चित्तौड़गढ़ में परिसीमन करने पर जनता से चर्चा के उपरांत कांग्रेस नेताओं ने दर्ज करवाई आपत्ति

Edited By Ishika Jain, Updated: 17 Apr, 2025 05:42 PM

congress leaders lodged objection on delimitation in chittorgarh

राजस्थान सरकार के निर्देश पर नगर परिषद निम्बाहेड़ा द्वारा 28 मार्च को परिसीमन जारी किया गया था। जिसके अध्ययन, भौतिक परिस्थितियों के निरीक्षण एवं जनता से चर्चा के उपरांत आज कांग्रेसजनों ने उपखंड अधिकारी एवं नगर परिषद आयुक्त को परिसीमन पर आपत्तियां...

चित्तौड़गढ़ : राजस्थान सरकार के निर्देश पर नगर परिषद निम्बाहेड़ा द्वारा 28 मार्च को परिसीमन जारी किया गया था। जिसके अध्ययन, भौतिक परिस्थितियों के निरीक्षण एवं जनता से चर्चा के उपरांत आज कांग्रेसजनों ने उपखंड अधिकारी एवं नगर परिषद आयुक्त को परिसीमन पर आपत्तियां सौंपी। 

नगर कांग्रेस अध्यक्ष बंशीलाल राईवाल ने बताया कि नगर परिषद द्वारा प्रस्तुत परिसीमन के प्रस्तावों का अध्ययन करने पर सामने आया कि संबंधित अधिकारियों ने सत्ता के दबाव में वार्डों का परिसीमन किया है, जिसे शहर की जनता स्वीकार नहीं कर पा रही है। अधिकारियों द्वारा बिना भौतिक परिस्थितियों का निरीक्षण किए सत्ता के दबाव में सरकार के सभी निर्देशों जैसे सांख्यिकी ब्लॉक को ना तोड़ना, नेशनल हाईवे पार करना, एमडीआर रोड पार ना करना, वार्डो गठन में 100 फीट एवं 150 फीट रोड को पार ना करना जैसे विभिन्न निर्देशों की अवहेलना करते हुए सत्ताधारियों की विचारधारा से संबंध नहीं रखने वाले क्षेत्र को एक साथ शामिल कर बड़े-बड़े वार्डो का गठन करना सहित विभिन्न अनियमिताएं शामिल है, जिससे शहर की जनता रुष्ट है। 

उन्होंने आगे बताया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सभी 60 वार्डों में जाकर जनता से चर्चा कर आपत्तियां सृजित की है, जिन्हें उपखंड अधिकारी एवं नगर परिषद आयुक्त को सौंपा गया है। पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सुभाषचंद्र शारदा ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देश पर 28 मार्च को नगर परिषद द्वारा परिसीमन की अधिसूचना जारी की गई थी, जिसके साथ नक्शा भी जारी किया जाना था परंतु अधिकारियों द्वारा परिसीमन का नक्शा आपत्ति प्रस्तुत करने की अंतिम तारीख 17 अप्रैल से केवल एक दिन पूर्व कल 16 अप्रैल को नगर पालिका में चस्पा किया गया जो संबंधित अधिकारियों द्वारा सत्ता के दबाव में किया गया कार्य प्रतीत होता है क्योंकि सत्ताधारी नहीं चाहते कि उनके द्वारा अधिकारियों को दबाव में लेकर करवाए गए परिसीमन के हुई गलतियां जनता को पता ना चल सके।

नगर कांग्रेस अध्यक्ष बंशीलाल राईवाल ने आगे बताया कि सरकार के स्पष्ट निर्देश थे की अधिसूचना के साथ वार्डो का नक्शा जारी करना आवश्यक है, ताकि जनता एवं राजनीतिक दल अधिसूचना का निरीक्षण कर सके। परंतु कांग्रेस द्वारा बार बार लिखित रूप से मांगने पर भी नक्शा सार्वजनिक नहीं किया जा रहा था परंतु कांग्रेस पदाधिकारियों द्वारा उच्च अधिकारियों से संपर्क करने पर दबाव बना जिसके उपरांत कल 16 अप्रैल को ना चाहते हुए भी नक्शा चस्पा करना पड़ा, परंतु 17 अप्रैल को आपत्ति दर्ज करने के अंतिम तिथि होने की वजह से जनता एवं राजनीतिक दल नक्शे का परीक्षण नहीं कर पाए। फिर भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नगर पालिका द्वारा जारी अधिसूचना में दिए गए वार्डों के विवरण की भौतिक परिस्थितियां जांचते हुए जनता से विचार विमर्श कर आपत्तियों का सृजन किया है जो आज अधिकारियों को सौंप दी गई है।

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    पूर्व नगर पालिका उपाध्यक्ष परवेज अहमद शिब्बी ने बताया कि इश्क्काबाद,अम्बा नगर, राजा कॉलोनी, विस्तार योजना, इंदिरा कॉलोनी, कच्ची बस्ती, जय अम्बे विहार, कासौद गांव, आजाद चौक, मेघवालों का मंदिर, जावद दरवाजा, बापू बस्ती, मेवाती मोहल्ला, जैसे विभिन्न मोहल्लों को कुछ इस तरह से तोड़े मरोड़ा गया है कि इन क्षेत्रों से आने वाले जनप्रतिनिधियों की संख्या घटाई जा सके। एक एक मोहल्ले को 3-3 भागो में बंटा गया है एवं उन्हें भाजपा समर्थित क्षेत्रों के साथ जोड़ा गया है ताकि इन मोहल्लों जहां ओबीसी, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अल्पसंख्यक वर्ग की आबादी निवास करती है के प्रतिनिधित्व को समाप्त किया जा सके जिससे एससी, एसटी, ओबीसी एवं अल्पसंख्या वर्ग में खासा रोष व्याप्त है। यह परिसीमन इन सभी वर्गों के लिए किसी भी तरह न्याय संगत नहीं है।

    पूर्व विधानसभा युवा कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व पार्षद रविप्रकाश सोनी ने बताया कि नगर परिषद द्वारा परिसीमन में पुराने नगरपालिका क्षेत्र के साथ कुठाराघात किया गया है क्योंकि वर्ष 2011 की जनगणना में निंबाहेड़ा शहर की आबादी 64000 के आसपास थी जिसमें 45 वार्ड होते थे, परंतु नए परिसीमन में पुराने नगर पालिका क्षेत्र में केवल 47 वार्ड गठित किए गए हैं जिससे प्रत्येक वार्ड की औसत जनसंख्या 1350 एवं औसत मतदाता संख्या 1150 से अधिक होती है परंतु नगर परिषद बनाने हेतु क्षेत्र में शामिल किए गए सभी गांवों की आबादी 2011 की जनगणना के अनुसार 11086 है जिसमें से ब्रिज विहार 2011 की जनगणना में अस्तित्व में ही नहीं था फिर भी इन क्षेत्रों में 13 वार्ड सृजित किए गए हैं जिससे इन 13 वार्डो में प्रत्येक वार्ड की औसत आबादी 850 एवं औसत मतदाता संख्या 600 ही रहेगी। यहां यह भी देखना आवश्यक है की मडडा, चांदखेड़ा में 2-2, अहिरपुरा ने 1 वार्ड बनाया गया है एवं कल्याणपुर, प्रकाश नगर, सिगरी जिनकी संयुक्त आबादी 1800 से भी कम है एवं विधानसभा/लोकसभा चुनाव में एक ही बूथ पर मतदान होता है को 3 वार्ड में विभक्त करके वार्ड प्रस्तावित किए गए है, इन वार्डो की औसत आबादी 500 एवं मतदाताओं की औसत संख्या 400 से कम रहेगी जो कि राज्य सरकार द्वारा परिसीमन हेतु जारी निर्देश जिसमें वार्ड की औसत आबादी 1400(र्ं10þ) होनी चाहिए के निर्देशों की पूर्ण रूप से अवहेलना है। साथ ही कॉलोनी एरिया में जनसंख्या अनुपात में छोटे छोटे एवं पुराने परकोटे में बड़े बड़े वार्डो का गठन किया गया है ताकि एक विचारधारा विशेष को इसका लाभ पहुंचाया जा सके जबकि परकोटे की आबादी कॉलोनी क्षेत्र से अधिक है।

    नगर कांग्रेस अध्यक्ष बंशीलाल राईवाल ने कहां हमने प्रशासन से निवेदन किया है कि आपत्तियों के निस्तारण के समय हमें सूचित किया जाए ताकि हम जनता की आवाज साक्ष्यों सहित प्रस्तुत कर सके। यदि प्रशासन द्वारा हमारे द्वारा सृजित की गई आपत्तियां पर सकारात्मक रूप से ध्यान ना देकर वार्डो में व्याप्त त्रुटियों का निस्तारण नहीं किया जाता है तो हम सभी कांग्रेस कार्यकर्ता पूर्व सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना के नेतृत्व में जनता की आवाज बुलंद करते हुए आंदोलन करेंगे। इस अवसर पर पूर्व पार्षद रोमी पोरवाल, राजेश जैन, शमशुकमर मंसूरी, युवा कांग्रेस नगर अध्यक्ष दिग्वेंद्र सिंह जादौन, सुरेश मीणा, विकास धाकड़, राहुल सुथार सहित कांग्रेसजन उपस्थित थे।

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