Edited By Rahul yadav, Updated: 12 Nov, 2024 11:34 AM
राजस्थान की गर्म और शुष्क जलवायु से राहत देने वाला माउंट आबू राज्य का इकलौता हिल स्टेशन है, जो समुद्र तल से 1,722 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और अरावली पर्वत श्रृंखला की हरी-भरी पहाड़ियों से घिरा हुआ है। सिरोही जिले में स्थित इस खूबसूरत स्थल पर इस बार...
राजस्थान की गर्म और शुष्क जलवायु से राहत देने वाला माउंट आबू राज्य का इकलौता हिल स्टेशन है, जो समुद्र तल से 1,722 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और अरावली पर्वत श्रृंखला की हरी-भरी पहाड़ियों से घिरा हुआ है। सिरोही जिले में स्थित इस खूबसूरत स्थल पर इस बार दीपावली के बाद से सैलानियों की खासी भीड़ देखने को मिल रही है। 31 अक्टूबर से 6 नवंबर 2024 तक के आंकड़ों के अनुसार, पिछले वर्ष की तुलना में इस साल अधिक सैलानी माउंट आबू पहुंचे हैं। इस दौरान 23,354 वाहन माउंट आबू में दाखिल हुए, जिससे नगरपालिका को करीब 25.89 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। वहीं, पिछले साल इसी समय में 18,076 वाहन पहुंचे थे और 19.54 लाख रुपये का राजस्व हुआ था। खासकर गुजराती सैलानियों की आमद से यहां की वादियां और भी गुलजार नजर आ रही हैं।
सैलानियों की बढ़ती संख्या के फायदे
पर्यटकों की लगातार बढ़ती संख्या से यहां के पर्यटन व्यवसाय को भी काफी लाभ हुआ है। हल्की ठंड के बीच देश के विभिन्न हिस्सों, विशेषकर गुजरात और महाराष्ट्र से बड़ी संख्या में लोग यहां घूमने आ रहे हैं और मौसम का आनंद ले रहे हैं। इस सीजन में 1 लाख से अधिक पर्यटकों की आमद से होटल, रेस्टोरेंट और अन्य व्यापारियों के चेहरे पर भी खुशी की लहर है।
पिछले वर्ष से अधिक पर्यटक
माउंट आबू में इस बार पिछले वर्ष की तुलना में ज्यादा पर्यटक पहुंचे हैं। भले ही इनमें से कुछ पर्यटक ठहरने के बजाय सिर्फ घूमकर लौटे हों, लेकिन आंकड़े यह बताते हैं कि माउंट आबू की सुंदरता को निहारने बड़ी संख्या में सैलानी यहां पहुंचे।
माउंट आबू के लोकप्रिय पर्यटन स्थल
1. नक्की झील
भारत की पहली मानव निर्मित झील के रूप में जानी जाने वाली नक्की झील, माउंट आबू की प्रमुख आकर्षणों में से एक है। सैलानी यहां नौका विहार का आनंद लेते हैं और सूर्यास्त के खूबसूरत नज़ारे का दीदार करते हैं। यह झील महात्मा गांधी की अस्थियों के विसर्जन स्थल के रूप में भी प्रसिद्ध है, और इसके पास स्थित टॉड रॉक भी सैलानियों का आकर्षण का केंद्र है।
2. गुरु शिखर
माउंट आबू का सबसे ऊंचा स्थान गुरु शिखर, पर्यटकों के लिए एक विशेष स्थान है। यहां करीब 300 सीढ़ियां चढ़कर गुरु दत्तात्रेय के मंदिर तक पहुंचा जा सकता है। इस स्थल से अरावली की मनोरम दृश्यावलियों का नजारा अद्भुत होता है।
3. टॉड रॉक व्यू प्वाइंट
अजीबोगरीब आकार वाली चट्टानों के लिए मशहूर टॉड रॉक व्यू प्वाइंट, नक्की झील के पास स्थित एक प्रमुख आकर्षण है। इसे माउंट आबू का शुभंकर भी कहा जाता है। यहां से नक्की झील और आसपास की हरी-भरी पहाड़ियों का दृश्य देखने लायक है।
4. दिलवाड़ा जैन मंदिर
11वीं और 13वीं शताब्दी में निर्मित दिलवाड़ा जैन मंदिर अपने बेजोड़ वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। सफेद संगमरमर से बने इस मंदिर की intricate डिजाइन और अद्भुत नक्काशी पर्यटकों का मन मोह लेती है।
5. माउंट आबू अभयारण्य
288 वर्ग किलोमीटर में फैला यह अभयारण्य समृद्ध वनस्पतियों और जीवों का घर है। यहां भारतीय तेंदुआ, पैंगोलिन, और ग्रे जंगली मुर्गी जैसी दुर्लभ प्रजातियां देखने को मिलती हैं।
6. पीस पार्क
गुरु शिखर और अचलगढ़ के बीच स्थित पीस पार्क, ब्रह्माकुमारियों द्वारा निर्मित एक शांतिपूर्ण स्थान है। यह पार्क ध्यान, फूलों की प्रदर्शनी, और शांति के लिए एक सुंदर स्थान है।
7. लाल मंदिर
भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर देलवाड़ा जैन मंदिर के पास स्थित है। इस मंदिर की दीवारें लाल रंग से रंगी गई हैं और यह मंदिर स्वयंभू शिवलिंग के लिए प्रसिद्ध है।
8. ट्रेवर टैंक
यह मानव निर्मित मगरमच्छ प्रजनन स्थल माउंट आबू से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां मगरमच्छ, पक्षी और अन्य वन्यजीव देखे जा सकते हैं। पिकनिक के लिए यह एक बेहद पसंदीदा स्थल है।
9. अचलेश्वर महादेव मंदिर
भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर, शिवलिंग की प्राकृतिक संरचना के लिए प्रसिद्ध है और इस स्थान के आसपास की मूर्तियां और नक्काशी विशेष आकर्षण का केंद्र हैं।
10. अचलगढ़ किला
माउंट आबू के पास स्थित यह ऐतिहासिक किला परमार वंश द्वारा बनाया गया था और बाद में महाराणा कुंभा द्वारा पुनर्निर्मित किया गया। यह किला अपने ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के कारण पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है।
माउंट आबू की खूबसूरती और विविध स्थल पर्यटकों को अनगिनत यादें समेटने का अवसर प्रदान करते हैं, और इस बार यहां सैलानियों की भीड़ ने पर्यटन व्यवसाय को और ऊंचाई दी है।