Edited By Chandra Prakash, Updated: 19 Nov, 2024 04:42 PM
बाघों की अठखेलियों को लेकर विश्व पटल पर खास पहचान रखने वाले सवाई माधोपुर स्थित रणथंभौर टाइगर रिजर्व में टाइगर के साथ ही पैंथर ,लेपर्ड और भालुओं की संख्या में भी लगातार वृद्धि हो रही है। रणथंभौर से सटे गांवों में जहां कई मर्तबा टाइगर मूवमेंट देखा...
सवाईमाधोपुर, 19 नवंबर 2024 । बाघों की अठखेलियों को लेकर विश्व पटल पर खास पहचान रखने वाले सवाई माधोपुर स्थित रणथंभौर टाइगर रिजर्व में टाइगर के साथ ही पैंथर ,लेपर्ड और भालुओं की संख्या में भी लगातार वृद्धि हो रही है। रणथंभौर से सटे गांवों में जहां कई मर्तबा टाइगर मूवमेंट देखा जाता है, वहीं टाइगर के बाद अब पैंथर, लेपर्ड और भालुओं का मूवमेंट भी गांवों की आबादी क्षेत्र के निकट देखा जाने लगा है।
रणथंभौर से सटे खंडार क्षेत्र के तलावड़ा, गोठबिहारी, निमली, जैतपुर, बहरावंडा, नायपुर सहित कई गांवों में भालु रात के समय रणथंभौर के जंगलों से निकल कर आबादी क्षेत्र में घुस आते है। जिससे ग्रामीणों में दहशत बनी रहती है। इसी कड़ी में विगत करीब 10-15 दिनों से खंडार क्षेत्र के तलावड़ा गांव में भालू की पदचाप से ग्रामीणों में दहशत है। बीती रात गोठ बिहारी गांव में एक बार फिर भालू आ गया और कई दुकानों व घरों के दरवाजे तोड़ने का प्रयास किया। इस दौरान ग्रामीणों ने भालू का वीडियो भी बनाया है।
आपको बता दें कि गांव के आबादी क्षेत्र में भालू के मूवमेंट को लेकर ग्रामीणों द्वारा कई मर्तबा वनाधिकारियों को अवगत करवाया गया, लेकिन बावजूद उसके रात के समय भालू का मूवमेंट गांव के आबादी क्षेत्र में बना रहता है । ग्रामीण नीरज, कैलाश, मुकेश आदि ने बताया कि रात होते ही भालू रणथंभौर के जंगलों से निकलकर गांव के आबादी क्षेत्र में आ जाता है और गांव की गलियों में घूमता रहता है, जिससे ग्रामीणों में हर वक्त भय बना रहता है। भालू रात को खाने पीने की तलाश में मकानों के दरवाजे तोड़ने का प्रयास करता है । भालू ने गांव के मुकेश योगी की दुकान का दरवाजा तोड़ दिया था और दुकान में रखी मिठाइयां, गुड़ और अन्य खाद्य सामग्री खा गया । इसी तरह भालू गांव के भैरूजी के मंदिर का दरवाजा तोड़ कर मंदिर में घुस गया और मंदिर में रखा घी, गुड़ और मिठाइयां चट कर गया ।
वहीं ग्रामीणों का कहना है कि भालू घी, गुड़ और मिठाइयों की तलाश में गांव में घूमता है और मकानों के दरवाजे तोड़ने का प्रयास करता है। जिसे लेकर ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। ऐसे में ग्रामीणों ने वनाधिकारियों से भालू को पकड़कर अन्यत्र छोड़ने की मांग की है ।