Edited By Sourabh Dubey, Updated: 30 Oct, 2025 07:42 PM

भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर 15 नवंबर को आयोजित होने वाला राज्यस्तरीय कार्यक्रम अब मानगढ़ धाम पर नहीं होगा। राजस्थान सरकार ने इस कार्यक्रम को किसी अन्य स्थान पर आयोजित करने का निर्णय लिया है।
जयपुर। भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर 15 नवंबर को आयोजित होने वाला राज्यस्तरीय कार्यक्रम अब मानगढ़ धाम पर नहीं होगा। राजस्थान सरकार ने इस कार्यक्रम को किसी अन्य स्थान पर आयोजित करने का निर्णय लिया है।
दरअसल, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा स्वयं इस राज्यस्तरीय कार्यक्रम में शामिल होंगे और इसका लाइव प्रसारण पूरे प्रदेश में किया जाएगा। ऐसे में मानगढ़ के पहाड़ी क्षेत्र में इंटरनेट सुविधा सीमित होने के कारण कार्यक्रम का प्रसारण तकनीकी रूप से संभव नहीं है।
अब राज्यस्तरीय आयोजन बांसवाड़ा शहर के कुशलबाग मैदान या सलूंबर में करवाने पर विचार चल रहा है। बुधवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कलेक्टर और अन्य विभागीय अधिकारियों से चर्चा की, जिसमें यह निर्णय लिया गया।
बांसवाड़ा के एसईओ कैलाश बारोलिया ने बताया कि मुख्यमंत्री को कुशलबाग मैदान का सुझाव दिया गया है, वहीं सलूंबर जिला प्रशासन ने भी अपने यहां कार्यक्रम आयोजित करने की इच्छा जताई है।
जनजाति गौरव दिवस: 1 से 15 नवंबर तक विशेष आयोजन
राज्य सरकार 1 से 15 नवंबर तक जनजाति गौरव दिवस के रूप में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करेगी। मुख्य कार्यक्रम 15 नवंबर को होगा। इन 15 दिनों में शोभायात्रा, सांस्कृतिक कार्यक्रम, संगोष्ठी, प्रदर्शनी और प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने प्रत्येक कार्यक्रम के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करने और विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
राजनीतिक महत्व
दक्षिण राजस्थान के आदिवासी बहुल इलाकों — बांसवाड़ा, डूंगरपुर और प्रतापगढ़ — में हाल के चुनावों में भाजपा का प्रदर्शन कमजोर रहा है, जबकि भारत आदिवासी पार्टी (BAP) लगातार अपना जनाधार बढ़ा रही है।
ऐसे में राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा सरकार इस तरह के सांस्कृतिक आयोजनों के जरिए आदिवासी वोटबैंक को साधने की कोशिश कर रही है।