Edited By Ishika Jain, Updated: 25 Apr, 2025 06:42 PM

राजस्थान की भजनलाल सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने शुक्रवार को आरआईसी झालाना में ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक में भाग लिया। मंत्री किरोड़ी लाल मीणा सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (वीसी) के माध्यम से...
जयपुर। राजस्थान की भजनलाल सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने शुक्रवार को आरआईसी झालाना में ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक में भाग लिया। मंत्री किरोड़ी लाल मीणा सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (वीसी) के माध्यम से प्रदेशभर के जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों से संवाद किया।
बैठक के दौरान किरोड़ी लाल मीणा और अधिकारीयों ने ग्रामीण क्षेत्रों की जमीनी स्थिति की विस्तृत जानकारी ली। साथ ही योजनाओं के क्रियान्वयन की प्रगति की समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित समस्त ग्रामीण विकास योजनाओं को प्राथमिकता के साथ पारदर्शी एवं प्रभावी ढंग से धरातल पर उतारा जाए। इस अवसर पर यह भी सुनिश्चित किया गया कि योजनाओं का लाभ लक्षित लाभार्थियों तक समयबद्ध रूप से पहुंचे, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में समग्र विकास को गति मिल सके।
इस बैठक के बाद किरोड़ी लाल मीणा मीडिया से भी मुखातिब हुए। मीडिया से बातचीत में किरोड़ी लाल मीणा ने पूर्व मंत्री महेश जोशी की गिरफ्तारी पर अपनी बात रखी। किरोड़ी मीणा ने कहा कि ईडी को चाहिए कि वह सिर्फ महेश जोशी पर कार्रवाई कर रुक न जाए। जिन वरिष्ठ अधिकारियों ने जल जीवन मिशन (जेजेएम) में गड़बड़ी की, उनके भी खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं। किरोड़ी ने कहा कि इस घोटाले से जुड़े सभी सबूत उन्होंने ही ईडी को सौंपे थे और अब जबकि कार्रवाई हो रही है, उन्हें संतोष है कि न्याय हुआ।
उन्होंने कहा कि पहले लोग कहते थे कि केवल छोटी मछलियों को ही पकड़ा जाता है, मगर अब तो 60 थानेदार और एक आरएएस अधिकारी भी गिरफ्त में आ चुका है। जेजेएम घोटाले को उजागर करने के लिए उन्होंने खुद अशोक नगर थाने पर तीन दिन तक धरना दिया था, लेकिन एफआईआर नहीं लिखी गई, उल्टा उन्हें ही गिरफ्तार कर लिया गया था।
किरोड़ी मीणा ने जोर देते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए हैं। देर जरूर हुई, मगर न्याय मिला। महेश जोशी की गिरफ्तारी यह साबित करती है कि जो प्रमाण उन्होंने दिए थे, वो सही निकले। वहीं कांग्रेस नेताओं ने यह आरोप लगाया कि महेश जोशी के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध में कार्रवाई हुई है, सवाल करने पर किरोड़ी ने जवाब दिया कि अगर यह बदले की कार्रवाई होती तो तुरंत गिरफ्तारी हो जाती। लेकिन डेढ़ साल पहले शिकायत दर्ज हुई थी और उसके बाद गंभीर जांच हुई, तब कहीं जाकर यह कदम उठाया गया है। उन्होंने कहा कि श्याम ट्यूबवेल और गणपति ट्यूबवेल कंपनियों में हुई अनियमितताओं के सबूत हैं। पदम जैन को गिरफ्तार किया गया है, जो संजय बड़ाया का करीबी था। उसकी गिरफ्तारी के बाद ही ईडी ने गहराई से जांच को अंजाम दिया।
किरोड़ी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री सिर्फ राजनीतिक भाषणबाज़ी कर रहे हैं, जबकि पूरे राज्य को पता है कि जल जीवन मिशन में भारी घोटाला हुआ है। उन्होंने बताया कि 20 हजार करोड़ रुपये के टेंडर फाइनेंस कमेटी द्वारा पास किए गए थे, जिसमें बड़ी धांधली हुई।