Edited By Liza Chandel, Updated: 24 Jan, 2025 10:39 AM
अजमेर रोड स्थित ज्ञान विहार इलाके में उनके आवास पर भी ED की टीम मौजूद है और वहां गहन जांच की जा रही है।सूत्रों के अनुसार, बलजीत यादव की फर्म पर सरकारी परियोजनाओं में घटिया सामान की आपूर्ति करने का आरोप है। इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिसके...
पूर्व विधायक बलजीत यादव के ठिकानों पर ED की छापेमारी
बहरोड़ से पूर्व विधायक बलजीत यादव के विभिन्न ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा छापेमारी की जा रही है। इस कार्रवाई के तहत जयपुर में 8 स्थानों और दौसा व अलवर में एक-एक स्थान पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि अजमेर रोड स्थित ज्ञान विहार इलाके में उनके आवास पर भी ED की टीम मौजूद है और वहां गहन जांच की जा रही है।
फर्म पर घटिया सामान की आपूर्ति का आरोप
सूत्रों के अनुसार, बलजीत यादव की फर्म पर सरकारी परियोजनाओं में घटिया सामान की आपूर्ति करने का आरोप है। इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिसके आधार पर प्रवर्तन निदेशालय ने कार्रवाई शुरू की है। जांच एजेंसी यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इस घोटाले में और कौन-कौन शामिल हैं और इसमें कितनी वित्तीय अनियमितताएँ हुई हैं।
PMLA कानून के तहत कार्रवाई
ED इस छापेमारी को मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून (PMLA) के तहत कर रही है। इस कानून के तहत अवैध रूप से अर्जित संपत्ति और काले धन के लेन-देन की जांच की जाती है। माना जा रहा है कि इस मामले में वित्तीय लेन-देन से जुड़ी कई अहम जानकारियां सामने आ सकती हैं। अधिकारियों ने बताया कि जांच पूरी होने के बाद यदि जरूरी हुआ तो बलजीत यादव से पूछताछ भी की जा सकती है।
पहले भी लगे हैं भ्रष्टाचार के आरोप
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब बलजीत यादव पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। इससे पहले भी उन पर गंभीर वित्तीय अनियमितताओं के मामले सामने आ चुके हैं। खासतौर पर खेल सामग्री की खरीद-फरोख्त में भ्रष्टाचार का मामला काफी चर्चित रहा था। कांग्रेस नेता संजय यादव ने इस संबंध में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद ACB ने इस पर एक्शन लिया था।
चुनावी राजनीति में प्रभाव और विवाद
बलजीत यादव की छवि एक प्रभावशाली नेता की रही है, लेकिन समय-समय पर उन पर लगे आरोपों ने उनकी राजनीतिक छवि को प्रभावित किया है। विधायक रहते हुए भी कई बार उनके कामकाज पर सवाल उठे थे। अब ED की इस कार्रवाई से उनके खिलाफ नए सिरे से जांच शुरू हो गई है।
आगे की कार्रवाई क्या होगी?
प्रवर्तन निदेशालय की इस छापेमारी से जुड़े सभी सबूतों को खंगाला जा रहा है। जांच एजेंसी यह सुनिश्चित करना चाहती है कि आरोपों में कितनी सच्चाई है और यदि कोई वित्तीय अनियमितता पाई जाती है तो उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। आने वाले दिनों में ED की रिपोर्ट के आधार पर यह तय होगा कि इस मामले में कानूनी प्रक्रिया किस दिशा में आगे बढ़ेगी।
इस छापेमारी को लेकर अब तक बलजीत यादव या उनके परिवार की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, इस मामले ने राजनीतिक हलकों में हलचल जरूर मचा दी है, और आने वाले समय में इस पर और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।
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