Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 05 Aug, 2025 04:18 PM

राजस्थान सरकार की बजट घोषणा के अनुरूप, अब उन गांवों को भी रोडवेज सेवा से जोड़ा जाएगा जो अभी तक इस सुविधा से वंचित थे। इसके तहत रोडवेज प्रशासन PPP (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल पर निजी वाहन संचालकों से बसें चलवाएगा।
राजस्थान सरकार की बजट घोषणा के अनुरूप, अब उन गांवों को भी रोडवेज सेवा से जोड़ा जाएगा जो अभी तक इस सुविधा से वंचित थे। इसके तहत रोडवेज प्रशासन PPP (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल पर निजी वाहन संचालकों से बसें चलवाएगा। इस योजना की शुरुआत जोधपुर जिले से हो रही है, जहां के ग्रामीण रूटों पर चलने वाली रोडवेज बसें अब केसरिया रंग में होंगी। रोडवेज मुख्यालय ने इसका प्रतीक चित्र भी जारी किया है।
कौन-कौन से रूट होंगे शामिल?
इन बसों का संचालन जोधपुर से बालेसर (दो रूट), चाबा, चामू, चैराई, लूणी, उत्तेसर और बिलाड़ा के लिए किया जाएगा। इससे इन गांवों के हजारों लोगों के लिए शहर तक पहुंचना अधिक सुलभ हो जाएगा।
किराया और सुविधाएं:
यात्रियों से 1.5 रुपए प्रति किमी के हिसाब से किराया लिया जाएगा, जो सीधे वाहन संचालक को मिलेगा।
इसके बदले में वाहन स्वामी को 0.23 रुपए प्रति किमी प्रति सीट रोडवेज को देना होगा।
बसों में रोडवेज द्वारा दी जाने वाली सभी रियायती सुविधाएं जैसे वरिष्ठ नागरिक, छात्र, महिलाओं को छूट आदि जारी रहेंगी, जिनका भुगतान रोडवेज करेगा।
संचालन और ज़िम्मेदारी:
टैक्स, टोल, डीज़ल, मरम्मत, चालक-परिचालक आदि सभी खर्च वाहन स्वामी को ही उठाने होंगे।
बसों पर रोडवेज का लोगो अंकित होगा और संचालन भी रोडवेज बस स्टैंड से ही किया जाएगा।
ई-टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और निजी ऑपरेटर्स के आवेदन भी आ चुके हैं।
कब से शुरू होगा संचालन?
रोडवेज मुख्यालय के निर्देशानुसार, जल्द ही इन केसरिया रंग की बसों का संचालन शुरू किया जाएगा, जिससे जोधपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में परिवहन व्यवस्था को एक नई गति मिलेगी।