Edited By Ishika Jain, Updated: 27 Jan, 2025 02:19 PM
राजभवन में सोमवार को उत्तर प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा, दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव राज्य तथा केन्द्र शासित प्रदेशों का स्थापना दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया। इस दौरान राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने इन राज्यों के स्थानीय निवासियों को शुभकामनाएं...
जयपुर। राजभवन में सोमवार को उत्तर प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा, दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव राज्य तथा केन्द्र शासित प्रदेशों का स्थापना दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया। इस दौरान राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने इन राज्यों के स्थानीय निवासियों को शुभकामनाएं देते हुए 'विकसित भारत' में सभी की समान भागीदारी का आह्वान किया।
राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कहा कि अखण्ड भारत के राज्य विविधता में एकता की संस्कृति लिए है। उन्होंने राज्यों के नामकरण में निहित संस्कृति और उनकी विशेषताओं की चर्चा करते हुए कहा कि हर राज्य भारत की श्रेष्ठ संस्कृति से जुड़ा है। उन्होंने प्राचीन भारत के ज्ञान—विज्ञान और वैदिक संस्कृति से जुड़े सूक्ष्म पहलुओं की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा कि जो वैज्ञानिक खोजें पश्चिम के आधुनिक वैज्ञानिकों के नाम है, उनके बारे में हमारे वेद—पुराणों और भास्कराचार्य और उनकी पुत्री लीलावती ने पहले ही बता दिया था। उन्होंने कहा कि हमारा देश ज्ञान परम्परा की धरोहर लिए है। उन्होंने रियासतों के एकीकरण के बाद बने विभिन्न राज्यों की प्रगति को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इसमें वहां के नागरिकों की भी महती भूमिका रही है।
राज्यपाल ने 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' के अंतर्गत राज्यों के स्थापना दिवस मनाने को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि राजभवन में इस तरह के आयोजन परस्पर संस्कृतियों के साझा संबंधों को दर्शाते हैं। राज्यपाल श्री बागडे ने विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों से संवाद कर उनके बारे में जानकारी ली। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव डॉ. पृथ्वीराज और प्रमुख विशेषाधिकारी राजकुमार सागर भी उपस्थित रहे।