Edited By Anil Jangid, Updated: 28 Dec, 2025 03:56 PM

जयपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम की 129वीं कड़ी में देशवासियों को संबोधित किया। वर्ष 2025 में इस कार्यक्रम की यह अंतिम कड़ी थी। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में वर्ष 2025 में देश को विभिन्न क्षेत्रों में मिली...
जयपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम की 129वीं कड़ी में देशवासियों को संबोधित किया। वर्ष 2025 में इस कार्यक्रम की यह अंतिम कड़ी थी। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में वर्ष 2025 में देश को विभिन्न क्षेत्रों में मिली उपलब्धियों और सफलताओं का जिक्र करते हुए उम्मीद जताई कि वर्ष 2026 विकसित भारत के संकल्प की सिद्धी में महत्वपूर्ण पड़ाव साबित होगा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मुख्यमंत्री निवास पर आमजन के साथ मन की बात कार्यक्रम को सुना।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि देश ने वर्ष 2025 में अंतरिक्ष, विज्ञान, तकनीक, खेल, पर्यावरण सहित विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में महाकुंभ के आयोजन और अयोध्या मंदिर में ऐतिहासिक ध्वजारोहण ने हर भारतीय को गौरवान्वित किया। वर्ष 2026 में देश नई उम्मीदों और संकल्पों के साथ आगे बढ़ने को तैयार है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी युवा शक्ति के कारण पूरी दुनिया को भारत से बहुत आशाएं हैं। युवा अपनी मेहनत, लगन और रचनात्मक सुझावों से राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष स्वामी विवेकानन्द की जयंती पर विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग 2026 का आयोजन किया जाएगा, जो युवाओं के लिए अपने सुझाव साझा करने का महत्वपूर्ण मंच होगा। मोदी ने तकनीकी युग में लोगों की जिंदगी में तेजी से आ रहे बदलाव के बारे में चर्चा करते हुए स्मार्ट इंडिया हैकेथॉन-2025 में युवाओं की उत्साहपूर्वक भागीदारी के बारे में बताया। इसके साथ ही, उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस में आयोजित होने वाले गीतांजलि आईआईएससी कार्यक्रम की भी बात की। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम में मणिपुर में सौर ऊर्जा के माध्यम से बिजली समस्या के समाधान, बांस से तैयार हैंडीक्राफ्ट उत्पादों तथा फूलों की खेती के माध्यम से महिलाओं के आत्मनिर्भर होने की भी चर्चा की। उन्होंने जम्मू-कश्मीर की प्राचीन सांस्कृतिक विरासत और कच्छ रणोत्सव का भी उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अगले माह देश 77वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है। देश की आजादी में अनेकों लोगों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया, लेकिन उन्हें वह सम्मान नहीं मिल पाया जो उन्हें मिलना चाहिए था। ओडिशा की पार्वती गिरि ऐसी ही एक स्वतंत्रता सेनानी थी, जिन्होंने आजादी आंदोलन में हिस्सा लेने के साथ ही अनाथालयों की स्थापना के माध्यम से समाज सेवा भी की।
मोदी ने भारतीय भाषाओं के देश-दुनिया में हो रहे प्रचार-प्रसार के बारे में बताते हुए कहा कि दुबई में कन्नड़ परिवारों द्वारा कन्नड़ पाठशाला की शुरूआत तथा फिजी के विद्यालय में तमिल दिवस मनाने की शुरूआत इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि देश में भी काशी तमिल संगमम जैसे आयोजनों के माध्यम से हिंदी भाषी राज्यों के बच्चों को अन्य भाषाएं सिखाई जा रही है, जिससे उत्तर प्रदेश के बच्चे भी सरलता से तमिल बोल पा रहे हैं।
मोदी ने निमोनिया जैसी बीमारियों के खिलाफ एंटीबायोटिक दवाओं के बेअसर साबित होने पर चिंता व्यक्त करते हुए चिकित्सकीय परामर्श के बिना इनके इस्तेमाल से बचने की सलाह दी। साथ ही, उन्होंने व्यायाम को दिनचर्या में अनिवार्य रूप से शामिल कर सेहतमंद रहने पर भी जोर दिया।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वर्ष 2025 में राजस्थान सहित सम्पूर्ण देश ने विभिन्न क्षेत्रों में सफलता के नए आयाम स्थापित किए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से देश की प्रगति का सफर हमसे साझा करते हैं। यह कार्यक्रम देश की उपलब्धियों पर गर्व करने का अवसर है, जो हमें निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। इस दौरान विधायक डॉ. गोपाल शर्मा, पूर्व विधायक रामलाल शर्मा सहित विभिन्न जनप्रतिनिधिगण एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।