Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 11 Aug, 2025 04:08 PM

राजस्थान में इस बार मानसून की मेहरबानी से झिलमिली बांध में पानी की अच्छी आवक हुई है। अब तक बांध में करीब 12 फीट 1 इंच पानी भर चुका है, जिससे आसपास के दर्जनों गांवों को पेयजल और सिंचाई की समस्या से राहत मिलने की उम्मीद है।
राजस्थान में इस बार मानसून की मेहरबानी से झिलमिली बांध में पानी की अच्छी आवक हुई है। अब तक बांध में करीब 12 फीट 1 इंच पानी भर चुका है, जिससे आसपास के दर्जनों गांवों को पेयजल और सिंचाई की समस्या से राहत मिलने की उम्मीद है।
पिछले साल मानसून के चलते बांध में 14 फीट 11 इंच पानी की आवक हुई थी और चादर चली थी। इस साल भी बांध में पर्याप्त पानी आने से भूजल स्तर बढ़ने लगा है, जिससे कुओं, हैण्डपंप और नलकूपों में पानी की आवक सुधरी है।
गांवों को होगा फायदा
बांध से पूरणवास, नयागांव, कोल्यावास, डूंगरावता, रामथला, झिलमिली, बोटोली, गिरधरपुरा सहित कई गांवों के किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिल सकेगा। पेयजल आपूर्ति में भी सुधार होगा।
20 साल में सिर्फ दो बार चली चादर
जल संसाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंता मनीष गुर्जर के अनुसार, 2005 और 2024 में ही बांध में चादर चली है। बीच के वर्षों में पानी की आवक 1 फीट से 11 फीट तक रही, जबकि 2017 में बांध पूरी तरह खाली था। इस बार भी अच्छी बारिश के चलते जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि लगातार दूसरे साल अच्छी बारिश ने किसानों और ग्रामीणों की उम्मीदें जगा दी हैं। अब गांवों में पेयजल और खेती दोनों के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध होने की संभावना है।