Edited By Chandra Prakash, Updated: 16 Sep, 2024 08:06 PM
हनुमानगढ़ से सरदारशहर तक रेल सेवा शुरू करवाने की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने आप जिला अध्यक्ष सुरेंद्र बेनीवाल के नेतृत्व में प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर हनुमानगढ़ से सरदारशहर वाया रावतसर ,पल्लू रेल सेवा शुरू करवाने की मांग की।...
हनुमानगढ़, 16 सितंबर 2024 । हनुमानगढ़ से सरदारशहर तक रेल सेवा शुरू करवाने की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने आप जिला अध्यक्ष सुरेंद्र बेनीवाल के नेतृत्व में प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर हनुमानगढ़ से सरदारशहर वाया रावतसर ,पल्लू रेल सेवा शुरू करवाने की मांग की। ज्ञापन में कहा गया है कि जिला मुख्यालय हनुमानगढ़ से सरदारशहर जिला चूरू तक लगभग 160 किलोमीटर लम्बे ऐरिया में आजतक कोई रेल सुविधा नहीं है। जिस पर किसी भी केन्द्र सरकार द्वारा कोई विचार नहीं किया गया है। इतने लम्बे क्षेत्र में से अधिकाश एरिया शुष्क एवं रेतिला है। यहां का मुख्य व्यवसाय कृषि पर आधारित है । यहां की कृषि पूर्ण रूप से वर्षा पर आधारित है। रेल सुविधा न होने के कारण इस क्षेत्र का आर्थिक विकास नहीं हो पा रहा है, जिससे यह क्षेत्र आवश्यक सुख-सुविधाओं से वंचित है। इस क्षेत्र के लोगों का जीवन यापन बड़ी मुश्किल से हो रहा है । अगर वर्षा होती है तो यहां खेती होती है अन्यथा इस क्षेत्र के लोगों को अकाल की पीड़ा भुगतनी पड़ती है। ज्ञापन के अनुसार इस क्षेत्र में लगभग अकाल जैसी ही स्थिति रहती है। ऐसे में रेल की सुविधा न होना कोढ़ में खाज का काम कर रही है ।
बेनीवाल ने बताया कि इस क्षेत्र में रेल सुविधा न होने से हनुमानगढ़,रावतसर,टिब्बी, पीलीबंगा,नोहर सरदारशहर,गंगानगर जिले की सूरतगढ़ एव बीकानेर जिले की लूणकरणसर तहसील के लगभग 300 से अधिक गांव प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित हो रहे है। इन क्षेत्रों में यातायात के साधनों का पूर्ण अभाव है अधिकांश क्षेत्र में केवल मात्र लिंक सड़क ही है। ऐसे में लोगों के लिए रोजगार, घरेलू जरूरत का सामान खरीदने सरकारी कार्यालयों में अपने कार्य करवाने हेतु एवं किसी रिश्तेदार मित्र के यहां आने-जाने के लिए पैदल चलने के साथ प्राइवेट बसों से आवागमन करना पड़ता है । जिससे लोगों को बहुत ज्यादा आर्थिक नुकसान हो रहा है। रेल सुविधा न होने से यहां माल ढुलाई के साधन भी सहज उपलब्ध नहीं होते है जिससे अन्य क्षेत्रों से माल भाडा ज्यादा लगता है, जिसका सीधा असर महगाई पर पड़ता है । ज्ञापन अनुसार विद्यार्थियों के लिए अच्छे स्कूल कॉलेज एव कोचिंग सेन्टरों तक पहुंचने के लिए यातायात के प्राइवेट वाहनों का ही सहारा है, जिससे यहां के आम अदमी का बच्चा अच्छी शिक्षा से वंचित है। माल ढुलाई की सारी व्यवस्था प्राइवेट वाहनों से होने के कारण व्यापारियों को बहुत कठिनाई होती है इसके साथ ही अतिरिक्त किराया भाडा चुकाना पड़ता है। रेल सुविधा न होने के कारण इस क्षेत्र में व्यापारिक गतिविधिया नहीं बढ़ पा रही है और न ही कोई उद्योग व रोज़गार के साधन विकसित हो रहे हैं। उद्योगों का विकसित न हो पाना इस क्षेत्र के लिए किसी अभिशाप से कम नही है।
बेनीवाल ने बताया कि उक्त क्षेत्र में जिप्सम का अकूत भंडार है, परन्तु परिवहन की सस्ती व्यवस्था न होने व सरकार की उदासीनता के चलते इल किसानों को कोई लाभ नहीं हो पा रहा है और न ही अन्य क्षेत्र के लोगों को जिप्सम की आपूर्ति हो पा रही है। बेनीवाल ने बताया कि यदि इस क्षेत्र में रेल सेवा विकसित होती है तो जिप्सम के अकूत भण्डार से इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ किया जा सकता है । ये क्षेत्र शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ सकता है इस क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं है। इस क्षेत्र में राज्य परिवहन एवम् लोक परिवहन सेवा के साथ अन्य प्राइवेट बसों से प्रतिदिन हजारों यात्री आवागमन करते हैं, इस मार्ग पर यात्री भार को देखते हुए रेल सेवा की नितान्त आवश्यकता है। पल्लू एवं सरदारशहर के बीच का क्षेत्र लूणकरणसर तहसील से लगता क्षेत्र सूरतगढ़ तहसील से लगता क्षेत्र एवं पल्लू और नोहर के बीच का क्षेत्र पूर्ण रूप से मरूस्थलीय क्षेत्र है, जहां पर चारों और रेत के टीले ही टीले हैं । इस क्षेत्र के प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 300 से अधिक इन गांवों रेल सेवा नहीं होने एवं बस सुविधा की कमी से इन क्षेत्रों में यातायात के साधनों की बहुत गंभीर समस्या है। ज्ञापन में जिले के पल्लू एवं सरदार शहर क्षेत्र को विकास के मार्ग पर आगे बढ़ाने के लिए रेल सेवा शुरू करवाने की मांग आम आदमी पार्टी द्वारा लंबे समय से की जा रही है । इस रेल सेवा को शुरू करने हेतु 16.11.1998 तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई द्वारा खुद घोषणा की गई थी। परंतु 25 साल से ये घोषणा बनकर रह गई है, इस योजना पर कोई काम नहीं किया गया है। ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधि मंडल में सुभाष पारीक, गुलशन सोनी,दीपक मोयल,विक्रम गोदारा,सूरज चौधरी,अजीत झा,योगेश,विपिन कुमार,तरुण खेमनानी,लीलाधर, दयानंद आदि शामिल थे ।