Edited By Raunak Pareek, Updated: 11 Jul, 2025 04:17 PM

उदयपुर के दर्जी कन्हैयालाल की हत्या पर बनी फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' पर दिल्ली हाईकोर्ट ने रोक लगाई, वहीं बेटे यश तेली ने कहा — "फिल्म पर तुरंत सुनवाई, पर हमें तीन साल बाद भी इंसाफ नहीं मिला।"
टेलर कन्हैयालाल की हत्या पर बनी फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ पर दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा रोक लगाए जाने के बाद पीड़ित परिवार की पीड़ा फिर से उभर आई है। कन्हैयालाल के बेटे यश तेली ने न्याय व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा,
“फिल्म पर तुरंत सुनवाई हो जाती है, लेकिन तीन साल बीत जाने के बाद भी मेरे पिता के हत्यारों को सज़ा नहीं मिली। आखिर हमें इंसाफ कब मिलेगा?”
‘उदयपुर फाइल्स’, जो 11 जुलाई को देशभर के लगभग 3500 सिनेमाघरों में रिलीज़ होने वाली थी, अब हाईकोर्ट के आदेश के चलते फिलहाल स्थगित कर दी गई है। इसमें उदयपुर के भी तीन प्रमुख थिएटर शामिल थे। कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा है कि वह अपनी आपत्ति केंद्र सरकार के पास दर्ज कराएं और सरकार को सात दिन में सिनेमैटोग्राफ अधिनियम की धारा 6 के तहत निर्णय देने को कहा है।
गौरतलब है कि यह फिल्म 28 जून 2022 को कन्हैयालाल की उनकी दुकान में निर्मम हत्या पर आधारित है। यह हत्या मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने दिनदहाड़े अंजाम दी थी। मामले की जांच एनआईए द्वारा की जा रही है, और अब तक 11 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है।
हालांकि, दो आरोपी फरहाद मोहम्मद उर्फ बबला और मोहम्मद जावेद — को कोर्ट से ज़मानत मिल चुकी है, जिससे पीड़ित परिवार खुद को असहाय महसूस कर रहा है। यश तेली का कहना है कि
“ये केवल हमारे परिवार का नहीं, बल्कि पूरे देश की न्याय व्यवस्था का सवाल है। अगर फिल्म की रिलीज़ को रोका जा सकता है, तो क्या हमारे लिए इंसाफ भी नहीं मिल सकता?”
कन्हैयालाल हत्याकांड को लेकर देशभर में भावनात्मक माहौल रहा है, और अब फिल्म पर रोक से एक नई बहस छिड़ गई है। क्या हमारी अदालतें संवेदनशील मामलों में न्याय की प्राथमिकता तय करने में संतुलन बना पा रही हैं?