जेईई मेन 2025: 22 जनवरी से परीक्षा,एनटीए ने जारी किए एडमिट कार्ड

Edited By Liza Chandel, Updated: 20 Jan, 2025 06:37 PM

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JEE Main परीक्षा 22 जनवरी से 29 जनवरी तक चलेगी और इसे कंप्यूटर आधारित प्रारूप में आयोजित किया जाएगा। परीक्षा 11 शिफ्टों में 331 शहरों के परीक्षा केंद्रों पर संपन्न होगी। इसमें 22 से 30 जनवरी के बीच 10 शिफ्टों में बीई-बीटेक की परीक्षा होगी, जबकि 30...

जेईई मेन 2025: 22 जनवरी से परीक्षा,एनटीए ने जारी किए एडमिट कार्ड 

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा JEE Main के जनवरी सत्र के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिए गए हैं। यह परीक्षा 22 जनवरी को नए प्रारूप में आयोजित की जाएगी और कुल 5 दिनों में 10 शिफ्टों में संपन्न होगी। प्रत्येक शिफ्ट में 1 लाख 20 हजार से अधिक छात्रों के भाग लेने की संभावना है।

परीक्षा का आयोजन और केंद्र

JEE Main परीक्षा 22 जनवरी से 29 जनवरी तक चलेगी और इसे कंप्यूटर आधारित प्रारूप में आयोजित किया जाएगा। परीक्षा 11 शिफ्टों में 331 शहरों के परीक्षा केंद्रों पर संपन्न होगी। इसमें 22 से 30 जनवरी के बीच 10 शिफ्टों में बीई-बीटेक की परीक्षा होगी, जबकि 30 जनवरी को एक शिफ्ट में बीआर्क की परीक्षा होगी।

NTA ने रविवार को एडमिट कार्ड जारी करने के साथ एक आधिकारिक अधिसूचना भी प्रकाशित की है, जिसे उम्मीदवार NTA की आधिकारिक वेबसाइट nta.nic.in से डाउनलोड कर सकते हैं। अधिसूचना के अनुसार, 22 से 24 जनवरी के बाद होने वाली परीक्षाओं के लिए एडमिट कार्ड परीक्षा तिथि से दो दिन पहले जारी किए जाएंगे।

JEE Main प्रश्न पत्र का नया प्रारूप

शिक्षा विशेषज्ञ देव शर्मा ने परीक्षा के नए प्रारूप को लेकर छात्रों की शंकाओं का समाधान करने की कोशिश की है। उन्होंने बताया कि इस बार प्रश्नपत्र के पार्ट-बी में छात्रों को किसी प्रकार का विकल्प नहीं मिलेगा। इस सेक्शन में कुल 5 प्रश्न होंगे और सभी को हल करना अनिवार्य होगा। पहले, उम्मीदवारों को 10 में से कोई 5 प्रश्न हल करने का विकल्प दिया जाता था।

पिछले दो वर्षों के प्रश्नपत्रों का विश्लेषण

देव शर्मा ने आगे बताया कि पिछले दो वर्षों के प्रश्नपत्रों के विश्लेषण से यह पता चलता है कि वे राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अनुरूप नहीं थे। उन्होंने कहा, "NEP-2020 के अनुसार प्रश्नपत्रों में विश्लेषणात्मक और ज्ञान-आधारित प्रश्नों का संतुलन होना चाहिए ताकि रटने की प्रवृत्ति को हतोत्साहित कर विषय की गहरी समझ को बढ़ावा दिया जा सके। हालांकि, पिछले दो वर्षों में फिजिक्स और केमिस्ट्री में अधिकतर प्रश्न फार्मूला और तथ्य-आधारित रहे हैं। कई शिफ्टों में इन विषयों के प्रश्नों की संख्या नगण्य रही।"

2024 में NTA पर उठे सवाल

पिछले वर्ष 2024 में NTA की शैक्षणिक और प्रशासनिक प्रक्रियाओं को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर कई सवाल उठे थे। जनवरी 2024 सत्र की विभिन्न शिफ्टों में आयोजित परीक्षाओं में प्रश्नपत्रों के कठिनाई स्तर में भारी अंतर के कारण छात्रों, अभिभावकों और शिक्षाविदों में व्यापक असंतोष था। इस मुद्दे को देखते हुए, फरवरी 2024 में NTA को एक आधिकारिक स्पष्टीकरण जारी करना पड़ा था।

 

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