Edited By Rahul yadav, Updated: 29 Nov, 2024 02:13 PM
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा ईवीएम पर उठाए गए सवालों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा चुनाव की जीत-हार से जुड़ा नहीं है। महाराष्ट्र और हरियाणा जैसे राज्यों में अप्रत्याशित नतीजों ने ईवीएम पर...
अशोक गहलोत ने ईवीएम पर उठाए सवाल: 'अगर ईवीएम सही है, तो वीवीपैट पर खर्च क्यों?'
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा ईवीएम पर उठाए गए सवालों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा चुनाव की जीत-हार से जुड़ा नहीं है। महाराष्ट्र और हरियाणा जैसे राज्यों में अप्रत्याशित नतीजों ने ईवीएम पर जनता का विश्वास कम कर दिया है। ऐसे में सरकार को बैलेट पेपर से चुनाव कराने की पहल करनी चाहिए।
गहलोत ने महात्मा ज्योतिबा फुले की 134वीं पुण्यतिथि पर जयपुर के बाइस गोदाम स्थित फुले की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि लोकतंत्र को मजबूत रखने के लिए जनता की राय का अध्ययन और सर्वेक्षण किया जाना चाहिए।
'ईवीएम सही होती, तो वीवीपैट पर खर्च क्यों?'
गहलोत ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए कहा कि अगर ईवीएम में कोई खामी नहीं थी, तो वीवीपैट लगाने पर 15-20 हजार करोड़ रुपए क्यों खर्च हुए। उन्होंने तर्क दिया कि सुप्रीम कोर्ट ने यह माना होगा कि ईवीएम में छेड़छाड़ संभव है। गहलोत ने कहा कि भाजपा नेता सुब्रमण्यन स्वामी की याचिका पर यह फैसला आया था, जिसके बाद वीवीपैट को ईवीएम से जोड़ा गया।
अमेरिका और इंग्लैंड की तर्ज पर बैलेट पेपर का सुझाव
गहलोत ने बताया कि अमेरिका और इंग्लैंड जैसे बड़े देश बैलेट पेपर से चुनाव करवाते हैं, जबकि वहां भी एक समय पर मशीनों का उपयोग होता था। उन्होंने कहा कि भारत में भी बैलेट पेपर से चुनाव होने चाहिए ताकि लोगों का विश्वास लोकतंत्र पर बना रहे।
जनता का ईवीएम पर विश्वास घटा
उन्होंने बताया कि कई लोग अब वोट डालने ही नहीं जाते क्योंकि उन्हें लगता है कि उनके वोट का कोई महत्व नहीं रह गया है। अगर 2-5% लोग भी इस कारण वोटिंग नहीं कर रहे हैं, तो यह गंभीर समस्या है। गहलोत ने कहा कि सरकार को बैलेट पेपर पर लौटने के मुद्दे को अपनी प्रतिष्ठा का सवाल नहीं बनाना चाहिए।
महाराष्ट्र और हरियाणा के नतीजों पर चिंता
गहलोत ने कहा कि हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनाव परिणाम अप्रत्याशित थे। सभी एग्जिट पोल और सर्वे कांग्रेस की जीत दिखा रहे थे, लेकिन नतीजे एकदम विपरीत आए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के परिणाम लोकतंत्र के लिए चिंताजनक हैं।
बेढ़म का पलटवार: 'हारने के बाद कांग्रेस ईवीएम को कोसती है'
गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस हर चुनाव हारने के बाद ईवीएम को दोष देती है। उन्होंने खड़गे के ईवीएम के खिलाफ यात्रा के आह्वान पर तंज कसते हुए कहा कि इससे पहले निकाली गई खाट और भारत जोड़ो यात्राओं का क्या हश्र हुआ, यह सभी जानते हैं।
बेढ़म ने कहा कि जनता अब कांग्रेस की इन कोशिशों को समझ चुकी है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की तारीफ करते हुए कहा कि देश उनके नेतृत्व में 2047 तक विकसित राष्ट्र बन जाएगा।
गहलोत की समाज से मुलाकात
महात्मा ज्योतिबा फुले की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद गहलोत ने पास की चाय की दुकान पर चाय पी और लोगों से संवाद किया। उन्होंने उनकी समस्याओं को सुना और हालचाल जाना।