Edited By Raunak Pareek, Updated: 30 Jul, 2025 05:00 PM

जैसलमेर की आंगनवाड़ी केंद्र में एक्सपायरी पोषाहार का खुलासा, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को दिया जा रहा है जानलेवा खाना। अनुपस्थित स्टाफ और जर्जर भवनों ने बढ़ाई चिंता।
राजस्थान के जैसलमेर जिले की आंगनवाड़ियों में एक बेहद चौंकाने वाली लापरवाही सामने आई है, जो सीधे तौर पर गर्भवती महिलाओं और मासूम बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ कर रही है। शहर के राणीसर कॉलोनी स्थित आंगनवाड़ी केंद्र नंबर 17 में एक्सपायरी डेट वाला पोषाहार वितरित किया जा रहा है, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।
जांच में सामने आया कि पोषाहार के ऐसे पैकेट, जिन पर फरवरी माह की उत्पादन तिथि और 90 दिनों की वैधता दर्ज है, अब भी गर्भवती महिलाओं और बच्चों को बांटे जा रहे हैं। यह स्थिति न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, बल्कि सरकार की पोषण योजनाओं के क्रियान्वयन पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भी लापता, और केवल एक सहायिका के भरोसे चल रहा है पूरा केंद्र। गैस चूल्हों पर जमी धूल, बंद रसोई और फल-सब्जी की अनुपस्थिति साफ दिखाती है कि पोषण वितरण महज कागजों पर हो रहा है।
इतना ही नहीं, भवन की स्थिति भी जर्जर है — दीवारों में दरारें हैं, छतें कमजोर हैं, और कहीं भी सरकारी निर्देशानुसार बोर्ड या जानकारी नहीं लगी है। यह पूरा मामला स्थानीय सुपरवाइजर और उच्चाधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाता है। क्या कभी इन अधिकारियों ने यहां का निरीक्षण किया? यदि हां, तो फिर ये स्थिति क्यों बनी?
झालावाड़ की हालिया स्कूल दुर्घटना के बाद भी यदि सरकार और विभाग आंख मूंदे बैठे हैं, तो यह घोर प्रशासनिक असंवेदनशीलता का प्रमाण है। अब सवाल यह है कि क्या राजस्थान सरकार इस मामले में कोई सख्त और ठोस कार्रवाई करेगी, या फिर गरीब और वंचित वर्ग की महिलाएं व बच्चे ऐसे ही लापरवाही की भेंट चढ़ते रहेंगे?