Edited By Raunak Pareek, Updated: 31 Jul, 2025 03:30 PM

राजस्थान पुलिस ने 'साइबर गुलामी' को लेकर चेतावनी जारी की है। लाओस, म्यांमार और कंबोडिया में नौकरी के नाम पर युवाओं को फंसा कर साइबर क्राइम करवाया जा रहा है। जानिए कैसे बचें इस खतरनाक जाल से।
राजस्थान पुलिस ने हाल ही में एक बेहद खतरनाक साइबर अपराध की ओर जनता का ध्यान आकर्षित किया है, जिसे ‘साइबर स्लेवरी’ यानी साइबर गुलामी कहा जा रहा है। इस ट्रेंड में तकनीकी रूप से सक्षम और पढ़े-लिखे युवाओं को विदेश में आकर्षक नौकरी का झांसा देकर फंसाया जाता है, और बाद में उन्हें बंधक बनाकर जबरन साइबर धोखाधड़ी करवाई जाती है।
एसपी साइबर क्राइम शांतनु कुमार सिंह ने बताया कि अपराधी लाओस, म्यांमार और कंबोडिया जैसे देशों में आईटी सेक्टर में नौकरी का वादा कर भारतीय युवाओं को बुलाते हैं। लेकिन वहां पहुँचने पर उनके पासपोर्ट और अन्य पहचान पत्र छीन लिए जाते हैं और शारीरिक व मानसिक रूप से बंधक बना लिया जाता है।
विदेश में नौकरी? पहले करें ये 3 बातें:
राजस्थान पुलिस और विदेश मंत्रालय (MEA) ने नागरिकों को इस धोखाधड़ी से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं:
1. केवल MEA में पंजीकृत एजेंटों द्वारा दी गई नौकरियों के लिए ही आवेदन करें।
2. फर्जी या अपंजीकृत एजेंटों से सावधान रहें।
3. MEA की आधिकारिक लिस्ट पर नजर रखें:
पंजीकृत एजेंटों की सूची देखें
संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत करें रिपोर्ट
यदि आपको किसी भी माध्यम (ईमेल, व्हाट्सएप, टेलीग्राम, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर संदिग्ध नौकरी का ऑफर, लिंक या गतिविधि नजर आती है, तो तुरंत रिपोर्ट करें:
· साइबर हेल्पलाइन: 1930 / 9256001930 / 9257510100
· राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल: https://cybercrime.gov.in
· या नजदीकी साइबर पुलिस स्टेशन/थाना पर
साइबर गुलामी से बचाव ही सुरक्षा
राजस्थान पुलिस ने युवाओं और उनके परिवारों से अपील की है कि वे इस नए तरह की साइबर धोखाधड़ी से सतर्क रहें और अनजान एजेंटों के झांसे में न आएं। नौकरी की चाहत में कहीं आपकी स्वतंत्रता न छिन जाए।