Edited By Kailash Singh, Updated: 28 Jan, 2025 05:19 PM
राज्य स्कूल शिक्षा विभाग गत वर्ष की भांति इस बार भी सूर्य नमस्कार में नया विश्व रिकॉर्ड रचने की तैयारी कर रहा है। सूर्य सप्तमी के अवसर पर प्रदेश के सभी राजकीय एवं गैर राजकीय विद्यालयों में एक साथ 3 फरवरी, 2025 को सूर्य नमस्कार किया जाएगा। इस दौरान...
जयपुर, 28 जनवरी। राज्य स्कूल शिक्षा विभाग गत वर्ष की भांति इस बार भी सूर्य नमस्कार में नया विश्व रिकॉर्ड रचने की तैयारी कर रहा है। सूर्य सप्तमी के अवसर पर प्रदेश के सभी राजकीय एवं गैर राजकीय विद्यालयों में एक साथ 3 फरवरी, 2025 को सूर्य नमस्कार किया जाएगा। इस दौरान गत वर्ष 78,974 स्कूलों में 1.33 करोड़ विद्यार्थियों द्वारा सूर्य नमस्कार में बने विश्व रिकॉर्ड को ब्रेक करने का प्रयास किया जाएगा। शिक्षा संकुल में हुई एक बैठक में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने वीसी के जरिए जिला एवं ब्लॉक स्तर के शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि सूर्य नमस्कार हमारी भारतीय परंपरा से जुड़ा एक अहम हिस्सा है। प्रतिदिन सूर्य नमस्कार करने से न केवल शरीर स्वस्थ रहता है, बल्कि मन-मष्तिष्क भी शांत रहता है। मैं सूर्य नमस्कार में एक बार फिर विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए आमजन को भी आयोजन का हिस्सा बनाने की अपील की।
3 फरवरी को सवा दस बजे होगा आयोजन
राज्य के सभी राजकीय एवं गैर राजकीय शिक्षा संस्थानों में एक साथ एक समय पर सूर्य नमस्कार का आयोजन 3 फरवरी, 2025 को सुबह सवा दस बजे किया जाएगा। 20 मिनट के इस कार्यक्रम में सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं गणमान्य व्यक्तियों, एसएमसी/एसडीएमसी सदस्यों एवं आमजन की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चत की जाएगी और कार्यक्रम की फोटोग्राफी/वीडियोग्राफी करके उसकी रिपोर्ट लेना सुनिश्चत की जाएगी। इस आयोजन का संपूर्ण डेटा शाला दर्पण एवं पीएसपी पोर्टल पर दोपहर दो बजे तक अपलोड किया जाएगा।
सभी राजकीय एवं गैर-राजकीय विद्यालयों में आयोजन से पूर्व सूर्य नमस्कार अभ्यास कराने के निर्देश दिए जा चुके हैं। बीमार एवं शल्य प्रक्रिया से गुजरे बच्चे इसका हिस्सा नहीं होंगे लेकिन कक्षा एक से कक्षा 5 तक के बच्चों को सूर्य नमस्कार की कुछ एक क्रियाओं में भागीदार अवश्य बनेंगे।
क्रीड़ा भारती संस्था करेगी सहयोग
क्रीड़ा भारती संस्था सूर्य नमस्कार में सभी शिक्षा संस्थाओं का सहयोग करेगी। संस्था से जुड़े एक्सपर्ट विद्यालयों में जाकर न केवल सूर्य नमस्कार का महत्व बताएंगे, साथ ही नमस्कारासन, हस्तोत्तानासन सहित योग की सभी क्रियाओं को लाइव करके समझाएंगे ताकि प्रतिदिन विद्यालयों में प्रार्थना सभा के समय इसका अभ्यास कराया जा सके और सूर्य सप्तमी को एक साथ राज्यभर में सूर्य नमस्कार की निर्धारित 10 योग क्रियाओं को किया जा सके। योग में एक्सपर्ट्स एवं कई एनजीओ भी विद्यालयों में सहयोग करेंगे। शिक्षा मंत्री स्वयं भी इस विशेष कार्यक्रम का हिस्सा होंगे। इस दौरान निदेशक माध्यमिक शिक्षा आशीष मोदी, निदेशक प्रारंभिक शिक्षा सीताराम जाट, आयुक्त संस्कृत शिक्षा प्रियंका जोधावत, क्रीड़ा भारती के मेध सिंह सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।