वार्षिक राशिफल 2026
डॉ. अनीष व्यास भविष्यवक्ता एवं कुण्डली विश्ल़ेषक पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान, जयपुर जोधपुर
नया साल 2026 आपके जीवन में अपार खुशियां लेकर आएं। नव वर्ष में आपके मन में अनेक प्रश्न उठ रहे होंगे यथा यह साल मेरे लिए कैसा रहेगा ? मेरी पदोन्नति होगी या नहीं ? क्या इस साल शादी होगी ? क्या मेरा प्यार मुझे मिलेगा ? क्या संतान सुख मिलेगा ? व्यापार में वृद्धि होगी या नही ? नौकरी लगेगी की नही इत्यादि। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि आइए ग्रहों की स्थिति के आधार पर आपके प्रश्नों के उत्तर जानने का प्रयास करते है। साल 2026 की शुरुआत नई उम्मीदों और पॉजिटिव वाइब्स के साथ होगी। हर कोई चाहता है कि ये साल तरक्की, खुशियां, हेल्थ और रिश्तों की मिठास लेकर आए। प्रोफेशनल लाइफ में जहां ग्रोथ और स्टेबिलिटी की उम्मीद है, वहीं पर्सनल लाइफ में प्यार, समझदारी और यादगार लम्हों की भरमार होगी। साल 2026 पिछले वर्ष 2025 से बहुत ही ज्यादा राहतभरा और प्रगति कारक साबित होने वाला है। नववर्ष 2026 आर्थिक तौर पर अच्छा रहने वाला है। साथ ही पिछले साल जो कार्य रुक गए थे उन सभी के कार्यों को गति मिलने वाली है। ग्रह और नक्षत्रों की स्थिति के हिसाब से साल 2026 काफी अच्छा जाने वाला है। 2026 में आर्थिक और प्रशासनिक तौर पर बड़े फैसले देखने को मिल सकते हैं। कुछ छोटे-मोटे चैलेंजेस ज़रूर आएंगे, लेकिन ओवरऑल देश की इकोनॉमी मजबूत बनी रहेगी। ज्योतिषीय लिहाज़ से यह साल बेहद खास है। गुरु के दो महत्वपूर्ण गोचर जून में मिथुन से कर्क और अक्टूबर में कर्क से सिंह में आपकी किस्मत की दिशा बदल सकते हैं। वहीं शनि पूरे साल मीन राशि में और राहु कुंभ में स्थिर रहेंगे। इस साल 3 गुरु पुष्य योग और 6 रवि पुष्य योग बनेंगे, जो खरीदारी और निवेश के लिहाज़ से शुभ रहेंगे। अप्रैल और अगस्त के महीने खास होंगे, जब कई ग्रह मिलकर मजबूत फलदायक योग बनाएंगे।
ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि इस साल गुरु, राहु-केतु राशि परिवर्तन करेंगे। ऐसे में हर राशि के जातकों के जीवन में शुभ या फिर अशुभ प्रभाव देखने को मिलेगा। इसके अलावा सूर्य, बुध, शुक्र, मंगल, चंद्रमा अपनी अवधि के अनुसार राशि परिवर्तन करते रहेंगे। वर्ष 2026 की शुरुआत में सूर्य धनु राशि में, बृहस्पति मिथुन राशि में, शनि मीन राशि में, राहु कुंभ तथा केतु सिंह राशि में होंगे। इसके अतिरिक्त मंगल भी धनु राशि में तथा शुक्र और बुध भी धनु राशि में होंगे। इसी वर्ष बृहस्पति 2 जून को मिथुन राशि से निकलकर अपनी उच्च राशि कर्क में गोचर करेंगे और 31 अक्टूबर को कर्क से निकलकर सिंह राशि में चले जाएंगे। राहु 5 दिसंबर को मकर राशि में और केतु कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। ग्रहों की स्थिति के हिसाब से साल 2026 में कुछ राशि के जातकों की किस्मत चमक सकती है।
ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि साल 2026 की शुरुआत से ग्रह भारत की वृद्धि के लिए अच्छे होंगे। विज्ञान और तकनीक के लिए भी भारत के लिए यादगार रहने वाला है। ऐसा योग बन रहा है कि इस साल भारत किसी बड़ी खोज या नई तकनीक से दुनिया का ध्यान खींच सकता है। यह खोज खासकर रिन्यूएबल एनर्जी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस या बायोटेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों से जुड़ी हो सकती है। इससे भारत की पहचान एक इनोवेशन हब के तौर पर भी मजबूत होगी। इसके साथ ही, आईटी सेक्टर में भी जबरदस्त उछाल देखने को मिलेगा। एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में भारतीय कंपनियां और रिसर्चर्स बड़ा रोल निभाएंगे। भारत का नाम ग्लोबल एआई इनोवेशन की लिस्ट में और ऊपर जाएगा। इससे हमारे देश की टेक इंडस्ट्री भी नई ऊंचाइयों को छुएगी। भारत के मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर में भी 2026 में अच्छी तरक्की होने के संकेत हैं। हेल्थकेयर सुविधाएं और ज्यादा मजबूत होंगी और लोगों के लिए इन तक पहुंच भी आसान बनेगी। इससे आम लोगों की हेल्थ और लाइफस्टाइल दोनों में सुधार होगा।
कुल मिलाकर साल 2026 सभी राशियों के लिए कुछ नया लेकर आने वाला है। साथ ही कुछ के लिए नए अनुभव लेकर आएगा और यह अनुभव आपको बदलाव के साथ सफलता की ओर लेकर जाएंगे। हालांकि इस साल उतार-चढ़ाव भी बना रहेगा लेकिन आपको सीखने को खूब मिलेगा। इसलिए जीवन में उतार-चढ़ाव से घबराएं नहीं बल्कि उससे कुछ नया सीखें। ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि इसी प्रकार अन्य ग्रह भी सम्पूर्ण वर्ष सभी राशियों में भ्रमण करते रहेगें और उसका प्रभाव आपके ऊपर किसी न किसी रूप में अवश्य पड़ेगा। मेरी कोशिश यही होगी कि आपके जीवन में आने वाले सभी पहलुओ पर यथा संभव प्रकाश डालुं ताकि आपको भविष्य की योजना बनाने में मदद मिल सके।
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि हर दिन एक जैसा नहीं होता। कभी कोई दिन आपके लिए किसी शुभ समाचार की सौगात लेकर आता है, तो कभी हमारे सामने कई चुनौतियां खड़ी हो जाती हैं। कोई दिन ऐसा होता है, जब मन भीतर से बहुत खुश होता है तो कभी ऐसा भी होता है, जब पूरे दिन उदासी घेरे रहती है। ऐसा हमारी राशि और ग्रहों की स्थिति के कारण होता है।
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि वैदिक ज्योतिष पर आधारित भविष्यफल पढ़ने के बाद आप साल 2026 में होने वाली सभी प्रकार के घटना-दुर्घटना से पूर्व में ही परिचित हो जाएंगे और आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि आप नए वर्ष की पूरी योजना बनाने में सफल रहेंगे। यह भविष्यवाणी चन्द्र राशि, लग्न तथा वैदिक ज्योतिष के आधार पर किया गया है। इस वार्षिक राशिफल को छह अलग-अलग विषयों में बाँटकर प्रस्तुत किया जा रहा है। इसमें कैरियर, आर्थिक स्थिति, परिवार, प्रेम - रोमांस, शिक्षा और स्वास्थ्य शामिल है।
मेष राशि
पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि साल 2026 मेष राशि के लोगों के जीवन में बहुत अच्छे बदलाव लेकर आएगा। इस साल मेहनत तो बहुत होगी, लेकिन आपको उसके बेहतरीन परिणाम भी प्राप्त होंगे। छात्रों को इस वर्ष अपने सपनों को साकार करने में सफलता मिलेगी और इस साल घर में नया वाहन आ सकता है। इस वर्ष आपके व्यक्तिगत संबंध सुर्खियों में रहेंगे क्योंकि शुक्र और बुध का गोचर आपको स्पष्टता और स्नेह के साथ संवाद करने के लिए प्रेरित करता है। परिवार और दोस्तों के साथ संबंध और भी गहरे होने वाले हैं, खासकर अगर आप साझा गतिविधियों में समय लगाते हैं। यह सुलह और क्षमा का वर्ष है, जिससे पिछली गलतफहमियों को दूर किया जा सके। खुले संवाद से रोमांटिक रिश्ते पनपेंगे, हालाँकि सद्भाव बनाए रखने के लिए बुध के वक्री होने से होने वाली गलतफहमियों से सावधान रहें। मेष राशि के स्वामी मंगल पंचम भाव में सूर्य के घर मघा नक्षत्र में स्थित हैं। यह स्थिति आपके लिए अत्यंत सकारात्मक है और सफलता की ओर अग्रसर करती है। वर्ष 2026 में यह योग जीवन में प्रगति और उपलब्धियों के अवसर प्रदान करेगा। राहु और केतु क्रमशः दूसरे और आठवें भाव में स्थित रहेंगे, जिससे स्वास्थ्य, प्रेम और वित्त के मामलों में शुभ परिणाम प्राप्त होंगे तथा शत्रुओं पर विजय मिलेगी। सूर्य का तीसरे भाव में गोचर समाज में आपकी पहचान और प्रभाव को मजबूत करेगा। चतुर्थ भाव में कर्क राशि का बुध लग्ज़री और नई रचनात्मकताओं के योग लाएगा। वहीं, छठे घर में बृहस्पति और चंद्रमा की स्थिति आपके लिए अत्यंत शुभ रहेगी। मेष राशि के लिए साल का दूसरे भाग की तिमाही यानि के अप्रैल मई और जून के समय पर होंगे कुछ उतार-चढ़ाव। अप्रैल माह के समय पर रहेगा बाहरी संपर्क से कुछ प्राप्ति और काम में भागदौड़ से भरा समय। इस समय पर लग्नेश का राहु के साथ होना और फिर बारहवें भाव में चला जाना आपको सामाजिक स्तर पर और बाहरी स्तर पर दोनों ही तरह से प्रभावित करने वाला होगा। खर्चों की अधिकता के अलावा इस समय आध्यात्मिक पक्ष भी मन में जोर मारेगा। इस समय धर्म कर्म से जुड़े कामों में खर्च होगा। स्वास्थ्य के लिहाज से मई माह के आरंभ का समय थोड़ा कमजोर हो सकता है लेकिन जल्द ही स्थिति नियंत्रण में होगी। विदेश यात्रा के योग बन सकते हैं। लंबी दूरी की यात्रा पर जाने का मौका मिल सकता है। करियर के मामले में विदेश में काम की प्राप्ति का समय होगा। लोगों के साथ और मित्रों से मेलजोल बढ़ेगा और इस साल आपको बड़े भाइयों का सहयोग भी मिलेगा। शनि का बारहवें भाव से गोचर आपके लिए बेहतर मौके लेकर आएगा, जिससे आय के नए स्रोत खुल सकते हैं। बिजनेस में सफलता मिलने के योग हैं और यदि आप नए व्यापार की शुरुआत करने की सोच रहे हैं, तो यह समय आपके लिए लाभकारी रहेगा। छात्रों के लिए यह साल बहुत अच्छा रहेगा और उन्हें अपनी मेहनत का अच्छा फल मिलेगा।
कैरियर
ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि साल 2026 मेष राशि वालों के लिए औसत रहेगा। हालांकि, यह वर्ष आपसे ज्यादा मेहनत करवा सकता है। हालांकि, मेहनत करने वालों को निराशा का सामना नहीं करना पड़ेगा। शनि के द्वादश भाव में गोचर को चंद्र राशि के अनुसार साढ़े साती माना जाता है। लेकिन, छठे भाव पर शनि की दृष्टि धैर्यपूर्वक और समर्पण से काम करने वाले जातकों को अच्छे परिणाम दे सकती है। जनवरी से मार्च तक काम के मामले में आपको मिलेगा अपनी मेहनत से आगे बढ़ने का मौका। साल की पहली तिमाही कर्म क्षेत्र का स्वामी चाहे द्वादश में बैठा हो लेकिन मंगल की मजबूत स्थिति आपको जोश और ऊर्जा देगी। मंगल आपके लिए एक आगे बढ़ने वाली शक्ति के रूप में कार्य करेगा, जिससे आप अपने कार्यों में अधिक सक्रियता और समर्पण से जुड़ पाएंगे। इस समय आपके लिए नौकरी में आगे बढ़ने या व्यवसाय में नये अवसरों को पकड़ने का उपयुक्त समय है। शनि की स्थिति कुछ काम के लिहाज से लंबी दूरी की यात्राओं को भी देने वाला होगा। पंचमेश की स्थिति नए काम में जोश देगा। मानसिक रूप से काम में नई नई युक्तियों को अपनाना चाहेंगे। फिजिकली एक्टिव होकर काम करेंगे, लीडरशिप का गुड़ अच्छे से काम करेगा। शनि का प्रभाव काम के लिए स्थान बदलने का योग भी दे सकता है। कम्युनिकेशन के क्षेत्र में अच्छे से प्रदर्शन कर पाएंगे। विदेश में काम करने के अवसर भी बन सकते हैं। ग्रहों का प्रभाव इस बात का संकेत देता है कि आपको विदेश में काम के अवसर मिल सकते हैं या फिर आप विदेश से जुड़े किसी कार्य में सफलता पा सकते हैं। विदेश में काम करने का सपना देख रहे हैं, तो यह समय आपके लिए लाभकारी साबित हो सकता है। इस समय में आप खुद को नई योजनाओं में शामिल कर सकते हैं और बिजनेस में हैं तो चेंज के मूड में होंगे। साल की तीसरी तिमाही के दौरान शनि का प्रभाव आपके करियर पर गहरा असर डालने वाला होगा। आपको अधिक मेहनत और अनुशासन की आवश्यकता महसूस कराएंगे। यह समय आपके करियर में उतार-चढ़ाव का हो सकता है। इस स्थिति का असर जिम्मेदारियों और काम को लेकर गंभीर बना सकता है, जिससे आपकी कार्य क्षमता में वृद्धि हो सकती है। गुरु के प्रभाव से आपको विदेश से जुड़े काम या दूर स्थानों पर काम करने का मौका मिल सकता है। यह समय आपके व्यवसाय में विस्तार का भी है, आपके लिए नए कनेक्शन और अवसरों का निर्माण कर सकता है। आपने सोशल नेटवर्किंग और मार्केटिंग के माध्यम से अपने कारोबार को बढ़ाने की योजना बना सकते हैं।
आर्थिक स्थिति
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि साल 2026 बहुत अच्छा रहेगा। आपको अच्छे लाभ देखने को मिलेंगे। साल के आरंभिक समय में ही परिवार की ओर से भी धन प्राप्ति के योग बन सकते हैं और राहु की स्थिति कहीं ना कहीं से धन प्रदान करेगी। शनि की स्थिति खर्चों में बढ़ोतरी करेगी। बिजनेस में वृद्धि होगी। आय में बढ़ोतरी होगी और नई योजनाओं के निवेश के अवसर मिलेंगे। शनि और गुरु का गोचर साल के मध्य में यात्राएं कराएगा, उससे कुछ खर्च भी होगा। धन के मामले में इस वर्ष आपको मिलेगा अच्छा लाभ, साल के आरंभिक समय में लाभेश की स्थिति आपको काम के साथ साथ अपने परिवार की ओर से भी अच्छे लाभ को दिलाने में सहयोग कर सकती है। इस साल के दौरान राहु की स्थिति लाभ भाव में होने से धन की प्राप्ति किसी न किसी तरह से तो होती रहेगी। आर्थिक स्तर पर इस दौरान सामाजिक गतिविधियों से लाभ मिल सकता है, कोई संपत्ति से लाभ के योग बनते हैं। इसके अलावा छोटी मोटी इन्वेस्टमेंट होने से भी आर्थिक दृष्टिकोण से समय अनुकूल कहा जा सकता है। आध्यात्मिक रूप से आप मजबूत होंगे और आध्यात्मिक गतिविधियों पर भी खर्च करेंगे। इसी समय अवधि में कुछ समस्याएं आएंगी, जो धन की स्थिति को अल्पविराम लगा सकती हैं, इसके बाद जुलाई अगस्त में अच्छा इंक्रीमेंट मिल सकता है। शेयर मार्केट में सफलता मिल सकती है। नया वाहन, दुकान या मकान खरीदने की स्थिति बन सकती है। साल के अंतिम महीना में खर्च बढ़ेंगे और धन की कमी हो सकती है, जिससे कुछ आर्थिक कष्ट बने रहेगे। इस समय अवधि पर बचत करने की प्रवृत्ति को अपनाएं, जिससे कि व्यावसायिक रूप से आप स्थिर रह सके और आर्थिक रूप से उन्नत होने की दिशा में आगे बढ़ें। इस वर्ष आपको अपने व्यापार में निवेश के अच्छे अवसर मिलेंगे। गुरु साल के अंतिम महीने यानी कि नवंबर-दिसंबर में सपोर्ट करेंगे। सरल शब्दों में कहें तो, 7 महीने गुरु का साथ और लगभग 11 महीने राहु का साथ मिलने के कारण आप अच्छी कमाई कर सकेंगे। लेकिन, बचत के दृष्टिकोण से साल थोड़ा कमजोर रह सकता है। अतः आय की तुलना में बचत कम होगी। कुल मिलाकर आर्थिक मामले में साल 2026 आपको औसत से बेहतर परिणाम दे सकता है।
परिवार
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि इस वर्ष मेष राशि के लोगों के लिए पारिवारिक जीवन में कुछ चिंताएं हो सकती हैं। वर्ष की शुरुआत में घर-परिवार में सुख-समृद्धि आएगी और पारिवारिक जनों का सहयोग बना रहेगा। किसी मांगलिक कार्य या उत्सव से घर में हर्ष और उल्लास का वातावरण रहेगा। मध्यकाल में घर की सजावट और लग्जरी सामान पर खर्च होने की संभावना है। परिवारजनों के साथ संबंधों में मजबूती आएगी, हालांकि कुछ मतभेद भी उत्पन्न हो सकते हैं। संवाद और समझदारी से स्थितियां सुधर जाएंगी। वर्ष के अंतिम महीनों में आपके ऊपर अधिक जिम्मेदारियां आ सकती हैं, जिनसे आपको धैर्य और संयम से निपटना होगा। गृहस्थ जीवन से जुड़े मामलों के लिए साल 2026 मिला-जुला या औसत रह सकता है। साल की शुरुआत से लेकर 2 जून तक बृहस्पति देव आपके तीसरे भाव में रहेंगे। अतः घर-गृहस्थी को प्रभावित नहीं करेंगे, बल्कि सप्तम भाव पर इनकी दृष्टि होने से यह आपकी मदद करना चाहेंगे। वहीं, 2 जून से 31 अक्टूबर के बीच बृहस्पति उच्च अवस्था में आपके चौथे भाव में रहेंगे। वैसे तो, चौथे भाव में बृहस्पति के गोचर को बहुत अच्छा नहीं माना जाता है, लेकिन उच्च अवस्था में होने के कारण कई मामलों में बृहस्पति आपको अनुकूल परिणाम भी दे सकते हैं। 31 अक्टूबर के बाद बृहस्पति ग्रह पंचम भाव में चले जाएंगे और वहां से आपको अच्छे परिणाम प्रदान करेंगे। लेकिन, पारिवारिक जीवन में कुछ समस्याएं बनी रह सकती हैं, परंतु गृहस्थ जीवन में आपको औसत या औसत से बेहतर परिणाम मिल सकते हैं। साल की प्रथम तिमाही वैवाहिक जीवन के लिए अच्छी रहेगी। आप जबकि साल का दूसरा और तीसरा तिमाही वैवाहिक जीवन में उथल-पुथल की स्थिति लेकर आएगा। वैवाहिक जीवन में समस्याओं का सामना करने की स्थिति बनेगी, जिसका सामना धैर्य से ही किया जा सकता है। परिवार का सहयोग मिलता रहेगा। साल के अंतिम महीनो में मैरिज लाइफ बढ़िया हो जाएगी। आप रिश्ते में अच्छा संतुलन महसूस करेंगे। एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर की और आपका झुकाव भी हो सकता है। आप अपने रिश्ते में सुधार लाने की कोशिश करें। साल के अंतिम दिनों में विवाह की बात पक्की हो सकती है।
प्रेम - रोमांस
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि यह साल खुशियां लेकर आएगा। अगर आपके रिश्ते में परेशानी चल रही थी, तो वर्ष की शुरुआत से उसमें सकारात्मक स्थिति देखने को मिल सकती है। आपके रिश्तों में इस वर्ष कई बदलाव देखने को मिलेंगे। आपके अंदर रोमांटिक जोश रहेगा और कभी अपने आप कुछ परिस्थितियों में फसता हुआ महसूस करेंगे। ग्रहों के प्रभाव से आपका प्रेम प्रभावित होता रहेगा। वर्ष की शुरुआत से अप्रैल तक का समय प्रेम जीवन में भरपूर जोश रहेगा। आप बहुत ज्यादा रोमांस से भरे रहेंगे। आप बेहद ऊर्जावान रहेंगे और आपके अंदर आकर्षण बढ़ेगा। अपने प्रियजन के साथ अधिक समय बिताएंगे, जिससे आपका रिश्ता मजबूत होता जाएगा। आप किसी को पसंद करते हैं, तो इस समय अवधि में उनसे अपनी भावनाओं को व्यक्त करें। साल के बीच में शनि का प्रभाव लव लाइफ में गंभीर स्थितियां उत्पन्न करेगा। किसी विदेशी व्यक्ति के संपर्क में आने की स्थिति बनेगी। आप अपने संबंधों में शीध्रता और गंभीरता की तलाश करेंगे और अपने प्रयोजन के साथ साल के अंतिम महीना में खुशी से जीवन व्यतीत करेंगे। शादीशुदा लोगों के लिए साल के पहले छ महीने प्यार, आपसी समझ और गहरे जुड़ाव से भरपूर रहेंगे। लाइफपार्टनर के साथ अच्छे संबंध बनेंगे और एक-दूसरे के प्रति समर्पण महसूस होगा। हालांकि, साल के दूसरे भाग में कुछ चुनौतियाँ आ सकती हैं, लेकिन अगर आप खुलकर बातचीत करेंगे और एक-दूसरे को समझने की कोशिश करेंगे, तो आप इन मुश्किलों को आसानी से पार कर पाएंगे और आपका रिश्ता और मजबूत होगा। साल के अंत में लव और मैरिज लाइफ बेहतर हो सकती है। आप अपने रिश्ते में स्थिरता और संतुलन महसूस करेंगे। विवाह भाव के स्वामी का प्रभाव रिश्ते को लेकर अतिरिक्त प्रेम संबंध भी दे सकता है लेकिन इस समय वह सब हल हो जाएगा और आपके लिए रिश्तों में सुधार होने की संभावना है।अगर आप शादी के विचार में हैं, तो अक्टूबर के बाद यह समय आपके लिए उपयुक्त हो सकता है।
शिक्षा
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि शोध के विद्यार्थी के लिए भी समय अच्छा रहेगा। लेकिन, आपको अपने पूरे मन से पढ़ाई करने की भी आवश्यकता होगी। नवंबर-दिसंबर में गुरु का गोचर पुन: आपके तीसरे भाव में होगा। ऐसे में, यह अवधि नाज़ुक रह सकती है। सामान्य शब्दों में कहें तो, इस पूरे वर्ष ही आपको मन लगाकर पढ़ाई करनी होगी क्योंकि लापरवाही बरतने की स्थिति में राहु, केतु और शनि देव शिक्षा से जुड़े मामलों में समस्याएं पैदा कर सकते हैं। साल 2026 थोड़ा कमजोर रह सकता है क्योंकि इस दौरान आप एकाग्रचित होकर पढ़ाई करने में समस्या का अनुभव कर सकते हैं। यदि आप कोशिश करके विषयों पर ध्यान केंद्रित करते हुए पूरी लगन के साथ पढ़ाई करेंगे, तो आप शिक्षा में नकारात्मक परिणामों से बच सकेंगे। इस वर्ष उच्च शिक्षा का कारक ग्रह बृहस्पति साल की शुरुआत से लेकर जून के शुरुआती सप्ताह तक तीसरे भाव में रहकर भाग्य भाव को देखेगा इसके फलस्वरूप, गुरुजनों व वरिष्ठों का मार्गदर्शन शिक्षा के मामले में कल्याणकारी सिद्ध होगा। जून से लेकर अक्टूबर तक बृहस्पति का गोचर चतुर्थ भाव में रहेगा जो अष्टम तथा द्वादश भाव को प्रभावित करेगा। ऐसे में, घर से दूर रहकर पढ़ाई करने वाले या फिर विदेश में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को बेहतर परिणाम मिल सकेंगे। नवंबर-दिसंबर में गुरु का गोचर पुन: आपके तीसरे भाव में होगा। ऐसे में, यह अवधि नाज़ुक रह सकती है। सामान्य शब्दों में कहें तो, इस पूरे वर्ष ही आपको मन लगाकर पढ़ाई करनी होगी क्योंकि लापरवाही बरतने की स्थिति में राहु, केतु और शनि देव शिक्षा से जुड़े मामलों में समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
स्वास्थ्य
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि आपकी हेल्थ के लिए साल की शुरुआत अच्छी है और आपको सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। आपकी राशि के स्वामी मंगल का प्रभाव आपको भरपूर एनर्जी देगा। आप कुछ नई शारीरिक एक्टिविटी में शामिल हो सकते हैं, जिससे आप मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेंगे और पहले से स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे लोगों को लाभ होगा। मार्च के अंत से स्किन प्रॉब्लम और ब्लड प्रेशर, गैस्ट्रिक समस्याएं, शारीरिक सूजन और थकान जैसी समस्याएं सामने आ सकती है, इसलिए सेहत का ध्यान रखें। जून से स्वास्थ्य में सुधार होगा। विशेषकर उन लोगों को जिन्हें नींद की शिकायत रहती है या फिर जो पैर संबंधित समस्याओं से परेशान रहते हैं, उन्हें इस वर्ष अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने और योग-व्यायाम करने की सलाह दी जाती है। तीसरे भाव में बैठे बृहस्पति देव की उपस्थिति भी इस तरफ संकेत कर रही है कि हृदय रोगियों या फिर जिन्हें पहले से कोई स्वास्थ्य समस्या रही है, उन्हें अपनी सेहत को लेकर जागरूक रहना होगा। साथ ही, आपको अपनी स्वास्थ्य समस्याओं का सही तरीके से इलाज करवाना होगा। आपके जीवनसाथी की सेहत पर भी प्रभाव पड़ सकता है। आपके पार्टनर की सेहत में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। विशेष रूप से गुरु और शनि का वक्री प्रभाव सेहत पर असर डाल सकता है। यह समय विशेष रूप से स्वास्थ्य के लिए सतर्क रहने का है। किसी प्रकार की दुर्घटना, चोट या बीमारी का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान अपनी सेहत का ध्यान रखने के लिए किसी भी अनावश्यक जोखिम से बचना और सावधानी बरतना जरूरी है। नियमित स्वास्थ्य जांच और डॉक्टर से संपर्क करना आवश्यक हो सकता है।
ज्योतिष उपाय
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि हनुमान जी की आराधना करें। हनुमान चालीसा का पाठ करें। सुंदरकांड का पाठ करें। प्रत्येक मंगलवार को हनुमान जी का व्रत रखें। हर मंगलवार मसूर दाल, लाल रंग के वस्त्र, धन, गुड़, मूंगफली, काले तिल, चमडे़ के जूते-चप्पल आदि चीजों का दान करें। श्रीराम के नामों का मंत्र जप करें।
वृषभ राशि
पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि वृषभ राशि के जातकों के जीवन में नई संभावनाओं का दौर शुरू होने जा रहा है। वर्ष 2026 वृषभ राशि के लोगों के लिए सफलता के नए द्वार खोलेगा और कुछ नए आयाम आपके सामने लेकर आएगा, जिससे आपकी आर्थिक समृद्धि हो और आपको सुख प्राप्त हो सके। आप वर्ष के मध्य में स्वयं को स्थापित करने में सफल हो सकते हैं। परिवार में थोड़ी अशांति परेशानी का कारण बन सकती है। आपकी सामाजिक रूप से बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। जून के बाद से आपको सामाजिक सरोकारों से जुड़े कामों में ज्यादा सक्रिय रूप से काम करने का मौका मिलेगा। आपके अंदर नेतृत्व की क्षमता बढ़ेगी। पारिवारिक उलझनों को सुलझाने में भी आपका योगदान बना रहेगा।वृषभ राशि के जातक वर्ष की शुरुआत में द्वितीय भाव में बृहस्पति के प्रभाव से परिवार में नए लोगों का आगमन और खुशियों का रंग देख सकते हैं। राशि स्वामी की भाग्य भाव में जब स्थिति होगी तब मिलेगा आपको परिवार में अपने प्रभुत्व से लाभ। घर में किसी नए सदस्य के आगमन के संकेत होंगे और नया सदस्य परिवार में आनंद और उल्लास का कारण बनेगा। इस समय आपके परिवार के सदस्य एक दूसरे के प्रति अधिक सहायक और सहयोगी रहेंगे। आपसी समझ बढ़ेगी साथ ही पैतृक संपत्ति से जुड़े मामले भी हल हो सकते हैं। मार्च के समय राशि स्वामी शुक्र की मजबूत स्थिति से आप अपने काम के साथ साथ अपने घर के माहौल को प्रेम और शांति से बना पाएंगे।आपकी सामाजिक स्थिति में वृद्धि होने के संकेत हैं। इस समय आप समाज में अपनी छवि को और बेहतर बनाने में सफल होंगे। सामाजिक कार्यों में भागीदारी आपके लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव का कारण बनेगी। आप समाज सेवा, सामाजिक गतिविधियों और समाज सुधार के लिए किसी संस्था का संचालन कर सकते हैं। इस समय आपके अंदर नेतृत्व की भावना जागृत होगी और आप समाज में एक प्रतिष्ठित व्यक्ति के रूप में जाने जाएंगे। लोग आपकी सामाजिक गतिविधियों को सराहेंगे और आपके योगदान की कद्र करेंगे। आपके सामाजिक क्षेत्र में आपकी भूमिका और जिम्मेदारी बढ़ेगी, जिससे आपके आत्मविश्वास में भी इजाफा होगा।
कैरियर
ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि वर्ष 2026 काफ़ी हद तक अनुकूल रहेगा। लाभ भाव के स्वामी साल की शुरुआत से लेकर 2 जून तक आपके दूसरे भाव में रहेंगे और आपके छठे भाव को देखेंगे। ऐसे में, नौकरी में अनुकूलता बनी रहेगी और किसी भी तरह की कोई बड़ी परेशानी नहीं आएगी। जून से लेकर 31 अक्टूबर तक बृहस्पति ग्रह का नौकरी के भाव से कोई सीधा संबंध नहीं होगा। लेकिन फिर भी वह नौकरी के क्षेत्र में कोई परेशानी नहीं आने देंगे। हालांकि, 31 अक्टूबर के बाद बृहस्पति देव की स्थिति थोड़ी कमजोर रहेगी, परंतु फिर भी आप उनसे अच्छे परिणाम की उम्मीद रख सकते हैं। मई, जून, जुलाई और अगस्त के महीने आपके लिए विशेष रूप से लाभकारी साबित होंगे। इस समय शनि की सकारात्मक शक्ति आपको अपने लक्ष्यों को निर्धारित करने और असाधारण प्रदर्शन करने में मदद करेगी। हालांकि करियर में मिली छोटी-छोटी उपलब्धियां आपके ध्यान को भटका सकती हैं और आप भावनात्मक निर्णय लेने की ओर बढ़ सकते हैं। दसवें घर में राहु का होना आपके करियर को अवसर और चुनौतियां दोनों देगा। वर्ष के अंतिम चरण, सितंबर से दिसंबर तक का समय आपके लिए अत्यंत शुभ है और इस दौरान आप नए-नए अवसरों को साधने में सफल होंगे तथा अपने परिश्रम से उल्लेखनीय सफलता प्राप्त करेंगे।आपकी काम करने की ऊर्जा बदलावों को समझने का ढंग और विपरीत परिस्थितियों में काम करने का तरीका आपको एक कुशल व्यक्तित्व का धनी मनाएगा, जिससे वर्कप्लेस पर आपकी स्थिति मजबूत होगी। राहु केतु के प्रभाव से आप अपने काम को कई तरीकों से करने में सक्षम होंगे और इससे आपको उत्तम सफलता मिलेगी। साल की शुरुआत में काम के सिलसिले में आपकी यात्राएं होंगी, जो आपको जोश से भर देगी। इस समय अवधि में सरकारी नौकरी प्राप्ति के शुभ सूचना भी आपको मिल सकती है।
आर्थिक स्थिति
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि यह वर्ष आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूती प्रदान करने और धन, संपत्ति से संबंधित विभिन्न अवसरों को प्राप्त करने के लिहाज से सकारात्मक है। इस दौरान आपको अपनी आर्थिक स्थिति में उल्लेखनीय सुधार होता हुआ दिखाई देगा, जिससे आपकी जीवनशैली में भी बदलाव का समय दिखाई देगा। वर्ष का पहला भाग वृषभ राशि के लिए आर्थिक दृष्टि से बेहतर रह सकता है फिर चाहे लाभ के स्वामी हों या धनेश की स्थिति दोनों ही मिलकर अत्यधिक शुभ परिणाम दे सकते हैं। इस समय आपके आय के स्रोतों में वृद्धि होगी और आप अपनी आय में अच्छे खासे इजाफे का अनुभव करेंगे। फरवरी मध्य के बाद का समय वेतन में वृद्धि के योग भी दे सकता है। इस समय आपको अपने फाइनेंशियल निवेश की नई नीतियों पर काम करने का मौका मिल सकता है। फैसलों को समझदारी से लेने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में लाभ मिल सके। आपके द्वारा किए गए कुछ निवेश सही दिशा में होंगे और आप आर्थिक रूप से समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ेंगे। धन भाव में बृहस्पति का प्रभाव आपके लिए और भी लाभकारी साबित होगा। द्वितीय भाव धन और परिवार के भाव से संबंधित है और बृहस्पति का यह प्रभाव आपको रत्नों और आभूषणों से संबंधित सुख-सुविधाएं प्राप्त करने में मदद करेगा। इस दौरान आपके पास धन की कोई कमी नहीं होगी और आप अपने परिवार के लिए जरूरी सुख-सुविधाएं प्राप्त करने में सफल होंगे। सोने, चांदी या किसी भी तरह के रत्न, आभूषण खरीदने का विचार कर रहे हैं, तो यह समय उसके लिए उपयुक्त रहेगा। बृहस्पति का यह प्रभाव आपको अपने जीवन को भव्य और समृद्ध बनाने के लिए उत्तम अवसर प्रदान करेगा। आप इस वर्ष धन संपत्ति भी प्राप्त कर सकते हैं और शेयर बाजार में निवेश करके लाभ कमा सकते हैं। आपकी आय के स्रोतों में बढ़ोतरी होगी और अपनी आय में अच्छा इजाफा देखने को मिल सकता है। फरवरी के बाद से इनकम बढ़ेगी और जॉब करते हैं, तो सैलरी में इंक्रीमेंट मिलेगा। आप कुछ नई फाइनेंशियल स्कीम में इन्वेस्ट कर सकते हैं। बृहस्पति का प्रभाव ज्वेलरी से संबंधित लाभ दे सकता है।
परिवार
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि वृषभ राशि के जातकों के पारिवारिक जीवन के लिए वर्ष 2026 अच्छा रहेगा। विशेष रूप से साल की शुरुआत से लेकर 2 जून तक दूसरे भाव में बृहस्पति का गोचर इस बात की तरफ संकेत कर रहा है कि परिवार के सदस्यों में आपसी सामंजस्य अच्छा बना रहेगा और घर-परिवार में कोई मांगलिक कार्य भी हो सकता है। साथ ही, परिवार और रिश्तेदार इकट्ठा होकर कुछ विषयों पर चर्चा कर सकते हैं। एक-दूसरे से बातचीत और एक-दूसरे की भलाई करने के बारे में सोच-विचार कर सकते हैं। 2 जून से 31 अक्टूबर तक बृहस्पति देव न आपको अनुकूल और न ही प्रतिकूल परिणाम देंगे। ऐसे में, परिजन अपने-अपने काम में व्यस्त दिखाई दे सकते हैं। इस प्रकार, परिवार के सदस्य भले ही एक-दूसरे की चिंता न करें, लेकिन एक-दूसरे को परेशान भी नहीं करेंगे। लेकिन, 31 अक्टूबर के बाद बृहस्पति देव की स्थिति की वजह से आपको परिवार का माहौल सामान्य रखने के लिए काफ़ी मेहनत करनी पड़ सकती है क्योंकि इस दौरान किसी बात को लेकर घर में तनाव रह सकता है जिसका असर रिश्तो पर नज़र आ सकता है। इन सबके बावजूद ज्यादातर समय अनुकूल रहेगा। वृषभ राशि के जातकों के लिए वैवाहिक जीवन में साल के पहले भाग में कुछ उतार-चढ़ाव हो सकते हैं। हालांकि, आपके रिश्ते में मजबूत बंधन और सामंजस्य बना रहेगा। यह समय आपके दांपत्य जीवन में खुशियाँ लाने वाला है, लेकिन कुछ समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, खासकर पारिवारिक मामलों को लेकर। आपको अपने साथी के परिवार और उसके कार्यों को समझने की आवश्यकता होगी, ताकि आप दोनों के बीच किसी भी प्रकार का टकराव न हो। वृषभ जातकों को अपने साथी के स्वास्थ्य, करियर और परिवार की स्थिति का ध्यान भी रखना होगा, ताकि पार्टनर भी आपके प्रति संवेदनशील बन पाएगा।
प्रेम - रोमांस
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि इस साल लव के मामले में हो सकते हैं कुछ बड़े फेरबदल। वृषभ राशि का स्वामी शुक्र ग्रह है, जो प्रेम, सौंदर्य और सुख-समृद्धि का प्रतीक है। इस कारण वृषभ राशि के जातकों को प्रेम और रिश्तों के मामले में विशेष अनुभव इस साल दिखाई देगा जो इनके लव भाव के स्वामी बुध के प्रभाव में भी होगा। साल के पहले भाग में वृषभ राशि वालों के लिए लव और वैवाहिक जीवन में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं। इस समय आप अपनी प्रेम जीवन में कुछ अच्छे पल महसूस करेंगे और रिश्तों में एक नई गर्मी का अनुभव करेंगे। साथ ही, दांपत्य जीवन में भी सुधार होगा, लेकिन कुछ सावधानियों की जरूरत भी है। इस समय आपको अपने प्रेम पर विश्वास को बनाए रखने की जरूरत होगी। साल के आरंभिक समय में आपने लव से जुड़े ग्रहों का असर नवम भाव में होगा और साथ ही इस समय लग्नेश का भी इससे संबंध जब बनेगा तो प्रेम की सफलता भी देखने को मिलेगी। पुरानी बातें भूलकर अब आप अपने सच्चे रिश्तों को जानेंगे। वृषभ राशि वालों के लिए साल का पहला भाग लव लाइफ के दृष्टिकोण से बहुत शुभ रहेगा। आपके रिश्तों में एक नई ऊर्जा का संचार होगा। अगर आप किसी के साथ प्रेम संबंध में हैं, तो आपकी आपसी समझ बढ़ेगी और आप दोनों एक-दूसरे के प्रति अधिक समर्पित महसूस करेंगे। आपकी भावनाओं में गहराई आएगी और आप अपने साथी के साथ अच्छा समय बिता पाएंगे। अगर आप अकेले हैं, तो इस समय आपको कोई खास व्यक्ति मिल सकता है, जो आपके दिल के करीब हो। बृहस्पति का गोचर प्रेम जीवन के लिए न तो अनुकूल और न ही नकारात्मक रहेगा। लेकिन, शनि देव इस वर्ष प्रेम जीवन में आपको औसत परिणाम दे सकते हैं, विशेषकर सच्चे मन और ईमानदारी से प्रेम करने वालों को। वहीं, छलकपट या प्रेम का दिखावा करने वालों को रिश्ते में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि लाभ भाव में शनि की उपस्थिति को अच्छा माना जाता है। लेकिन, इनकी दृष्टि को अशुभ माना गया है। शनि सामान्य तौर पर न्यायप्रिय ग्रह हैं। ऐसे में, जो जिसका हकदार है उसका वह हक उसे मिलना चाहिए। सामान्य शब्दों में कहें तो, सच्चा प्रेम करने वाले लोग निराश नहीं होंगे। शुक्र का गोचर भी आपके पक्ष में रहेगा। कुल मिलाकर प्रेम जीवन के लिए यह वर्ष 2026 मिलाजुला रह सकता है।
शिक्षा
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि वृषभ राशि के जातकों के लिए वर्ष 2026 काफ़ी हद तक अनुकूल रहेगा। उच्च शिक्षा के कारक बृहस्पति देव साल की शुरुआत से लेकर 2 जून तक आपके दूसरे भाव में रहेंगे। ऐसे में, आपके आसपास का माहौल अच्छा रहेगा और इसके परिणामस्वरूप, आप थोड़ी सी कोशिश करके भी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे। साथ ही, आप बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। 2 जून से 31 अक्टूबर तक उच्च शिक्षा के कारक बृहस्पति देव जो आपके लाभ भाव और आठवें भाव के भी स्वामी है, वह तीसरे भाव में उच्च अवस्था में रहेंगे। इसे भी एक अनुकूल स्थिति कहा जा सकता है। इनकी भाग्य भाव पर दृष्टि शिक्षा के क्षेत्र में मददगार बनेगी। शोध से जुड़े छात्रों को बृहस्पति की कृपा से काफ़ी अच्छे परिणाम मिलने की संभावना है। खासकर 31 अक्टूबर तक का समय सभी विद्यार्थियों के लिए अच्छा रहेगा। कानून और पर्यटन की पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए भी समय सकारात्मक रहेगा, विशेषकर 2 जून से 31 अक्टूबर की अवधि ट्रैवल से जुड़े छात्रों के लिए अनुकूलता लेकर आ सकती है। बुध का गोचर आपके लिए औसत से बेहतर रह सकता है। बृहस्पति की स्थिति भी काफ़ी हद तक अनुकूल रहेगी। लेकिन, शनि, राहु और केतु के गोचर को ध्यान में रखते हुए आप तार्किक होकर अपने विषयों पर ध्यान केंद्रित करने का प्रयास करेंगे, तो आपको सफलता की प्राप्ति हो सकती है। कुल मिलाकर, शिक्षा के लिए वर्ष 2026 वृषभ राशि वालों के लिए अच्छा रहेगा। ऐसे में कोशिश करके आप भाग्य और कर्म का सहारा लेकर बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। आपकी राशि के स्वामी आपके छठे भाव के भी स्वामी है। इन दोनों स्थानों के स्वामी शुक्र देव हैं और ऐसे में, इनका गोचर आपके लिए ज्यादातर अच्छा रहेगा। अतः शुक्र आपको परेशान नहीं करेंगे और बृहस्पति देव भी औसत या औसत से बेहतर परिणाम दे सकते हैं।
स्वास्थ्य
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि साल 2026 वृषभ राशि के जातकों के लिए सेहत के मामले में कुछ अच्छे परिणाम देगा, तो कुछ ऐसे ध्यान देने वाले समय अवधि को भी आपके सामने लेकर आएगा। आपको शारीरिक के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना होगा। वर्ष की शुरुआत में इसमें समस्या होगी। मानसिक स्वास्थ्य में सुधार धीरे-धीरे देखने को मिलेगा, लेकिन शारीरिक स्वास्थ्य मे बदलाव लाने के लिए आपको अपने जीवन शैली को बदलना होगा। आप कुछ नई चीजों से जुड़ाव महसूस करेंगे, जो आपके हेल्थ को नए आयाम तक पहुंचाएगी और आपकी मानसिक शांति को बढ़ाएगी तथा शारीरिक स्वास्थ्य में भी बढ़ोतरी करेगी। जनवरी के अंत से आगे के समय में सेहत में कुछ सुधार दिखाई देगा। स्वस्थ जीवनशैली के लिए संतुलित आहार और नियमित व्यायाम अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, और इस वर्ष आप इन दोनों पहलुओं पर विशेष ध्यान देंगे। आपको शारीरिक रूप से सक्रिय रहने की प्रेरणा मिलेगी और आप अपनी दिनचर्या में नियमित रूप से व्यायाम को शामिल करेंगे। योग, ध्यान, या हल्की-फुल्की कसरत आपके स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायक साबित होगी। इस दौरान आप का मन उन चीजों को खाने में भी अधिक होगा जो मिठास वाली हो सकती हैं, इसलिए इस समय शुगर प्रभावित लोगों को थोड़ा ध्यान देने की जरूरत होगी। अच्छे बैलेंस फूड का उपयोग करने से न केवल आपका शरीर स्वस्थ रहेगा, बल्कि मानसिक शांति भी बनी रहेगी। इस दौरान आप अपनी जीवनशैली में अधिक फल, सब्जियां, और पौष्टिक खाने की चीजों को शामिल करेंगे जो आपके स्वास्थ्य को और बेहतर बनाएगा। सही आहार और नियमित व्यायाम से आपको मानसिक संतुलन भी मिलेगा और आपके शरीर की कार्यक्षमता में भी वृद्धि होगी। बृहस्पति का शुभ प्रभाव आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी साबित होगा। यह ग्रह आपको शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से सशक्त बनाएगा। बृहस्पति के सकारात्मक प्रभाव से आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी और आप स्वस्थ रहेंगे।
ज्योतिष उपाय
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि 9 वर्ष से छोटी कन्याओं को भोजन कराए और उनके चरण छूकर प्रतिदिन उनका आशीर्वाद लें। शुक्रवार के दिन सफेद मिठाई का दान करें। शनिवार के दिन चीटियों को आटा डालें और गौ-माता की सेवा करें। कनकधारा स्त्रोत का पाठ करें। पीपल के पेड़ के नीचे तेल का दीपक जलाएं।
मिथुन राशि
पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि साल 2026 मिथुन राशि के जातकों के लिए कई सकारात्मक अवसर लेकर आएगा। इस वर्ष राहु और केतु की स्थितियों के कारण आपके प्रयासों में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। साल के अंतिम दिनों में राहु अष्टम भाव में प्रवेश करेगा, जिससे कुछ परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं, लेकिन उससे पहले लंबी यात्राओं और विदेश यात्रा के अवसर बनेंगे। बृहस्पति के प्रभाव से आपकी सेहत अच्छी रहेगी और धन लाभ के अवसर भी प्राप्त होंगे। संतान प्राप्ति की इच्छाएं पूरी हो सकती हैं और विद्यार्थी वर्ग के लिए प्रतियोगिताओं में सफलता मिलने की संभावना है। इसके अलावा, धार्मिक यात्रा करने का भी यह साल अनुकूल रहेगा। आपको ज्यादातर परिणाम सकारात्मक मिल सकते हैं। कार्य-व्यापार या नौकरी से जुड़े क्षेत्रों में कुछ कठिनाइयां बनी रह सकती हैं। लेकिन, इन कठिनाइयों को पार करने के बाद आपको कार्यों में सफलता मिलने की प्रबल संभावना है। आर्थिक जीवन आपके लिए सामान्य रूप से अच्छा रहेगा और ऐसे में, आपकी आय में वृद्धि होगी। वहीं, जो जातक भूमि-भवन या वाहन लेने का सोच रहे हैं, उनके लिए इस वर्ष को ज्यादा ख़ास नहीं कहा जा सकता है क्योंकि आपको औसत परिणाम मिलने की आशंका है। हालांकि, विद्यार्थियों के लिए यह साल काफ़ी हद तक अनुकूल रहेगा। राहु केतु का प्रभाव भाग्य और पराक्रम पर गहरा असर डालेगा। कुंभ राशि में राहु और सिंह राशि में विराजमान केतु आपके जीवन को नई दिशा की ओर ले जाने वाले हैं। मंगल महाराज की स्थिति इस साल सामान्य रहने वाली है और लाभेश आपको अचानक से खर्च देने वाले होंगे और साथ ही पैतृक संपत्ति से कुछ लाभ भी मिल सकता है। वहीं शुक्र, सूर्य और राशि स्वामी बुध की स्थिति आपको समय अनुसार ग्रहों से प्रभावित होते हुए असर डालेगी जो करियर, परिवार, स्वास्थ्य, आर्थिक स्थिति इत्यादि पर असर डालने वाली है। गुरु यानि के बृहस्पति वर्ष के पहले भाग में मिथुन राशि के प्रथम भाव में रहेगा, जो आपके आत्मविश्वास को बढ़ाएगा। यह समय आपके लिए नये कार्यों की शुरुआत करने, व्यक्तिगत विकास और आत्मसमर्पण के लिए अच्छा रहेगा। जून से गुरु देव कर्क राशि में मिथुन के लिए तृतीय भाव में गोचर करेगा, जो आपके बोलचाल, अभिरुची, रिश्तों में असर डालने वाला होगा। इसके बाद भाग में गुरु देव सिंह राशि के तृतीय भाव में प्रवेश करेगा, जो आपकी सोशल एक्टिविटी और दोस्तों से संबंधों में आगे बढ़ने की संभावना देता है।
कैरियर
ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि वर्ष की शुरुआत में बृहस्पति और शनि दोनों का सप्तम भाव पर दृष्टि डालना आपकी सोशल सर्कल में स्थिति के लिए खास होगा इस समय राजनीति से जुड़े लोग अच्छा कर सकते हैं पब्लिक के बीच आपकी पहचान का समय होगा। लोग आपको जानेंगे और साझेदारी में आपके काम भी बनेंगे। कामकाज में आपके लिए स्थिति लाभकारी साबित हो सकती है। बृहस्पति और शनि का मिलाजुला असर आपके काम में न केवल सफलता को बढ़ाएगा, बल्कि आपकी इनकम में भी वृद्धि मिलेगी। आप अपनी योजनाओं को पूरी गंभीरता से लागू करेंगे और मेहनत का परिणाम आपको निश्चित रूप से मिलेगा। शनि की उपस्थिति से आपको जिम्मेदारियों में वृद्धि होगी, लेकिन आप इसे स्वीकार कर सफलता प्राप्त करेंगे। आपकी मेहनत और लगन को देखकर उच्च अधिकारियों और सहकर्मियों का भी सहयोग मिल सकता है। इस समय आपके लिए कार्यस्थल पर सम्मान और प्रतिष्ठा प्राप्त करने का अनुकूल समय रहेगा। अगर आप साझेदारी के व्यवसाय में हैं, तो आपको यह समय बहुत लाभकारी लगेगा। व्यापार में नई पार्टनरशीप बन सकती हैं और आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। शेयर बाजार या फाइनेंस के क्षेत्र में निवेश करते हैं, तो इस वर्ष आपको अच्छे लाभ की संभावना है। इस साल आपको अपने काम को लेकर आगे बढ़ने का बहुत सारे मौके प्राप्त होंगे और शनि आपसे बहुत ज्यादा मेहनत करेंगे। काम का दबाव आपके ऊपर रहेगा, लेकिन आप स्थान परिवर्तन के लिए लड़ाई लड़ेंगे आपको लगेगा कि आपकी सुनवाई नहीं हो रही है। परंतु ऐसा नहीं है। चुपचाप आपके काम को देखा और परखा जा रहा है, इसलिए अपना काम मेहनत और ईमानदारी के साथ करते रहे। अपनी गुणवत्ता को बेहतर बनाने की कोशिश करें। वर्ष की शुरुआत में बृहस्पति और शनि दोनों का प्रभाव आपको राजनीति के क्षेत्र में विशेष सफलता प्रदान कर सकता है। आप पब्लिक डीलिंग करते हैं या पार्टनरशिप में कोई बिजनेस करते हैं, तो आपको बहुत ज्यादा अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे।
आर्थिक स्थिति
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि वर्ष 2026 पिछले साल की तुलना में काफ़ी अच्छा रहेगा। साल की शुरुआत से लेकर 2 जून तक धन के कारक ग्रह बृहस्पति देव आपके प्रथम भाव में रहेंगे और इससे पहले गुरु ग्रह आपके द्वादश भाव में बैठे थे जो आपके खर्चों में वृद्धि करवा रहे थे। लेकिन, प्रथम भाव में गुरु महाराज की मौजूदगी आपके खर्चों को धीरे-धीरे कम करने का काम करेगी, विशेषकर बेकार के खर्चों को। यह एक सकारात्मक बिंदु कहा जाएगा। वहीं, 2 जून से लेकर 31 अक्टूबर तक धन के कारक बृहस्पति धन भाव में उच्च अवस्था में रहेंगे जो कि बहुत शुभ स्थिति मानी जाएगी। गुरु ग्रह की इस स्थिति की वजह से आप अच्छा धन कमाने के साथ-साथ अच्छी बचत भी कर सकेंगे। वहीं, 31 अक्टूबर के बाद यह आपको औसत परिणाम दे सकते हैं जबकि शुक्र का गोचर ज्यादातर समय अनुकूल स्थिति में रहेगा। ऐसे में, शुक्र देव आर्थिक मामलों में आपकी सहायता करेंगे। दूसरी तरफ, शनि देव आर्थिक जीवन में न आपका सहयोग करेंगे और न ही विरोध करेंगे। वहीं, केतु का गोचर अनुकूल और राहु का गोचर औसत रहेगा। लाभ भाव के स्वामी मंगल देव की स्थिति भी आपके लिए सामान्य ही रहेगी। आर्थिक जीवन के लिए काफ़ी हद तक अनुकूल रहेगा। हालांकि, थोड़ी कोशिश करके आप बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। बेकार के खर्चे रुक जाने की वजह से ही आपको साल की शुरुआत में ही राहत का अनुभव होगा। वहीं, साल का मध्य भाग विशेष रूप से आपके लिए अनुकूल रहेगा। आप कोशिश करके अच्छी आमदनी के साथ-साथ पर्याप्त बचत भी कर सकेंगे और आर्थिक स्थिति को मज़बूत कर सकेंगे। पुराने व्यावसायिक लोन को चुकाने में मदद मिलेगी और नई योजनाओं से भी फायदा होगा। शेयर मार्केट में अच्छा लाभ कमाने का योग भी बनेगा। परिवार का सहयोग और उनका मार्गदर्शन आपके लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद होगा। पारिवारिक व आर्थिक मामलों को ठीक करने में आपको सफलता मिलेगी, जिससे आपको लाभ भी मिलेगा। जून के बाद से परिवार में शुभ कार्य संपन्न होंगे, उस पर आपको कुछ खर्च करने पड़ेंगे।
परिवार
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि विवाहित लोगों के लिए साझेदारी और सामाजिक सहयोग का वर्ष होगा। आपसी तालमेल और सहयोग से घर परिवार और बच्चों से जुड़ी समस्याओं तथा योजनाओं का निराकरण सफल होगा। आर्थिक स्थिति थोड़ी ढुलमुल रह सकती है, लेकिन परिवार की सुख-शांति और समृद्धि बढ़ेगी। जनवरी से अप्रैल तक कुछ चुनौतियाँ आ सकती हैं, लेकिन जून से अगस्त तक समय लाभदायक, सुख और शांति वाला रहेगा। सितंबर से दिसंबर तक आप कई मामलों में लाभ प्राप्त करेंगे और मान-सम्मान में वृद्धि होगी। इस वर्ष विवाहित जीवन में अलग अचीवमेंट भी प्राप्त होंगे।साल की शुरुआत से लेकर 2 जून तक गुरु ग्रह आपको औसत परिणाम दे सकते हैं। वहीं, 2 जून से 31 अक्टूबर के बीच पारिवारिक जीवन अच्छा रहेगा और घर-परिवार में कोई मांगलिक कार्य हो सकता है। परिवार के लोग एक-दूसरे के प्रति अच्छे भाव रखेंगे और एक-दूसरे के लिए कुछ करने के लिए सोच सकते हैं। आपस में बातचीत का तरीका बहुत प्यार भरा रहेगा। बृहस्पति देव का प्रभाव 31 अक्टूबर के बाद समाप्त होने के कारण पारिवारिक जीवन सामान्य रहेगा। लेकिन, 5 दिसंबर के बाद घर-परिवार में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं क्योंकि 5 दिसंबर के बाद केतु का प्रभाव दूसरे भाव पर रहेगा। ऐसे में, परिजनों के बीच कुछ समस्या रह सकती है। हालांकि, इस वर्ष ज्यादातर समय आप अनुकूल परिणाम पाकर पारिवारिक जीवन का आनंद ले सकेंगे, लेकिन फिर भी वर्ष के अंतिम महीनों में पारिवारिक जीवन को लेकर आपको सावधानी बरतनी होगी।
प्रेम - रोमांस
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि प्रेम जीवन वर्ष 2026 में अनुकूल रहेगा। इस वर्ष प्रेम संबंधी मामलों में कोई बड़ी समस्या नज़र नहीं आ रही है, बल्कि बृहस्पति जैसे शुभ ग्रहों का शुभ प्रभाव लंबे समय तक आप पर बना रह सकता है जिसका लाभ आपको प्रेम जीवन में मिलेगा। आपके पंचम भाव के स्वामी शुक्र का गोचर साल के ज्यादातर समय आपके लिए अच्छा रहेगा। ऊपर से साल की शुरुआत से लेकर 2 जून तक बृहस्पति देव की पंचम दृष्टि भी आपके पंचम भाव पर रहेगी। ऐसे में, आपके प्रेम जीवन में मिठास बनी रहेगी। हालांकि, 02 जून से 31 अक्टूबर के बीच गुरु का प्रत्यक्ष प्रभाव पंचम भाव पर नहीं होगा। लेकिन, सप्तमेश होकर उच्च अवस्था में होने के कारण गुरु ग्रह के प्रभाव से उन लोगों का प्रेम जीवन मधुर बना रहेगा जो प्रेम विवाह करने की सोच रहे हैं। 31 अक्टूबर के बाद बृहस्पति देव अपनी पंचम दृष्टि से सप्तम भाव को देखेंगे और ऐसे में, उन लोगों के लिए समय उत्तम रहेगा जो प्रेम विवाह करना चाहते हैं। शुक्र और गुरु की अनुकूलता की वजह से प्रेम जीवन भी अनुकूल बना रहेगा। शनि देव की स्थिति या दृष्टि का प्रत्यक्ष प्रभाव पंचम भाव पर नहीं होगा, लेकिन सप्तम भाव पर होगा। ऐसे में, प्रेम विवाह के इच्छुक जातकों के मार्ग में कुछ छोटी-मोटी समस्याएं पैदा कर सकते हैं। राहु-केतु का प्रत्यक्ष प्रभाव भी पंचम भाव पर नहीं होगा, परन्तु पंचम से पंचम अर्थात नवम भाव पर राहु का प्रभाव 5 दिसंबर तक रहेगा। ऐसे में, छोटी मोटी समस्याएं भले ही रहें, लेकिन कोई बड़ी समस्या नहीं आएगी। कुल मिलाकर, पंचमेश शुक्र और सौभाग्य के कारक बृहस्पति की कृपा से सच्चा प्रेम करने वालों को कोई परेशानी नहीं आएगी। आप अपनी भावनाओं को खुलकर व्यक्त करेंगे, जिसका सकारात्मक परिणाम आपको मिलेगा और आपके प्रियजन आपके निकट आएंगे। जून के बाद से आपके विवाह के योग खुल जाएंगे। अगर परिवार में विवाह की बात चल रही थी, तो वह नई दिशा में आगे बढ़ने लगेगी। वर्ष के अंतिम महीनो में आपको सावधान रहना होगा, क्योंकि इस समय अवधि में प्रेम जीवन में अचानक से कुछ बदलाव उत्पन्न हो सकते हैं, जो एक दूसरे से गलतफहमी का सिलसिला शुरू कर सकते हैं, इसके प्रति सावधानी रखकर ही आप अपने रिश्ते को संभाल कर पाएंगे।
शिक्षा
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि वर्ष 2026 काफ़ी हद तक अनुकूल रहेगा। हालांकि, प्रथम भाव में बृहस्पति के गोचर को बहुत अच्छा नहीं माना गया है, लेकिन इनकी दृष्टि हमेशा कल्याणकारी मानी जाती है। साल की शुरुआत से लेकर 2 जून तक बृहस्पति देव की दृष्टि का प्रभाव आपके पंचम और नवम भाव पर बना रहेगा जो शिक्षा में सुधार लेकर आने का काम करेगा। आपके वरिष्ठ और गुरु आपकी उन्नति के मार्ग में आपका मार्गदर्शन करेंगे। आपके फैसलों के परिणाम आपके पक्ष में रहेंगे जिसका लाभ आपको मिल सकता है। अगर आप आलस छोड़कर पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करेंगे, तो आपको अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। वहीं, 2 जून से 31 अक्टूबर तक बृहस्पति देव उच्च अवस्था में आपके दूसरे भाव में रहेंगे जो आपके आसपास के माहौल को बहुत अच्छा बनाए रखेंगे। इस दौरान कोशिश करने पर आप मन लगाकर पढ़ाई कर सकेंगे क्योंकि इस समय बृहस्पति की नवम दृष्टि कर्म स्थान पर होगी। ऐसे में, पेशेवर कोर्स की पढ़ाई शिक्षा कर रहे छात्रों को सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। यह अवधि शोध के छात्रों के लिए भी अनुकूल रहेगी। लेकिन, 31 अक्टूबर के बाद गुरु देव आपको औसत परिणाम दे सकते हैं। इस प्रकार, शिक्षा के लिए यह समय मिला-जुला रह सकता है। हालांकि, ट्रैवल से जुड़े विषयों की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थी अच्छा प्रदर्शन करेंगे। शनि देव कभी-कभार आपका ध्यान शिक्षा से भटका सकते हैं। वहीं, राहु की स्थिति को भी ज्यादा अच्छा नहीं कहा जा सकता है। ऐसे में, शिक्षा के प्रमुख कारक ग्रह का आशीर्वाद मिलना सकारात्मक माना जाएगा जिसकी वजह से छात्र पढ़ाई में अच्छे परिणाम हासिल कर सकेंगे। अगर आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, तो आपके लिए भी यह साल अच्छा रह सकता है खासकर अगर आप लंबे समय से मेहनत कर रहे हैं। इस साल धैर्य और मेहनत आपके लिए सबसे बड़ी कुंजी साबित होंगे। आप जितना ज्यादा शॉर्टकट अपनाने या किसी स्टेप को स्किप करने की कोशिश करेंगे, उतनी ही अड़चनें और देरी का सामना करना पड़ सकता है।
स्वास्थ्य
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि साल 2026 की शुरुआत आपकी सेहत के लिए बहुत ज्यादा अनुकूल नहीं कहीं जा सकती है। बृहस्पति आपके स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखने की पूर्ति और कोशिश करेंगे, लेकिन आपकी राशि के समय बुद्ध की कमजोर स्थिति वर्ष की शुरुआत में आपको बीमार बना सकती है। मानसिक शांति भी भंग होगी। आपका मन मानसिक उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा। बहुत सारे विचार एक साथ मन में आएंगे और बेचैनी रहेगी। इस समय अवधि को आराम से व्यतीत हो जाने दे। आपको तेज धार वाली वस्तुओं या आग से जुड़े हथियारों से सावधान रहना चाहिए। आपको ध्यान और मेडिटेशन करना चाहिए। आपके अंदर नई ऊर्जा का संचार होगा। खुद को हर दिन ऊर्जावान महसूस कर पाएंगे। आपको अपने मानसिक संतुलन को भी बनाए रखना होगा। बहुत सारी व्यवस्थाएं बिगड़कर आपका मानसिक तनाव कम करेंगी। हल्का पौष्टिक और सुपाच्य अच्छे भोजन, आपकी फूड हैबिट्स में शामिल होना चाहिए। जंक फूड और तेल वाले भोजन से जितना हो सके, दूर रहने की कोशिश करें, नहीं तो इसका आपको बहुत बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा। आप बागवानी करके स्वयं को बड़ी समस्याओं से बचा सकते हैं। मानसिक तनाव को स्वयं पर हावी न होने दे। अक्टूबर से दिसंबर के बीच स्वास्थ्य चुनौती पूर्ण परिस्थितियों से गुजरेगा। राहु का गोचर सेहत में एकदम से गिरावट ला सकता है और आपको शारीरिक समस्याओं की चपेट में लेकर आ सकता है, इसलिए इस वर्ष साल के अंतिम दिनों में स्वयं को शारीरिक और मानसिक दोनों रूपों से मजबूत बनाने की कोशिश करें।मानसिक रूप से आपका मन उथल पुथल में रहेगा। मन में विचारों की बाढ़ आएगी, जो आपके लिए मानसिक असंतोष और बेचैनी को देने वाला हो सकता है। इस समय आपको जोश में रहते हुए भी शांति के साथ काम करने चाहिए। जोखिम भरे कामों में शामिल होने से पूर्व अपनी सुरक्षा पर भी ध्यान देने की जरूरत होगी। इस समय वाहन इत्यादि का संभल कर उपयोग करने ई जरूरत होगी। कुछ मामलों में आग या तेज धार वाली वस्तुओं के कारण भी दिक्कत हो सकती है। इस समय आप के लिए ध्यान, मेडिटेशन के काम बहुत अच्छे रह सकते हैं। इससे आपको मानसिक शांति और ताजगी का अनुभव होगा, जिससे आपकी सेहत पर सकारात्मक असर पड़ेगा। आपके अंदर नई ऊर्जा का संचार होगा और आप खुद को हर दिन ऊर्जावान और सक्रिय महसूस करेंगे। यह समय आपके लिए मानसिक संतुलन बनाए रखने का रहेगा, जो शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद होगा। स्वास्थ्य के लिहाज से आपको अपनी दिनचर्या को व्यवस्थित रखना चाहिए।
ज्योतिष उपाय
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि बुधवार के दिन हरे रंग के वस्त्र या चूड़ियां भेंट करें। गौ माता को चारा अथवा हरी सब्ज़ियाँ खिलाएं। भोजन में लाल की जगह हरी मिर्च का सेवन करें। माता दुर्गा की पूजा करें और कन्याओं को भोजन कराएं।
कर्क राशि
पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि कर्क राशि के जातकों के लिए साल 2026 थोड़ा कमज़ोर रह सकता है। अगर आप सावधानी बरतते हुए आगे बढ़ेंगे, तो आप अनुकूल परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। वहीं, इस राशि के नौकरी और व्यापार करने वाले जातकों को कार्यों में ज्यादा भागदौड़ करनी पड़ सकती है। हालांकि, सोच-समझकर काम करने की स्थिति में आपको सफलता की प्राप्ति होगी। इस साल आपकी आय अच्छी रहेगी, लेकिन फिर भी आप बचत करने में परेशानी का अनुभव कर सकते हैं। विद्यार्थियों के लिए वर्ष 2026 मिला-जुला रह सकता है। यदि तनाव मुक्त रहकर पढ़ाई करेंगे, तो परिणाम संतोषप्रद प्राप्त हो सकेंगे। कर्क राशि के लोगों के लिए साल की शुरुआत में शनि नवम भाव में और बृहस्पति 12वें भाव में बैठकर अपना प्रभाव डालेंगे। साल के मध्य में बृहस्पति कर्क राशि में जाकर आपकी समस्याओं का अंत करेंगे, तब तक आपको अपनी सेहत, आमदनी आदि पर ध्यान देना होगा। इस साल आप खुद को साबित कर सकते हैं। आध्यात्मिक स्तर पर उन्नति प्राप्त होने और विदेश संबंधी मामलों में लाभ की स्थिति बनेगी। ग्रहों का गोचर धार्मिकता और पारिवारिक रूप से आगे बढ़ाने के अवसर प्रदान करेगा। अष्टम भाव में राहु का बने रहना ससुराल पक्ष से मतभेद को जन्म दे सकता है, लेकिन अचानक से ससुराल से लाभ भी प्रदान करवा सकता है। साल के पहले भाग में बृहस्पति मिथुन राशि में आपके द्वादश भाव में रहेगा, जो आपके मानसिक स्थिति और गोपनीय मामलों पर असर डाल सकता है। लेकिन जब गुरु कर्क राशि में होंगे तब आपको मिलेगा जोश और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने का मौका। परिवार के सतह साथ आपकी आर्थिक स्थिति भी अच्छी होगी और आप अपने भाग्य से अपने जीवन को सुखद देख पाएंगे। परिवार के साथ रिश्तों में भी मधुरता बनी रहेगी। अष्टम भाव में राहु के कारण ससुराल पक्ष से कुछ मतभेद हो सकते हैं या फिर दांपत्य जीवन में साथी के स्वास्थ्य को लेकर कुछ चिंता हो सकती है इस समय ध्यान रखें कि आपके शब्द और व्यवहार से परिवार के दूसरे सदस्यों के बीच गलतफहमियां न पैदा हो। बृहस्पति का प्रभाव संतान के मामलों में मिला-जुला रहेगा। वर्ष का पहला भाग संतान के लिए मुश्किल हो सकता है। बारहवें भाव में बृहस्पति पर राहु की दृष्टि उच्च शिक्षा के लिए विदेश योग बना सकती है। इसके अलावा रिसर्च के मामले में बेहतर परिणाम मिल सकते हैं। बच्चों की एजुकेशन को लेकर और उनकी सेहत को लेकर चिंता हो सकती है। साल के मध्य भाग से गुरु का राशि बदलाव स्थिति में सुधार लाने वाला होगा। संतान सुख की प्राप्ति का समय भी होगा। शिक्षा में सफलता प्राप्त करेंगे और अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर होंगे। उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा और पढ़ाई में मन लगेगा।
कैरियर
ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि कर्क राशि के लोगों के लिए साल 2026 नौकरी और कैरियर के लिए मिला-जुला असर दिखाएगा। आपको नौकरी के सिलसिले में नए अवसरों की प्राप्ति होगी और लंबी यात्राएं भी करनी पड़ सकती हैं। विदेश जाकर काम करने वालों को सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। साल की शुरुआत के महीनो में काम को लेकर भाग दौड़ और चुनौतियां रहेगी, लेकिन आपका नाम होगा और आपके कामो को सराहना मिलेगी। वर्ष की शुरुआत में बृहस्पति का द्वादश भाव से गुजरा हुआ गोचर उन लोगों के लिए ज्यादा लाभदायक रहेगा, जो जन्म स्थान से दूर रहकर काम कर रहे हैं या काम करना चाहते हैं, उन्हें संबंध में अच्छे और सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।राहु का आठवें भाव में स्थित होना, आपके कार्यक्षेत्र में गुप्त शत्रुओं के प्रभाव को दर्शाता है। इस दौरान आपके खिलाफ कुछ अज्ञात या छिपे हुए विरोधी सक्रिय हो सकते हैं, जो आपके काम में रुकावट डालने की कोशिश कर सकते हैं। इस समय अपने आत्मविश्वास को बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण होगा। अपने कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही न करें, क्योंकि छोटे से छोटी गलती भी परेशानी में डाल सकती है। इस समय नए कारोबार या काम की शुरुआत करना अनुकूल नहीं रहेगा। कोई व्यवसाय चला रहे हैं, तो आपको उसे व्यवस्थित तरीके से चलाने की जरूरत है। इस समय बड़ी रकम लगाने से बचें। व्यावसायिक दृष्टि से इस समय आपको धैर्य रखने की आवश्यकता है। यह समय जोखिम लेने का नहीं है, बल्कि धैर्य और सोच-समझकर काम करने का है। वर्ष के पहले भाग में, बृहस्पति और शनि की छठे भाव पर संयुक्त रूप से दृष्टि के कारण प्रतियोगी परीक्षा में बैठने वाले जातकों के लिए यह समय बहुत अनुकूल है। यदि आप किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो इस समय आप अपनी मेहनत का फल पा सकते हैं और मनचाही सफलता प्राप्त कर सकते हैं। सरकारी नौकरी के लिए कोशिशें अच्छी होंगी। कॉम्पिटिटिव एग्जाम के लिए समय बेहतर रहेगा, लेकिन सफलता तब ही मिलेगी जब आप पूरी तरह से लगन और मेहनत से जुटे रहेंगे। बेरोजगार लोगों के लिए भी वर्ष की शुरुआत में रोजगार प्राप्ति का अच्छा अवसर है। अगर आप नौकरी की तलाश कर रहे हैं, तो इस समय नौकरी मिल सकती है, गुरु के लग्न में गोचर से करियर और व्यवसाय में बेहतरी की दिशा में बदलाव होगा। सप्तम भाव पर बृहस्पति की दृष्टि आपके व्यवसाय में अच्छे लाभ की संभावना को प्रकट करती है। यह समय आपके व्यवसाय के लिए प्रगति और उन्नति का होगा। जो भी काम आप शुरू करेंगे, वह सफल होगा, और आप व्यापार या नौकरी में अपने लक्ष्य की ओर अधिक आसानी से बढ़ेंगे।
आर्थिक स्थिति
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि कर्क राशि के जातकों के आर्थिक जीवन के लिए वर्ष 2026 मिलाजुला रह सकता है। साल की शुरुआत में धन के कारक ग्रह बृहस्पति आपके लाभ भाव में रहेंगे जो सामान्य तौर पर एक अच्छी स्थिति मानी जाती है। इस वर्ष के शुरू से लेकर 02 जून 2026 तक बृहस्पति आर्थिक जीवन में आपकी सहायता करेंगे क्योंकि अष्टम भाव के स्वामी लाभ भाव में रहेंगे। इसके परिणामस्वरूप, आपको अप्रत्याशित रूप से भी धन प्राप्त हो सकता है। अगर आपका धन कहीं रुका या फंसा हुआ है, तो अब वह आपको मिल सकता है। बीते दिनों में की गई मेहनत का फल उस समय नहीं मिल पाया था, तो इस समय आपको उसका फल मिल सकता है। 02 जून से 31 अक्टूबर 2026 तक बृहस्पति का गोचर आपके द्वादश भाव में रहेगा जिसे अच्छा नहीं माना जाता है। हालांकि, गुरु ग्रह उच्च अवस्था में अष्टम भाव के स्वामी के रूप में द्वादश भाव में जाएंगे और इस प्रकार, विपरीत राजयोग की स्थिति निर्मित होगी। इसका फायदा कुछ लोगों को मिल सकता है, विशेषकर उन्हें जो विदेश में रहकर कोई काम कर रहे हैं या अपने जन्मस्थान से दूर रहते हैं। कर्क राशिफल 2026 के अनुसार, 31 अक्टूबर के बाद बृहस्पति देव की स्थिति आपके लिए औसत रहेगी। ऐसे में, यह आपको वर्ष 2026 में अनुकूल परिणाम दे सकते हैं। वहीं, आपके लाभ भाव और धन भाव के स्वामी बुध ग्रह इस वर्ष अपना एक चक्र पूरा करेंगे। सरल शब्दों में कहें तो, बुध देव साल की शुरुआत में धनु राशि से चलकर साल के अंत में धनु राशि में प्रवेश कर जाएंगे। ऐसे में, वर्ष के ज्यादातर समय बुध महाराज आपको अच्छे परिणाम देने का काम करेंगे। कुल मिलाकर, आर्थिक जीवन के लिए वर्ष 2026 कर्क राशि वालों के लिए काफ़ी हद तक अनुकूल रहेगा, विशेषकर आय के मामले में। इस साल आप अधिक बचत करने में असमर्थ रह सकते हैं क्योंकि शनि की दृष्टि आपके दूसरे भाव पर होगी। ऐसे में, आपकी आय इस साल अच्छी रहेगी जबकि बचत कमज़ोर रह सकती है। गुरु का गोचर कर्क राशि में होने के बाद आपके जीवन में आर्थिक सुधार आएंगे। धन प्राप्ति के रास्ते स्वत ही खुलते चले जाएंगे। रुके हुए धन की प्राप्ति होगी, जो धन कहीं अटका हुआ था, वह भी वापस मिल जाएगा। आर्थिक योजनाएं सफल होगी। मित्रों और जीवनसाथी के माध्यम से भी आर्थिक लाभ प्राप्त होगा। आपके आसपास के लोग आपकी आर्थिक स्थिति को सुधारने में आपकी बहुत मदद करेंगे। वर्ष के अंतिम महीना में बिजनेस को बढ़ाने के लिए कुछ धन खर्च कर सकते हैं, जिससे आने वाले समय में आपका वित्तीय जीवन मजबूत होगा। ससुराल से भी मदद मिलेगी। आप अपनी भौतिक सुख सुविधाओं के लिए खर्च करेंगे। कुछ निजी और कुछ पारिवारिक खर्च आपके सामने आ सकते हैं। इस प्रकार कर्क राशि के जातकों के लिए साल का पहला पूर्ण भाव कुछ कमजोर रहेगा और खर्च अधिक होंगे, लेकिन दूसरे भाग में आमदनी में बढ़ोतरी और जीवन में समृद्धि के मार्ग खुलेंगे।
परिवार
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि पारिवारिक जीवन के लिए वर्ष 2026 थोड़ा कमज़ोर रह सकता है। हालांकि, दूसरे भाव के स्वामी बुध ग्रह इस पूरे वर्ष सभी राशियों में गोचर करेंगे और यह अधिकांश राशियों को अच्छे परिणाम देने का काम करेंगे। लेकिन, दूसरे भाव पर शनि की दृष्टि इस बात का संकेत कर रही है कि पारिवारिक संबंधों को मधुर बनाए रखने में आपको काफ़ी मेहनत करनी पड़ सकती है। वहीं, दूसरे भाव के कारक ग्रह बृहस्पति वर्ष के 12 महीनों में से 7 महीने अनुकूल स्थिति में होंगे, विशेषकर साल की शुरुआत से लेकर 2 जून 2026 तक। इस दौरान घर-परिवार में मांगलिक कार्य हो सकते हैं। परिजन थोड़े से असंतुष्ट रह सकते हैं, लेकिन एक-दूसरे का पूरा ख्याल रखेंगे। आशंका है कि इसके बाद परिस्थितियां उतार-चढ़ाव भरी रह सकती हैं। कर्क राशि के विवाह योग्य जातकों के लिए वर्ष 2026 अच्छा रहेगा। शुभ कार्यों और विवाह के कारक ग्रह बृहस्पति देव साल की शुरुआत से लेकर 02 जून 2026 तक आपके लाभ भाव में रहेंगे। यहां से बृहस्पति की दृष्टि पंचम भाव और सप्तम भाव पर होगी। पंचम भाव पर गुरु ग्रह का प्रभाव प्रेम, सगाई और मित्रता के लिए शुभ माना गया है। ऐसे में, विवाह से संबंधित बातें आगे बढ़ सकती हैं और आपकी सगाई हो सकती है। वहीं, सप्तम भाव पर दृष्टि होने से विवाह के योग मजबूत होंगे अर्थात साल की शुरुआत से 02 जून 2026 तक का समय सगाई और विवाह दोनों कार्यों के लिए अनुकूल रहेगा। दूसरी तरफ, 02 जून से 31 अक्टूबर 2026 का समय शादी-विवाह के लिए कमज़ोर रह सकता है। इस दौरान विवाह और सगाई की बात आगे न बढ़ पाने की आशंका है, परंतु 31 अक्टूबर के बाद फिर से गुरु ग्रह सगाई-विवाह जैसे मामलों में शुभ फल देने लगेंगे। ऐसी ही स्थिति वैवाहिक जीवन में भी रहेगी। लेकिन दांपत्य जीवन में आपको बेहद सावधानी बरतनी होगी क्योंकि साल 2026 की शुरुआत से लेकर 05 दिसंबर 2026 तक आपके सप्तम भाव पर राहु-केतु का प्रभाव रहेगा। ऐसे में, यह वैवाहिक जीवन में परेशानियां देने का काम कर सकते हैं। हालांकि, इन समस्याओं को नियंत्रित करने में बृहस्पति देव आपकी सहायता करेंगे।
प्रेम - रोमांस
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि प्रेम जीवन वर्ष 2026 में काफ़ी हद तक अनुकूल रहेगा। आपके पंचम भाव के स्वामी बृहस्पति देव साल की शुरुआत से लेकर 02 जून 2026 तक लाभ भाव में रहेंगे और यहाँ से इनकी दृष्टि पंचम भाव पर पड़ रही होगी। यह दोनों ही स्थितियां काफ़ी अच्छी कही जाएंगी। इसके फलस्वरूप, आपका प्रेम जीवन बहुत अच्छा रहेगा। युवा जातकों को किसी से प्रेम हो सकता है। जो पहले से रिश्ते में हैं, उनके प्रेम में वृद्धि देखने को मिल सकती है। वहीं, जिनके प्रेम जीवन में कोई परेशानी चल रही थी, अब वह भी दूर हो जाएगी। लेकिन, 02 जून से 31 अक्टूबर 2026 के दौरान बृहस्पति ग्रह द्वादश भाव में रहेंगे जो कि एक कमज़ोर बिंदु कहा जाएगा। हालांकि, गुरु ग्रह उच्च अवस्था में होंगे इसलिए कोई बड़ी परेशानी नहीं आने देंगे। साल के दूसरे भाग में बृहस्पति महाराज की कृपा से फिर से रिश्तों में सकारात्मक समझ विकसित होगी और आपसी रिश्ते मजबूती के साथ आगे बढ़ेंगे। आपका प्रेम विवाह हो सकता है। विवाहित दंपति के लिए साल की शुरुआत कुछ वाद विवाद दिखा सकती है और आपको अपने लाइफ पार्टनर को समझाने बुझाने पर बहुत ज्यादा मशक्कत करनी पड़ेगी। मंगल राहु की स्थिति फरवरी की समय अवधि में फिर से रिश्ते में तनाव बढ़ा सकती है, इसके तुरंत बाद मार्च से जीवनसाथी के साथ रिश्ते की समझ गहरी होगी। मतभेद को भुलाकर आप एक दूसरे की भावनाओं को भरपूर सम्मान प्रदान करेंगे, उसके बाद बृहस्पति महाराज की कृपा आपके रिश्ते में खुशियां लेकर आएगी। सभी समस्याएं दूर होंगी और फिर रिश्ते में सुखद अनुभव होंगे। रोमांटिक समय भी मिलेगा। यह बृहस्पति का गोचर आपके रिश्ते के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण को अपनाने का सबसे अच्छा समय होगा। लाइफ पार्टनर के साथ लंबी यात्राएं होंगी, जो आपको एक दूसरे के निकट लेकर आएंगी।
शिक्षा
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि विद्यार्थियों के लिए यह साल थोड़ा धीमा लेकिन स्थिर रहने वाला है। आपको ऐसा महसूस हो सकता है कि चीजें आपकी योजना के अनुसार नहीं चल रही हैं, लेकिन इस बारे में ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है। बस पूरे फोकस और मेहनत के साथ अपना काम करते रहिए। अगर आप उच्च शिक्षा की योजना बना रहे हैं, तो शुरुआत में कुछ अड़चनें आ सकती हैं, लेकिन समय के साथ जैसे ही जून में गुरु ग्रह का गोचर होगा, आप हर चुनौती को पार कर पाएंगे। जो विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें इस साल और भी ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी। साथ ही, परीक्षा देते समय बेहद सतर्क रहना होगा क्योंकि इस साल लापरवाही या ज्यादा आत्मविश्वास के कारण गलतियाँ होने के संकेत हैं।साल की शुरुआत से लेकर 2 जून 2026 तक उच्च शिक्षा के कारक ग्रह बृहस्पति आपके द्वादश भाव में रहेंगे। वैसे तो, गुरु ग्रह की इस स्थिति को अच्छा नहीं माना जाता है, विशेषकर शिक्षा के लिए। लेकिन, जन्म स्थान से दूर रहकर या फिर विदेश में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को गुरु ग्रह सकारात्मक परिणाम दे सकते हैं। कर्क राशिफल 2026 के अनुसार, 02 जून 2026 से लेकर 31 अक्टूबर 2026 के बीच बृहस्पति का गोचर शिक्षा के लिए शुभ रहेगा। छठे भाव के स्वामी का उच्च का होना प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छे परिणाम प्रदान करेगा। ऐसे विद्यार्थी जो प्रतिस्पर्धा की भावना के साथ पढ़ाई करेंगे, उन्हें आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। गुरु ग्रह उच्च होकर शिक्षा के मामले में आपकी मदद करेंगे। आपके गुरु, आपके टीचर और आपके वरिष्ठ पढ़ाई में आपकी सहायता करेंगे। वहीं, 31 अक्टूबर 2026 के बाद बृहस्पति का गोचर दूसरे भाव में होगा और यह बहुत अच्छी स्थिति मानी जाएगी। ऐसे में, आपको शिक्षा में अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकेंगे। लेकिन, केतु का गोचर 05 दिसंबर 2026 को आपके दूसरे भाव में होगा जो आपके आसपास के माहौल को ख़राब करने का काम करेगा। विशेषकर ऐसे लोग जो परिवार के साथ रहकर पढ़ाई करते हैं, उन्हें इस दौरान कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। बेहतर होगा कि किसी एकांत जगह पर पढ़ाई करें।
स्वास्थ्य
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि साल 2026 सेहत के मामले में मुश्किलों से निपटाने में सक्षम बनाएगा। आप मानसिक रूप से खुद को मजबूत महसूस करेंगे। जीवन ऊर्जा बढ़ेगी और फिटनेस के लिए खुद को तैयार करेंगे। वर्ष की शुरुआत सेहत के लिए ठीक-ठाक रहेगी और खराब सेहत से उभरने में आप सफल होंगे, लेकिन 12वे घर से बृहस्पति का प्रभाव सेहत में कमजोरी का कारण बन सकता है। मानसिक चिंता, परेशानियां, स्वास्थ्य संबंधी कष्ट आपको परेशान कर सकते हैं और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकते हैं।फरवरी से मार्च के मध्य के समय वाहन इत्यादि का संभल कर उपयोग करने की जरूरत होगी। इस समय चोट लगने या रक्त प्रवाह की समस्या उभर सकती है। वहीं जब मंगल शनि का युति योग बनेगा तब वात और पित्त के रोग अधिक असर डालने वाले होंगे। मधुमेह या उच्च रक्तचाप जैसी पुरानी बीमारियों से ग्रस्त जातकों को विशेष रूप से सतर्क रहने की आवश्यकता है। आपको अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए और डॉक्टर द्वारा दी गई बातों को समझें और दवा एवं परहेज का सही से पालन करना चाहिए। उचित खान-पान, रोज के व्यायाम और समय पर दवाओं का सेवन आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद करेगा। जून के बाद से स्वास्थ्य में सुधार होने के संकेत हैं। इस वर्ष आपको अपने शरीर और मानसिक स्थिति पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होगी, ताकि आप किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बच सकें। गुरु का जल तत्व और वायु तत्व की राशि में गोचर श्वसन तंत्र, पेट और संक्रमण के रोगों से जुड़ी समस्याओं को जन्म दे सकता है। इस दौरान आपको जुकाम, खांसी, सर्दी, पेट में संक्रमण या पाचन समस्याओं का सामना हो सकता है। यदि आप श्वसन संबंधी समस्याओं से बचना चाहते हैं, तो धूल, प्रदूषण और सर्दी से बचने के लिए ख़ास एहतियात बरतें।साल के दूसरे भाग में गुरु के लग्न में गोचर करने पर यह समय आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत शुभ रहेगा। बृहस्पति का गोचर आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सकारात्मक सुधार लेकर आएगा। इस समय आप मानसिक रूप से अधिक संतुलित और शारीरिक रूप से अधिक स्वस्थ रहेंगे। लग्न भाव पर बृहस्पति की दृष्टि से आपके भीतर अधिक ऊर्जा और उत्साह का संचार होगा, जिससे आप न केवल शारीरिक रूप से बेहतर महसूस करेंगे, बल्कि मानसिक रूप से भी आप संतुलित और शांत रहेंगे। बृहस्पति के इस प्रभाव से आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होगी, और आप किसी भी प्रकार के संक्रमण या बीमारियों से बचने में सक्षम होंगे। इस समय आपको ताजगी और ऊर्जा का अनुभव होगा, और आप अपनी सेहत के प्रति अधिक जागरूक होंगे।
ज्योतिष उपाय
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि भगवान शिव की पूजा करें और "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप करें। रोज सुबह सूर्य को जल अर्पित करें। इस जल में थोड़ा सा गुड़ मिला लें। भगवान शिव को अक्षत अर्पित करें और शिवलिंग का अभिषेक करें। गरीब बच्चों एवं दिव्यांग व्यक्तियों को मिठाई तथा अन्य आवश्यक वस्तुएं दान दें।
सिंह राशि
पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि सिंह राशि वालों के लिए ये साल आपके जीवन में कई तरह की शुभताओं और उमंग को देने वाला है। साल 2026 सिंह राशि के जातकों के लिए नई खुशियों और अवसरों से भरा रहने वाला है। इस वर्ष शनि आपके आठवें भाव में स्थित रहेंगे, जबकि गुरु का गोचर आपके लाभ भाव में होगा, जिससे आर्थिक और व्यक्तिगत लाभ के अवसर बढ़ेंगे। राहु सप्तम भाव में होने के कारण आपको दूसरों के हित को ध्यान में रखकर निर्णय लेने की सलाह मिलेगी, जिससे आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा और सम्मान बढ़ेगा। इस साल अकेलेपन या उदासी से दूर रहकर उम्मीदों और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना जरूरी होगा। पारिवारिक जीवन में नए सदस्य जुड़ सकते हैं और समाज में प्रतिष्ठा प्राप्त होने के मौके बनेंगे। केवल अति आत्मविश्वास से बचना होगा, अन्यथा यह अहंकार में बदलकर नुकसान भी पहुँचा सकता है। संतुलित दृष्टिकोण अपनाकर यह साल आपको कई खुशियां और सफलता प्रदान करेगा।सिंह राशि वालों के लिए साल के शुरुआती दौर में राशि स्वामी सूर्य का गोचर धनु से निकलकर मकर, कुम्भ से निकलते हुए सभी 12 राशियों को प्रभावित करेगा जो हर महीने के मध्य के दौरान होगा। शनिदेव का गोचर मीन राशि में आठवें भाव को प्रभावित करने वाला होगा। गुरु का गोचर मिथुन राशि में लबह भाव में होगा उसके बाद साल के दूसरे भाग से कर्क राशि में गुरु गोचर करें और फिर साल के अंतिम चरण में गुरु सिंह राशि में गोचर करने लगेंगे तो गुरु महाराज की स्थिति सिंह राशि वालों के लिए खास होने वाली है। मंगल का गोचर भी साल के दौरान सामान्य गति से होगा । राहु का गोचर सातवें भाव में कुंभ राशि में होगा और साल के अंतिम भाग में राहु देव मकर में चले जाएंगे। केतु का असर सिंह राशि पर होगा और साल के अंतिम चरण में कर्क राशि में चले जाएंगे। बुध धनेश और लाभेश होकर आपकी आर्थिक स्थिति को प्रभावित करेगा और शुक्र का प्रभाव भी अपने गोचर के अनुसार असर देने वाला होगा। सिंह राशि के लिए यह साल पारिवारिक जीवन और सामाजिक स्थिति के दृष्टिकोण से कुछ बदलाव लेकर आएगा, जिससे आपकी जिंदगी में कुछ उतार-चढ़ाव हो सकते हैं। लेकिन अंततः आपके लिए सामाजिक प्रतिष्ठा और पारिवारिक जीवन में संतुलन बनाए रखने के अवसर मिलेंगे। साल का पहला भाग पारिवारिक दृष्टिकोण से मिलाजुला रहेगा। शुरुआत में आप अपनी व्यस्तताओं के कारण परिवार को बहुत ज्यादा समय नहीं दे पाएंगे, लेकिन इसके बावजूद घर में शांति और प्रेम का माहौल बना रहेगा। घर में कोई बड़ी समस्या या विवाद नहीं होगा और परिवार के सदस्य एक-दूसरे से अच्छे रिश्तों में रहेंगे। मंगल की स्थिति जब छठे भाव में या जब राहु के साथ होगी तब यह समय आपके लिए कुछ हद तक चुनौतीपूर्ण हो सकता है क्योंकि आप काम में व्यस्त रहने के कारण परिवार के साथ समय नहीं बिता पाएंगे, जिससे पारिवारिक रिश्तों में थोड़ी दूरी महसूस हो सकती है।
कैरियर
ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि सिंह राशि वालों की नौकरी के लिए वर्ष 2026 औसत रहेगा। इस दौरान आपको मेहनत की तुलना में सफलता नहीं मिलने की आशंका है। ऐसे में, आप थोड़े निराश रह सकते हैं। आपके छठे भाव के स्वामी शनि अष्टम भाव में रहेंगे और शनि महाराज की इस स्थिति को अच्छा नहीं माना जाता है। लेकिन, छठे भाव से तीसरे भाव में होने के कारण आपको कड़ी मेहनत करने के बाद संतोषप्रद परिणाम मिल सकेंगे। साल की शुरुआत से लेकर 20 जनवरी 2026 तक शनि ग्रह बृहस्पति देव के नक्षत्र में विराजमान रहेंगे जबकि गुरु ग्रह लाभ भाव में मौजूद होंगे। इसके परिणामस्वरूप, इस समय आपको नौकरी में अधिक मेहनत के बाद अनुकूल सफलता मिल सकेगी। साथ ही, आप अपने लक्ष्यों को भी किसी न किसी तरह पूरा करने में सक्षम होंगे। ऐसे में, आप मित्रों तथा सहकर्मियों के बीच प्रशंसा के पात्र बन सकेंगे। वहीं, 20 जनवरी 2026 से 17 मई 2026 के बीच का समय आपसे अधिक मेहनत करवा सकता है क्योंकि यह अवधि आपके लिए मुश्किल रहेगी। इस दौरान आपको सहकर्मियों के साथ बेहतर तालमेल बनाए रखना होगा और किसी की भी निंदा या चुगली करने से बचना होगा। ऐसा करके आप विवाद से बच सकेंगे। हालांकि, 17 मई 2026 से लेकर 9 अक्टूबर 2026 के बीच बुध ग्रह के नक्षत्र में शनि देव रहेंगे। ऐसे में, यह अवधि आपके लिए अच्छी साबित होगी। लेकिन, 22 जून से 7 जुलाई के बीच द्वादश भाव में बुध का गोचर आपको थकान या चिंता देने का काम कर सकता है। इस दौरान आप किसी से भी ऐसी कोई बात न करें या दोस्त से इस तरह की कोई भी बात न कहें जिसमें किसी दूसरे इंसान की निंदा की गई हो या फिर नौकरी में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हों। साल मध्य के बाद गुरु के गोचर के कारण कार्यक्षेत्र और व्यवसाय के लिए स्थितियां प्रतिकूल हो जाएंगी, तो आपको धोखा खाने का भी खतरा हो सकता है। किसी पुराने साझेदार या विश्वासपात्र से धोखा मिलने की संभावना हो सकती है। व्यापार में होने वाले नुकसान को लेकर भी आपको सतर्क रहना होगा। इसलिए इस समय में व्यापार के लिए कोई नया निवेश या बड़े निर्णय लेने से बचें। यदि आप नौकरी में हैं, तो भी अपने सहयोगियों और उच्च अधिकारियों से सतर्क रहें, क्योंकि गलतफहमियों और धोखाधड़ी की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। साल के अंतिम पड़ाव से चीजें बेहतर होने लगेंगी। जो जातक नौकरी की तलाश में हैं, उन्हें इस समय थोड़ी प्रतीक्षा करनी पड़ सकती है। नवंबर के बाद राहु का गोचर छठे भाव में होने से करियर के क्षेत्र में सफलता मिलने के संकेत हैं। इस समय के बाद, आपके करियर में बदलाव और प्रगति हो सकती है। जो नौकरी की तलाश में हैं, उनके लिए यह एक शुभ समय हो सकता है।
आर्थिक स्थिति
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि सिंह राशि के लोगों के लिए धन संबंधी मामलों में यह साल कुछ कमजोर हो सकता है। साल का पहला भाग कुछ समानता लेकर आएगा, इन्कम बढेगी, लेकिन खर्च के संकेत भी दिखेंगे। अच्छी बात होगी । सामान्य से अतिरिक्त अन्य स्रोतों से भी धन आने का योग बनेगा। धन का प्रवाह बना रहेगा। बृहस्पति की कृपा से अच्छे संकेत मिलेंगे। अचानक से कुछ खर्च सामने आएंगे, जो आपकी आमदनी को ठिकाने लगा देंगे। सेविंग करना आसान नहीं होगा। इस पर आपको मजबूती से टिके रहना होगा। भाई व बहनों की सहायता मिल सकती है। साल के बीच में जब बृहस्पति द्वादश भाव में जाएंगे, तब आर्थिक परेशानी उत्पन्न कर सकते हैं, अच्छे मगर खर्च होंगे, किसी की बीमारी के इलाज पर भी खर्च करना पड़ सकता है। फाइनेंशियल प्लानिंग सोच समझकर करें और धन को लेकर संयम से रहे। संतान की एजुकेशन और घरेलू खर्च में ज्यादा धन का प्रवाह होगा। किसी को धन उधार देने से बचे, नहीं तो नुकसान उठाना पड़ेगा। साल की अंतिम तिमाही में समय अनुकूल होगा। आर्थिक सुधार देखने को मिलेंगे। आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा। विचार शक्ति मजबूत होगी। आप धन संबंधी मामलों में नए तरीके से विचार करके फैसला लेंगे, जिससे आपको लाभ मिलेगा। बिजनेस नौकरी और अन्य क्षेत्रों से धन लाभ प्राप्त होगा और आप अपनी आय में वृद्धि को स्पष्ट रूप से देख पाएंगे। 31 अक्टूबर 2026 के बाद बृहस्पति आपके पहले भाव में आ जाएंगे और इनसे मिलने वाले परिणाम 2 जून 2026 से पहले की तुलना में कमज़ोर और 2 जून से 31 अक्टूबर की अवधि की तुलना में मज़बूत रह सकते हैं। इस प्रकार, आपके आर्थिक जीवन के लिए साल की शुरुआत से लेकर 2 जून तक का समय बहुत अच्छा रहेगा। जहाँ 2 जून से 31 अक्टूबर का समय औसत या औसत से थोड़ा कमज़ोर रहेगा। वहीं, 31 अक्टूबर के बाद का समय थोड़ा बेहतर कहा जा सकता है। आपके धन भाव पर शनि की दृष्टि लगातार बनी रहेगी। ऐसे में, आपको बचत करने में परेशानियों से दो-चार होना पड़ सकता है और कई बार बचत किए हुए पैसे भी अप्रत्याशित रूप से खर्च हो सकते हैं। जैसे कि हमने आपको बताया कि यह वर्ष आपके आर्थिक जीवन के लिए औसर रहेगा, लेकिन कुछ लोग अपनी मेहनत के बल पर इसे बेहतर बनाने में सक्षम होंगे क्योंकि इस वर्ष बुध और गुरु ग्रह दोनों आपके पक्ष में परिणाम देने का काम करेंगे। लेकिन, शनि का गोचर आर्थिक जीवन को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। कुल मिलाकर, वर्ष 2026 आर्थिक जीवन के लिए औसत या औसत से बेहतर रहेगा।
परिवार
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि सिंह राशि के जातकों का पारिवारिक जीवन वर्ष 2026 में थोड़ा कमज़ोर रहने की आशंका है क्योंकि साल के ज्यादातर समय आपके दूसरे भाव पर शनि ग्रह की दृष्टि होगी। सिंह राशि के जातकों के लिए शनि ग्रह को बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता है। ऐसे में, शनि देव की दूसरे भाव पर दृष्टि परिवार के सदस्यों के बीच समस्याएं पैदा करने का काम कर सकती है। इस दौरान छोटी-छोटी बातें बड़ी बन सकती हैं जिन्हें आपको बहुत सावधानीपूर्वक नियंत्रित करने की आवश्यकता होगी। हालांकि, बुध का गोचर साल के अधिकांश समय आपके लिए अनुकूल रहेगा। दूसरी तरफ, इस वर्ष शुभ ग्रह बृहस्पति का साथ भी आपको ज्यादा न मिलने की संभावना है। लेकिन, साल की शुरुआत से लेकर 2 जून तक बृहस्पति लाभ भाव में रहेंगे जो जीवन के हर क्षेत्र में आपका साथ देंगे, विशेष रूप से पारिवारिक जीवन में कोई बड़ी समस्या नहीं आने देंगे। बता दें कि 02 जून तक गुरु देव की कृपा से आपका पारिवारिक जीवन अनुकूल रह सकता है। लेकिन इसके बाद बृहस्पति का संबंध न तो दूसरे भाव से रहेगा और न ही ऐसे भावों से रहेगा जो पारिवारिक जीवन से जुड़े होंगे, इसलिए यह साल पारिवारिक जीवन के लिए थोड़ा कमज़ोर रह सकता है। गृहस्थ जीवन के लिए वर्ष 2026 ठीक-ठाक रहने का अनुमान है क्योंकि साल की शुरुआत से लेकर 2 जून तक बृहस्पति लाभ भाव में रहेंगे जो कि एक अनुकूल स्थिति है। वहीं, 02 जून से 31 अक्टूबर तक बृहस्पति महाराज द्वादश भाव में बैठकर आपके चतुर्थ भाव को देखेंगे। ऐसे में, यह आपके गृहस्थ जीवन में कोई बड़ी समस्या नहीं आने देंगे। भले ही घर से दूर रहने के कारण गृहस्थ जीवन के सुखों को आप पूरी तरह से न भोग पाएं, लेकिन अपने घर को सुख-सुविधाओं से पूर्ण बनाने के लिए मेहनत करते रहेंगे। विवाह योग्य जातकों के लिए वर्ष 2026 अच्छा रहने के आसार है। विवाह से जुड़े मामलों के लिए यह अवधि अनुकूल रहेगी। विवाह भाव के स्वामी की स्थिति बहुत अच्छी नहीं होगी और आपके सप्तम भाव के स्वामी शनि अष्टम भाव में बैठे होंगे जिसे शुभ नहीं कहा जा सकता है। यदि आपकी कुंडली की दशाएं सकारात्मक होंगी, तो आपको इस दौरान काफ़ी हद तक अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। ग्रहों के गोचर पर आधारित यह राशिफल होने के कारण विवाह बंधन में बंधने के लिए समय उत्तम रहेगा क्योंकि साल की शुरुआत से लेकर 2 जून 2026 तक गुरु महाराज आपके लाभ भाव में रहेंगे। हालांकि, बृहस्पति संस्कार और परिवार के कारक माने जाते हैं। ऐसे में, लाभ भाव में बैठे गुरु की दृष्टि पंचम और सप्तम भाव पर पड़ने के कारण सगाई, प्रेम संबंध और विवाह के लिए समय फलदायी रहेगा।
प्रेम - रोमांस
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि इस साल सिंह राशि के जातकों की लव लाइफ के लिए मिले जुले असर दिखाई दे सकते हैं। शुरुआती समय की अगर बात की जाए तो पहले भाग में, आपके प्रेम संबंधों में रोमांटिक और प्यारे पल हो सकते हैं। आप मन ही मन अपनी कल्पनाओं में खुशी की तलाश भी कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि इस समय किसी पर भी भरोसा न करें। किसी भी प्रकार की जल्दबाजी में निर्णय लेने से बचें। खासकर अगर आप किसी नए रिश्ते में हैं, तो थोड़ा समय लेकर ही अपनी भावनाओं को समझें और रिश्ते में विश्वास और समझदारी के साथ आगे बढ़ें। शनि और राहु के प्रभाव के कारण इस दौरान आपके लव लाइफ में कुछ जटिलताएं आ सकती हैं। आपके साथी के साथ छोटे-मोटे मतभेद हो सकते हैं, जिससे रिश्ते में तनाव बढ़ सकता है। विवाह और दांपत्य जीवन के लिए यह साल राहु केतु एक्सिस के चलते काफी संवेदनशील हो सकता है। शुरुआती महीनों में आपके दांपत्य जीवन में प्यार और समझदारी बनी रहेगी। लेकिन इस दौरान कोई अन्य व्यक्ति रिश्ते में घुसपैठ की कोशिश कर सकता है। या आपका मन भी रिश्ते में बेचैनी का अनुभव कर सकता है। विवाह के बाद के जीवन में आप और आपके जीवनसाथी के बीच अच्छे रिश्ते बने रहेंगे, लेकिन आपको एक-दूसरे के विचारों और इच्छाओं का सम्मान करना होगा। बृहस्पति की दृष्टि आपके रिश्ते को मजबूत बनाएगी, कुछ समय के लिए यह प्रभाव प्रतिकूल हो सकता है। इस दौरान आपके और आपके जीवनसाथी के बीच कुछ मतभेद हो सकते हैं, जो आपकी दांपत्य जीवन में तनाव पैदा कर सकते हैं। इस समय आपको रिश्ते में धोखा मिलने की संभावना बन रही है, इसलिए आपको अपनी भावनाओं को संयमित रखना होगा और अपने साथी पर बिना सोचे समझे विश्वास नहीं करना चाहिए। इस समय आप अपनी भावनाओं को एक ओर दिशा में मोड़ सकते हैं, जिससे रिश्ते में थोड़ी दूरी और नए रिश्तों में इच्छा जाग सकती है। इस दौरान, आपको अपनी इच्छाओं और जरूरी बातों पर ध्यान देने की आवश्यकता होगी, ताकि आप धोखाधड़ी से बच सकें। इस समय का दौर यात्रा भी देने वाला होगा। अपने पार्टनर के साथ दोस्तों के साथ नए नए स्थानों के लिए घूमने निकल सकते हैं। लव लाइफ को लेकर सिंह राशि के लोगों को रोमांस का सामना करना पड़ेगा। आप विवाह के बंधन में बन सकते हैं। अगर अभी तक अकेले हैं, तो लव लाइफ शुरू होने वाली है। आपकी लव लाइफ के लिए साल की शुरुआत सामान्य रहेगी, लेकिन जैसे-जैसे समय आगे बढ़ेगा। प्रेम संबंधों में रोमांस और प्यार भरे पलो मे बढ़ोतरी होगी। आप अपनी कल्पनाओं में खुशी तलाशेंगे और अपने प्रियजन पर भरोसा रखेंगे, लेकिन किसी तीसरे व्यक्ति पर किसी भी रूप में भरोसा ना करें और जल्दबाजी में कोई भी काम करने से बचे।
शिक्षा
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि छात्रों के लिए शुरुआती समय अनुकूल रहेगा। अगर आप हायर एजुकेशन लेना चाहते हैं तो गुरु की पंचम भाव का शुभ असर आपको अच्छे इंस्टीट्यूट में प्रवेश मिलने की संभावना है। किसी प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे हैं, तो आपको सफलता की ओर एक कदम और बढ़ने का मौका मिलेगा। व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को अपने लक्ष्यों की ओर सच्चे मन से प्रयास करना होगा। आप प्रयास करते हैं, तो सफलता निश्चित रूप से आपके कदम चूमेगी। इस दौरान, विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई में पूरी मेहनत और ईमानदारी से काम करना होगा, ताकि उन्हें अच्छे परिणाम मिल सकें। शिक्षा की दृष्टि से सिंह राशि वालों के लिए वर्ष 2026 औसत से बेहतर रहेगा। वहीं, जिन लोगों का स्वास्थ्य अनुकूल रहेगा, उन्हें और भी अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। शिक्षा के कारक ग्रह बृहस्पति साल के शुरुआत से लेकर 2 जून 2026 तक आपके लाभ भाव में रहेंगे जो शिक्षा में शुभ फल प्रदान करेंगे, विशेषकर उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों को। जो कानून और फाइनेंस से जुड़ी पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए समय सकारात्मक कहा जाएगा। शोध के विद्यार्थियों को भी परिणाम अपने पक्ष में मिलेंगे। वहीं, 02 जून 2026 से 31 अक्टूबर 2026 के दौरान बृहस्पति उच्च अवस्था में आपके द्वादश भाव में प्रवेश कर जाएंगे। इसके परिणामस्वरूप, सभी विद्यार्थियों को शिक्षा में सफलता न मिलने की आशंका है। लेकिन, जो छात्र अपने घर से दूर रहकर या विदेश में पढ़ाई कर रहे हैं, उनके लिए समय शानदार रहेगा और शिक्षा में आप अपनी पकड़ मज़बूत कर सकेंगे। हालांकि, राहु-केतु और शनि की स्थिति स्वास्थ्य के लिए कमज़ोर रहेगी, परंतु ग्रहों की दशाएं अनुकूल होंगी और स्वास्थ्य में कोई समस्या नहीं आएगी, तो गुरु ग्रह पढ़ाई में आपके सहायक बनेंगे। वर्ष 2026 में बुध ग्रह शिक्षा में ज्यादातर समय आपके पक्ष में रहेंगे। वहीं, मंगल की स्थिति पढ़ाई के लिए औसत रहेगी। कुल मिलाकर, वर्ष 2026 शिक्षा के लिए औसत से बेहतर रहेगा। गुप्त शत्रु और विरोधी काम में खलन डाल सकते हैं, इसलिए सतर्क रहें। काम को लेकर कुछ ना कुछ तनाव शनि और राहु की स्थिति के कारण बना रहेगा। बृहस्पति के बारहवे भाव में जाने के बाद यह परिस्थितियों और भी कठिन हो सकती हैं, तब आपको स्वयं पर शंका होने लगेगी कि आप सभी दिशा में आगे बढ़ भी रहे है या नहीं, ऐसे में अच्छे सहयोगियों से या अपने किसी घनिष्ठ से सलाह लेना सबसे अच्छा रहेगा। वर्ष के अंतिम समय में राहु का बदला हुआ गोचर और गुरु का सिंह राशि का गोचर कैरियर के लिए बढ़िया रहेगा, सफलता दिलाएगा, अड़चन और रूकावटों में कमी लाएगा और आपके विरोधियों को शांत करेगा। आप जो प्रयास करेंगे, वे आपको सफलता देंगे।
स्वास्थ्य
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि अगर सेहत की बात करें, तो सिंह राशि के लोगों को साल की शुरुआत में अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होने की वजह से कोई बड़ी समस्या नहीं होगी और आपकी सेहत में सुधार होता रहेगा, लेकिन शनि और राहु के प्रभाव के कारण समय-समय पर समस्याएं सामने आ जाएगी, लेकिन बृहस्पति महाराज की शुभ दृष्टि आपको इन रोगों से बचाती रहेगी। साल के पहले भाग में मौसम के प्रभाव के कारण कमजोरी की शिकायत हो सकती है, लेकिन इम्यूनिटी सिस्टम बढ़िया रहेगा, जिससे इन समस्याओं को आप नियंत्रित कर पाएंगे। सेहत से लापरवाही आपको भारी पड़ सकती है। बच्चों की हेल्थ पर भी ध्यान देना होगा। एकादश भाव का बृहस्पति साल के पूर्व भाग में सेहत में जल्द सुधार लेकर आएंगे। साल के बीच में जब वृहस्पति 12वें घर में जाकर गोचर करेंगे, तो सर्दी, खांसी, बुखार, कफ संबंधित समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। आपको व्यर्थ की चिंता करने से बचना होगा, नहीं तो आपकी फिटनेस बिगड सकती है। मॉर्निंग वॉक करें और कुछ एक्सरसाइज को अपनी रूटीन में शामिल करें। मानसिक चिंता से जितना दूर रहेंगे, सेहत उतनी ज्यादा बढ़िया रहेगी। अच्छी मात्रा में जल का सेवन करें। अगर इस वर्ष आपके शरीर में दर्द, बेचैनी, जलन महसूस होती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। खान-पान का संतुलन आपको बहुत सारी बीमारियों से बचा लेगा। साल के पहले भाग में राशि स्वामी की स्थिति कुछ छोटी मोटी कमजोरी को दिखा सकती है जो मौसम के प्रभाव के चलते होगी लेकिन इम्युनिटी सिस्टम अच्छा रहने से इन सभी पर कंट्रोल कर पाएंगे। स्वास्थ्य के लिहाज से ये समय मध्यम रूप से शुभ रहेगा। शनि और राहु का प्रतिकूल गोचर आपके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डाल सकता है। साथ ही आपके साथी को लेकर भी कुछ सेहत से संबंधित चिंताएं रह सकती हैं। गुरु के वक्री होने से इस समय बच्चों की हेल्थ पर भी कुछ असर पड़ सकता है। बच्चों के खानपान में बदलाव का असर और मौसम का प्रभाव दिक्कत दे सकता है। अचानक स्वास्थ्य में गिरावट का सामना करना पड़ सकता है, जो आपकी ऊर्जा और मानसिक स्थिति को प्रभावित कर सकता है। शनि के अष्टम भाव में गोचर के कारण आपको शारीरिक थकान, दर्द, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का सामना हो सकता है। इसके साथ ही राहु के प्रभाव से आपकी मानसिक स्थिति भी प्रभावित हो सकती है, जिससे आप अधिक तनाव और चिंता का सामना कर सकते हैं। एकादश भाव में बृहस्पति के होने से आपकी सेहत में जल्द से सुधार के संकेत भी हैं। गुरु का गोचर आयुर्वेदिक उपचार और उचित देखभाल के माध्यम से आपकी सेहत में सुधार ला सकता है। आपको इस समय में नियमित रूप से अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए और किसी भी प्रकार के तनाव से बचने का प्रयास करना चाहिए। गुरु शनि के वक्री असर के चलते जीवन साथी की सेहत पर कुछ छोटी-मोटी बीमारियों का असर हो सकता है। द्वादश भाव में गुरु गोचर के कारण आपको पानी से संबंधित रोग, खांसी, जुकाम, बुखार, या कफ संबंधित समस्या हो सकती हैं। गुरु का जल तत्व राशि में गोचर होने से आपको कफ से जुड़ी समस्या हो सकती हैं जो आपकी शारीरिक स्थिति को प्रभावित कर सकती हैं। आपको इस समय में अपनी सेहत पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होगी। इस दौरान वैवाहिक जीवन में यौन संक्रमण या सेक्स से जुड़ी समस्या भी असर डाल सकती है।
ज्योतिष उपाय
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि प्रतिदिन चावल, रोली या गुड़ और लाल फूल डालकर सूर्य देवता को जल अर्पित करें। लड्डू गोपाल की पूजा-पाठ करें। माता-पिता की सेवा और उनका सम्मान करें। आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें। घर को साफ-सुथरा रखें और धूल-मिट्टी को जमा न होने दें।
कन्या राशि
पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि कन्या राशि के लोगों के लिए साल 2026 सपनों को साकार करने का समय लेकर आने वाला है। आप अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए अपना शत प्रतिशत योगदान देंगे और इस साल अपना एक अच्छा मकान बना पाएंगे। कैरियर हो या परिवार हो रिश्ते सभी में आपको इस साल अच्छे परिणाम मिलेंगे। सप्तम भाव में पूरे साल शनि का गोचर साल के अंत तक राहु छठे भाव में और साल की शुरुआत में 10वें भाव में बृहस्पति आपको सफलता देंगे। साल के पूर्व भाग में आपकी धार्मिक गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी और आस्था बढ़ेगी। घर में पूजा पाठ ज्ञान से संबंधित गतिविधियां अधिक होगी। पारिवारिक संबंध अनुकूलता की ओर बढ़ेंगे। साल के दूसरे भाग में कुछ चुनौतियां रहेंगी। साल के आरंभिक समय में गुरु मिथुन राशि में होते हुए कर्म भाव को प्रभावित करते हैं। इसके बाद जून माह के आरंभिक समय में ही गुरु कर्क राशि के ग्यारहवें भाव में चले जाएंगे और लाभ पर असर करेंगे। अक्टूबर के अंतिम भाग में गुरु महाराज तेज गति को अपनाते हुए सिंह राशि में चले जाएंगे और द्वादश भाव पर असर डालने लगेंगे। मंगल का प्रभाव शुरुआती समय में धनु राशि से होते हुए साल के अंतिम पड़ाव में भी धनु पर ही अपनी यात्रा को समाप्त करेंगे जो सामान्य चाल से चलते हुए आपको प्रभावित कर सकते हैं। सूर्य, बुध और शुक्र की स्थिति हर माह के दौरान अपने हर राशि को प्रभावित करने वाली रहेगी। शुक्र और बुध का वक्री होना या अस्त होना आपके जीवन के कई पहलुओं पर असर डालने वाला होगा। साल के शुरुआती दौर में शनि और बृहस्पति की दृष्टि का प्रभाव चतुर्थ भाव पर आपके परिवार के लिए बहुत शुभ है। चतुर्थ भाव घर, परिवार, संपत्ति और माता का स्थान होता है और इन दोनों ग्रहों का मिलाजुला प्रभाव आपके घर में प्रेम को बढ़ाने वाला, संपत्ति का सुख दिलाने वाला और शांतिपूर्ण स्थिति को देने में सहयोग कर सकता है। इस समय आप कुछ वाहन संपत्ति या कुछ अन्य वस्तुओं की खरीद फरोख्त कर सकते हैं। परिवार में किसी प्रकार की अशांति या विवाद की संभावना कम रहेगी। घर के लोग एक-दूसरे के साथ सहयोग देने वाले और मिलजुल कर काम करने में आगे रह सकते हं। घर में कुछ सुखमय वातावरण बना रहेगा। घर के साथ-साथ, समाज में भी आपका प्रभाव बढ़ेगा। वर्ष के पहले भाग में समाज में आपकी प्रतिष्ठा और मान-सम्मान में वृद्धि होगी। बृहस्पति का शुभ प्रभाव आपके तृतीय भाव पर रहेगा, जो सामाजिक संपर्क, सहयोग और नेटवर्किंग का प्रतीक है। इससे आपको अपने समाज में अधिक सम्मान मिलेगा और आप अपने सामाजिक दायित्वों को सही तरीके से निभा सकेंगे। आप समाज में सक्रिय रूप से भाग लेंगे और अपने कार्यों से दूसरों की मदद करेंगे। समाज में आपकी पहचान और स्थिति मजबूत होगी, और लोग आपकी सलाह और विचारों को महत्व देंगे। इस समय आपके लिए सामाजिक कार्यों में शामिल होने, किसी अच्छे कार्य में योगदान देने और समाज के कल्याण के लिए कुछ करने के अवसर मिल सकते हैं।
कैरियर
ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि इस वर्ष नौकरी करने वाले लोगों के लिए स्थिति अच्छी रहेगी। विशेष रूप से लाभ के अवसर भी होंगे जिससे इनकम में बढ़ोत्तरी का सुख मिल सकता है। गुरु के दसवें भाव में स्थित होने से आपको अपनी मेहनत का सही फल मिल पाएगा। दशम भाव करियर, प्रसिद्धि और प्रतिष्ठा का भाव होता है और विस्तार शुभता के स्वामी गुरु का यहां स्थित होना नौकरी और कार्यक्षेत्र में उन्नति के संकेत देता है। आप जो भी कोशिश करेंगे उस पर आपको सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। लेकिन कुछ मामलों में जब कार्य क्षेत्र के भाव स्वामी की स्थिति वक्री होगी तब कुछ स्थानों में रोक भी बनेगी या फिर मेहनत में वृद्धि का समय होगा लेकिन बुध ग्रह का प्रभाव जब भी अपनी मजबूत स्थिति में होगा ये बेहतरीन परिणाम देने वाला होगा। संचार या कारोबार से जुड़े लोग जैसे मीडिया, वस्त्र उद्योग, फैशन और एंटरटेनमेंट कम्युनिकेशन के कामों में पदोन्नति के अवसर मिल सकते हैं या आप किसी नई भूमिका में नियुक्त हो सकते हैं। किसी नई नौकरी या काम की तलाश में होंगे तो इस वर्ष सफलता मिल सकती है। बृहस्पति का प्रभाव आपके लिए नए अवसर लाएगा, और आपको बेहतर नौकरी के प्रस्ताव प्राप्त हो सकते हैं। इसके अतिरिक्त, यदि आप किसी कंपनी में कार्यरत हैं, तो इस वर्ष आपके कार्यों को उच्च अधिकारियों द्वारा सराहा जाएगा, जिससे आपकी स्थिति मजबूत होगी। मई जून के बाद शनि देव और गुरु का मिलाजुला असर सप्तम भाव पर पड़ेगा, जो पार्टनरशिप, सहयोग और साझेदारी में सफलता का प्रतीक बन सकता है। इससे आपके काम काज में दूसरों के साथ सहयोग और समर्थन प्राप्त होगा, खासकर उच्च अधिकारियों और वरिष्ठ व्यक्तियों से। इस समय में आपके लिए यह बहुत महत्वपूर्ण होगा कि आप अपने सहयोगियों और उच्च अधिकारियों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखें। कन्या राशि के लोगों को साल 2026 में बिजनेस और कैरियर में अच्छे परिणाम मिलेंगे। नौकरी करने वाले लोगों को भी अच्छे पद की प्राप्ति हो सकती है। इस वर्ष आपके स्थान परिवर्तन के योग भी बनेंगे और दूसरी नौकरी प्राप्त होने की स्थिति बनेगी। नौकरी में स्थिति अच्छी होने से आपको अच्छी इन्कम होगी। वर्कप्लेस पर आपको बृहस्पति की वजह से पॉजिटिव रिजल्ट मिलेंगे। फैशन एंटरटेनमेंट, मीडिया, वस्त्र उद्योग, कम्युनिकेशन, काउंसलिंग और सर्विस इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को बहुत ज्यादा तरक्की मिलेगी और आप अपनी भूमिका में आगे बढ़ेंगे। अगर आप किसी दूसरी नौकरी की तलाश कर रहे हैं या बेरोजगार है। यदि आप नौकरी ढूंढ रहे हैं, तो इस वर्ष आपको अच्छी सफलता मिलेगी। साल के मध्य में बृहस्पति का 11वें भाव का गोचर आपको अत्यधिक सफलता दिलाएगा।
आर्थिक स्थिति
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि कन्या राशि के लोगों को साल 2026 में आर्थिक रूप से समृद्धि देखने को मिलेगी। धन को लेकर थोड़ी स्थिरता भी आएगी और आय के स्रोतों में निरंतर बढ़ोतरी आपको सफलता देगी। परिवार का सपोर्ट भी आपके धन प्राप्ति की राह में मददगार बनेगा। सप्तम भाव में शनि छठे भाव में और राहु साल की शुरुआत में दसवें घर का बृहस्पति आपको आपके काम में तरक्की देगा, जिससे धन प्राप्त होने लगेगी। साल के बीच में जब बृहस्पति का गोचर 11वें घर में होगा, तो आपकी इन्कम बढ़ती चली जाएगी। बैंकों में जमा धनराशि पर अच्छा ब्याज मिलेगा। सेविंग स्कीम से लाभ मिलेगा। स्टॉक मार्केट से बेनिफिट देखने को मिलेंगे। आपकी इच्छा पूर्ति होगी। सोसाइटी में आपका स्टेटस बढ़ेगा। आप अच्छा खाने-पीने के शौकीन बनेंगे और नेटवर्किंग का बहुत फायदा मिलेगा, लेकिन किसी को अपना धन उधार देने से बचना अच्छा होगा, नहीं तो वह नुकसानदायक रहेगा। साल के बीच में कोई लोन लेना चाहते हैं, तो उसमें सफलता मिलेगी और उससे आपकी इच्छाएं पूरी होगी। साल के बीच में ही खर्च भी ज्यादा बढ़ेंगे। आप अपनी भौतिक सुख सुविधाओं पर ज्यादा खर्च कर देंगे, जिस पर ध्यान देना आपके लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण होगा, लेकिन यह खर्च सामाजिक तौर पर आपको लाभ पहुंचाएंगे और साल के अंतिम महीनो में धन की स्थिति सुधर जाएगी। इस वर्ष आपको आय के स्रोतों में निरंतरता और कुछ खास अवसरों का लाभ मिल सकता है, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। ग्रहों के गोचर और उनकी स्थिति आपके धन से जुड़े मामलों में सहायक सिद्ध होंगे। साल की शुरुआत आपके लिए आर्थिक दृष्टिकोण से अनुकूल रह सकती है। इस समय परिवार का सहयोग भी मिलेगा कुछ महंगी वस्तुओं की खरीद भी कर सकते हैं अथवा किसी वस्तु से मुनाफा भी हो सकता है। संपत्ति में पैसा लगाना आर्थिक लाभ दिलाने वाला होगा। शेयर मार्किट या रियल एस्टेट में शामिल होकर कुछ लाभ की प्राप्ति होगी। पहले कुछ महीने आपके लिए अच्छे अवसर लेकर आएंगे जो आपकी बैंक में जमा धन राशि को मजबूती देंगे। इस समय बृहस्पति की दृष्टि आपके दूसरे और चौथे भाव पर होने के कारण आय में वृद्धि के साथ-साथ भौतिक सुख-सुविधाओं की प्राप्ति का संकेत देती है। आपको इस समय भूमि, भवन, वाहन, रत्न और आभूषणों की प्राप्ति हो सकती है। इसके साथ ही, किसी संपत्ति के संबंध में निवेश करने का भी योग बन सकता है, जिससे आपको लंबे समय में लाभ होगा। आपके पास नए आर्थिक अवसर आएंगे, जिससे आपकी आय में वृद्धि होगी। आप अपने काम में अधिक मेहनत करेंगे और इसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिलेंगे। इस समय आपके पास अपने खर्चों को संभालने का पर्याप्त साधन होगा, और आप महंगी या अच्छी वस्तु का आनंद लेने में सक्षम होंगे। सुख-सुविधाओं पर खर्च बढ़ने की संभावना है, इसलिए आपको अपने खर्चों पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता होगी ताकि आप आर्थिक स्थिति को मजबूत बना सकें।
परिवार
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि कन्या राशि वालों के पारिवारिक जीवन के लिए वर्ष 2026 सामान्य रहेगा। इस अवधि में किसी बड़े ग्रह का नकारात्मक प्रभाव दूसरे भाव पर नहीं होगा। वहीं, दूसरे भाव के स्वामी शुक्र साल के अधिकांश समय आपको अनुकूल परिणाम देना चाहेंगे जबकि बृहस्पति साल की शुरुआत से लेकर 02 जून तक दशम भाव में बैठकर अपनी पंचम दृष्टि से दूसरे भाव को प्रभावित करेंगे। ऐसे में, यह पारिवारिक जीवन में सौहार्द और सामंजस्य को बढ़ाने का काम करेंगे। साथ ही, 02 जून से लेकर 31 अक्टूबर तक गुरु ग्रह पारिवारिक जीवन समेत सभी मामलों में आपको शुभ फल प्रदान करेंगे। इसके बाद यानी कि 31 अक्टूबर के बाद की अवधि में गुरु देव की स्थिति आपका सहयोग नहीं कर पाएगी इसलिए इस समय आपको सावधानी बरतनी होगी। हालांकि, दूसरे भाव पर लंबे समय तक किसी अन्य पापी ग्रह का प्रभाव नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में, आपको पारिवारिक जीवन में वर्ष 2026 काफ़ी हद तक अच्छे परिणाम दे सकता है और किसी बड़ी समस्या के योग नहीं हैं। शनि की दशम दृष्टि पूरे वर्ष आपके चतुर्थ भाव पर रहेगी जो गृहस्थ जीवन में समस्याएं पैदा कर सकती है। सप्तम भाव में शनि का गोचर चतुर्थ से चतुर्थ भाव में होता है। ऐसे में, यह स्थिति संकेत कर रही हैं कि गृहस्थ जीवन में कुछ परेशानियां बनी रह सकती हैं। हालांकि, चतुर्थेश बृहस्पति इस साल के ज्यादातर समय चतुर्थ भाव की रक्षा करने का प्रयास करेंगे क्योंकि साल की शुरुआत में बृहस्पति सप्तम दृष्टि से चतुर्थ भाव पर दृष्टि डालेंगे। वहीं, 02 जून से 31 अक्टूबर के बीच चतुर्थेश बृहस्पति उच्च अवस्था में होंगे और इसके बाद गुरु ग्रह पंचम दृष्टि से चतुर्थ भाव को देखेंगे। कन्या राशि के विवाह योग्य जातकों के लिए वर्ष 2026 ठीक-ठाक रहेगा। लेकिन इस साल में कुछ महीने ही आपके लिए फलदायी रहेंगे। विवाह भाव के स्वामी शुक्र ग्रह 02 जून 2026 से लेकर 31 अक्टूबर 2026 तक उच्च अवस्था में लाभ भाव में रहेंगे। ऐसे में, यह शादी-विवाह से जुड़े मामले को आगे बढ़ाने में सहायक साबित होंगे। वहीं, सप्तम दृष्टि से गुरु ग्रह के पंचम भाव को देखने की वजह से सगाई के योग बन सकते हैं। बता दें कि पंचम भाव में मकर राशि होती है और मकर राशि के साथ बृहस्पति देव के संबंध अच्छा नहीं माने गए हैं। ऐसे में, आपको सगाई के बाद विवाह को लंबे समय तक टालने से बचना होगा, बल्कि चट मंगनी पट ब्याह की कोशिश करनी होगी, तब ही आपको अच्छी सफलता मिल सकती है।
प्रेम - रोमांस
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि कन्या राशि के लोगों की लव लाइफ शुरुआत में थोड़ी ठंडी और नीरस रहेगी। साल के पहले भाग में कुछ मुश्किल सामने आ सकती हैं, लेकिन तीसरे चौथे महीने में रिश्ते में सुधार दिखेगा, जो आपकी लव लाइफ को सुलझाएगा। बृहस्पति का गोचर आपकी लव लाइफ के लिए सबसे अच्छे परिणाम लेकर आएगा और आपकी लव मैरिज भी करा सकता है। साल के बीच से लेकर अंतिम महीनो तक बृहस्पति की कृपा आपके लव रिलेशन को मजबूत बनाएगी। आपके प्रियजन से आपको प्रेम के साथ-साथ अच्छा सपोर्ट और अंडरस्टैंडिंग देखने को मिलेगी। इसी दौरान आपकी लव मैरिज के योग भी बनेंगे। कुंवारे लोगों का विवाह इस साल हो सकता है। दांपत्य जीवन के नजरिए से साल की शुरुआत थोड़ी धीमी होगी और शुरुआती 2 महीनों में कुछ समस्याएं सामने आएंगी, लेकिन साल के बीच तक वह स्थितियां ठीक हो जाएगी। रिश्ते में शुभता आएगी और आपकी लाइफ पार्टनर से आपकी अंडरस्टैंडिंग देखने को मिलेगी। कन्या राशि वालों का प्रेम जीवन वर्ष 2026 में औसत रहेगा। अगर आप सीमाओं में रहकर अपना रिश्ता निभाएंगे और बेकार की जिद से बचेंगे, तो यह समय और भी बेहतर बन सकता है। पंचम भाव के स्वामी शनि सप्तम भाव में रहेंगे और सप्तम भाव में शनि की उपस्थिति को शुभ नहीं माना जाता है। लेकिन, पंचमेश का सप्तम भाव में जाना दर्शाता है कि प्रेम विवाह के इच्छुक जातक प्रयास करने पर सफल हो सकते हैं। वहीं, जो लोग अपने रिश्ते को लेकर गंभीर हैं और आगे की जिंदगी साथ में बिताना चाहते हैं, शनि देव उनकी सहायता कर सकते हैं। इसके विपरीत, जो लोग प्यार को लेकर गंभीर नहीं हैं, उनके रिश्ते में खटास आ सकती है। पंचमेश का अपने से तीसरे भाव में गोचर पुराने साथी से आपका रिश्ता टूटने की तरफ संकेत करता है और कोई नया शख़्स आपके जीवन में दस्तक दे सकता है। हालांकि, यह सब उतनी आसानी से नहीं होगा, जितना आप सोच रहे हैं क्योंकि आपको विवादों और समस्याओं के बाद नए साथी का साथ मिलेगा। आपके प्रेम जीवन की बागडोर शनि महाराज के हाथ में होगी इसलिए अपने रिश्ते के प्रति गंभीर बने रहें। वहीं, सप्तम भाव के स्वामी बृहस्पति की कृपा 02 जून से लेकर 31 अक्टूबर तक आप पर प्रत्यक्ष रूप से बनी रहेगी। इस दौरान आपका रिश्ता सही दिशा में आगे बढ़ेगा। इसके बाद, गुरु ग्रह की स्थिति कमज़ोर हो जाएगी।
शिक्षा
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि विद्यार्थियों के लिए साल 2026 मेहनत, लगन और समर्पण का साल रहेगा। आपको अपनी पढ़ाई और प्रतियोगिताओं में इस साल फोकस और कड़ी मेहनत की जरूरत होगी। बीच-बीच में ऐसा भी हो सकता है कि आप थकावट महसूस करें या मन पढ़ाई से हटे, लेकिन ऐसे समय में थोड़ा ब्रेक लें और फिर से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ें। जो विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें खासतौर पर ज्यादा मेहनत करनी होगी। किसी से कोई मदद या शॉर्टकट की उम्मीद करना नुकसानदायक हो सकता है, इसलिए खुद पर भरोसा रखें और अपनी तैयारी ईमानदारी से करें। इसके साथ ही, इस साल लापरवाही से बचना बहुत जरूरी रहेगा। किसी छोटी सी गलती या ध्यान भटकने से आपके अच्छे रिजल्ट पर प्रभाव पड़ सकता है। कभी-कभी आप अपनी क्षमता को कम आंक सकते हैं या फिर ज़रूरत से ज्यादा आत्मविश्वास में आ सकते हैं, दोनों ही स्थितियां आपके लिए हानिकारक साबित हो सकती हैं। शिक्षा की दृष्टि से वर्ष 2026 कन्या राशि वालों के लिए सामान्य तौर पर औसत से बेहतर रहेगा। हालांकि, आपका स्वास्थ्य अच्छा होने पर आप मन लगाकर पढ़ाई करने का प्रयास करेंगे, तो आप इस साल को शिक्षा की दृष्टि से बेहतर बना सकेंगे। आपके चतुर्थ भाव के स्वामी बृहस्पति देव जो उच्च शिक्षा के कारक ग्रह भी हैं, वह साल की शुरुआत में करियर भाव में बैठकर चतुर्थ भाव पर दृष्टि डालेंगे। ऐसे में, पेशेवर कोर्स की पढ़ाई करने वाले छात्रों को अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है, तब ही वह सफलता प्राप्त करने में सक्षम होंगे। हालांकि, इन छात्रों को साल की शुरुआत से 02 जून तक शिक्षा में अनुकूल परिणाम मिलने की संभावना है जबकि 02 जून से लेकर 31 अक्टूबर की अवधि में गुरु ग्रह की मज़बूत स्थिति शिक्षा के लिए बहुत अच्छी कही जाएगी। वहीं, 31 अक्टूबर के बाद बृहस्पति कमज़ोर रहेंगे। लेकिन द्वादश भाव में गुरु देव के बैठे होने के कारण यह अवधि घर से दूर रहकर पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों, विशेषकर विदेश में पढ़ाई करने वालों के लिए सकारात्मक रहेगी। ऐसे में, अगर यह छात्र मन लगाकर पढ़ाई करने का प्रयास करेंगे, तो अच्छा प्रदर्शन करने के साथ-साथ सफलता भी प्राप्त कर सकेंगे। अगर पंचम भाव के स्वामी शनि की स्थिति को देखें तो, पंचमेश शनि बृहस्पति की राशि में और अपने से तीसरे भाव में विराजमान होंगे। इनकी यह स्थिति अनुकूल कही जाएगी। बता दें कि शनि ग्रह मेहनत के बाद ही परिणाम देते हैं, तो ऐसे में, मेहनती छात्रों को शिक्षा में सफलता मिलने की संभावना है। साल की शुरुआत से लेकर 20 जनवरी 2026 तक शनि ग्रह बृहस्पति के नक्षत्र में रहेंगे। ऐसे में, यह अवधि आपको सकारात्मक परिणाम देने का काम करेगी।
स्वास्थ्य
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि कन्या राशि के लोगों को साल 2026 में सेहत को लेकर ज्यादा चिंता करने की कोई जरूरत नहीं होगी, क्योंकि यह साल आपके लिए उत्तम स्वास्थ्य की स्थिति को दर्शा रहा है। आपके छठे भाव में राहु का प्रभाव होने के कारण आपको रोगों से लड़ने की क्षमता मिलेगी, लेकिन आप खुद अपनी गलतियों और अपनी लापरवाही से बीमारियों का शिकार हो सकते हैं। आपको अपनी मानसिक स्थिति पर ध्यान देना होगा, क्योंकि वही आपको परेशान कर सकती है। पेट के निचले हिस्से से जुड़े रोग ज्यादा परेशान कर सकते हैं। वर्ष की शुरुआत में स्वास्थ्य सामान्य दिखाई देता है, लेकिन मानसिक तनाव बढ़ा हुआ रहेगा। छाती अथवा गले में कोई समस्या हो सकती है। मौसमी बीमारियों से बचने के लिए आपको अपनी सेहत पर ध्यान रखना होगा। कन्या राशि के जातकों के लिए स्वास्थ्य के मामले में ये समय अपने बेहतरीन स्तर को दिखा सकता है। छठे भाव का राहु रोगों से लड़ने की मजबूत क्षमता देगा। लेकिन रोग भाव का स्वामी आपकी राशि को देखते हुए कुछ स्वास्थ्य समस्याओं को देने की कोशिश करेगा तो कुल मिलर चीजें आपके सामने मिले जुले असर तो देने वाली होंगी लेकिन साथ ही में आप का बचाव भी संभव हो पाएगा। इस वर्ष आपको अपनी शारीरिक और मानसिक स्थिति पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होगी। शुरुआत से ही शनि आपके लग्न को देखेगा जो सुस्ती और धीमी गति से काम करने की प्रवृत्ति को दे सकता है, वहीं पेट के निचले हिस्से से जुड़े रोग असर दिखा सकते हैं लेकिन कुछ समय के बाद आपके स्वास्थ्य में सुधार होगा, फिर भी वर्ष की शुरुआत और मध्य में आपको कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। वर्ष की शुरुआत को अगर देखें तो इस समय आपका स्वास्थ्य सामान्य रहेगा, लेकिन मानसिक संतुष्टि की कमी महसूस हो सकती है। इस समय छाती या गले से संबंधित दिक्कतें हो सकती हैं। शुगर या त्वचा के विकार अपना असर दिखा सकते हैं। मानसिक तनाव और मानसिक चिंताओं से प्रभावित हो सकते हैं, जिससे आपकी सेहत पर नकारात्मक असर पड़ेगा। खासकर, वर्ष के पहले भाग में शनि की दृष्टि आपके लग्न पर होने के कारण मौसम जनित बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। इन बीमारियों में मौसमी बुखार, जुकाम, खांसी या एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा, आपको इस समय मानसिक तनाव और सुस्ती का अनुभव भी हो सकता है, जो आपके सामान्य स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है। यदि आप ज्यादा चिंतित रहते हैं या अपने काम के दबाव में रहते हैं, तो आपको मानसिक थकावट और ऊर्जा की कमी महसूस हो सकती है। इन समस्याओं का समाधान करने के लिए आपको अपनी दिनचर्या को बेहतर बनाना होगा और मानसिक शांति के लिए योग, ध्यान या आरामदायक समय बिताने की कोशिश करनी होगी।
ज्योतिष उपाय
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि भगवान गणपति को दूर्वा अर्पित करके करें साथ ही आप गौशाला में हरे चारे की व्यवस्था कराएं । अपने बड़े-बुजुर्गों, गुरुओं का आशीर्वाद लें। दुर्गा चालीसा का पाठ करें। माता के मंदिर में जाकर माता रानी को लाल फूल और लाल फल अर्पित करें। "ॐ बुधाय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें। बुधवार को साबुत मूंग, मूंग की दाल, या हरी चूड़ियों का दान करें।
तुला राशि
पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि तुला राशि के लोगों के लिए साल 2026 एक बेहतरीन साल साबित हो सकता है। भरपूर मस्ती करने का मौका मिलेगा। पारिवारिक जीवन में खुशियां रहेगी। छठे भाव में शनि ग्रह अपना प्रभाव देंगे, जो आपको हर कार्य में मदद करेंगे। पंचम भाव में राहु का गोचर प्रेम संबंधों की सफलता के साथ-साथ असंभव लगने वाले कामों को भी संभव करने का बल देगा। बृहस्पति साल की शुरुआत में भाग्य स्थान में और साल के मध्य में दशम स्थान में होकर आपके कार्यों में सफलता प्रदान करेंगे। कोर्ट कचहरी के मामले में सावधान रहना होगा। अपने कामों में सच्चाई और नौकरी में सफलता आपकी पहचान बनेंगे। गुरु महाराज का प्रभाव भाग्य भाव पर असर डालने वाला होगा। राहु पंचम भाव पर बैठ कर जीवन के कई पक्षों पर असर डालेंगे। मंगल का प्रभाव भी सामान्य गति से विचरण करते हुए अपना असर देने वाला होगा। इसके अलावा केतु लाभ भाव पर बैठ कर इच्छाओं के मामले में संतोष का भाव दिखा सकते हैं। सूर्य और बुध की स्थिति आपके मुनाफे और खर्चे पर असर डालने वाली है। तो ये बात हुई आपके ग्रहों के गोचर की ओर अब जान लेते हैं इस साल किन चीजों को पाने में होंगे सफल और कहां करना होगा त्याग। इस साल ग्रहों की स्थिति आपके जीवन में कई बदलाव लाने वाली है। ग्रहों का असर कुछ क्षेत्र में चुनौती से भरी स्थितियों को देने वाला होगा, तो वहीं कुछ क्षेत्रों में अनुकूल अवसर भी मिल सकते हैं। इसलिए आपके लिए यह साल धैर्य और समझदारी से निर्णय लेने का रहेगा। इस साल आपके योगकारक ग्रह शनि मीन राशि में छठे भाव में गोचर करने वाले हैं। छठा भाव आपकी शारीरिक और मानसिक स्थिति को प्रभावित करता है। आपकी दिनचर्या और आप के कंपटीशन के लिए भी खास होता है। तो इन सभी बातों पर शनि का असर देगा अलग तरह का प्रभाव। इस समय स्वास्थ्य पर ध्यान देने और नियमित दिनचर्या को बैलेंस में रखने की जरूरत होगी। शनि का यह स्थान कोर्ट-कचहरी और कानूनी मामलों में सावधानी बरतने की आवश्यकता की ओर इशारा करता है। शनि आपको कर्मों के प्रति ईमानदारी से पेश आने की सलाह देगा। इसके प्रभाव से यह समय आपके लिए सेवा, नौकरी और प्रतिस्पर्धा से जुड़ा हुआ रहेगा, जहां आपके लिए मेहनत के फल मिलेंगे। अब बात आती है राहु की तो इनका असर कुंभ राशि में होगा जिससे ये आपके पांचवें भाव में गोचर का गहरा प्रभाव छोड़ने वाले हैं। साल के अंतिम भाग में ये मकर राशि में चले जाएंगे और तब सुख भाव यानि के चौथे भाव में अपना असर देने वाले होंगे साल के पहले भाग में राहु का कुंभ राशि में पंचम स्थान में होना आपके जीवन में क्रिएटिविटी, एजुकेशन, माइंड, लव रिलेशनशिप और बच्चों से संबंधित मामलों में असर देने वाला है। इस अवधि में शिक्षा, प्रेम और सृजनात्मकता यानि जो आप अलग करना चाहेंगे उन सभी में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। नवंबर के बाद राहु के मकर राशि में गोचर करने से घर और परिवार के मामलों में तनाव उत्पन्न हो सकता है। इस दौरान पारिवारिक जीवन में कुछ समस्याएं आ सकती हैं, जो आपको संयम से निपटने की आवश्यकता होगी।
कैरियर
ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि तुला राशि के जातकों की नौकरी के लिए वर्ष 2026 काफ़ी अच्छा रहेगा। हालांकि, छठे भाव में शनि देव की मौजूदगी इस बात का संकेत कर रही है कि आपको कार्यस्थल पर अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। अगर आप मेहनत करने से पीछे नहीं हटेंगे, तो आप कार्यों में अपनी पकड़ मज़बूत कर पाएंगे। सरल शब्दों में कहें तो, इन जातकों के लगन के साथ काम करने पर आप अच्छी उपलब्धियां अपने नाम कर सकेंगे। साथ ही, आपके सहकर्मियों की नज़रों में आपके लिए सम्मान बढ़ेगा। इस दौरान वरिष्ठ आपकी प्रशंसा करेंगे और आने वाले समय में आपके काम करने के तरीके को उदाहरण के रूप में दूसरों के सामने प्रस्तुत किया जाएगा। छठे भाव के स्वामी बृहस्पति देव साल की शुरुआत से लेकर 02 जून 2026 तक आपके भाग्य भाव में रहेंगे जो बहुत अच्छी स्थिति मानी जाती है। वहीं, ऐसे जातक जो नौकरी बदलना चाहते हैं या फिर ट्रांसफर लेना चाहते हैं, उनके लिए यह समय मददगार साबित हो सकता है। हालांकि, 02 जून से 31 अक्टूबर की अवधि में आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ सकती है। साथ ही, कभी-कभी वरिष्ठों के मार्गदर्शन की भी आवश्यकता महसूस हो सकती है क्योंकि अपने अनुसार काम करने पर वरिष्ठ आपसे नाराज हो सकते हैं। अतः भले ही शनि देव आपके लिए अनुकूल रहेंगे, परंतु बृहस्पति देव की स्थिति की वजह से वरिष्ठों का सम्मान करना और उनका मार्गदर्शन लेना आपके लिए जरूरी होगा। 31 अक्टूबर के बाद बृहस्पति देव की स्थिति पुनः अनुकूल हो जाएगी। ऐसे में, यह आपको फिर से अनुकूल परिणाम प्रदान करेंगे। कुल मिलाकर, यह वर्ष आपके लिए अनुकूल रहेगा और आप नौकरी में अच्छा प्रदर्शन कर सकेंगे। साथ ही, इस दौरान उपलब्धियां, मान-सम्मान और मनचाही जगह स्थानांतरण पाना भी संभव हो सकेगा। आप जो भी काम करेंगे उसमें सफलता पाने के लिए आपको एकाग्रता और दृढ़ संकल्प की आवश्यकता होगी। अगर आप बिजनेस में हैं तो इस समय आपको अपने कार्य में नए विचारों और योजनाओं को लागू करने का मौका मिल सकता है, जो आपको दीर्घकालिक लाभ प्रदान करेगा। मई जून के बाद नौकरी में लगे हुए लोगों को अपने करियर में महत्त्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल सकते हैं। यह समय आपकी मेहनत और ईमानदारी का फल देने का है। आपको पदोन्नति मिल सकती है और यदि आप किसी ट्रांसफर की प्रतीक्षा कर रहे थे तो वह भी संभव हो सकता है। यह स्थानांतरण आपके लिए एक नए अवसर के रूप में आ सकता है, जहां आप अपनी क्षमताओं को और अधिक प्रभावी तरीके से प्रस्तुत कर सकते हैं। इस समय, उच्च अधिकारी और वरिष्ठ लोग आपके काम को पहचानेंगे और आपका समर्थन करेंगे। उनके सहयोग से आप अपने करियर में नई को छू सकते हैं। यह वर्ष आपके लिए कार्यस्थल में अपने प्रभाव को बढ़ाने का रहेगा, जहां आपको सकारात्मक नतीजे मिलेंगे। आपके अच्छे कार्यों की सराहना की जाएगी और आपको उचित सम्मान मिलेगा। जो लोग सरकारी नौकरी या उच्च पदों पर हैं, उनके लिए यह समय लाभकारी रहेगा। इसके अलावा, आपकी कार्यक्षमता और निर्णय लेने की क्षमता में भी वृद्धि होगी, जिससे आपके बॉस और सहयोगी आपकी कद्र करेंगे। अगर आप निजी व्यवसाय से जुड़े हैं तो यह वर्ष आपके लिए बहुत शुभ रहेगा। विशेष रूप से, भूमि से जुड़े हुए कार्यों में लगे जातकों को इस वर्ष अच्छा मुनाफा होने की संभावना है। भूमि, रियल एस्टेट या संपत्ति से जुड़ी कोई भी योजना सफल हो सकती है। इस वर्ष आपके व्यवसाय में विस्तार हो सकता है और आपको अपने कारोबार को ऊँचा उठाने के लिए अवसर मिलेंगे।
आर्थिक स्थिति
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि तुला राशि के लोगों को साल 2026 में धन की स्थिति ठीक-ठाक रहने से अपनी इच्छाओं को पूरा करने का मौका मिलेगा, जो सपने अपने देखे थे, अब वह पूरे होंगे, क्योंकि आर्थिक रूप से आपको अच्छे फलदाई परिणाम प्राप्त होने वाले हैं। इन्कम में बढ़ोतरी साल के शुरुआत में ही दिखाई देने लगेगी और आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। पसंदीदा वस्तुओं को खरीदने में आप बिल्कुल भी नहीं हिचकेंगे, क्योंकि धन की कोई कमी नहीं होगी। साल के शुरुआती दिनों में कुछ एक्स्ट्रा खर्च आपकी बचत को कम कर सकते हैं, लेकिन इन पर ध्यान देंगे, तो पैसों के मामले में आपको स्थिरता और बढ़िया परिणाम मिलेंगे। आप अपने खर्चों को अच्छे से मैनेज कर पाएंगे। घर के निर्माण कार्यों पर साल के बीच में धन खर्च हो सकता है। आप अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए इन्वेस्टमेंट पर ध्यान दे सकते हैं, उसके लिए आपको इन्वेस्टर भी मिल जाएंगे। साल के अंतिम महीनो में वनस्पति का गोचर आपके 11 वे घर में होगा, जो आपकी इन्कम के स्रोतों में लगातार बढ़ोतरी करेगा और उससे आपके बिजनेस को भी फायदा मिलेगा। यह स्थितियां आपको करियर में अच्छी स्पीड देगी और साल के अंत तक आप आर्थिक चुनौतियों को साइड लाइन कर देंगे। आपने जो आर्थिक लक्ष्य निर्धारित किए थे, वह साल के अंत तक पूरे हो जाएंगे, जिससे तुला राशि के लोगों को खुशी के साथ आत्मविश्वास की प्राप्ति होगी। मई जून के बाद गुरु की चतुर्थ भाव पर दृष्टि पड़ने से आपको भूमि, भवन, वाहन, आभूषण जैसी संपत्ति की खरीदारी करने का अवसर मिल सकता है। लेकिन इस समय आप यात्राओं पर भी अच्छा पैसा लगा सकते हैं। ये समय प्रॉपर्टी से जुड़े कामों में भी पैसा लगाने की इच्छा रख सकते हैं। ये समय संपत्ति में निवेश करने के लिए शुभ रहेगा। आप अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए किसी बड़े निवेश पर विचार कर सकते हैं, जैसे घर खरीदना या वाहन खरीदने का विचार आ सकता है।आपके द्वारा की गई यह खरीदारी आपके परिवार के सदस्यों या रिश्तेदारों के शुभ कार्यों से जुड़ी हो सकती है। इसका अर्थ यह हो सकता है कि आप परिवार के लिए कोई महत्वपूर्ण उपहार या कीमती वस्तु खरीद सकते हैं या किसी पारिवारिक समारोह में खर्च कर सकते हैं। यह खर्च आपके परिवार की खुशी और समृद्धि के लिए होगा, और यह आपकी सामाजिक स्थिति को भी मजबूत कर सकता है।
परिवार
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि तुला राशि के जातकों के पारिवारिक जीवन के लिए वर्ष 2026 अच्छा रहने की संभावना है। हालांकि, मंगल ग्रह का गोचर कभी-कभी छोटी-मोटी समस्याएं पैदा कर सकता है। लेकिन, गुरु ग्रह इस वर्ष 02 जून से 31 अक्टूबर के बीच अपना शुभ प्रभाव आप पर बनाए रखेंगे और ऐसे में, आप पारिवारिक जीवन में रिश्तों को मज़बूत बनाए रखने के सक्षम होंगे। हालांकि, इसके बाद का समय यानी कि 02 जून से 31 अक्टूबर के बीच का समय आपके लिए ज्यादा अच्छा रहेगा। साथ ही, घर-परिवार में कोई मांगलिक कार्य भी हो सकते हैं और दूर रहने वाले रिश्तेदार भी आपके घर आ सकते हैं। आप सब एक-दूसरे की उन्नति को लेकर चर्चा करते हुए नज़र आ सकते हैं। गृहस्थ जीवन की बात करें तो, आपके चतुर्थ भाव के स्वामी छठे भाव में रहेंगे। वैसे तो, चतुर्थेश का छठे भाव में जाना अच्छा नहीं माना गया है, परंतु शनि के गोचर को छठे भाव में शुभ माना जाता है। ऐसे में, घर-गृहस्थी में शनि अनुकूलता देने का काम कर सकते हैं। इस दौरान कोई बड़ी समस्या नहीं आएगी, लेकिन छोटी-मोटी परेशानियां बनी रह सकती हैं। गुरु ग्रह 02 जून से 31 अक्टूबर 2026 के बीच आपके चतुर्थ भाव को देखेंगे। ऐसे में, यह आपके गृहस्थ जीवन को मजबूत बनाने का काम करेंगे। कुल मिलाकर, यह वर्ष पारिवारिक और गृहस्थ जीवन दोनों के लिए नकारात्मक नहीं कहा जा सकता है क्योंकि बीच-बीच में बृहस्पति ग्रह की अनुकूलता बनी रहेगी। इस प्रकार, पारिवारिक जीवन और गृहस्थ जीवन अच्छा रहने का अनुमान है। तुला राशि के विवाह योग्य जातकों को वर्ष 2026 का शुरुआती समय विशेष रूप से अच्छे परिणाम प्रदान कर सकता है। साल की शुरुआत से लेकर 02 जून 2026 तक बृहस्पति ग्रह की पंचम दृष्टि आपके प्रथम भाव पर और नवम दृष्टि आपके पंचम भाव पर होगी जो विवाह से जुड़े मामलों के लिए अच्छी रहेगी। ऐसे में, आपके सगाई होने के योग बन सकते हैं। हालांकि, सगाई के स्थान पर राहु ग्रह की उपस्थिति इस बात का संकेत कर रही है कि या तो आप तुरंत विवाह करने की कोशिश करें या फिर आपके लिए 05 दिसंबर के बाद की अवधि में शादी-विवाह की बात को आगे बढ़ाना सही रहेगा क्योंकि मांगलिक कार्य को लंबे समय तक टालने पर राहु ग्रह किसी न किसी गलतफहमी को पैदा करके संबंधों को तोड़ने का काम कर सकता है। जहां गुरु ग्रह सगाई की संभावनाओं को मजबूत करेंगे। लेकिन, राहु देव परेशानियां पैदा कर सकते हैं। ऐसे में, जान-पहचान में विवाह की कोशिश कर रहे लोगों को सफलता की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही, बड़े बुजुर्गों और अनुभवी लोगों के सहयोग से आपकी सगाई हो सकती है। हालांकि, आपके लिए सगाई के बाद शादी को जल्द से जल्द करना उचित रहेगा। बता दें कि 02 जून से 31 अक्टूबर 2026 तक की अवधि शादी-विवाह के लिए कमजोर रहेगी। इस दौरान शादी-विवाह से संबंधित बातों के आगे न बढ़ने की आशंका है। तुला राशिफल 2026 के अनुसार, 31 अक्टूबर के बाद फिर से शादी-विवाह के योग बनेंगे। साथ ही, 05 दिसंबर 2026 के बाद राहु का प्रभाव हट जाने की वजह से समय अनुकूल रहेगा। कुछ विशेष अवधि में इस वर्ष सगाई या विवाह के योग बन रहे हैं।
प्रेम - रोमांस
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि तुला राशि के जातकों का प्रेम जीवन वर्ष 2026 में मिलाजुला रहेगा। हालांकि, कभी-कभी यह आपको औसत से कमज़ोर भी लग सकता है। इस साल आपके पंचम भाव के स्वामी शनि ग्रह छठे भाव में रहेंगे। वैसे तो, छठे भाव में शनि की उपस्थिति को बहुत अच्छा माना जाता है। लेकिन, पंचमेश के छठे भाव में जाने से आपको ज्यादा अच्छे परिणाम नहीं मिलने की आशंका है। वहीं, पंचम भाव में राहु देव का गोचर प्रेम जीवन में गलतफहमियां देने का काम कर सकता है। ऐसे में, आपको रिश्ते में कुछ समस्याएं जन्म ले सकती हैं। साल की शुरुआत से लेकर 02 जून 2026 तक गुरु ग्रह की नवम दृष्टि आपके पंचम भाव पर रहेगी। ऐसे में, अगर आप समझदारी से परिस्थितियों को संभालेंगे, तो गलतफहमियों को दूर करते हुए रिश्ते को मधुर बना सकेंगे। साथ ही, इस अवधि में आपके सामने एक के बाद एक समस्याएं आ सकती हैं। लेकिन, गुरु देव के प्रभाव की वजह से आप 2 जून से पहले की अवधि में इन समस्याओं से बच सकेंगे। वहीं, 02 जून से 31 अक्टूबर के दौरान गुरु ग्रह का प्रभाव पंचम भाव पर नहीं रहेगा, बल्कि राहु जैसे पाप ग्रह पंचम भाव को प्रभावित करेंगे। ऐसे में, रिश्ते में परेशानियां जन्म ले सकती हैं। हालांकि, 31 अक्टूबर के बाद बृहस्पति का प्रभाव पुनः पंचम भाव पर रहेगा जो जातकों को बुद्धिमानी से अपना रिश्ता सुधारने के मौके देंगे। साल का पहला भाग आपके लिए प्रेम और मैरिज लाइफ के दृष्टिकोण से सकारात्मक रहेगा। लग्न में बृहस्पति का प्रभाव आपके व्यक्तिगत जीवन में खुशियां लेकर आएगा। आपके संबंधों में सामंजस्य और समझ बनी रहेगी। गुरु की स्थिति आपके लव लाइफ को जोश देने वाले या आगे बढ़ाने वाली होगी, जिससे आपके साथी के साथ रिश्ते मजबूत होंगे। यदि आप पहले से किसी रिश्ते में हैं, तो आप अपने साथी के साथ भावनात्मक रूप से और अधिक जुड़े महसूस करेंगे। आप एक दूसरे के विचारों और भावनाओं को बेहतर तरीके से समझ सकेंगे, जिससे आपके संबंध में गहराई आएगी। साथ ही, इस समय के दौरान आपका पार्टनर भी आपके विचारों को समझेगा और आपके साथ अच्छे कम्युनिकेशन स्थापित करेगा। यह समय प्रेम संबंधों में बैलेंस बनाने और रिश्ते में विश्वास की नींव को मजबूत करने का हो सकता है। विवाह की दृष्टि से भी यह समय बहुत शुभ रहेगा। अगर आप शादी करने का विचार कर रहे हैं, तो इस समय आपको अपने जीवन साथी से मिलने और विवाह के प्रस्ताव को लेकर अच्छे संकेत मिल सकते हैं। इस अवधि में आपकी और आपके साथी की समझ में गहराई आएगी और आप अपने रिश्ते को एक नई दिशा देने के बारे में सोच सकते हैं। साल के दौरान में लंबी यात्रा करने के भी योग बन सकते हैं। इन यात्राओं के दौरान आपको अपने लव लाइफ में भी कुछ नई खुशियां मिल सकती हैं। छोटी और महत्वपूर्ण ट्रैवलिंग आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकती हैं, और हो सकता है कि इन यात्राओं में आपकी किसी नए व्यक्ति से मुलाकात हो। ये मुलाकातें दोस्ती में बदल सकती हैं, और संभव है कि आपको इस दौरान किसी से विशेष संबंध स्थापित करने का अवसर मिले। इन यात्राओं के दौरान आपके रिश्ते में एक नई ताजगी और जोश देखने को मिलेगा। अगर आप किसी रिश्ते में नहीं हैं तो इन यात्राओं के दौरान कोई खास व्यक्ति आपकी लाइफ में प्रवेश कर सकता है।
शिक्षा
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि शिक्षा की दृष्टि से वर्ष 2026 तुला राशि वालों के लिए मिलाजुला रहेगा। एक तरफ, पंचम भाव में राहु ग्रह की उपस्थिति इस बात का संकेत कर रही है कि छात्रों का ध्यान अपनी पढ़ाई से भटक सकता है। सरल शब्दों में कहें तो, इस राशि के छात्र अपने विषयों की पढ़ाई मन लगाकर करने में कठिनाई का अनुभव कर सकते हैं। दूसरी तरफ, साल की शुरुआत से 02 जून तक बृहस्पति महाराज का नवम भाव में गोचर शिक्षा के लिए बहुत शुभ कहा जाएगा। वहीं, इसके बाद यानी कि 02 जून से 31 अक्टूबर की अवधि में छठे भाव के स्वामी और उच्च शिक्षा के कारक बृहस्पति दशम भाव में उच्च अवस्था में विराजमान होंगे। यह स्थिति प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के साथ-साथ पेशेवर कोर्स की पढ़ाई करने वालों के लिए भी बहुत शुभ रहेगी। बता दें कि दशम भाव में बृहस्पति महाराज के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता है। ऐसे में, यह आपसे अधिक मेहनत करवाने का काम कर सकते हैं। लेकिन, जो छात्र राहु के दुष्प्रभाव को अपनी मेहनत और लगन से पीछे छोड़ते हुए एकाग्रता के साथ पढ़ाई करेंगे, उनको सकारात्मक परिणामों की प्राप्ति हो सकती है। हालांकि, 31 अक्टूबर के बाद बृहस्पति देव की स्थिति दर्शा रही है कि मन भटकने के बावजूद भी आप पढ़ाई को एकाग्रता के साथ करने की बार-बार कोशिश करें क्योंकि आपके प्रयासों को सफलता अवश्य मिलेगी और आप अच्छे अंक हासिल करने में सक्षम होंगे। वहीं, जो लोग पढ़ाई को गंभीरता से नहीं करेंगे, तो ऐसे में, राहु का गोचर आपका ध्यान भंग कर सकता है। इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों के पढ़ाई मन लगाकर न करने की वजह से अपने विषयों पर पकड़ कमज़ोर पड़ सकती है जिसके चलते आपको मिलने वाले परिणाम भी कमज़ोर रह सकते हैं। तुला राशि के छात्रों को शिक्षा के मामले में एक तरह के परिणाम नहीं मिलने की संभावना है। जो छात्र लगातार कोशिश करेंगे, उन्हें अपने प्रयासों के दम पर शानदार परिणामों की प्राप्ति होगी। वहीं, जो विद्यार्थियों कोशिश नहीं कर रहे हैं या फिर थोड़ी बहुत कोशिश करके हार मान लेते हैं; स्वाभाविक है कि उनको मिलने वाले परिणाम कमजोर रह सकते हैं। इन जातकों के लिए श्रेष्ठ होगा कि आप पढ़ाई में लगातार मेहनत करें, बड़े बुजुर्गों का मार्गदर्शन लें और गुरुजनों का आदर-सम्मान करते हुए उनके दिखाए गया मार्ग का अनुसरण करें। ऐसा करने से आप पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करके अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।
स्वास्थ्य
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि अगर हेल्थ के दृष्टिकोण से देखे, तो यह साल तुला राशि के लोगों के लिए नरम रहने वाला है। शनि का पांचवे घर में होना पेट से जुड़ी समस्याओं को बढ़ाने वाला साबित हो सकता है, लेकिन साल की शुरुआत से साल के बीच तक बृहस्पति का नवम भाव में होकर आपकी राशि पर प्रभाव डालने के कारण सेहत में सुधार भी होगा और आपकी ऊर्जा भी बढ़ेगी। रोग प्रतिरोधक क्षमता और सही को सही और गलत को गलत समझ कर संतुलित डाइट लेने का प्रभाव आपको शारीरिक तंदुरुस्ती के रूप में बैलेंस करेगा। गुरु की कृपा से ही मानसिक शांति भी मिलेगी और आप अधिक प्रसन्न महसूस करेंगे। चौथे भाव के राहु बार-बार समस्या उत्पन्न करेंगे। विभिन्न प्रकार के संक्रमण और परिवार तथा करियर को लेकर चिंताएं देंगे, जो बेवजह की होगी और उससे आपको परेशानी महसूस होगी, लेकिन वर्ष का दूसरा भाग आपके लिए चुनौतियां लेकर आएगा और सेहत पर ध्यान देने की जरूरत पड़ेगी। सेहत के मामले में इस साल तुला राशि के जातक नरम गरम स्थिति को देख पाएंगे। तुला राशि के जातकों के लिए स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से सामान्यतः शुभ रहेगा। इस वर्ष ग्रहों की स्थिति आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार और समृद्धि का संकेत दे रही है, हालांकि कुछ छोटी-मोटी समस्याएं भी हो सकती हैं, जिन्हें सही समय पर ध्यान देकर नियंत्रित किया जा सकता है।गुरु का नवम भाव में स्थित होना और उसकी पंचम दृष्टि का आपकी लग्न पर होना यह दर्शाता है कि इस वर्ष आपकी शारीरिक तंदुरुस्ती तो अच्छी रह सकती है। गुरु का यह प्रभाव आपके शरीर की काम करने की क्षमता और दक्षता को बढ़ाएगा, जिससे आप कार्यों को अधिक उत्साही और आत्मविश्वास के साथ कर सकेंगे। लेकिन यहां गुरु छठे भाव के स्वामी भी है तो ऐसे में सेहत में आने वाले समस्या से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। साल के शुरुआत में सेहत पर असर पड़ सकता इससे आपकी फिजिकल एक्टिविटी में कमी हो सकती है। जो लोग शुगर उच्च रक्त चाप से प्रभावित हैं उन्हें अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होगी। लेकिन जल्द ही स्थिति सुधार में होगी तब आप ऊर्जा से भरे हुए महसूस करेंगे। यह समय आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को लेकर एक मजबूत और सकारात्मक दिशा में कदम बढ़ाने का रहेगा। स्वास्थ्य केवल शारीरिक तंदुरुस्ती से ही संबंधित नहीं होता, बल्कि मानसिक शांति भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
ज्योतिष उपाय
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि प्रतिदिन श्री सूक्त का पाठ करें। गाय की सेवा करें। कन्याओं के पैर छूकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें। मां लक्ष्मी, मां दुर्गा तथा मां संतोषी की पूजा करनी चाहिए। अपनी जेब में हमेशा सफेद रुमाल रखें । शुक्रवार के दिन इत्र लगाएं। प्रतिदिन मां लक्ष्मी के समक्ष देसी घी का दीपक जलाएं।
वृश्चिक राशि
पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि वृश्चिक राशि के लोगों के लिए साल 2026 बहुत महत्वपूर्ण रहेगा। आपके जीवन में बहुत से ऐसे घटनाक्रम होंगे, जो आपके जीवन जीने के तरीके को बदल कर रख देंगे और आपको बहुत अंदर तक प्रभावित करेंगे। कुछ घटनाएं अचानक से आपको आश्चर्य में डाल सकती हैं, लेकिन उन गतिविधियों को समझने के लिए जिस बौद्धिक क्षमता की आवश्यकता होगी, वह धीरे-धीरे आपके अंदर विकसित होती जाएगी। पंचम भाव में शनि का गोचर आपके जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को प्रभावित करेगा, वहीं चौथे भाव का राहु आपको मजबूत इरादे और हौसला प्रदान करेगा, लेकिन परिवार में संतुलन बढ़ाएगा। बृहस्पति साल की शुरुआत में आठवें घर में होकर आध्यात्मिक उन्नति देंगे, जिससे साल का प्रभाव मिला-जुला असर देने वाला होगा। आपको धार्मिक कामों, ट्रेवल, संतान से संबंधित मामलों पर ज्यादा प्रभाव देखने को मिल सकता है। इस साल शनि का प्रभाव पंचम भाव में शनि का प्रभाव में मौजूद मीन राशि में होने वाला है। इस समय आपके विचारों में शनि का असर देखने को मिलेगा वहीं प्रेम संबंधों, शिक्षा, क्रिएटिविटी, सबकॉन्शियस जैसी बातों पर शनिदेव असर डालेंगे। इसके अलावा गुरु आठवें घर में बैठ कर आपको आध्यात्मिक स्तर पर काफी गहरा असर देने वाला है, लेकिन यहां आर्थिक मसले और एजुकेशन का स्तर अपना अलग ही असर देने वाला होगा। राहु शुरुआती समय में चौथे भाव में कुंभ राशि में गोचरस्थ रहते हुए अपना असर डालेंगे। वहीं साल के अंत में राहु की स्थिति मकर में होने से बदलाव अलग होंगे। राशि स्वामी मंगल का प्रभाव अनुकूल रहेगा जो अच्छे परिणाम दे सकता है बस स्थिति तब कुछ कमजोर दिखाई देगी जब राशि स्वामी पाप ग्रहों के साथ प्रभावित होंगे। इसके अलावा शुक्र ग्रह की स्थिति वैवाहिक जीवन पर असर दिखाने वाली होगी तो बुध और सूर्य देव की स्थिति कर्म और लाभ के लिए जिम्मेदार होने वाली है। साल का प्रभाव मिले जुले असर दिखाने वाला होगा। कुछ काम बदलाव के लिए विशेष होंगे, बाहरी लोगों का सहयोग होगा लेकिन आंतरिक स्थिति उथल-पुथल दे सकती है। इसके बावजूद आपको अपने प्रयासों में सफलता भी प्राप्त होगी। ज्योतिषीय दृष्टिकोण से इस वर्ष विभिन्न ग्रहों का गोचर और स्थिति आपके जीवन में महत्वपूर्ण प्रभाव डालने वाले हैं। साल के आरंभिक स्तर में शनि मीन राशि के पंचम भाव में रहेगा। पंचम भाव से शनि का गोचर शिक्षा, संतान और इच्छाओं और आकांक्षाओं से संबंधित मामलों पर प्रभाव डालता है। यह समय आपके लिए बैलेंस में बने रहने का है। आपको अपने बच्चों से संबंधित कोई चुनौती का सामना हो सकता है, लेकिन आपके धैर्य और समझ से समस्याओं का समाधान निकल सकता है। राहु साल के आरंभ में कुंभ राशि के चतुर्थ भाव में रहेगा, जो पारिवारिक जीवन और घर से जुड़े मामलों पर प्रभाव डालने वाला है। इस दौरान घर में अशांति और तनाव का वातावरण बन सकता है। परिवार में किसी सदस्य के स्वास्थ्य को लेकर चिंता बनी रह सकती है। इसके अलावा, राहु के कारण घरेलू रिश्तों में भी कुछ उतार-चढ़ाव हो सकते हैं। नवंबर के बाद राहु के गोचर में बदलाव आ सकता है, जिससे पारिवारिक जीवन में कुछ सुधार हो सकता है। राहु का मकर राशि के तृतीय भाव में गोचर भी महत्वपूर्ण है। यह आपके आत्मविश्वास और शारीरिक शक्ति को प्रभावित कर सकता है। इस दौरान आपको अपने कार्यों में कड़ी मेहनत और संघर्ष करने की आवश्यकता होगी। संचार और यात्रा के मामलों में भी कुछ कठिनाइयां आ सकती हैं।
कैरियर
ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि वृश्चिक राशि वालों की नौकरी के लिए वर्ष 2026 मिलाजुला रहेगा। इस दौरान आपका ध्यान कभी-कभी भटक सकता है और ऐसे में, आप नौकरी में अपने लक्ष्यों को पूरा करने में चूक सकते हैं। इसके फलसवरूप, आपको कार्यक्षेत्र में मिलने वाले परिणाम औसत से कमज़ोर भी रह सकते हैं। बता दें कि अगर घर की समस्याएं घर तक ही सीमित रखेंगे और कार्यस्थल में नकारात्मक सोच वाले लोगों से बचेंगे, तो आप अपने लक्ष्यों को आसानी से पूरा कर लेंगे। आपको काम से ज्यादा बातों में समय बिताने वाले सहकर्मियों से दूर रहना होगा और मन लगाकर अपना काम करना होगा, तब ही आप राहु और शनि की नकारात्मकता से बचकर शुभ फल प्राप्त कर सकेंगे। ऐसा न करने की स्थिति में दशम भाव में बैठा केतु आपको वरिष्ठों की नजरों से गिराने का काम कर सकता है या फिर वरिष्ठ या बॉस आपसे नाखुश नज़र आ सकते हैं। हालांकि, गुरु ग्रह की स्थिति बीच-बीच में आपको सहयोग कर सकती है। वहीं, मंगल देव की स्थिति भी आपके लिए औसत रहेगी, लेकिन फिर भी आपको सावधानी बरतनी होगी। वृश्चिक राशिफल 2026 कहता है कि 16 जनवरी से लेकर 23 फरवरी और 11 मई से लेकर 21 जून की अवधि में आपको नौकरी के कुछ बेहतरीन अवसर मिल सकते हैं। वृश्चिक राशि के लोगों को साल 2026 में कामकाज की स्थिति अच्छा दिख रही है। आपको कुछ मौके मिलेंगे। काम की प्राप्ति होगी। कुछ नया स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं, तो उसमें भी आपको आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। नौकरी में प्रमोशन और गवर्नमेंट जॉब मिलने के योग बनेंगे। साल का पहला भाग आपके काम को लेकर सामान्य रहेगा। अष्टम भाव में गुरु का गोचर आपको कार्य करने में कुछ अड़चन उत्पन्न कर सकता है, जिससे वर्कप्लेस पर आपकी स्थिति उतार चढ़ाव से भरी रहेगी और जीवन में अनिश्चितता रहेगी। आप करियर को लेकर थोड़े आश्चर्यचकित रहेंगे, जिसका प्रभाव आपकी कार्यशैली पर भी पड़ेगा।
आर्थिक स्थिति
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि वर्ष के पहले भाग में पैसों को लेकर आप बजट बनाने से लेकर घर के खर्चों को लेकर ध्यान से काम कर सकते हैं। गुरु और शनि का एक साथ आपके धन भाव को देखना संपत्ति के मामले में सकारात्मक प्रभाव दे सकता है। इसके परिणामस्वरूप, आप अपने धन को सेव करने के लिए कोई नई पॉलिसी को भी अपना सकते हैं। घरेलू वस्तुओं के लिए खरीदारी में पैसा लगा सकते हैं। बच्चों की एजुकेशन हो या फिर किसी पुराने निवेश की स्थिति खर्च और लाभ दोनों का असर दिखाई देगा। इस समय आपको बचत करने में कोई खास समस्या नहीं आएगी। आप अपने आय के स्रोतों को बढ़ाने के लिए कुछ नई योजनाओं पर काम कर सकते हैं और कुछ अतिरिक्त आमदनी के रास्ते भी तलाश सकते हैं। इस समय के दौरान वाहन, इलेक्ट्रॉनिक सामान, रहन सहन की चीजों इत्यादि में खर्च होगा। वहीं घर के किसी बड़े से कुछ लाभ भी मिल सकता है। कोई पुरानी संपत्ति या फिर कोई एंटीक ज्वेलरी या वस्तु मिल सकती है। यह समय आपके लिए अनुकूल हो सकता है, क्योंकि इस समय खरीदी गई वस्तुएं आपको भविष्य में लाभ प्रदान कर सकती हैं। साथ ही, यह समय निवेश के लिए भी अच्छा रहेगा। आपको घर, भूमी संपत्तियों से जुड़े लाभ मिल सकते हैं और वाहन की खरीदारी या उसके सुधार से भी सुख-सुविधाओं का आनंद लिया जा सकता है। आप घर की खुशी के लिए और वाहन, संपत्ति, रहन-सहन से जुड़ी चीजों पर खर्च करेंगे। यह खर्च खुलकर होगा और घर के किसी बड़े सदस्य से भी आपको लाभ मिल सकता है। आपको कोई पुरानी एंटीक ज्वेलरी भी मिल सकती है। साल के बीच में आर्थिक जीवन ठीक-ठाक रहेगा। आपको अपने कामों को करने के लिए किसी प्रकार के भी धन की कमी महसूस नहीं होगी। आपकी कर्ज उतरेंगे और बैंक लोन है, तो वह भी धीरे-धीरे समाप्त होने लगेंगे। जून से अक्टूबर के बीच बृहस्पति का नवम भाव में होना आपके लिए ज्यादा फायदेमंद साबित होगा और आपकी आर्थिक क्षमता को बढ़ाएगा। आप अपने आर्थिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए बहुत ज्यादा ध्यान से काम करेंगे और इसका आपको फायदा मिलेगा। राहु केतु के प्रभाव से अचानक से घर के सदस्य की सेहत पर खर्च करना पड़ सकता है। संपत्ति खरीदने से भी धन खर्च की स्थिति बनेगी, लेकिन आर्थिक स्थिति में सुधार आता रहेगा, जिससे कि यह साल आर्थिक तौर पर आपको खुशी देकर जाएगा।
परिवार
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि वृश्चिक राशि के जातकों का पारिवारिक जीवन वर्ष 2026 में अनुकूल रह सकता है। हालांकि, आपको परिवार के सदस्यों के साथ रिश्तों को लेकर जागरूक रहना होगा। वहीं, दूसरे भाव पर शनि ग्रह की दृष्टि परिवार में छोटे-मोटे विवादों को जन्म दे सकती है और कभी-कभी सदस्य बेवजह रूठ सकते हैं। ऐसे में, आपको अपनी गलती न होते हुए भी सामने वाले को मनाने की कोशिश करनी होगी क्योंकि इसे ही समझदारी कहा जाएगा जिसका समर्थन देवगुरु बृहस्पति करेंगे। जब बृहस्पति देव दूसरे भाव के स्वामी के रूप में साल की शुरुआत से लेकर 02 जून तक आपके दूसरे भाव को देखेंगे, तब आप समझदार बनकर परिवार में चल रही समस्याओं को दूर करने में सक्षम होंगे। इस अवधि में परिवार में कोई बड़ी समस्या नहीं आएगी और पारिवारिक जीवन में अनुकूलता बनी रहेगी। बता दें कि 31 अक्टूबर के बाद गुरु ग्रह अपनी पंचम दृष्टि से आपके दूसरे भाव को देखेंगे, उस समय अगर आप सावधानी बरतेंगे तो घर-परिवार की समस्याओं का अंत हो सकेगा। सरल शब्दों में, इस साल पारिवारिक जीवन में समस्या आएगी, लेकिन कोई बड़ी परेशानी नहीं आएगी। गृहस्थ जीवन की बात करें तो, यह वर्ष थोड़ा कमज़ोर रह सकता है। विशेष रूप से साल की शुरुआत से लेकर 5 दिसंबर तक राहु ग्रह की चतुर्थ भाव में उपस्थिति गृहस्थ जीवन में कोई न कोई समस्या बने रहने की तरफ संकेत कर रही है। हालांकि, जनवरी से 02 जून के दौरान गुरु ग्रह की नवम दृष्टि चतुर्थ भाव पर होगी। ऐसे में, यह गृहस्थ जीवन की समस्याओं को नियंत्रित करने का काम करेंगे। वृश्चिक राशिफल 2026 के अनुसार, 02 जून से 31 अक्टूबर के बीच बृहस्पति का संबंध चतुर्थ भाव से प्रत्यक्ष रूप से नहीं होगा, परंतु समझदारी से काम लेने पर आप गृहस्थी से जुड़ी समस्याओं को हल कर लेंगे। वर्ष 2026 में आपको शादीशुदा जीवन में सावधानी बरतनी होगी ताकि आप संतुलित परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। दूसरे भाव के स्वामी शुक्र साल के अधिकांश समय आपके पक्ष में रहेंगे, परंतु चतुर्थ भाव का राहु और पंचम भाव का शनि बार-बार आपके मूड को बदलने का काम कर सकता है। साथ ही, आपकी साथी से बहस भी हो सकती है। हालांकि, शनि की तीसरी दृष्टि सप्तम भाव पर होने से आपके रिश्ते में कभी-कभी बेरुखी देखने को मिल सकती है। हालांकि, गुरु ग्रह काफ़ी हद तक आपका सहयोग करना चाह रहे हैं और ऐसे में, यह रिश्ते से समस्याओं को दूर करेंगे। इस अवधि में समस्याएं आएंगी भी और दूर भी हो जाएंगी। वृश्चिक राशि वाले वैवाहिक जीवन में प्रयत्न करके विवादों को टालने और विवाद को बढ़ने से भी रोकने में सक्षम होंगे। कुल मिलाकर, कुछ सावधानियों को अपनाकर आप वैवाहिक जीवन को संतुलित बनाए रख सकेंगे।
प्रेम - रोमांस
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि लव लाइफ के लिए वृश्चिक राशि के लोगों को साल की शुरुआत में बहुत सावधानी रखनी होगी। शनि का प्रभाव पांचवे घर पर और राहु का प्रभाव चौथे घर पर होने से परिवार के लोगों का इंटरफेयर आपके रिलेशनशिप में ज्यादा होगा, जो बार-बार आपको परेशान करेगा। शनि के प्रभाव से और बृहस्पति के आठवें भाव में होने के कारण जीवन में अचानक से कुछ बड़ी घटनाएं घटित होगी। जो आपके रिलेशनशिप को प्रभावित कर सकती हैं। ऐसे में हिम्मत से काम लेना होगा और अपनी डूबती नैया को बचाने के लिए आपको अपने प्रियजन से सब कुछ साफ-साफ कहना और सुनना होगा। अक्टूबर से दिसंबर के बीच बृहस्पति के प्रभाव से लव मैरिज के योग बनेंगे और लव लाइफ में खुशियां लौट आएंगी। भाग्य भाव पांचवें से पांचवें भाव होता है। ज्योतिष के एक सूत्र “भावात भावम” के अनुसार भाग्य भाव भी प्रेम संबंधों को दर्शाता है। इसके फलस्वरूप, 02 जून से 31 अक्टूबर तक का समय प्रेम जीवन में उत्पन्न समस्याओं को दूर करने का काम करेगा। बस ध्यान रखें कि आपका प्रेम सच्चा हो, अन्यथा पंचम भाव में बैठे शनि रिश्ते को तोड़ सकते हैं और उस समय गुरु देव भी आपकी मदद नहीं कर पाएंगे। वहीं, 31 अक्टूबर के बाद नौकरी में व्यस्त होने या अन्य कारणों से साथी के लिए समय निकालना आपके लिए मुश्किल होगा। दूसरी तरफ, साल की शुरुआत से लेकर 02 जून तक आपको प्रेम जीवन में सावधानी बरतनी होगी। इस प्रकार, इस पूरे वर्ष में ही आपको प्रेम संबंधों को प्यार से संभालना होगा। साल की शुरुआत से 2 जून तक का समय प्रेम जीवन के लिए कमज़ोर रहेगा। लेकिन इसके बाद, 02 जून से 31 अक्टूबर की अवधि अच्छी रहेगी और फिर 31 अक्टूबर से साल के अंत का समय औसत रहेगी। हालांकि, इन जातकों को प्रेम जीवन में मिलने वाले परिणाम आपके प्रयत्नों, कर्मों, निष्ठा, प्रेम और पवित्रता पर निर्भर करेंगे। वृश्चिक राशि वालों का प्रेम जीवन वर्ष 2026 में सकारात्मक रहेगा, विशेषकर कुछ ख़ास परिस्थितियों में शुभ रह सकता है। लेकिन, प्रेम जीवन में रिश्ते को लेकर जरा सी लापरवाही परिणामों को कमज़ोर कर सकती है। बता दें कि पंचम भाव में शनि देव पूरे वर्ष रहेंगे जो संकेत कर रहे हैं कि सच्चा प्रेम करने वाले लोगों की शनि देव सहायता करेंगे। वहीं, जो लोग रिश्ते को लेकर गंभीर नहीं हैं, उनके रिश्ते में शनि ग्रह समस्या पैदा करके टूटने की कगार पर ले सकते हैं। हालांकि, पंचम भाव के स्वामी बृहस्पति देव की स्थिति साल 2026 में 5-6 महीने अनुकूल रहेगी। यह 02 जून से 31 अक्टूबर की अवधि में उच्च अवस्था में भाग्य भाव में रहेंगे।
शिक्षा
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि शिक्षा की दृष्टि से वर्ष 2026 वृश्चिक राशि के जातकों के लिए औसत रहेगा। हालांकि, आपको मिलने वाले परिणाम कभी-कभी कमज़ोर रह सकते हैं क्योंकि इस साल आपका स्वास्थ्य नाज़ुक रहने की आशंका है। ऐसे में, आपका खराब स्वास्थ्य आपकी शिक्षा को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। लेकिन, आपकी सेहत ठीकठाक रहने पर आप पढ़ाई में औसत नतीजे प्राप्त कर सकेंगे। बता दें कि चतुर्थ भाव में राहु महाराज की उपस्थिति शिक्षा में ध्यान केंद्रित करने में समस्याएं पैदा कर सकती हैं। वहीं, पंचम भाव में शनि ग्रह मौजूद होंगे और ऐसे में, आपको पढ़ाई में मित्रों और साथियों का कोई ख़ास सहयोग नहीं मिलने की संभावना है। इस दौरान आप अपनी बुद्धि के दम पर या तो पढ़ाई में आगे निकल जाएंगे या फिर आपको सब्जेक्ट पर अपनी पकड़ बनाने में थोड़ा समय लग सकता है जिसके चलते आप पढ़ाई में पिछड़ सकते हैं। हालांकि, साल की शुरुआत से लेकर 02 जून तक उच्च शिक्षा के कारक ग्रह आपके आठवें भाव में रहेंगे और ऐसे में, यह अवधि शोध से जुड़े विद्यार्थियों के लिए अच्छी रहेगी। वहीं, 02 जून से लेकर 31 अक्टूबर के बीच बृहस्पति अनुकूल स्थिति में होंगे जो कि वृश्चिक राशि के सभी छात्रों को शुभ फल प्रदान करेंगे। इसी क्रम में, 31 अक्टूबर के बाद का समय पेशेवर शिक्षा हासिल कर रहे छात्रों के लिए उत्तम रहेगा। इस वर्ष बुध देव भी ज्यादातर समय आपके पक्ष में रहेंगे यानी कि बुध आपको शिक्षा के मामले में बेहतर परिणाम दे सकते हैं। कुल मिलाकर, वर्ष 2026 में सिर्फ़ दो ग्रह शिक्षा में समस्याएं पैदा कर सकते हैं, तो वहीं शिक्षा के कारक ग्रह की स्थिति आपके लिए काफ़ी अच्छी रहेगी जो पढ़ाई में आपका सहयोग कर सकती है। इन परिस्थितियों में उन छात्रों को सफलता मिल सकती है जो लगातार मेहनत करेंगे। ऐसे में, आपको इस वर्ष मन लगाकर और सकारात्मक वातावरण में पढ़ाई करनी होगी। साथ ही, शिक्षा में आपको किसी का साथ मिले या न मिले, पर आपको अपने सब्जेक्ट पर पूरा ध्यान देना होगा, तब ही आप सफलता प्राप्त करने में सक्षम होंगे। टेक्निकल फील्ड के लोगों के लिए यह समय अवधि बहुत ज्यादा अनुकूल रहेगी और जो स्टूडेंट इस फील्ड में पढ़ाई करेंगे, उन्हें भी जॉब आसानी से मिल जाएगी। बृहस्पति के गोचर के बाद, आपके बच्चों में उच्च शिक्षा के प्रति रुचि और अधिक बढ़ेगी। वे अपनी बुद्धि और समझदारी का परिचय देंगे और शिक्षा के क्षेत्र में अच्छे परिणाम प्राप्त करेंगे। अगर आपके बच्चे कोई प्रतियोगी परीक्षा दे रहे हैं, तो उनके लिए यह समय शुभ रहेगा। इस साल आध्यात्मिक स्तर अच्छा होगा लेकिन संघर्ष भी अधिक रहने वाला है।
स्वास्थ्य
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि वर्ष 2026 वृश्चिक राशि वालों के स्वास्थ्य के लिए थोड़ा कमज़ोर रह सकता है। ऐसे में, आपको इस वर्ष स्वास्थ्य को लेकर पूरी तरह से सावधान रहना होगा। साथ ही, अपने खानपान का ध्यान रखना होगा और उचित जीवनशैली अपनानी होगी, तब ही आप अपनी सेहत को बेहतर बनाए रख पाएंगे। हालांकि, चिंता की कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन फिर भी आप सतर्क रहें। इस वर्ष ग्रहों की स्थिति देखें तो, शनि महाराज पूरे वर्ष आपके पंचम भाव में विराजमान रहेंगे और इस भाव में शनि ग्रह के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता है। ऐसे में, शनि देव आपको पेट से जुड़े रोग देने का काम शनि ग्रह कर सकते हैं। वहीं, राहु देव 05 दिसंबर 2026 तक आपके चतुर्थ भाव में रहेंगे। सरल शब्दों में कहें तो, साल के ज्यादातर समय राहु की चौथे भाव में उपस्थिति आपकी सेहत के लिए ठीक नहीं कही जा सकती है। ऐसे में, यह आपको हृदय, सीने या फेफड़ों से संबंधित समस्याएं दे सकते हैं या फिर मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। हेल्थ के मामले में वृश्चिक राशि के लोगों को साल 2026 में बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव देखने पड़ेंगे। वर्ष का शुरुआती समय अच्छा रहेगा। पेट से जुड़ी समस्याएं, गैस्ट्रिक, जोड़ों में दर्द और जकड़न, लिवर प्रॉब्लम और छाती में दर्द आदि की शिकायत है तथा घर परिवार में माता-पिता का स्वास्थ्य भी आपको चिंता देंगे। मानसिक और शारीरिक रूप से आपको उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ेगा। आपकी इम्यूनिटी कमजोर रहेगी, जिससे छोटी-छोटी बीमारियां आपको अपनी पकड़ में ले सकती हैं। सही पोषण और संतुलित डाइट ही आपको इन सब से बचा सकती है। मानसिक संतुलन बनाए रखना आपके लिए बेहद जरूरी होगा और सही समय पर भोजन के साथ आराम भी आवश्यक होगा। अपने रूटीन को अच्छा बनाने के लिए किसी विशेषज्ञ से सलाह ले सकते हैं। साल के बीच में आपकी इम्यूनिटी मजबूत होने लगेगी, जिससे स्वाभाविक रूप से आपकी सेहत में सुधार होगा और उल्लेखनीय प्रगति आपको समय के साथ देखने को मिलेगी। जब आप खुद को ज्यादा ऊर्जावान सतर्क जागरूक और मजबूत महसूस करेंगे। साल के दूसरे भाग में नींद पर ज्यादा ध्यान देना होगा। खुद को ज्यादा थकने से बचना होगा और बराबर आराम करना होगा। रोगों से बचने के लिए लगातार उन पर ध्यान देना, आवश्यक मेडिकल चेकअप कराना और डॉक्टर से संपर्क करना आपको समय-समय पर लाभ देता रहेगा और अच्छी हेल्थ भी प्रदान करेगा।
ज्योतिष उपाय
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि शनिवार को सरसों के तेल का दीपक पीपल के पेड़ के नीचे में जलाएं। हनुमान चालीसा और संकट मोचन का पाठ करें। चीटियों को आटा डालें। दुर्गा सप्तशती के चतुर्थ अध्याय या संपूर्ण दुर्गा सप्तशती का पाठ करें। हमेशा बड़ों का सम्मान करें और क्रोध से बचें।
धनु राशि
पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि धनु राशि के जातकों को साल 2026 मिले-जुले परिणाम दे सकता है। लेकिन फिर भी, आपको इस वर्ष सावधानी पूर्वक आगे बढ़ना होगा। करियर के क्षेत्र में इन लोगों के लिए मन लगाकर और समर्पित होकर काम करना जरूरी होगा। साथ ही, आपको आलस और लापरवाही से बचना होगा, तभी आप अपने लक्ष्य को हासिल कर सकेंगे। आर्थिक जीवन के लिए यह साल औसत रहने की संभावना है। भूमि, भवन या वाहन लेने की सोच रहे जातकों के लिए इस विचार को टालना उचित रहेगा क्योंकि यह अवधि कमज़ोर रह सकती है। पढ़ाई करने वाले छात्रों को वर्ष 2026 में अपनी मेहनत के अनुरूप परिणाम प्राप्त होंगे। साल का पहला हिस्सा ज्यादातर विद्यार्थियों के लिए अनुकूल रहेगा जबकि दूसरा हिस्सा शोध के विद्यार्थियों के लिए बेहतर साबित होगा। प्रेम जीवन भी मधुरता से पूर्ण बना रहेगा। विवाह और वैवाहिक जीवन से जुड़े मामलों के लिए साल 2026 का पहला हिस्सा ज्यादा अच्छा कहा जाएगा। पारिवारिक जीवन शांतिपूर्ण बना रहेगा और आपको किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। हालांकि, धनु राशि के जातकों को इस वर्ष अपनी सेहत के प्रति सतर्क रहना होगा, तब ही आप स्वस्थ रह सकेंगे। वर्ष के पहले भाग की तुलना में दूसरे हिस्से में स्वास्थ्य को लेकर अधिक सावधान रहें। इस वर्ष आपके कई काम जो लंबे समय से रुके हुए थे या जिनकी आपने उम्मीद की थी, सफलता से पूरे होंगे। घर-गृहस्थी और कार्यक्षेत्र में संतोषजनक परिणाम देखने को मिलेंगे, लेकिन कुछ मामलों में सतर्क रहना आवश्यक होगा। मानसिक तनाव और पारिवारिक मतभेद आपके मन को प्रभावित कर सकते हैं, इसलिए इन बातों पर ध्यान देना जरूरी होगा। शनि का चौथे भाव में और साल की शुरुआत में बृहस्पति का सातवें भाव में गोचर आपके जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाएगा। तीसरे भाव में राहु आपको साहस और हिम्मत देगा, जिससे हर कार्य में मनचाहा परिणाम हासिल करने में मदद मिलेगी। छात्रों के लिए यह साल विशेष रूप से सफलता देने वाला रहेगा। साल के पहले भाग में गुरु मिथुन राशि के सप्तम भाव में रहेगा, जिससे आपके जीवन साथी के साथ रिश्ते में सुधार हो सकता है। जून के बाद गुरु की स्थिति कर्क राशि के अष्टम भाव में होगी जो शारीरिक और मानसिक कठिनाइयों का संकेत दे सकती है। इस समय आपको अपनी सेहत विशेष ध्यान रखना होगा। अक्टूबर को गुरु का सिंह राशि में नवम भाव में प्रवेश करना आपके लिए शुभ रहेगा। यह समय यात्राओं और शैक्षिक सफलता के लिहाज से लाभकारी होगा।
कैरियर
ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि धनु राशि वालों की नौकरी के लिए वर्ष 2026 औसत से बेहतर रहेगा क्योंकि आपके करियर भाव के स्वामी बुध ग्रह साल के ज्यादातर समय आपके पक्ष में रहेंगे। साथ ही, आपके छठे भाव के स्वामी शुक्र ग्रह की स्थिति भी अधिकांश समय अनुकूल रहेगी। ऐसे में, शुक्र के द्वारा आपको नौकरी में सकारात्मक परिणाम मिलने की अच्छी संभावनाएं हैं लेकिन, शनि, केतु तथा बृहस्पति की स्थिति बीच-बीच में आपके लिए समस्याएं पैदा कर सकती हैं। इस प्रकार, नौकरी की दृष्टि से वर्ष 2026 आपके लिए मिला-जुला रह सकता है। हालांकि, 03 फरवरी से 11 अप्रैल 2026 की अवधि में आपको नौकरी के कुछ नए अवसर मिल सकते हैं, परंतु इस अवधि में बदलाव करने से बचें। साथ ही, दूसरों से बेहद विनम्रता और सकारात्मकता से बातचीत करें। धनु राशि के जातकों को इस बात का ध्यान रखना होगा कि सहकर्मियों के साथ आपके रिश्ते ख़राब न होने पाएं। वहीं, 11 अप्रैल से 30 अप्रैल 2026 की अवधि में बुध महाराज आपके चतुर्थ भाव में रहेंगे जो कि अनुकूल स्थिति कही जाएगी, परन्तु वह शनि देव के साथ नीच अवस्था में विराजमान होंगे। इसके परिणामस्वरूप, आपको नौकरी में किसी भी तरह का जोखिम उठाने से बचना होगा। साथ ही, घर-परिवार की समस्याओं को खुद पर हावी न होने दें ताकि आपके काम पर इनका नकारात्मक असर दिखाई न दें। ऐसा करने से आप अपनी नौकरी को सुरक्षित रख सकेंगे, बाकी के समय में कोई बड़ी समस्या नहीं आएगी। धनु राशि के लोगों को इस साल नौकरी और बिजनेस में ज्यादा सकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकते हैं। शनि का प्रभाव वर्कप्लेस पर आपसे ज्यादा समय अनुशासन और मेहनत की मांग करेगा, जिससे आपकी जॉब में अच्छे सुधार देखने को मिलेंगे। सप्तम भाव का बृहस्पति का प्रभाव आपकी राशि पर होने से आप सही डिसीजन लेंगे, जो जॉब में आपको मदद करेंगे। सीनियर्स का सपोर्ट आपके साथ रहेगा और बिजनेस करने वालों को शनि और बृहस्पति के प्रभाव से बिजनेस एक्सपेंशन का भी मौका मिलेगा। कोई नया स्टार्टअप शुरू करने के लिए यह साल आपकी बहुत मदद करेगा। आपकी वर्कप्लेस पर कुछ नई योजनाएं शुरू हो सकती हैं। यह आपके आने वाले समय में अच्छे अवसर प्रदान करेंगे और व्यावसायिक दृष्टिकोण को मजबूत बनाएंगे। गुरु का गोचर साल की शुरुआत में आपके लिए बेहद फायदेमंद रहेगा, लेकिन साल के बीच में कष्टपूर्ण रह सकता है। विशेष कर जून से अक्टूबर के बीच के समय अवधि में आपको बिजनेस और नौकरी में बहुत सावधानी रखनी होगी, क्योंकि कानूनी अड़चनें आपको परेशानी में डाल सकती हैं।
आर्थिक स्थिति
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि धन के मामले में धनु राशि के लोगों के लिए साल 2026 अच्छा रहेगा। साल की शुरुआत में ग्रहों के प्रभाव से आपके पास अच्छा धन आएगा। अच्छी मात्रा में आया धन आपके बैंक बैलेंस को बढ़ाएगा और घर के आवश्यक खर्च भी कराएगा। राहु का प्रभाव आपको लगातार धन प्राप्ति की राह में आगे बढ़ाएगी। आपकी मेहनत और आपका हौसला आपको बिजनेस में रिस्क लेकर आगे बढ़ाने में अच्छा धन लाभ प्रदान करेगा। साल के पहले भाग में आपकी आर्थिक स्थिति ज्यादा मजबूत रहेगी। इसके अलावा, 14 मई से 08 जून 2026 और 01 अगस्त से 02 सितंबर 2026 तक की अवधि में आप आर्थिक रूप से थोड़े कमज़ोर रह सकते हैं। हालांकि, इस दौरान कोई बड़ी समस्या आने के योग नहीं है। बात करें बचत की, तो धन भाव के स्वामी शनि अपने से तीसरे भाव में उपस्थित होंगे जो कि अच्छी स्थिति मानी जाएगी। बता दें कि चतुर्थ भाव में शनि के गोचर को शुभ नहीं माना जाता है। ऐसे में, धन भाव के स्वामी की स्थिति के आधार पर वर्ष 2026 बचत के मामले में औसत रह सकता है। धनु राशिफल 2026 कहता है कि धन के कारक ग्रह बृहस्पति देव की स्थिति साल के अधिकांश समय अनुकूल रहेगी। जनवरी से लेकर 02 जून 2026 तक गुरु देव सप्तम भाव में बैठकर आपके लाभ भाव को देखेंगे, तब यह आपको लाभ करवाने का काम करेंगे। हालांकि, 02 जून से लेकर 31 अक्टूबर 2026 की अवधि में गुरु ग्रह आपके आठवें भाव में उच्च अवस्था में रहेंगे और वहां से आपके धन भाव पर दृष्टि डालेंगे। ऐसे में, यह आपके आर्थिक जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं। इसके बाद, गुरु देव की भाग्य भाव में उपस्थिति आपके लिए अनुकूल कही जाएगी। इस प्रकार, वर्ष 2026 में धन से जुड़े मामले पर किसी ग्रह का अशुभ प्रभाव नहीं होगा, परंतु शनि ग्रह की स्थिति सामान्य रहेगी जबकि अन्य ग्रह आपको काफ़ी हद तक बेहतर परिणाम दे सकते हैं। कुल मिलाकर, अगर आपके कार्यक्षेत्र में कोई समस्या नहीं आती है, तो आपका आर्थिक जीवन अच्छा बना रहेगा और आपकी आय भी उत्तम रहेगी। साथ ही, आप बचत भी कर पाएंगे। बृहस्पति की 11वें भाव पर दृष्टि आपकी इन्कम संबंधी समस्याओं को दूर करती जाएगी। शनि का प्रभाव चुनौतियों को कम करेगा। बैंक लोन घटाने में मदद करेगा, लेकिन आप संपत्ति खरीदने के लिए कोई लोन भी ले सकते हैं, उसमें आपको यह मदद भी करेगा। साल के बीच में खर्चों पर आपको कंट्रोल करने की लगातार कोशिश करनी होगी और इस समय अवधि में आपकी इन्कम भी कमजोर रहेगी, इसलिए आपको अपनी बचत का इस्तेमाल करना पड़ेगा।
परिवार
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि धनु राशि के जातकों के पारिवारिक जीवन के लिए वर्ष 2026 मिलाजुला रहेगा। हालांकि, इस साल के ज्यादातर समय कोई बड़ी परेशानियां नजर नहीं आ रही है। लेकिन कभी-कभी छोटी-मोटी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। अगर आप इन समस्याओं को तुरंत दूर नहीं करेंगे, तो यह आगे एक बड़ा रूप ले सकती है। वहीं, दूसरे भाव के स्वामी चतुर्थ भाव में रहेंगे और ऐसे में, घर-परिवार में वाद-विवाद जन्म ले सकते हैं या फिर किसी बात को लेकर कोई सदस्य नाराज़ हो सकता है। अगर आप सावधानी पूर्वक आगे बढ़ेंगे, तो पारिवारिक जीवन में कोई परेशानी नहीं आएगी। हालांकि, धनु राशि वालों को 16 जनवरी से 23 फरवरी 2026 और 02 अप्रैल से 11 मई 2026 के दौरान आपको परिवार में शांति बनाए रखने का प्रयास करना होगा। गृहस्थ जीवन के लिए वर्ष 2026 तुलनात्मक रूप से कमज़ोर रह सकता है। बता दें कि चतुर्थ भाव के स्वामी साल के ज्यादातर समय अनुकूल स्थिति में रहेंगे और चतुर्थ भाव में शनि देव विराजमान होंगे जो घर-परिवार में समस्याएं पैदा कर सकते हैं। ऐसे में, पारिवारिक जीवन की तुलना में गृहस्थ जीवन इस साल थोड़ा कमज़ोर कहा जाएगा। सामान्य शब्दों में कहें तो, गृहस्थ जीवन में परेशानियां आएंगी, लेकिन वह धीरे-धीरे दूर भी हो जाएंगी इसलिए सोच-विचार कर काम करें। इस दौरान पुरानी चीजें आपको परेशान कर सकती हैं या फिर जमीन-जायदाद या घर को लेकर चिंता बनी रह सकती है। इसके फलस्वरूप, घर जर्जर हो गया हो तो रिपेयर करवाने की जरूरत अथवा घर बनवाने जैसे काम आपके सामने आ सकते हैं जिन्हें पूरा करने के लिए आपको शांत रहकर काम करना होगा। आपके वैवाहिक जीवन के लिए वर्ष 2026 अनुकूल रहेगा क्योंकि आपके सप्तम भाव पर किसी पापी ग्रह का नकारात्मक प्रभाव नजर नहीं आ रहा है। राहु-केतु और शनि का प्रभाव भी सप्तम भाव पर होने के कारण दांपत्य जीवन में गलतफहमियां पैदा हो सकती हैं। दूसरी तरफ, साल की शुरुआत से लेकर 02 जून तक गुरु ग्रह का प्रभाव वैवाहिक जीवन को अनुकूल बनाने का काम करेगा। हालांकि, 02 जून से लेकर 31 अक्टूबर के बीच का समय ठीक-ठाक रहेगा रहेगा और इसके बाद यानी 31 अक्टूबर के बाद की अवधि अनुकूल रहेगी। वहीं, मंगल ग्रह साल की शुरुआत से लेकर 16 जनवरी 2026 तक आपके पहले भाव में रहेंगे। ऐसे में, आपको इस दौरान वैवाहिक जीवन में सावधानी बरतनी होगी। इसके बाद, 02 अप्रैल से 11 मई 2026 और 02 अगस्त से 12 नवंबर 2026 की अवधि में कुछ परेशानियां बनी रह सकती हैं। हालांकि, यह छोटी-मोटी समस्याएं होंगी और कोशिश करने पर आप इन्हें तब ही शांत कर लेंगे। कुल मिलाकर, थोड़ी बहुत परेशानियों को हटा दें, तो वर्ष साल 2026 विवाह और वैवाहिक जीवन के लिए अनुकूल रहेगा।
प्रेम - रोमांस
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि धनु राशि वालों का प्रेम जीवन वर्ष 2026 में औसत या औसत से बेहतर रहेगा। बता दें कि आपके सप्तम भाव के स्वामी मंगल का गोचर बहुत कम भावों में अच्छा माना गया है। हालांकि, ऐसा जरूरी नहीं है कि यह आपके प्रेम जीवन में समस्या पैदा करेंगे, लेकिन मंगल ग्रह आपका ज्यादा सहयोग नहीं कर पाएंगे। हालांकि, आपका विरोध भी नहीं करेंगे और इस प्रकार, यह आपको मिले-जुले परिणाम दे सकते हैं। वहीं, आपको 02 अप्रैल से 11 मई की अवधि में मंगल चतुर्थ भाव में शनि देव के साथ रहेंगे। इसके बाद, 02 अगस्त से लेकर 12 नवंबर की अवधि भी कमज़ोर रहेगी और बीच के समय में भी आपको सावधान रहना होगा। साल के आरंभिक समय के दौरान आपके प्रेम और विवाह संबंधी जीवन में कुछ अनुकूल बदलाव देखने को मिल सकते हैं। सप्तम भाव में स्थित गुरु का होना आपके जीवन में किसी साथी की भूमिका के होने का संकेत देता है जो दिखाता है की रिश्तों के लिए शुरुआत का समय होगा। इसके अलावा वैवाहिक जीवन में लोग जीवनसाथी के साथ रिश्तों को बेहतर कर पाने में सक्षम हो सकते हैं विवादों को सुलझाने का समय होगा शुरुआती समय पर कुछ विचारों का मतभेद हो सकता है लेकिन मार्च के बाद की स्थिति में शुभता दिखाई देने लगेगी। इस दौरान आपके और आपके जीवनसाथी के बीच समझ और एक दूसरे की मदद का माहौल भी बना रहेगा। आप अपने पार्टनर के साथ टाइम स्पेंड करने का सुख ले पाएंगे और रिश्ते में नयापन और ताजगी महसूस करेंगे। अगर आप शादी के लिए इंतजार कर रहे हैं, तो यह समय आपके लिए शुभ हो सकता है। गुरु के शुभ प्रभाव के कारण आपके विवाह की संभावना प्रबल हो सकती है। इस समय आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा में भी वृद्धि हो सकती है और आपके रिश्ते को समाज में मान्यता मिल सकती है। अगर आप किसी को पसंद करते हैं और उनसे विवाह करने की सोच रहे हैं तो यह समय अपने प्यार को विवाह के रूप में बदलने के लिए उपयुक्त रहेगा। आपकी पर्सनल लाइफ में खुशहाली और समृद्धि का माहौल रहेगा। परिवार और दोस्तों के बीच आपकी लोकप्रियता बढ़ेगी, और आप दोनों की भावनाओं में एक नई गहराई आएगी। यह समय आपके लिए रिश्तों को मजबूती देने वाला रहेगा। साल के दूसरे भाग के बाद गुरु का गोचर आपके जीवन में कुछ मुश्किलें दे सकता है। इस समय जिनकी सगाई या शादी की बात चल रही थी उन्हें अटकाव झेलने पड़ सकते हैं। इस समय फैमली लाइफ में तनाव और उतार-चढ़ाव की स्थिति बन सकती है। एक दूसरे पर भरोसा कम हो सकता है। चतुर्थ भाव में स्थित शनि आपके परिवार में कुछ कलह का कारण बन सकता है। परिवार के सदस्यों के बीच भावनात्मक जुड़ाव में कमी आ सकती है, और छोटी-छोटी बातों को लेकर वाद-विवाद बढ़ सकता है। इस दौरान आपको परिवार के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का सही तरीके से पूरा करने की जरूरत होगी ताकि रिश्तों में अलगाव और तनाव नही बढ़ पाए। धनु राशि के लोगों को रोमांस करना बहुत पसंद है, तो वह स्वतंत्र प्रवृत्ति के तो होते हैं, लेकिन प्यार करना उनके अंदर स्वाभाविक रूप से होता है, वह रिश्तो को पाने के लिए अपनी तरफ से हर कोशिश करते हैं। इस साल आपको प्यार करने के मौके मिलेंगे। रिश्ते में आगे बढ़ने का अवसर भी मिलेंगा। विवाह भी होने के अच्छे संयोग इस साल बनते दिखाई दे रहे हैं, लेकिन साल के बीच में कुछ बड़ी समस्याएं सामने आएंगी, जिससे घरेलू तनाव बढ़ेगा।
शिक्षा
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि धनु राशि के जातकों को शिक्षा के क्षेत्र में वर्ष 2026 आपकी मेहनत के अनुरूप फल प्रदान करेगा। पंचमेश मंगल का गोचर भी साल के ज्यादातर समय अनुकूल रहेगा जबकि कुछ समय कमज़ोर रह सकता है। इस अवधि में मंगल देव की स्थिति भी आपको काफ़ी हद तक बेहतर परिणाम दे सकती हैं। जब मंगल ग्रह 02 अप्रैल से लेकर 11 मई 2026 के दौरान आपके चतुर्थ भाव में विराजमान होंगे, तब यह समय पढ़ाई-लिखाई के लिए कमज़ोर रहेगा। इसके अलावा, वर्ष 2026 में 18 सितंबर से 12 नवंबर की अवधि में मंगल देव नीच अवस्था में अष्टम भाव में रहेंगे और इस समय को भी शिक्षा के लिए अच्छा नहीं माना जा सकता है। शेष अवधि में पंचमेश मंगल देव या तो आपके पक्ष में रहेंगे या फिर आपको शिक्षा में औसत परिणाम देंगे। दूसरी तरफ, चतुर्थश बृहस्पति आपकी राशि के स्वामी होने के साथ-साथ उच्च शिक्षा के कारक ग्रह भी हैं। इस वर्ष गुरु ग्रह की स्थिति आपके लिए अनुकूल रहेगी क्योंकि यह जनवरी से लेकर 02 जून 2026 तक आपके सप्तम भाव में रहेंगे। सातवें भाव में स्थित गुरु देव की दृष्टि आपके लाभ भाव, प्रथम भाव और तीसरे भाव पर होगी जो आपकी बुद्धि को तेज़ बनाने का काम करेगी। साथ ही, आपकी सोच, आपकी योजनाओं और आपकी कल्पना शक्ति को मजबूत बनाएगी। इनकी लाभ भाव पर दृष्टि आपको उपलब्धियां दिलाने में भी सहायक बनेगी। ऐसे में, यह समय शिक्षा के लिए अच्छा रहेगा। इसके बाद, 02 जून से लेकर 31 अक्टूबर 2026 तक बृहस्पति देव उच्च अवस्था में होंगे जो कि एक अनुकूल बिंदु है। हालांकि, अष्टम भाव में गुरु का होना दर्शाता है कि कड़ी मेहनत करने से ही अच्छे परिणाम मिलेंगे। इसके विपरीत, मेहनत करने से बचने या लापरवाही बरतने वाले छात्रों को शिक्षा में कमज़ोर परिणाम मिल सकते हैं। कुल मिलाकर, गुरु देव आपको इस साल या तो बेहद शुभ फल प्रदान करेंगे या फिर नकारात्मक परिणाम दे सकते हैं। ऐसी स्थिति में धनु राशि के छात्रों को कड़ी मेहनत करनी होगी, तब ही नतीजे आपके पक्ष में रहेंगे। वहीं, प्राथमिक शिक्षा के कारक ग्रह बुध की स्थिति भी अधिकांश समय अनुकूल रहेगी। साल 2026 धनु राशि वालों के लिए शिक्षा की दृष्टि से काफी हद तक अच्छा रहेगा, परन्तु शनि की उपस्थिति के कारण कभी-कभी मन पढ़ाई से भटक सकता है। ऐसे में, आपको एकाग्रचित्त होकर पढ़ाई करने की कोशिश करनी होगी। जो जातक मन लगाकर पढ़ाई करेंगे, उनके लिए यह वर्ष अच्छा रहेगा। जो विद्यार्थी विदेश जाकर पढ़ाई करने या अपने घर से दूर पढ़ाई करने की सोच रहे हैं, उनके लिए ये साल बहुत फायदेमंद रहेगा। आपको मनचाहा कॉलेज और एडमिशन मिलने की अच्छी संभावना है। अगर आप अपनी पढ़ाई पूरी कर चुके हैं और अब जॉब की तलाश में हैं, तो आपको भी इस साल अपनी पसंदीदा कंपनी में प्लेसमेंट मिलने के योग हैं। कॉम्पिटिटिव एग्ज़ाम की तैयारी करने वालों को इस साल ज्यादा मेहनत और धैर्य की ज़रूरत होगी, क्योंकि परीक्षा पहले से थोड़ी कठिन हो सकती है।
स्वास्थ्य
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि साल की शुरुआत में सेहत ठीक-ठाक रहेगी, लेकिन साल के दूसरे भाग में सेहत में समस्याएं उत्पन्न होंगी और उचित देखभाल की जरूरत पड़ेगी। साल की शुरुआती महीना में मौसम का असर और आपके काम का दबाव आपको परेशान करेगा। आप मानसिक और शारीरिक रूप से कम ऊर्जावान महसूस करेंगे, लेकिन इसके बाद आपकी ऊर्जा और खुद को फिट रखने की चाहत आपको स्वास्थ्य समस्याओं से बचाएगी। मेंटल कंडीशन भी इस समय बढ़िया रहेगी। आप कई तरह की फिजिकल एक्टिविटी में शामिल होंगे, जिससे आपको टेंशन से बाहर निकलने का मौका मिलेगा और आपकी मानसिक स्थिति भी सुधरेगी तथा शारीरिक रूप से भी आप ज्यादा सक्षम हो जाएंगे। दैनिक कार्यों में आपकी सक्रियता बढ़ेगी। जनवरी से फरवरी के दौरान मौसम का असर तो कुछ काम का दबाव सेहत को कमजोर कर सकता है लेकिन इसके बाद से सेहत की स्थिति अच्छी रहेगी। इस दौरान आप मानसिक और शारीरिक रूप से उर्जावान महसूस करेंगे। आप इस समय पर खुद को मजबूत पाएंगे। कोई सेहत की समस्या भी होगी तो वह सुधार में तेज होगी। इस समय मेंटली कंडीशन को बेहतर बनाए रखने के लिए आप कुछ एक्टिविटी में शामिल होंगे जिससे आपको मदद मिल पाएगी। आपकी मानसिक स्थिति स्वस्थ रहने के कारण आपके शारीरिक स्वास्थ्य में भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। दैनिक कामों में लगातार शामिल रहेंगे। खानपान सामान्य रहेगा, जिससे आपका स्वास्थ्य स्थिर रहेगा। इसके अलावा, आपके आहार में तरल पदार्थों के साथ साथ कुछ बैलेंस डाइट को भी शामिल करेंगे जो आपके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी रहेगा। शाकाहारी भोजन से शरीर को आवश्यक पोषक तत्व मिलेंगे और आपका पाचन तंत्र मजबूत रहेगा। इस समय आपको किसी भी प्रकार के स्वास्थ्य संबंधित गंभीर समस्याएं होने की संभावना नहीं है। इसके अलावा, शुभ ग्रहों का शुभ प्रभाव लग्न पर बना रहेगा, जिससे आपकी समग्र सेहत अच्छी रहेगी। इस समय आपको सामान्य रूप से किसी भी शारीरिक समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। मानसिक शांति और आंतरिक सुख-शांति के कारण आप अपनी सेहत को बनाए रखेंगे और किसी भी प्रकार की छोटी-मोटी बीमारियों से बचेंगे। अगर आप सेहत को लेकर लापरवाही बरतेंगे, तो आपके स्वास्थ्य में तेजी से गिरावट नज़र आ सकती है। वहीं, 31 अक्टूबर के बाद बृहस्पति देव आपके भाग्य भाव में बैठकर प्रथम भाव पर अपनी दृष्टि डालेंगे। ऐसे में, गुरु ग्रह की यह स्थिति आपके लिए मददगार साबित होगी, परन्तु फिर भी आप पर शनि ग्रह की दृष्टि का प्रभाव रहेगा। कुल मिलाकर, जो जातक वर्ष 2026 में स्वास्थ्य का ध्यान रखेंगे, उनकी सेहत अच्छी रहेगी। साथ ही, आपको उचित खानपान अपनाना होगा।
ज्योतिष उपाय
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि गुरुवार को गाय को हरा चारा गुड़ चना आदि खिलाते रहे। घर से दूर किसी पार्क या मंदिर में पीपल का पेड़ लगाएं और हर बृहस्पतिवार को उसकी पूजा करें। श्री राम रक्षा स्तोत्र का पाठ करें। गुरुवार को पीले वस्त्र पहनें और पीली दाल दान करें। निर्धनों को अन्न, वस्त्र, जूते और छाते का दान करें।
मकर राशि
पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि साल 2026 मकर राशि के जातकों के लिए उपलब्धियों और नए अवसरों का साल साबित होने वाला है। इस वर्ष सफलता पाने के लिए मेहनत और कर्मप्रधान रवैये की आवश्यकता रहेगी। ग्रहों की स्थिति और उनका गोचर आपके जीवन में महत्वपूर्ण प्रभाव डालेंगे, जिससे परिवारिक संबंध मजबूत होंगे और भाई-बहनों के साथ जुड़ाव बढ़ेगा। शनि, बृहस्पति और राहु का गोचर आपके आत्मविश्वास, संचार क्षमता और रचनात्मकता को बढ़ाएगा। इसके अलावा आपका कौशल और प्रतिस्पर्धा में सफलता भी विशेष रूप से बढ़ेगी। हालांकि, स्वास्थ्य संबंधी कुछ सावधानियां बरतना जरूरी होगा। जितना आप अपनी जिम्मेदारियों और कर्मों पर ध्यान देंगे, उतना ही आपको सालभर सफलता मिलती जाएगी। गुरु का गोचर साल के दूसरे भाग में कर्म क्षेत्र को प्रभावित करेगा, जब वह कर्क राशि में गोचर करेगा। इस समय आपकी काम करने की शक्ति एवं स्थिति में सुधार के साथ विस्तार भी हो सकता है और आप अपने कार्यों में पूरी मेहनत और निष्ठा से लगे रहेंगे। इससे आपको कार्यक्षेत्र में सम्मान और सफलता मिलने के संकेत हैं। इसी दौरान गुरु का प्रभाव आपके सामाजिक जीवन को भी सुधार सकता है, और आपके रिश्तों में सामंजस्य बढ़ सकता है। साल के अंतिम भाग में गुरु सिंह राशि में गोचर करेंगे, जिससे अष्टम भाव का प्रभाव आपके जीवन में गहरे बदलाव ला सकता है। यह समय किसी बड़ी आंतरिक यात्रा या आत्म-साक्षात्कार का हो सकता है, जो आपको नए दृष्टिकोण से सोचने के लिए प्रेरित करेगा। इस वर्ष शनि देव का गोचर आपकी मेहनत, जिम्मेदारियों और कर्मों की असली परीक्षा लेने वाला है। यदि आपने अब तक जीवन में अनुशासन और ईमानदारी का पालन किया है, तो यह साल आपकी तरक्की की राह खोल सकता है। शनि आपको कुछ सख्त सबक जरूर देगा, लेकिन यही सबक भविष्य की मजबूत नींव बनेंगे। दूसरी ओर, बृहस्पति (गुरु ग्रह) का गोचर आपकी किस्मत को चमका सकता है। विशेष रूप से शिक्षा, विवाह, संतान सुख, और अध्यात्म से जुड़े लोगों के लिए यह समय उत्साह और अवसरों से भरा होगा। गुरु की कृपा से आप जीवन के बड़े निर्णय आत्मविश्वास से ले पाएंगे और समाज में आपकी प्रतिष्ठा भी बढ़ सकती है। मंगल इस वर्ष सामान्य गति से गोचर करेगा, जिससे आपके कार्यों में सक्रियता बनी रहेगी। यह समय आपके आत्मविश्वास को बढ़ाने और अपनी कार्य शक्ति में सुधार लाने का है। किसी भी कठिन परिस्थिति का सामना करने के लिए आपका साहस और मेहनत आपको सफलता दिला सकते हैं। वर्ष की शुरुआत में शुक्र ग्रह अस्त रहेगा जिसका असर आपकी व्यक्तिगत और भावनात्मक जिंदगी पर पड़ सकता है। इस दौरान रिश्तों में कुछ परेशानियां आ सकती हैं, लेकिन अगर आप समझदारी से काम लें, तो इन समस्याओं का समाधान भी संभव है।
कैरियर
ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि नौकरी की दृष्टि से मकर राशि वालों के लिए वर्ष 2026 काफ़ी हद तक अनुकूल रह सकता है। तीसरे भाव में स्थित शनि मेहनती लोगों को शुभ फल प्रदान करेंगे और कर्मफल दाता शनि पूरे वर्ष ही इस स्थिति में रहने वाले हैं। ऐसे में, धैर्य और मेहनत के साथ काम करने वालों और अनुभवी लोगों की बात मानने वालों को नौकरी में सकारात्मक परिणामों की प्राप्ति होगी। हालांकि, बृहस्पति देव साल की शुरुआत से लेकर 02 जून तक आपके छठे भाव में रहेंगे और इसे ज्यादा अच्छा तो नहीं कहा जाएगा। लेकिन फिर भी मैनेजमेंट सेक्टर, शिक्षा और फाइनेंस से जुड़े हुए लोगों के लिए समय अनुकूल रहेगा। वहीं, कोर्ट-कचहरी और वकालत से संबंधित जातकों के लिए अवधि शुभ रहेगी। इसके बाद, 02 जून से 31 अक्टूबर तक का समय काफ़ी अच्छा रहेगा और इस दौरान आपके पदोन्नति के भी योग बनेंगे। अगर आपका प्रमोशन नहीं हो पाता है, तो इस समय किए गए कार्यों से आपको भविष्य में लाभ मिलेगा। मकर राशिफल 2026 के अनुसार, 31 अक्टूबर के बाद बृहस्पति देव कमज़ोर स्थिति में होंगे और उस समय शनि देव आपका सहयोग करेंगे। ऐसे में, आपके लिए नौकरी में किसी भी तरह का जोख़िम लेना ठीक नहीं रहेगा। बता दें कि बुध ग्रह आपको मिले-जुले परिणाम दे सकते हैं जबकि शुक्र देव आपके पक्ष में नतीजे देंगे। इन सभी परिस्थितियों को देखते हुए हम कह सकते हैं कि वर्ष 2026 आपकी नौकरी के लिए औसत से बेहतर या काफ़ी हद तक अनुकूल रहेगा और आप मेहनत करके उन्नति प्राप्त करने में सक्षम होंगे। नौकरी में प्रमोशन की स्थिति बनेगी और आपके सीनियर्स आपके पक्ष में आ जाएंगे और आपको सपोर्ट करेंगे। आपके अंदर काम करने का नया उत्साह देखने को मिलेगा। बिजनेस करने वालों को साल के बीच में बिजनेस में एक्सपेंशन मिलेगा और आप अपने बिजनेस में अच्छा लाभ प्राप्त करेंगे। आप जिस काम को भी हाथ में लेंगे, सफलता दौड़ी हुई आपके पास आएगी। आप नया स्टार्टअप भी शुरू कर सकते हैं। इसी समय अवधि में नई नौकरी के लिए प्रयास करने से भी आपको सफलता मिल सकती है। साल के अंतिम महीना में बिजनेस में अच्छे लाभ देखने को मिलेंगे। आपका बिजनेस में बड़े नामचीन लोग और इंटरेस्ट दिखाएंगे, लेकिन नवंबर, दिसंबर में आपको कानूनी दिक्कतों से बचना होगा। नौकरी वालों के लिए यह समय अच्छा रहेगा।
आर्थिक स्थिति
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि मकर राशि के जातकों के आर्थिक जीवन के लिए वर्ष 2026 मिलाजुला रहेगा। हालांकि, आपके लिए समय कभी-कभी कमज़ोर भी रह सकता है। आय की दृष्टि से इस साल को अच्छा कहा जाएगा। वहीं, आपके लाभ भाव के स्वामी मिलेजुले फल प्रदान कर सकते हैं, परंतु गुरु ग्रह की स्थिति आपके लिए काफ़ी हद तक शुभ रहेगी जो कि एक अनुकूल बिंदु है। लेकिन, संभव है कि इस साल आप ज्यादा बचत न कर पाएं। वर्ष की शुरुआत में आपके सितारों का योग खर्चों की बढ़ोत्तरी को दिखा सकता है। इस समय आप अपना धन घर परिवार की आवश्यकताओं पर ही लगा सकते हैं। इस समय सेविंग के काम के लिए समय साथ न दे पाए। इस दौरान आपको किसी भी निवेश या नए काम को शुरू करने से बचना चाहिए क्योंकि ग्रहों का प्रभाव ऐसे कार्यों के लिए अच्छा नहीं रहेगा। आप महसूस करेंगे कि जितना आप अपने धन के लिए बचत को लेकर मेहनत कर रहे हैं उतना ही नतीजा उम्मीद के मुताबिक नहीं आ रहा है। आत्मविश्वास में कमी हो सकती है और आपको यह लगेगा कि आपके पास वह सभी संसाधन नहीं हैं जो आपको अपनी योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए चाहिए। आपके लिए इस समय सबसे जरूरी बात यह होगी कि आप धैर्य रखें और अपने प्रयासों में लगे रहें। आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए आपको निरंतर मेहनत करने की आवश्यकता होगी। आपको जल्दी से कोई बड़ा मुनाफा मिलने की संभावना कम ही रहेगी, लेकिन यदि आप शांत और संयमित रहते हैं, तो बाद में इसका अच्छा परिणाम मिलेगा। इस समय आपको निवेश के मामलों में भी सतर्क रहना होगा। किसी बड़े निवेश की योजना बनाना या नया व्यवसाय शुरू करना इस समय बहुत लाभकारी नहीं होगा। आपके लिए यह एक अच्छा समय होगा कि आप अपनी योजनाओं और निवेश को भविष्य के लिए स्थगित कर दें और इस समय को अपने मौजूदा आर्थिक ढांचे को मजबूत करने में लगाएं। यदि आप अपने वर्तमान व्यवसाय या नौकरी से संतुष्ट हैं, तो आपको उसमें सुधार करने और उसे बेहतर बनाने के लिए कोशिश करनी चाहिए। यह समय आपके लिए थोड़ी आर्थिक तंगी का हो सकता है, लेकिन जैसे-जैसे साल का मध्य आता है, स्थिति में धीरे-धीरे सुधार होने लगेगा। अक्टूबर के बाद आपके लिए स्थिति में काफी सुधार होगा। ग्रहों के प्रभाव में बदलाव के कारण आपको अपने आर्थिक पक्ष में काफी सकारात्मक बदलाव दिखाई देंगे। अब आपको यह महसूस होगा कि आपकी मेहनत का फल मिलना शुरू हो रहा है। यह समय आपके लिए एक नई शुरुआत का होगा, जहां आपकी योजनाएं और प्रयास फलित होने लगेंगे।
परिवार
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि मकर राशि वालों के पारिवारिक जीवन के लिए वर्ष 2026 थोड़ा कमज़ोर रह सकता है। बता दें कि दूसरे भाव में राहु ग्रह की स्थिति की वजह से परिजनों के बीच आपसी सामंजस्य में कमी रह सकती है क्योंकि सदस्य एक-दूसरे पर संदेह कर सकते हैं या किसी बात का बतंगड़ बन सकता हैं। बेहतर होगा कि एक-दूसरे के प्रति वफादार रहें और एक दूसरे के बारे में सकारात्मक सोचें। साथ ही, बातों को सुलझाने की कोशिश करें क्योंकि ऐसा करने के बाद ही आपका पारिवारिक जीवन संतुलित रहेगा, अन्यथा यह वर्ष पारिवारिक मामलों में सकारात्मक परिणाम देने में पीछे रह सकता है। गृहस्थ जीवन की तो वर्ष 2026 में किसी नकारात्मक ग्रह का प्रभाव चतुर्थ भाव पर लंबे समय तक नहीं होगा। मकर राशिफल 2026 कहता है कि चतुर्थ भाव का स्वामी मंगल आपको औसत परिणाम प्रदान करेगा, लेकिन किसी बड़े ग्रह का नकारात्मक प्रभाव चौथे भाव पर न होने के कारण आप गृहस्थ जीवन का आनंद ले सकेंगे। साथ ही, प्रयास करके आप इच्छित वस्तुओं की खरीदारी भी कर सकेंगे। जमीन-जायदाद से संबंधित समस्याएं शांत होने से घर-परिवार का माहौल अच्छा बना रहेगा और आप आनंदित रह सकेंगे। अगर आप पहले ही जाँच-पड़ताल करके सगाई के बाद तुरंत विवाह कर लेंगे, तो आपको समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। वहीं, साल की शुरुआत से लेकर 02 जून 2026 तक विवाह करवाने में कोई विशेष भूमिका नहीं निभाएगा। लेकिन, 02 जून से 31 अक्टूबर के बीच का समय काफ़ी अच्छा रहेगा। इस दौरान विवाह इत्यादि संपन्न हो सकता है जबकि 31 अक्टूबर के बाद की अवधि विवाह के लिए कमज़ोर रहेगी। वैवाहिक जीवन की, तो यह समय वैवाहिक जीवन के लिए अनुकूल रहेगा। मकर राशिफल 2026 कहता है कि किसी भी ग्रह का नकारात्मक प्रभाव लंबे समय तक सप्तम भाव पर नहीं होगा और इसका फायदा आपको मिलेगा। ऐसे में, आपका वैवाहिक जीवन पर किसी भी ग्रह का अशुभ प्रभाव नहीं होगा। साथ ही, 02 जून से 31 अक्टूबर के बीच बृहस्पति उच्च अवस्था में आपके सप्तम भाव में रहेंगे जो काफ़ी हद तक अनुकूल परिणाम देना चाहेंगे। यदि पिछले दिनों आपके वैवाहिक जीवन में किसी तरह की कोई परेशानी रही है, तो वह अब ठीक हो जाएगी। इसके बाद, 02 जून से 31 अक्टूबर की बीच की अवधि में रिश्ते में कोई प्रतिकूलता नहीं आएगी। अतः समझदार लोग इस वर्ष वैवाहिक जीवन का आनंद उठा सकेंगे।
प्रेम - रोमांस
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि मकर राशि वालों की लव लाइफ साल 2026 में उतार-चढ़ाव से भरी होगी, लेकिन साल की शुरुआत में आपको शादी या प्रेम के कुछ रिश्ते दिखाई दे सकते हैं। यह साल प्रेम संबंधों में अच्छी समझ और बैलेंस रखने की ओर संकेत करता है। आप अपने रिश्ते में नयापन लाने का प्रयास करेंगे और रोमांटिक जीवन को भी बढ़िया बनाने की कोशिश करेंगे। साल के शुरुआती महीनो में लव लाइफ में जटिलताएं देखने को मिलेंगी। उत्सुकता हावी हो सकती है। आपकी इच्छाएं बहुत ज्यादा प्रबल होगी और आप अपनी भावनाओं पर नियंत्रण नहीं रख पाएंगे और अपनी चाहत को बहुत ज्यादा खुलेपन से व्यक्त करना चाहिए। इस समय अवधि में आप बहुत ज्यादा रोमांटिक रहेंगे, इससे आपके पार्टनर को रोमांच महसूस होगा और आपके लव रिलेशनशिप मजबूत होंगे। बृहस्पति देव भले ही इस पूरे वर्ष ज्यादा मज़बूत स्थिति में नहीं होंगे। लेकिन, 02 जून से 31 अक्टूबर के बीच यह प्रेम संबंधों को मधुर बनाए रखेंगे। ऐसे में, अधिकांश ग्रह प्रेम के समर्थन में होंगे या फिर औसत परिणाम प्रदान करेंगे, लेकिन कोई ग्रह विरोध नहीं करेगा। शनि देव के आशीर्वाद से आपका प्रेम जीवन मधुर बना रहेगा। इसके परिणामस्वरूप, आप अपने जीवन का आनंद ले सकेंगे। जिनका प्रेम में सच्चाई का अभाव होगा, उनके बीच बहस या मतभेद हो सकते हैं या फिर एक-दूसरे के प्रति समर्पण न होने की स्थिति में रिश्ता कमज़ोर हो सकता है। सितंबर और अक्टूबर का समय मकर राशि के प्रेम जीवन के लिए सबसे खास और रोमांटिक रहेगा। इस समय आपका प्रेम जीवन अपने चरम पर होगा, और आप अपने साथी के साथ अत्यधिक खुश और संतुष्ट महसूस करेंगे। अक्टूबर में विशेष रूप से आपके संबंध में एक नई ऊर्जा और प्रेम का संचार होगा, जो आपके रिश्ते को एक नई दिशा दे सकता है। अगर आप किसी से प्यार करते हैं तो इस समय आपकी भावनाएं बहुत ही प्रबल हो सकती हैं। आपके रिश्ते में काफी सुधार हो सकता है। यह समय सगाई या विवाह के प्रस्ताव के लिए भी अनुकूल हो सकता है।
शिक्षा
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि शिक्षा की दृष्टि से मकर राशि वालों के लिए वर्ष 2026 औसत रहेगा। बता दें कि चतुर्थ भाव के स्वामी मंगल आपको मध्यम फल दे सकते हैं। लेकिन, पंचम भाव के स्वामी शुक्र काफ़ी हद तक आपके पक्ष में रह सकते हैं और पंचम भाव पर शनि की तीसरी दृष्टि होने से कभी-कभी आपका मन पढ़ाई से भटक सकता है। ऐसे में, आपका ध्यान पढ़ाई की बजाय दूसरी चीजों पर हो सकता है। वहीं, प्राथमिक शिक्षा के कारक ग्रह बुध देव आपको औसत से थोड़े बेहतर और बृहस्पति महाराज मिले-जुले परिणाम दे सकते हैं। साल की शुरुआत से लेकर 02 जून 2026 तक गुरु ग्रह प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता दिला दे सकते हैं जबकि अन्य मामलों में मध्यम फल की प्राप्ति की संभावना है। 02 जून से 31 अक्टूबर तक की अवधि शिक्षा के लिए शानदार कही जाएगी। वहीं, 31 अक्टूबर के बाद का समय रिसर्च के छात्रों के लिए अच्छा रहेगा जबकि अन्य छात्रों को औसत या औसत से थोड़े कमज़ोर परिणाम मिल सकते हैं। वहीं, 05 दिसंबर 2026 के बाद आपको कुछ स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती है, जिसके चलते आपका प्रदर्शन शिक्षा में कमज़ोर रह सकता है। कुल मिलाकर, शिक्षा के क्षेत्र में वर्ष 2026 आपको औसत फल प्रदान कर सकता है। जो विद्यार्थी हायर एजुकेशन की तैयारी कर रहे हैं, खासकर लॉ या मेडिसिन के क्षेत्र में, उन्हें इस साल अपने मनचाहे कॉलेज में दाखिला मिल सकता है चाहे वे भारत में पढ़ना चाहें या विदेश जाना चाहें। इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के लिए भी यह साल अनुकूल रहेगा। जो विद्यार्थी सरकारी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, खासतौर पर प्रशासनिक सेवाओं की, उनके लिए यह साल काफी शुभ रहेगा और वे टॉप तक पहुंच सकते हैं। हालांकि, ये साल पूरी तरह से आसान नहीं होगा। यह साल आपके धैर्य और समर्पण की परीक्षा लेगा। लेकिन जितनी ज्यादा आपकी लगन और मेहनत होगी, उतनी ही ज्यादा ईश्वरीय शक्ति लक्ष्य तक पहुंचने में आपकी मदद करेगी।
स्वास्थ्य
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि साल की शुरुआत मकर राशि के जातकों के लिए स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकती है। जनवरी से मार्च तक का समय विशेष रूप से सावधान रहने की आवश्यकता है। इस दौरान ठंड की वजह से शारीरिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, और सर्दी, खांसी जैसी आम बीमारियां आपको प्रभावित कर सकती हैं। खासकर ठंडी हवाओं और मौसम की वजह से आपको अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना होगा। अगर आपको पहले से किसी प्रकार की सांस से जुड़ी समस्या है, तो यह समय आपके लिए थोड़ा कठिन हो सकता है। इसके अलावा, आपको छाती से संबंधित विकारों का सामना भी करना पड़ सकता है, जैसे कफ जमा होना या सांस लेने में कठिनाई। इन समस्याओं को हल्के में न लें। सर्दी-खांसी जैसी समस्याओं को अनदेखा करने से आपका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है, इसलिए समय रहते उपचार और सावधानियां बरतना बहुत जरूरी होगा। यदि संभव हो, तो गर्म पानी का सेवन करें और खुद को ठंड से बचाकर रखें। साल के मध्य भाग से मकर राशि के जातकों के स्वास्थ्य में सुधार दिखने लगेगा। विशेषकर जो लोग पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहे हैं उन्हें राहत मिल सकती है। पेट संबंधी विकार जैसे गैस, कब्ज या अपच जैसी समस्याओं से निजात पाने के अच्छे अवसर हैं। आप अपनी रोज की दिनचर्या में कुछ सुधार करेंगे जैसे सही समय पर भोजन करना, हल्का और पौष्टिक आहार लेना और नियमित सैर करना जिससे आपकी सेहत में सुधार होगा। साल के बीच में सेहत में सुधार देखने को मिलेगा। पेट से जुड़े रोग, गैस्ट्रिक, अपच, कब्ज से निजात पाने का मौका मिलेगा। सुबह-सुबह की सैर करना और पौष्टिक आहार लेना आपको फायदा पहुंचाएगा। मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द की समस्या साल की तीसरी तिमाही में सामने आ सकती है। शरीर को अत्यधिक थकने से भी यह समस्या आएगी। आपको भरपूर मात्रा में पानी पीना बहुत सारी समस्याओं को दूर करने में मदद करेगा। साल के अंतिम महीना में अपनी जीवन शैली को कंट्रोल करना बहुत जरूरी होगा और प्रतिदिन फिजिकल एक्टिविटी और मेडिटेशन आपके लिए बहुत जरूरी होगा। इस समय अवधि में कोई चोट भी लग सकती है, इसलिए सावधान रहे। किसी भी यात्रा से पहले अपनी सेहत का पूरा ध्यान रखें और बदलते मौसम के प्रति संवेदनशील रहें।
ज्योतिष उपाय
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि शनिवार के दिन जरूरतमंद लोगों को कंबल दान कर सकते हैं। शनि चालीसा का पाठ करें। गौमाता को हरा चारा और थोड़ा सा गुड़ खिलाएं तथा चीटियों को आटा डालें। उड़द की दाल के पकोड़े सरसों के तेल में तल पर गरीबों को खिलाएं। शनिवार को शनिदेव की पूजा करें। सोमवार व शनिवार को स्नान के बाद गंगाजल और काले तिल मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं।
कुंभ राशि
पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि साल 2026 कुंभ राशि के जातकों के लिए महत्वपूर्ण और बदलाव भरा रहेगा। इस साल कुछ क्षेत्रों में चुनौतियां सामने आएंगी, वहीं कुछ क्षेत्रों में बड़े और सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे। नई चीजें सीखने और अपने कौशल को निखारने का मन इस वर्ष अधिक रहेगा। शनि, बृहस्पति और राहु के गोचर आपके जीवन के विभिन्न पहलुओं जैसे आर्थिक स्थिति, करियर और व्यक्तिगत विकास पर असर डालेंगे। आर्थिक मामलों में मजबूती आएगी और सही प्रयास से कई अवसर हाथ लग सकते हैं। साल की शुरुआत में ही राशि स्वामी शनि का गोचर मीन राशि में होगा। मीन राशि में गोचर करते हुए शनि आपको परिवार, धन, वाहन, संपत्ति, वाणी, कुटुम्ब से जुड़े प्रभाव देने वाले हैं। जब शनि साल के मध्य के दौरान वक्री होंगे तब इन बातों को लेकर सावधान रहने की अधिक आवश्यकता होगी। गुरु का प्रभाव साल के आरंभ में मिथुन राशि में होने पर पंचम भाव एक्टिव रहेगा। इस दौरान प्यार, रिश्ते, एजुकेशन, क्रिएटिविटी के मामले में अच्छे असर देखने को मिल सकते हैं। इसके बाद साल के दूसरे भाग से गुरु कर्क में चले जाएंगे तब छठा भाव एक्टिव होगा जिसके कारण कंपटीशन, शत्रु पक्ष, डेली रूटीन की स्थिति पर असर होगा और साल के अंतिम भाग में सिंह में गुरु का होना सातवें भाव पर असर देगा और तब दिशा और विचार बदल सकते हैं। राहु केतु का गोचर साल के पहले भाग में कुम्भ राशि और सिंह राशि पर असर डालेगा। नवंबर के अंतिम भाग से इन दोनों में बदलाव होगा और तब राहु मकर में गोचर करेंगे और कर्क में केतु अपना गोचर करेंगे। अब इस दौरान व्यक्ति की मानसिकता के साथ साथ विचारशीलता का असर बदलेगा। बुध, सूर्य, शुक्र, मंगल अपनी सामान्य चाल से चल रहे होंगे और प्रेम संबंध, घर परिवार की स्थिति अपना असर दिखाने वाली होगी। इस वर्ष शनि मीन राशि में रहेगा, जो कुंभ राशि वालों के लिए विशेष प्रभाव डालेगा। शनि आपके दूसरे भाव में रहेगा, जिससे आपके आर्थिक मामलों में मजबूती आएगी। कुछ समय के लिए आपको पैसों से संबंधी मामलों में सावधानी रखने की आवश्यकता होगी। दूसरे भाव में शनि का गोचर आमतौर पर खर्चों में वृद्धि का संकेत देता है, लेकिन यह आपकी आय के स्रोतों को भी मजबूत करेगा। शनि की स्थिति आपको समय-समय पर आर्थिक फैसलों में सोच-समझ कर काम करने की सलाह देती है। इसके अलावा, 25 नवंबर तक राहु कुंभ राशि में रहेगा, जिसका सीधा असर आपके लग्न पर पड़ेगा। यह समय आपके लिए मानसिक और शारीरिक दोनों ही दृष्टिकोण से चुनौतीपूर्ण हो सकता है। राहु के प्रभाव में यह समय आपकी आत्मविश्वास को चुनौती दे सकता है, लेकिन साथ ही आपको नए अनुभव और सीखने का अवसर भी मिलेगा। 25 नवंबर के बाद राहु मकर राशि में बारहवें भाव में गोचर करेगा, जिससे यह आपकी विदेश यात्रा, खुद को जानने की क्षमता, स्पिरिचुअल ग्रोथ, आध्यात्मिक उन्नति के लिए अनुकूल समय होगा।
कैरियर
ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि कुंभ राशि के जातकों की नौकरी के लिए वर्ष 2026 मिलाजुला रहेगा। हालांकि, आपकी नौकरी सुरक्षित रहेगी, इसलिए मेहनत और समर्पण से काम करने वाले जातकों को अच्छे परिणाम भी मिल सकते हैं। लेकिन, आपके प्रथम भाव पर राहु-केतु का प्रभाव रहेगा और ऐसे में, आपको ऑफिस पॉलिटिक्स में पड़ने से बचना होगा, अन्यथा आपको समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए कार्यक्षेत्र के मामलों में पड़ने से बचना होगा। साथ ही, आपको अन्य लाभ भी मिल सकेंगे। बता दें कि साल की शुरुआत से लेकर 02 जून तक गुरु ग्रह आपके पंचम भाव में रहेंगे जो नौकरी में आपको अपने लक्ष्य पूरे करने में सहायता करेंगे जिसके चलते आप अच्छी उपलब्धियां हासिल कर सकेंगे। मन लगाकर काम करने की स्थिति में शुभ फल प्राप्त होंगे। हालांकि, आपके लिए ऐसा करना आसान नहीं होगा क्योंकि राहु-केतु का प्रभाव आपका ध्यान भटका सकते हैं। कुंभ राशिफल 2026 के अनुसार, 02 जून 2026 से 31 अक्टूबर 2026 की अवधि में गुरु ग्रह आपके छठे भाव में उच्च अवस्था में विराजमान होंगे। ऐसे में, यह आपकी नौकरी को सुरक्षित रखने के साथ-साथ आपके नए संपर्क भी बनवाएंगे जो भविष्य में आपके लिए फलदायी साबित होंगे। गुरु देव आपको 31 अक्टूबर से लेकर साल के अंत तक अच्छे परिणाम देने का काम करेंगे। आर्थिक दृष्टिकोण से आपका बिजनेस इंप्रूव होगा और इन्कम बढ़ाने के संकेत मिलेंगे, जिससे आपका कॉन्फिडेंस बढ़ेगा, खुशी बढ़ेगी और काम में आपका योगदान बढ़ता जाएगा। आप नए विचारों और नई योजनाओं को अमल में लेंगे। काम करने के तरीके में बदलाव करने के लिए आप सोचेंगे। साल की शुरुआत में ही किसी नए काम को शुरू करने का अनुकूल समय रहेगा। आपकी सर्जनात्मकता में बढ़ोतरी होगी और आपकी नेतृत्व क्षमता मजबूत होगी। राहु के प्रभाव से एक से ज्यादा काम करने में आपको महारत हासिल होगीऔर राहु आपको बिजी रखेगी। आप एक से ज्यादा प्रोजेक्ट को एक साथ काम करने के लिए चलेगे, यह चुनौती पूर्ण तो होगा, लेकिन इन नए कार्यों से आपको बहुत अच्छी ग्रोथ देखने को मिलेगी और इसी से आपको सफलता प्राप्त होगी।
आर्थिक स्थिति
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि कुंभ राशि के जातकों का आर्थिक जीवन वर्ष 2026 में मिलाजुला रहेगा। बता दें कि आपके लाभ भाव के स्वामी गुरु ग्रह साल के ज्यादातर समय आपके पक्ष में रहेंगे क्योंकि साल की शुरुआत से लेकर 02 जून तक गुरु ग्रह आपके पंचम भाव में बैठकर लाभ भाव को देखेंगे। ऐसे में, यह आपको अच्छा लाभ करवाना चाहेंगे। सरल शब्दों में, अगर आपका व्यापार और नौकरी सही तरह से आगे बढ़ेगा, तो आपको अच्छा लाभ मिलता रहेगा और कोई बड़ी समस्या भी नहीं आएगी। लेकिन, दूसरे भाव में उपस्थित शनि देव आपको धन की बचत करने में समस्याएं दे सकते हैं या फिर जमा किए हुए धन को खर्च करवा सकते हैं। बृहस्पति 02 जून से 31 अक्टूबर की अवधि में आपका सहयोग करेंगे। हालांकि, छठे भाव में गुरु देव के गोचर को शुभ नहीं माना जाता है। लेकिन, इनकी नवम दृष्टि आपके धन भाव पर होगी जो बेकार के खर्चों को रोकने का काम करेगी। हालांकि, फिर भी आपको आय में वृद्धि के प्रयास करते रहना होगा। इसके पश्चात, 31 अक्टूबर 2026 के बाद गुरु देव आपके लाभ भाव को दोबारा देखेंगे और इसके फलस्वरूप, आपको पर्याप्त मात्रा में लाभ दिलाना चाहेंगे। कुल मिलाकर लाभ की दृष्टि से साल 2026 अनुकूल और बचत के नज़रिये से कमज़ोर रह सकता है। ऐसे में, यह वर्ष आर्थिक जीवन के लिए मिलाजुला कहा जाएगा। जून में बृहस्पति के पहले गोचर के बाद आपके करियर में तेजी आने लगेगी। इस समय आपको अच्छा सपोर्ट मिलेगा और कार्यस्थल का माहौल भी पॉजिटिव और सपोर्टिव रहेगा। आपके विरोधी या प्रतिस्पर्धी सक्रिय तो रहेंगे, लेकिन आपको या आपके काम को कोई नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगे। जो लोग नई जॉब की तलाश में हैं, उन्हें अच्छे मौके मिल सकते हैं। अगर आप करियर चेंज करने या ट्रांसफर करवाने की सोच रहे हैं, तो यह समय अनुकूल रहेगा। अक्टूबर में बृहस्पति के दूसरे गोचर के बाद नेटवर्किंग और टीम वर्क से जुड़ी चीज़ें बहुत अच्छी रहेंगी। कलीग्स आपके साथ ज्यादा सहयोग करेंगे और अगर आप टीम लीड कर रहे हैं, तो टीम ज़्यादा अनुशासित और सिस्टमैटिक नजर आएगी। साल के अंत तक आप अपने करियर गोल्स को लेकर और ज्यादा स्पष्ट होंगे और बेहतर वर्क-लाइफ बैलेंस बना पाएंगे।
परिवार
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि कुंभ राशि वालों का पारिवारिक जीवन वर्ष 2026 में कुछ कमज़ोर रह सकता है, क्योंकि इस पूरे वर्ष आपके दूसरे भाव में शनि देव उपस्थित रहेंगे। ऐसे में, यह आपके परिवार में रिश्तों को बिगाड़ने का काम कर सकते हैं। बेहतर होगा कि परिवारजन जिद से बचें और एक-दूसरे का ख्याल रखें। आपके दूसरे भाव में शनि देव की मौजूदगी इस बात की तरफ संकेत करती है कि अगर आप पूरे मन से एक-दूसरे का ख्याल रखेंगे, तो पारिवारिक जीवन में कोई समस्या नहीं आएगी। इसके विपरीत, दिखावा करने या बात का बतंगड़ बनाने की स्थिति में पारिवारिक जीवन समस्याओं से भर सकता है। वर्ष 2026 में आपका गृहस्थ जीवन काफ़ी हद तक बेहतर रहेगा। सामान्य शब्दों में, यह वर्ष गृहस्थ जीवन के लिए पारिवारिक जीवन की अपेक्षा ज्यादा अनुकूल रहेगा। लेकिन, यहां पर भी आपको एक-दूसरे का ख्याल रखना होगा क्योंकि शनि देव की तीसरी दृष्टि चौथे भाव पर होगी, जो पूरे वर्ष रहेगी। ऐसे में, आपको थोड़ी सावधानी बरतनी होगी क्योंकि यह अवधि आपके लिए थोड़ी नाज़ुक रह सकती है। कुंभ राशि के विवाह योग्य जातकों के लिए वर्ष 2026 मददगार साबित होगा। साल की शुरुआत यानी जनवरी से शुभ कार्यों के कारक ग्रह बृहस्पति देव आपके पंचम भाव में रहेंगे जो सगाई और विवाह की बातों को आगे बढ़ाने में सहायता करेंगे। इस अवधि में आपके विवाह की बात आगे बढ़ सकती है या फिर सगाई हो सकती है। घर-परिवार का कोई बड़ा बुजुर्ग आपका विवाह करवाने में सहायता करेगा। वाह के योग सिर्फ़ साल की शुरुआत से लेकर 02 जून तक रहेंगे और इसके बाद. 02 जून से 31 अक्टूबर तक का समय विवाह के लिए कमज़ोर रह सकता है। संभव है कि इस अवधि में गुरु ग्रह का विवाह के संबंध में आपको साथ न मिले। लेकिन, 31 अक्टूबर के बाद की अवधि शादी-विवाह के लिए अच्छी कही जाएगी। ऐसे में, अब आपके विवाह की बात आगे बढ़ सकती है। सरल शब्दों में कहें तो, कुंडली में दशाएं अनुकूल होने पर वर्ष 2026 में आपके विवाह की संभावनाएं प्रबल होंगी। वैवाहिक जीवन की बात करें, तो यह वर्ष वैवाहिक जीवन के लिए थोड़ा कमज़ोर रह सकता है। हालांकि, बृहस्पति की कृपा इस क्षेत्र में आपके लिए राहत का काम कर सकती है, लेकिन फिर भी सावधानी बरतनी होगी। सरल शब्दों में कहें तो, यह वर्ष वैवाहिक जीवन के लिए ज्यादा अनुकूल नहीं कहा जा सकता है, परंतु आप कोशिश करने परेशानियों से बचने में सक्षम होंगे। अगर आप रिश्ते को ईमानदारी से निभाएंगे और अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे, तो आप वैवाहिक जीवन को मधुर बनाए रख सकेंगे। साथ ही, आपको आपसी संदेह से बचना होगा, अन्यथा यह समस्या का कारण बन सकती है।
प्रेम - रोमांस
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि कुंभ राशि के लोगों को साल 2026 में अच्छे रिजल्ट देखने को मिलेंगे। बृहस्पति के प्रभाव से आपकी लव लाइफ साल की शुरुआत में बहुत अच्छी रहेगी। प्रेम में स्थिरता रहेगी, प्रेम बढ़ेगा यही नहीं विवाहित दंपति के रिश्ते में भी प्रेम और स्थिरता का भाव रहेगा, लेकिन राहु और केतु का प्रभाव शादीशुदा जिंदगी में दिक्कतें उत्पन्न करेगा जबकि दूसरी तरफ लव मैरिज करने की स्थिति बनाएगा। आपकी लव लाइफ में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे। रिश्ते मजबूत होंगे। आपके पार्टनर के साथ गहरे भावनात्मक संबंध आपको खुशी देंगे। अकेले लोगों को गुरु के प्रभाव से नए रिश्ते मिलने का योग बनेगा। किसी नए व्यक्ति के साथ आपकी नजदीकियां बढ़ेंगी। दिल में प्रेम के भाव उत्पन्न होंगे। आप अपने साथी के साथ अच्छा समय बिताएंगे। आपके पंचम भाव के स्वामी बुध का गोचर पूरे वर्ष आपको औसत या औसत से बेहतर परिणाम देगा। वहीं, शुक्र की स्थिति आपको शुभ फल प्रदान करेगा जबकि राहु की स्थिति आपके और साथी के बीच संदेह पैदा कर सकती है। ऐसे में, आपका रिश्ता कमज़ोर पड़ सकता है। बता दें कि प्रेम जीवन में बृहस्पति देव आपका सहयोग करेंगे क्योंकि साल की शुरुआत से लेकर 02 जून 2026 तक गुरु ग्रह आपके पंचम भाव में रहेंगे। इसके परिणामस्वरूप, यह आपके प्रेम जीवन को प्रेमपूर्ण बनाना चाहेंगे। हालांकि, 31 अक्टूबर के बाद बृहस्पति देव का सहयोग आपको नहीं मिल पाएगा। ऐसे में, आपको रिश्ते को लेकर सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी। इस साल के पहले भाग में लव लाइफ और मैरिज के मामले में बहुत अच्छे संकेत होंगे, लेकिन राहु-केतु का सातवें भाव पर प्रभाव आपकी मैरिज लाइफ को कुछ हद तक प्रभावित कर सकता है। राहु-केतु का असर आपके वैवाहिक संबंधों में कुछ असंतोष उत्पन्न कर सकता है। यह समय आपके लिए रिश्तों में कुछ भ्रम, मतभेद, या छोटे-छोटे विवाद उत्पन्न करने वाला हो सकता है। इससे आपके जीवन साथी के साथ रिश्तों में तनाव पैदा हो सकता है। वर्ष का पहला भाग लव और मैरिज के लिए अनुकूल है, फिर भी आपको इस समय थोड़ी सावधानी बरतने की आवश्यकता है, विशेष रूप से विवाह के निर्णय के मामले में। राहु-केतु के प्रभाव के कारण अचानक से कुछ विवाद उत्पन्न हो सकते हैं, और इसका असर आपके वैवाहिक जीवन पर हो सकता है। इसलिए, आपको शादी से पहले या प्रेम संबंधों को लेकर किसी भी प्रकार का निर्णय लेने से पहले अपनी भावनाओं और स्थितियों का पूरी तरह से मूल्यांकन करना होगा।
शिक्षा
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि कुंभ राशि वालों की शिक्षा के लिए वर्ष 2026 काफ़ी हद तक अनुकूल रहेगा। लेकिन, इसके लिए आपका स्वास्थ्य अच्छा रहना जरूरी होगा। क्योंकि आपकी सेहत इस साल नाज़ुक रहने की आशंका है। हालांकि, कुंडली में दशाएं अनुकूल होने पर अगर आपका स्वास्थ्य अनुकूल रहेगा, तो शिक्षा के मामले में यह वर्ष आपके लिए अच्छा रहेगा। बता दें कि इन जातकों पर राहु-केतु का प्रभाव होने की वजह से आपका मन पढ़ाई से भटक सकता है या फिर भ्रमित रह सकता है। वहीं, एकाग्रचित होकर पढ़ाई करने की स्थिति में आप न सिर्फ़ अपने विषयों पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे, बल्कि शिक्षा में अच्छा प्रदर्शन भी कर सकेंगे। बात करें बृहस्पति ग्रह की, तो इस साल की शुरुआत से ही शिक्षा के क्षेत्र में गुरु ग्रह आपकी सहायता करना चाहेंगे। बता दें कि जनवरी से लेकर 02 जून 2026 तक बृहस्पति देव आपके पंचम भाव में उपस्थित रहेंगे और अपनी नवम दृष्टि से प्रथम भाव को देखेंगे। सरल शब्दों में कहें तो, गुरु ग्रह की दृष्टि आपके पंचम भाव, नवम भाव, लाभ भाव और प्रथम भाव पर होगी। कुंडली के यह सभी भाव शिक्षा में सहायता करने वाले भाव माने जाते हैं, इसलिए उच्च शिक्षा के कारक ग्रह बृहस्पति देव का आपके पक्ष में होना शिक्षा के संबंध में सकारात्मक कहा जाएगा। वहीं, प्राथमिक शिक्षा के कारक ग्रह बुध देव भी आपको औसत से बेहतर परिणाम दे सकते हैं। कुल मिलाकर, बृहस्पति देव और बुध ग्रह इन दोनों की कृपा इस साल आपको मिल जाएगी जिसके चलते आप शिक्षा में सफलता पाने में सक्षम होंगे। वहीं, जनवरी से 02 जून 2026 की अवधि में गुरु ग्रह आपके पंचम भाव में बैठकर आपकी मदद करेंगे। ऐसे में, बृहस्पति देव प्राथमिक और उच्च शिक्षा की पढ़ाई कर रहे छात्रों को शुभ फल प्रदान करेंगे। इसके बाद, 02 जून से 31 अक्टूबर की अवधि में गुरु ग्रह उच्च अवस्था में होने की वजह से प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने वाले छात्रों को कामयाबी देने का काम कर सकते हैं। इसके पश्चात, 31 अक्टूबर के बाद गुरु देव की स्थिति एक बार फिर से प्राथमिक और उच्च शिक्षा हासिल कर रहे छात्रों के लिए सकारात्मक हो जाएगी। सामान्य शब्दों में, वर्ष 2026 कुंभ राशि के छात्रों के लिए अनुकूल रहेगा। लेकिन, ऐसा तब ही होगा जब आपकी सेहत अच्छी रहेगी और आप मन लगाकर पढ़ाई करेंगे क्योंकि उस समय अन्य ग्रह भी आपकी सहायता कर सकेंगे। जो विद्यार्थी उच्च शिक्षा के लिए आवेदन करने की योजना बना रहे हैं, उन्हें साल के पहले हिस्से में काफी अड़चनों और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन साल का दूसरा हिस्सा आपके लिए बेहतर रहेगा, खासकर उनके लिए जो विदेश जाकर पढ़ाई करने की सोच रहे हैं। हालांकि हो सकता है कि उन्हें अपनी पसंद का कॉलेज या यूनिवर्सिटी न मिले, लेकिन जहां भी दाखिला मिलेगा, वो भी अच्छा ही होगा। जो विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें भी कुछ रुकावटें और ध्यान भटकने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। उन्हें सलाह दी जाती है कि परीक्षा देते समय सावधानी बरतें और छोटी-छोटी गलतियों से बचें।
स्वास्थ्य
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि साल के पहले भाग में स्वास्थ्य अच्छा रहने की उम्मीद है, लेकिन साल का दूसरा भाग परेशानियां बढ़ा सकता है। पूरे साल दिसंबर तक राहु का आपकी राशि में बैठना मानसिक तनाव और चिताओं का कारण भी बनेगा। इस समय अवधि में आपको अपनों की देखभाल करने की ज्यादा जरूरत पड़ेगी। परिवार के लोगों की सेहत में कमी आने से आपको चिंताएं महसूस होगी। मौसम का प्रभाव और वात, पित्त और कफ का बैलेंस न होने से रोग प्रभावित करेंगे। आपको भी अपने रूटीन को सुचारू बनाना पड़ेगा। साल की शुरुआत सामान्य रहेगी। बृहस्पति का आपकी राशि मे आना, भले ही राहु का आपकी राशि में प्रभाव हो। साल 2026 की शुरुआत में आपको स्वास्थ्य के मामले में कुछ अच्छे संकेत मिलेंगे। लग्न में बृहस्पति का देखना आपको सेहत के लिहाज से मजबूत बनाने का काम करने वाला होगा। आप आत्मविश्वास से भरपूर महसूस करेंगे। लेकिन इसी समय पर लग्न पर राहु विराजमान हैं तो अब यहां शुभ और पाप ग्रहों का प्रभाव होने वाला है। गुरु का प्रभाव आपकी शारीरिक और मानसिक स्थिति को स्थिर रखने में मदद करेगा, जिससे राहु के द्वारा उत्पन्न हुए भ्रमजाल या इल्यूजन से लड़ने की शक्ति मिल पाती है। जिसके कारण आपको किसी भी प्रकार की गंभीर स्वास्थ्य समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस समय आपकी शारीरिक स्थिति संतुलित रहेगी और आपको कोई बड़ी बीमारी नहीं होगी। राहु का लग्न पर प्रभाव मानसिक स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है। राहु के प्रभाव के कारण आपको मानसिक तनाव, भ्रम और बेचैनी का सामना करना पड़ सकता है। यह मानसिक दबाव आपके विचारों और कार्यों को प्रभावित कर सकता है, इसलिए इस समय आपको अपनी मानसिक स्थिति पर ध्यान देने की आवश्यकता है। आपको नियमित मेडिटेशन, योग और अच्छे साहित्य को पढ़ना या कुछ अपनी रुचि के कामों में शामिल होना ही उचित होगा। इससे आप व्यर्थ की उलझनों से बच पाएंगे। राहु ऊपरी बाधा, ब्लैक मैजिक या संदेह मानसिक उन्माद का कारण बन जाता है तो ऐसे में खुद के विचारों को बिगड़ने से बचाने की जरूरत होगी। मेंटल बैलेंस बनाए रखने की कोशिश करनी चाहिए, ताकि मानसिक तनाव को नियंत्रित किया जा सके। गुरु की स्थिति इस साल या तो आपके पक्ष में रहेगी या फिर आपके लिए तटस्थ रहेगी। वहीं, वर्ष 2026 में आपके स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले अशुभ ग्रहों की संख्या शुभ ग्रहों की तुलना में ज्यादा रहेगी इसलिए इस साल आपको स्वास्थ्य को लेकर बेहद जागरूक रहना होगा। साथ ही, आपको अपना खानपान और दिनचर्या भी उत्तम रखनी होगी, तब ही आप स्वस्थ जीवन का आनंद ले सकेंगे क्योंकि लापरवाही बरतना आपके स्वास्थ्य पर भारी पड़ सकता है।
ज्योतिष उपाय
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि शनिवार के दिन सरसों के तेल का दीपक शनि मंदिर या पीपल के पेड़ पर नियमित रूप से जलाते रहें। शनिवार और मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें। भोजन में उड़द की दाल, चना दाल और काली मिर्च का उपयोग करें। शनि देव के मंत्र ॐ शं शनैश्चराय नमः का जाप करें। श्री सूक्त और कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें।
मीन राशि
पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि मीन राशि के लोगों को साल 2026 बेहतरीन उत्साह के साथ जीवन में आगे बढ़ाने वाला साल होगा। साल की शुरुआत में शनि का प्रभाव आपकी राशि पर रहेगा, तो बृहस्पति चौथे भाव में होंगे। साल के बीच में आपके पांचवे भाव में जाकर साल के अंतिम महीने में छठे भाव में चले जाएंगे। दिसंबर तक राहु 12 वे घर में और दिसंबर से 11वें घर में प्रभाव डालेंगे। लंबी यात्राओं के योग बनेंगे। विदेश यात्रा की स्थिति बनेगी। जीवन के विभिन्न पहलुओं पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता होगी। कठोर निर्णय लेने आवश्यक होंगे, जो आपके जीवन में बड़े बदलाव लाएंगे। आपको आत्मनिर्भर बनना होगा। आत्मविश्वास से भारे रहना होगा। खुद को कमजोर समझने की भूल करने से बचना होगा। अपनी मानसिक और आंतरिक शांति को प्रभावित होने से बचना होगा। विदेशो में काम करने वाले लोगों को अच्छे लाभ के मौके इस साल प्राप्त होंगे। घर परिवार में कुछ बदलाव हो सकते हैं। साल की शुरुआत में परिवार वालों के साथ समय बिताने से आप प्रेरित होंगे। साल के अंतिम भाग में कंपटीशन हेल्थ और कैरियर में कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं। लेकिन फिर भी आपको जीवन के अनेक क्षेत्रों में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है इसलिए आपको सावधानी बरतने के साथ-साथ मेहनत करते हुए सफलता के मार्ग पर आगे बढ़ना होगा। ऐसा करने की स्थिति में आप करियर में संतुलन बनाकर चल सकेंगे। हालांकि, कार्यों को अपने स्वास्थ्य के अनुसार ही करें और खुद पर ज्यादा बोझ न डालें। ऐसे में, आपका करियर और स्वास्थ्य दोनों संतुलित बना रहेगा। इसके विपरीत, अगर आप अपनी क्षमता से अधिक मेहनत करेंगे, तो इसका बुरा असर आपकी सेहत पर दिखाई दे सकता है। आर्थिक जीवन के लिए साल 2026 अनुकूल कहा जा सकता है, परंतु शुरुआती छह महीनों की तुलना में दूसरा भाग ज्यादा अच्छा रहेगा। मीन राशि के छात्रों को शिक्षा के क्षेत्र में वर्ष का दूसरा हिस्सा सफलता देने का काम करेगा। बात करें प्रेम और विवाह से जुड़े मामलों की, तो साल का दूसरा भाग यानी कि जुलाई से दिसंबर तक का समय बेहद शुभ रहने की संभावना है। अगर आप घर-परिवार में भी सतर्कता से रिश्तों को निभाएंगे, तो परिवारजनों के साथ संबंध मधुर बने रहेंगे। स्वास्थ्य के लिहाज़ से, वर्ष 2026 थोड़ा कमज़ोर रहने का अनुमान है इसलिए इस दौरान अपनी सेहत का ध्यान रखें।
कैरियर
ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि मीन राशि के जातकों की नौकरी के लिए वर्ष 2026 औसत से बेहतर रहेगा क्योंकि इस साल ज्यादातर समय आपके छठे भाव में केतु विराजमान रहेंगे जो इस भाव में शुभ फल देने वाले माने जाते हैं। ऐसे में, अगर आप कार्यों को मेहनत के साथ समय पर पूरा करेंगे और अपने नैतिक कर्तव्यों के साथ-साथ कार्यालय के नियमों का भी पालन करेंगे, तो आप वरिष्ठों की नज़रों में अपनी जगह बना सकेंगे। हालांकि, आपके लिए यह सब कुछ आसान नहीं रहेगा और आपको कड़ी मेहनत भी करनी पड़ेगी। लेकिन, अगर आप मेहनत से घबराएंगे नहीं, तो आपको निश्चित रूप से सफलता की प्राप्ति होगी। वैसे तो इस वर्ष गुरु ग्रह नौकरी के संबंध में आपकी सहायता करेंगे, लेकिन साल की शुरुआत से लेकर 02 जून तक बृहस्पति, नौकरी से संबंधित माममों में शायद बड़ी मदद न कर पाएं। मीन राशिफल 2026 कहता है कि 02 जून से 31 अक्टूबर की अवधि में गुरु देव आपके पंचम भाव में बैठकर नौकरी में आपकी स्थिति को मज़बूत करेंगे। साथ ही, आपकी आय को भी बढ़ाने का काम करेंगे। वहीं, 31 अक्टूबर के बाद गुरु ग्रह आपके छठे भाव में प्रवेश कर जाएंगे और सही तरीके से काम करने पर आपको शुभ फल प्रदान करेंगे। साल के बीच में कामकाज में उतार चढ़ाव देखने को मिलेंगे और अस्थिरता वृद्धि देखने को मिलेगी। इस समय अवधि में आपको बैलेंस होकर कोई भी फैसला लेना होगा। छात्रों को नौकरी प्राप्ति में मेहनत और ज्यादा कोशिश के बाद सफलता मिल सकती है। नए कारोबार की शुरुआत करने के लिए वर्ष के जुलाई से अक्टूबर का समय अच्छा रहेगा, लेकिन उतार-चढ़ाव आते रहेंगे। साल के अंतिम महीना में बृहस्पति के छठे भाव के गोचर से बिजनेस में समस्याएं आ सकती हैं बाधाएं, अड़चनें, कमजोर स्वास्थ्य और विरोधी आपके बिजनेस को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकते हैं। रियल एस्टेट से जुड़े बिजनेस में जोखिम बढ़ेगा, लेकिन नौकरी में चुनौतियों के बाद अच्छा सुधार और विस्तार देखने को मिलेगा। नौकरी में बदलाव के योग सामने आएंगे। साल के इस हिस्से में भी आपको उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे, इसलिए अपना हर कदम सावधानी से बढ़ाएं।
आर्थिक स्थिति
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि मीन राशि वालों का आर्थिक जीवन वर्ष 2026 में मिलाजुला रहेगा। इस साल आपके लाभ भाव के स्वामी शनि की स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं कही जाएगी क्योंकि प्रथम भाव में शनि ग्रह की मौजूदगी को शुभ नहीं माना जाता है। लेकिन, लाभ भाव के स्वामी का प्रथम भाव में जाना बेहद शुभ होता है इसलिए इनकी स्थिति अनुकूल मानी जाएगी। वहीं बात करें धन भाव के स्वामी मंगल की, तो इस वर्ष यह आपको आर्थिक मामलों में औसत या औसत से थोड़े बेहतर परिणाम दे सकते हैं। दूसरी तरफ. धन के कारक ग्रह बृहस्पति देव साल की शुरुआत से लेकर 02 जून 2026 तक आर्थिक जीवन में आपकी कोई विशेष सहायता नहीं कर पाएंगे। वित्तीय रूप से स्थिरता आएगी। आप सेविंग करने पर ध्यान देंगे। शेयर मार्केट में किए गए इन्वेस्टमेंट से भी आपको सेविंग करने में फायदा होगा। आपके परिवार विशेष कर लाइफ पार्टनर और भाइयों से पूरा सपोर्ट मिलेगा। आपके कुछ फ्रेंड्स भी आपकी मदद करेंगे। साल के अंतिम महीनो में वित्तीय निर्णय सोच समझ कर लेना होगा। किसी को धन उधार देना नुकसान से भरा रहेगा और उसमें पूरा रिक्स रहेगा। आपको आर्थिक नुकसान पहुंच सकता है। नई इन्वेस्टमेंट भी नुकसान का कारण बन सकती है।
जोखिम भरे निवेश से दूर रहना ही अच्छा होगा। आपकी आय में बढ़ोतरी होगी, लेकिन खर्च और अचानक से आने वाली आर्थिक चुनौतियां परेशानी खड़ी कर सकती हैं। दिसंबर के महीने में अचानक से धन लाभ और धन हानि सामने आ सकती हैं, इसलिए अपने वित्तीय फसलों में धैर्य और विवेक से काम लेना आपके लिए हर तरीके से अच्छा होगा। हालांकि, 02 जून से लेकर 31 अक्टूबर की अवधि में गुरु ग्रह आपको अच्छी-ख़ासी आमदनी करवा सकते हैं। ऐसे में, आपकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार देखने को मिलेगा। इसके पश्चात, 31 अक्टूबर 2026 के बाद बृहस्पति महाराज आपके छठे भाव में चले जाएंगे और वहां से आपके धन भाव को देखेंगे। वैसे, गुरु ग्रह की उपस्थिति को छठे भाव में अच्छा नहीं माना जाता है, परंतु इनकी दृष्टि धन भाव पर होने से आप मेहनत के बल पर आय में वृद्धि कर सकेंगे। मीन राशिफल 2026 कहता है कि इस साल के अधिकांश समय गुरु देव आर्थिक जीवन में आपके पक्ष में रहेंगे। कुल मिलाकर, वर्ष 2026 में आपका आर्थिक जीवन औसत या औसत से बेहतर रहेगा।
परिवार
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि मीन राशि वालों के पारिवारिक जीवन के लिए वर्ष 2026 सामान्य तौर पर अनुकूल रहेगा। इस साल आपके घर-परिवार का माहौल जैसा रहता है, वैसा ही रहेगा। आपके सामने कठिन परिस्थितियां आती-जाती रहेंगी, लेकिन इसके बावजूद भी परिवार का माहौल वैसा ही रहेगा, जैसा रहता होगा। आपके दूसरे भाव के स्वामी मंगल देव आपको औसत परिणाम दे सकते हैं इसलिए किसी समस्या के संकेत नहीं है, परंतु पारिवारिक जीवन में आपकी कोई ख़ास सहायता भी नहीं करेंगे। वैवाहिक जीवन के लिए साल 2026 थोड़ा कमज़ोर रह सकता है, क्योंकि शनि ग्रह की सप्तम दृष्टि पूरे वर्ष आपके सप्तम भाव पर रहेगी। ऐसे में, छोटी सी बात भी बड़ा रूप ले सकती है और कुछ समस्याएं आपके सामने आ सकती हैं। ऐसे में, आपके लिए बेहतर होगा कि छोटी-मोटी समस्याओं को तुरंत खत्म कर दें। वैसे भी जहां प्रेम और अपनापन होता है, वहां जिद को स्थान नहीं देना चाहिए। इस प्रकार, विवाह बंधन में बंधने के लिए साल काफ़ी हद तक अनुकूल रहेगा जबकि वैवाहिक जीवन को प्रेमपूर्ण बनाए रखने के लिए आपको थोड़े प्रयत्न करने होंगे। वहीं, 02 जून से 31 अक्टूबर की अवधि में गुरु ग्रह की शुभ स्थिति की वजह से आप घर-परिवार में संतुलन बनाकर चल सकेंगे। ऐसे में, पारिवारिक माहौल बेहतर होगा। 31 अक्टूबर के बाद बृहस्पति देव की नवम दृष्टि दूसरे भाव पर पड़ने के कारण घर-परिवार में मांगलिक कार्य के योग बनेंगे जो रिश्तों को मज़बूत बनाने का काम करेगा। कुल मिलाकर, वर्ष 2026 में जनवरी से लेकर 02 जून तक परिवार का माहौल औसत रहेगा और उसके बाद माहौल में सुधार नज़र आ सकता है। गुरु का प्रभाव आपके घर में सुख-संस्कार और खुशियों का संचार करेगा। यदि आपने हाल ही में किसी रिश्तेदार के साथ तनाव महसूस किया है, तो इस समय वह खत्म हो सकता है और संबंधों में सुधार हो सकता है। आपके परिवार के सदस्य आपके निर्णयों में भी सहयोग करेंगे और आपके जीवन में स्थिरता प्रदान करेंगे। साल का पहला भाग आपके बच्चों के लिए अनुकूल रहेगा। इस समय आपके बच्चों के भविष्य में उन्नति की संभावना है। उनका पढ़ाई में रुझान बढ़ेगा और वे अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कठोर मेहनत करेंगे। इस अवधि में आपके बच्चे अपनी मेहनत और भाग्य के बल पर अच्छे परिणाम प्राप्त करेंगे, जिससे परिवार में सुख-शांति का माहौल रहेगा।
प्रेम - रोमांस
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि साल 2026 लव लाइफ और विवाह के मामलों में कुछ अच्छे और कुछ कमजोर परिणाम दिखा सकता है। गुरु बृहस्पति आपकी लव लाइफ को सपोर्ट करते हुए रहेंगे, तो शनि का प्रभाव आपकी मैरिड लाइफ में उतार चढ़ाव लेकर आता रहेगा। साल की शुरुआत में सप्तम भाव पर शनि का प्रभाव लाइफ पार्टनर के साथ संबंध में तनाव उत्पन्न करेगा। यही रिश्तो में दूरी या आंशिक से परेशन का कारण बन सकता है। संचार की कमी और बातचीत का आदान-प्रदान न होना रिश्ते में गंभीरता और समझदारी के अभाव को दिखाएगा। इस समस्या को मिलकर हल करने की कोशिश करना आपके रिश्ते में जिम्मेदारी उत्पन्न करेगा। शादी करने की सोच रखने वालों को इस साल लंबे इंतजार के बाद शादी करने के लिए अनुकूल समय की प्राप्ति होगी। साल के अंत तक आपकी शादी होने के अच्छे योग बनते दिखाई दे रहे हैं। आपके रिश्ते की नई शुरुआत होगी। परिवार में सम्मान बढ़ेगा और प्रतिष्ठा के बढ़ोतरी होगी। साल के बीच में लव लाइफ इंप्रूव होगी। आपके रिश्ते में गंभीरता बढ़ेगी। अपनी भावनाओं में गहराई उत्पन्न करेंगे। सही तरीके से अपने प्रेम का प्रदर्शन करेंगे। इस साल की शुरुआत में सप्तम भाव में स्थित शनि का प्रभाव आपके जीवनसाथी के साथ संबंधों में कुछ तनाव उत्पन्न कर सकता है। शनि की स्थिति आपके रिश्तों में कुछ दूरी या अवरोध ला सकती है, जिससे आपके और आपके जीवनसाथी के बीच संचार में कमी हो सकती है। यह समय आपके रिश्ते में गंभीरता और समझदारी की आवश्यकता होगी। आप दोनों के बीच अगर कोई समस्या है, तो उसे मिलकर हल करने की कोशिश करें। शनि का प्रभाव आपको संयमित और जिम्मेदार बनाएगा, लेकिन आपको अपने साथी से अधिक समय बिताने की आवश्यकता हो सकती है ताकि संबंधों में सुधार आ सके। 31 अक्टूबर के बाद की अवधि थोड़ी कमज़ोर रह सकती है और गुरु ग्रह की कृपा भी आप पर नहीं होगी इसलिए इस दौरान रिश्तों में उत्साह भी कम रह सकता है। हालांकि, इस अवधि में कोई बड़ी समस्या नहीं आएगी। आपको वर्ष 2026 प्रेम जीवन के संबंध में काफ़ी हद तक अनुकूल परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है।
शिक्षा
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि शिक्षा की दृष्टि से मीन राशि वालों के लिए वर्ष 2026 काफ़ी हद तक अनुकूल रहेगा। लेकिन, ऐसा तब ही होगा जब आपकी सेहत अच्छी बनी रहेगी। आपका स्वास्थ्य मज़बूत रहने पर शिक्षा के लिए यह वर्ष बहुत अच्छा रहेगा। ऐसे में, पढ़ाई में आपका प्रदर्शन शानदार रहने की संभावना है। वहीं, उच्च शिक्षा के कारक गुरु ग्रह जनवरी से लेकर 02 जून 2026 तक आपके चतुर्थ भाव में रहेंगे। हालांकि, बृहस्पति देव की इस स्थिति को बहुत शुभ नहीं माना जाता है, फिर भी यह पढ़ाई में किसी न किसी तरह आपकी मदद करते रहेंगे। संभव है कि आपके आसपास का माहौल ठीक न रहे, परंतु आप कोशिश करने की स्थिति में अपने विषयों पर ध्यान केंद्रित करने में सक्षम होंगे। 02 जून से 31 अक्टूबर की अवधि में गुरु ग्रह की स्थिति बहुत अच्छी रहेगी, क्योंकि प्रथम तथा कर्म भाव के स्वामी के रूप में बृहस्पति आपके पंचम भाव में उच्च अवस्था में रहेंगे। इसके परिणामस्वरूप, प्राथमिक शिक्षा और उच्च शिक्षा हासिल करने वाले छात्रों को सफलता की प्राप्ति होगी। यह समय पेशेवर कोर्सों की पढ़ाई करने वालों के लिए भी शुभ रहेगा। हालांकि, 31 अक्टूबर 2026 के बाद की अवधि में गुरु ग्रह मीन राशि के छात्रों की सहायता नहीं कर पाएंगे। लेकिन, प्रतियोगी परीक्षा में हिस्सा लेने वाले छात्रों के लिए समय अनुकूल रहेगा। कुल मिलाकर, अगर आपका स्वास्थ्य मज़बूत रहेगा, तो यह वर्ष पढ़ाई के लिए सकारात्मक रहेगा। जो विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें साल के पहले छह महीनों में कुछ दिक्कतों और रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है। मनोबल थोड़ा कमजोर पड़ सकता है और आप अपनी पूरी क्षमता से ध्यान नहीं लगा पाएंगे। इस दौरान उत्साह की कमी और ज़्यादा सोचने की प्रवृत्ति भी आपको परेशान कर सकती है। हालांकि साल का दूसरा भाग आपके लिए काफी बेहतर रहेगा। इसमें किसी नकारात्मक ग्रह का असर नहीं दिख रहा है। अगर आपकी कुंडली में शुभ योग बन रहे हैं, तो इस दौरान आप एक अच्छा रैंक या स्थान प्राप्त करने में सफल हो सकते हैं। जो विद्यार्थी उच्च शिक्षा के लिए आवेदन कर रहे हैं, उन्हें भाग्य और अनुकूल परिस्थितियों का पूरा सहयोग मिलेगा। आप जिस कॉलेज, यूनिवर्सिटी या कोर्स की इच्छा रखते हैं, उसमें एडमिशन मिलने के अच्छे योग बन रहे हैं। हालांकि अगर आप विदेश जाकर पढ़ाई करने का सोच रहे हैं, तो साल के पहले हिस्से में यह प्लान थोड़ा टालना बेहतर रहेगा। जून में बृहस्पति के पहले गोचर के बाद, समय आपके लिए ज्यादा शुभ और अनुकूल रहेगा।
स्वास्थ्य
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि साल 2026 हेल्थ में सुधार दिखता है, लेकिन पूरे साल शनि का प्रभाव आपकी राशि पर राहु का प्रभाव 12 वे घर पर और साल के अंतिम महीनो में बृहस्पति का प्रभाव छठे भाव पर होने से हेल्थ में उठा पटक दिखाई देती रहेगी। साल की शुरुआत में शनि की स्थिति हेल्थ कमजोर करने वाली होगी और बहुत बड़ी समस्याएं तो नहीं आएंगी, लेकिन सामान्य रूप से हेल्थ प्रॉब्लम परेशान करती रहेगी। आपकी शारीरिक और मानसिक शक्ति शनि के प्रभाव से नियंत्रित होगी, इसलिए आपको स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहना होगा। शनि की दृष्टि सातवें घर पर होने से हेल्थ कमजोर रहने वाली शनि का असर आपके के लिए स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से मिश्रित परिणाम देने वाला रहेगा। पहले भाग में सामान्य स्थिति बनी रहेगी, लेकिन जैसे-जैसे वर्ष का अंत नजदीक आएगा, स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। आपको अपने स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होगी, खासकर कुछ खास ग्रहों के प्रभाव के कारण। साल का पहला भाग स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से सामान्य रहेगा। शनि का प्रभाव आपके लग्न यानि राशि पर है, जो शारीरिक और मानसिक स्थिति को प्रभावित कर सकता है। इस समय, आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहना होगा, क्योंकि शनि का प्रभाव मानसिक तनाव और चिंता को जन्म दे सकता है। मानसिक दबाव के कारण आपके शारीरिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ सकता है, इसलिए आपको आराम करने और मानसिक शांति बनाए रखने पर विशेष ध्यान देना चाहिए। इस समय आपके मन में बेहतर विचार और सकारात्मक दृष्टिकोण बना रहेगा जिससे मानसिक शांति का अनुभव हो सकता है। इस दौरान राहु की बारहवें भाव में स्थिति के चलते आप शारीरिक रूप से ज्यादा एक्टिव रह सकते हैं लेकिन इस समय के दौरान आपको अपनी फूड हैबिट्स पर भी कंट्रोल लगा के रखना होगा। दैनिक कार्यकलाप और खानपान सामान्य रहना चाहिए। अगर आप संतुलित आहार और नियमित व्यायाम पर ध्यान देंगे तो आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। किसी भी प्रकार के मानसिक तनाव और चिंता को खुद से दूर करने का प्रयास करना होगा। साल के बीच में बृहस्पति का गोचर पांचवे भाव से आपकी राशि पर प्रभाव डालने के कारण सकारात्मक दृष्टिकोण रहेगा। मानसिक शांति मिलेगी। मानसिक तनाव दूर होगा। आप सही निर्णय लेंगे और यह सोचेंगे कि हेल्थ को इंप्रूव करने के लिए आप क्या-क्या कर सकते हैं, लेकिन इसी समय अवधि में राहु का 12 वे भाव में होने के कारण शारीरिक रूप से ज्यादा एक्टिविटी करना आपको समस्या देगा और आपकी फूड हैबिट अच्छी न होने से परेशानियां खड़ी कर सकता है।
ज्योतिष उपाय
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि घर से निकलते हुए सदैव अपनी जेब में एक पीला साफ़ रुमाल ज़रूर रखें। हनुमान जी की आराधना करें। विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र का पाठ करें। दही, चीनी, दूध जैसी सफेद वस्तुओं का दान करें। सुबह-शाम ' ओम नमः शिवाय ' का जाप करें।