Edited By Raunak Pareek, Updated: 30 Oct, 2025 12:18 PM

गोपाष्टमी के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सपत्नीक गौ-पूजन कर प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। उन्होंने कहा कि गौसेवा भारतीय संस्कृति की अमर धरोहर है और सरकार गौसंवर्धन के लिए प्रतिबद्ध है।
गोपाष्टमी के पावन पर्व पर मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास पर सपत्नीक गौ-पूजन किया और प्रदेश की सुख-समृद्धि व कल्याण की कामना की। पूजा के दौरान मुख्यमंत्री ने गौमाता को तिलक लगाकर पुष्प अर्पित किए, माला पहनाई और गुड़ खिलाया। उन्होंने गौमाता को वस्त्र भी अर्पित कर पारंपरिक श्रद्धा प्रकट की।
मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि गोपाष्टमी केवल धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि हमारी सनातन संस्कृति की अमर धरोहर है। यह दिन समाज में गौमाता के प्रति आदर, सेवा और संरक्षण की भावना को जागृत करता है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में गौमाता को मातृत्व और समृद्धि का प्रतीक माना गया है, और उनका पूजन हमारे जीवन मूल्यों की अभिव्यक्ति है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार गौसंवर्धन, गौशालाओं के उन्नयन और गौपालकों के सशक्तीकरण के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि सरकार की नीतियों का उद्देश्य न केवल गौपालकों की आजीविका को मजबूत करना है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था में गौसेवा की परंपरा को भी सशक्त बनाना है।
श्री शर्मा ने इस अवसर पर आमजन से अपील की कि वे गौसेवा, पर्यावरण संरक्षण और पारंपरिक मूल्यों के संवर्धन में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति का योगदान समाज में सद्भाव और समृद्धि लाने में महत्वपूर्ण है। गोपाष्टमी पर्व पर मुख्यमंत्री निवास पर श्रद्धा, आस्था और भारतीय संस्कृति की झलक देखने को मिली। पूजा स्थल पर पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ मंत्रोच्चार के बीच गौपूजन संपन्न हुआ।