिंग के दौरान आप सभी संभागीय आयुक्त जांच पर सहमत थे, फिर बाहर आकर बयान क्यों बदले?" हालांकि, बाद में ग्रामीण संभागीय आयुक्त से जांच की मांग पर सहमत हो गए और मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए रवाना हुए।
नरेश मीणा पर क्या बोले किरोड़ी लाल मीणा? -
किरोड़ी लाल मीणा ने निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा की गिरफ्तारी में देरी पर कहा कि यह जांच का विषय है। उन्होंने कहा, "डिविजन कमिशनर इस मामले की जांच कर रहे हैं, रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी।" उन्होंने न्यायिक जांच को टालने का कारण बताते हुए कहा कि न्याय में देरी से लोगों में असंतोष बढ़ सकता है, इसलिए सीमित समय में रिपोर्ट तैयार कर ग्रामीणों को राहत पहुंचाई जाएगी।
नुकसान की भरपाई करेगी सरकार, दिया आश्वासन -
सरकार ने घटना के दौरान हुए संपत्ति और वाहन के नुकसान की भरपाई का आश्वासन दिया है। किरोड़ी मीणा ने बताया कि ग्रामीणों के इलाज, मकान और वाहन के नुकसान के लिए राज्य सरकार आर्थिक सहायता देगी। कुल 35 बाइक और 7 कारें क्षतिग्रस्त हुई थीं, जिनकी भरपाई रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी।
देवली-उनियारा हिंसा के मामले में ग्रामीणों और सरकार के बीच समझौता हुआ है, लेकिन जांच को लेकर असहमति ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। घटना की निष्पक्ष जांच और समय पर कार्रवाई इस मामले को हल करने के लिए अहम साबित होगी।