Edited By Chandra Prakash, Updated: 19 Sep, 2024 06:27 PM
राजस्थान फोरम की ‘प्रणाम’शृंखला के तहत बुधवार को फोरम के सभापति पद्मभूषण पं. विश्व मोहन भट्ट, वरिष्ठ चित्रकार डॉ. विद्यासागर उपाध्याय, कथक गुरू मंजरी किरण महाजनी और पर्यटन विशेषज्ञ संजय कौशिक प्रदेश के अमूर्त शैली के 78 वर्षीय चित्रकार प्रो. शब्बीर...
जयपुर, 19 सितंबर 2024 । राजस्थान फोरम की ‘प्रणाम’शृंखला के तहत बुधवार को फोरम के सभापति पद्मभूषण पं. विश्व मोहन भट्ट, वरिष्ठ चित्रकार डॉ. विद्यासागर उपाध्याय, कथक गुरू मंजरी किरण महाजनी और पर्यटन विशेषज्ञ संजय कौशिक प्रदेश के अमूर्त शैली के 78 वर्षीय चित्रकार प्रो. शब्बीर हसन क़ाज़ी के इमली फाटक स्थित आवास पर पहुंचे । इस दौरान सभी कलाकारों ने उनको ‘प्रणाम’ करके उनका अभिनंदन किया और उन्हें उनकी अमूर्त चित्रकला के लिए की गई सेवाओं के प्रति आभार के लिए लिखे संदेश वाला स्मृति चिन्ह और शॉल भेंट कर उनका अभिनंदन किया।
इससे पूर्व फोरम के सदस्य संजय कौशिक ने शब्बीर हसन को 'प्रणाम' शृंखला की जानकारी दी । साथ ही उनके कृतित्व और उनके भेंट किए गए स्मृति चिन्ह में लिखे सम्मान का वाचन भी किया। ‘प्रणाम’ सीरीज़ राजस्थान फोरम की पहल है । इस सीरीज़ में राजस्थान की उन हस्तियों के घर जाकर उन्हें और उनके कृतित्व को प्रणाम किया जाता है जिन्होंने राजस्थान में ही रहकर उल्लेखनीय कार्य किया है।
इस मौके पर पं. विश्व मोहन भट्ट ने उनके सम्मान में बोलते हुए कहा, “अपने देश में रहते हुए अपने कला को लोगों तक पहुंचाना और उसकी सराहना करना चाहिए।”
राजस्थान फोरम के वरिष्ठ सदस्य डॉ. विद्यासागर उपाध्याय ने कहा , “मैं क़ाज़ी जी को 52 साल से जानता हूं। हमने साथ में कला यात्रा भी की है। उन्हें बांग्लादेश, फ्रांस, और राजस्थान समेत कई स्थानों पर सम्मानित किया गया है। उनका योगदान भारतीय कला, विशेष रूप से अमूर्त कला में बहुत बड़ा है।”
वहीं अंत में अमूर्त शैली के वरिष्ठ चित्रकार शब्बीर हसन क़ाज़ी ने उनके घर आई सभी हस्तियों का सम्मान के लिए आभार जताया, उन्होंने आभार व्यक्त करते हुए कहा, "मुझे आप सबको देखकर बेहद खुशी हुई। मैं दिल से सभी का शुक्रगुजार हूं।"