Edited By Rahul yadav, Updated: 13 Dec, 2024 01:14 PM
राजस्थान के नागौर जिले के खींवसर में एक दिल दहला देने वाला वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक व्यक्ति युवक और महिला को लाठी से बेरहमी से पीटता नजर आ रहा है। घटना खींवसर उपखंड के पांचौड़ी थाना क्षेत्र के तांतवास गांव की है। बताया जा रहा है कि यह मामला...
राजस्थान के नागौर जिले के खींवसर में खेत विवाद के चलते दलित परिवार पर हमला, वीडियो वायरल
राजस्थान के नागौर जिले के खींवसर में एक दिल दहला देने वाला वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक व्यक्ति युवक और महिला को लाठी से बेरहमी से पीटता नजर आ रहा है। घटना खींवसर उपखंड के पांचौड़ी थाना क्षेत्र के तांतवास गांव की है। बताया जा रहा है कि यह मामला खेत को लेकर विवाद से जुड़ा है। पीड़ित परिवार दलित समाज से ताल्लुक रखता है।
वीडियो पर हनुमान बेनीवाल का बयान
खींवसर के पूर्व विधायक और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा करते हुए पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया। उन्होंने ट्वीट किया:
"खींवसर विधानसभा क्षेत्र के पांचौड़ी थाना क्षेत्र के तांतवास गांव में दलित मेघवाल परिवार पर हमले और मारपीट के मामले में 8 दिसंबर को थाने में शिकायत दर्ज करवाई गई थी, लेकिन अब तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई। सोशल मीडिया पर मामला वायरल होने के बावजूद भाजपा सरकार इस पर चुप्पी साधे हुए है।"
बेनीवाल ने आगे लिखा:
"मैंने राजस्थान पुलिस के महानिदेशक और अजमेर रेंज के आईजी से बात कर इस मामले में शीघ्र कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। इस तरह की घटनाओं पर पुलिस की उदासीनता नागौर पुलिस के दलित विरोधी रवैए को दर्शाती है।"
पुलिस कार्रवाई
पुलिस ने इस घटना के आरोपियों के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
पीड़ित का बयान
पीड़ित ने बताया कि घटना 7 दिसंबर की शाम की है। आरोप है कि गुलाब सिंह नामक व्यक्ति ने उनके खेत पर लगी जालियों को ट्रैक्टर से तोड़ दिया। उस समय पीड़ित डीजल लाने के लिए भोजास गांव गया हुआ था। जब वह वापस लौटा, तो गुलाब सिंह ने धारदार हथियार और लाठियों से उस पर हमला किया।
पीड़ित ने कहा:
"गुलाब सिंह ने मेरी मोटरसाइकिल गिरा दी और मुझ पर पत्थरों से हमला किया।"
मामले की संवेदनशीलता
इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद से लोगों में आक्रोश है। दलित परिवार पर हुए इस हमले ने प्रशासन और सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मामले को लेकर प्रभावी कार्रवाई और न्याय की मांग की जा रही है।