Edited By Sourabh Dubey, Updated: 29 Jul, 2025 05:58 PM

बीकानेर के एक छात्र की गंभीर शिकायत के बाद राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने मंगलवार को गंगरार स्थित मेवाड़ यूनिवर्सिटी पर औचक निरीक्षण किया। छात्र स्वतंत्र बिश्नोई ने आरोप लगाया था कि बीकानेर के एक दलाल ने उससे ₹50,000 लेकर कृषि डिप्लोमा...
चित्तौड़गढ़। बीकानेर के एक छात्र की गंभीर शिकायत के बाद राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने मंगलवार को गंगरार स्थित मेवाड़ यूनिवर्सिटी पर औचक निरीक्षण किया। छात्र स्वतंत्र बिश्नोई ने आरोप लगाया था कि बीकानेर के एक दलाल ने उससे ₹50,000 लेकर कृषि डिप्लोमा दिलाने का झांसा दिया, जबकि वह वाणिज्य संकाय का छात्र था।
छात्र का आरोप है कि न तो उसे किसी कक्षा में बुलाया गया, न पढ़ाई हुई, बल्कि सीधे परीक्षा में बैठने के लिए कहा गया। बिना ठीक से उत्तर लिखे भी उसे प्रथम श्रेणी से पास घोषित कर डिग्री दे दी गई। मंत्री को जैसे ही यह जानकारी मिली, वे मीडिया और अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और छात्रों से सीधा संवाद किया।
छापे में सामने आए चौंकाने वाले तथ्य:
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एक वर्षीय कृषि डिप्लोमा के नाम पर केवल दो घंटे की पढ़ाई
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कक्षाओं का कोई रिकॉर्ड नहीं
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प्रश्नों के गलत उत्तर के बावजूद पास कर डिग्री थमाना
मंत्री मीणा ने इस पूरे प्रकरण को फर्जी डिग्री रैकेट करार देते हुए कहा कि एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) से जांच कराई जाएगी। मंत्री ने कहा कि यदि कोई संस्थान शिक्षा के नाम पर ठगी करता है तो वह बख्शा नहीं जाएगा।
मंत्री का बयान: “राज्य में शिक्षा की गरिमा के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। यह मामला छात्रों के भविष्य से जुड़ा है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
मौके पर मौजूद यूनिवर्सिटी प्रशासन और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। कई छात्र भी मंत्री के सामने सामने आए और संस्थान की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए।