Edited By Chandra Prakash, Updated: 25 Oct, 2024 07:39 PM
राजस्थान के सांगोद के पूर्व विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने कहा कि बारां जिले का शाहबाद हमारे जिले की पर्यावरणीय धरोहर है, जिसका समूल विनाश करने की अनुमति दे दी गई है। यदि इन जंगलों को काटा जाता है तो निश्चित रूप से रणथंभौर, कूनो, माधव टाइगर रिजर्व...
बारां, 25 अक्टूबर 2024 । राजस्थान के सांगोद के पूर्व विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने कहा कि बारां जिले का शाहबाद हमारे जिले की पर्यावरणीय धरोहर है, जिसका समूल विनाश करने की अनुमति दे दी गई है। यदि इन जंगलों को काटा जाता है तो निश्चित रूप से रणथंभौर, कूनो, माधव टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट से आने वाले वन्यजीवों के पर्यावरणीय आवास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। बारां जिले में वन्यजीवों की आवाजाही बनाए रखने के लिए शाहबाद के जंगलों को बचाया जाना अत्यंत आवश्यक है।
पूर्व विधायक भरत सिंह शाहाबाद के जंगलों में हाईड्रो बिजली प्रोजेक्ट बनाने के लिए लाखों पेड काटे जाने के मामले में यहां दौरे पर आए थे। उन्होंने कहा कि हमारे पेड़ों को नष्ट करना हमसे अपनी माता को छीनने के बराबर है। यदि हम शाहाबाद के जंगलों को काटने देंगे तो निश्चित रूप से हमारी धरती माता प्रभावित होगी। हम एक ऐसी विरासत को खो देंगे जो प्रकृति से हमें मिली हुई है।
बारां जिले में वन्यजीवों की आवाजाही के लिए शाहबाद के जंगलों को बचाना जरूरी- भरत सिंह
पूर्व विधायक सिंह ने कहा कि पर्यावरण मित्रों को लेकर चाहे जैसे भी हो आंदोलन करना पड़े, चाहे धरने पर बैठना पड़े। इन जंगलों को बचाने के लिए मैं तैयार हूं। राजस्थान के 17 स्थान पर यह जो प्लांट लगाए जा रहे हैं यह निश्चित रूप से कॉरपोरेट जगत की और सरकार की मिली भगत है। इसमें बहुत भारी पैसे का लेनदेन हुआ है। हमें शाहबाद के सैकड़ो वर्ष पुराने जंगलों को बचाना ही होगा। क्योंकि इस प्लांट की आयु 50 वर्ष से ज्यादा नहीं है और 50 वर्ष बाद यह जमीन उसे कारोबारी जगत की हो जाएगी जिसमें जिले का नुकसान है।
भरत सिंह ने भाजपा के स्थानीय विधायक ललित मीणा से भी इस संदर्भ में बात की। सिंह ने ललित मीणा से कहा कि आपके क्षेत्र में पेड काटे जा रहे हैं और आप मौन हो, आपको इसका विरोध करना चाहिए। पूर्व विधायक भरत सिंह के साथ पूर्व प्रधान अजीत सिंह माथनी, महावीर चौधरी अमलसरा, मुंडियर पूर्व सरपंच जितेंद्र ओझा, ब्रिजेश कुमार व कई वन्य प्रेमी मौजूद रहे।