Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 22 Jul, 2025 11:43 AM

भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आगामी समय में प्रस्तावित फोटोयुक्त मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम (स्पेशल इंटेंसिव रिविज़न) एवं अन्य निर्वाचन संबंधी कार्यों की तैयारियों को लेकर शासन सचिवालय में मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन की...
जयपुर । भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आगामी समय में प्रस्तावित फोटोयुक्त मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम (स्पेशल इंटेंसिव रिविज़न) एवं अन्य निर्वाचन संबंधी कार्यों की तैयारियों को लेकर शासन सचिवालय में मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान उदयपुर संभाग की संभागीय आयुक्त, 7 जिला निर्वाचन अधिकारी एवं समस्त निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से उपस्थित रहे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि एसआईआर कार्यक्रम का उद्देश्य मतदाता सूचियों की शुद्धता और पारदर्शिता सुनिश्चित करना है, ताकि प्रत्येक पात्र नागरिक अपने मताधिकार का सही तरीके से प्रयोग कर सके। उन्होंने निर्देश दिए कि ग्राम पंचायत से लेकर जिला स्तर तक हेल्प डेस्क स्थापित कर सुनिश्चित किया जाए कि इन हेल्प डेस्क पर नियुक्त व्यक्ति एसआईआर कार्यक्रम और उसके दिशा-निर्देशों से पूरी तरह से अवगत हों।
नवीन महाजन ने कहा कि कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए आवश्यक मानव संसाधनों जैसे बीएलओ, सूचना सहायक, पर्यवेक्षक आदि की समय रहते नियुक्ति कर उन्हें प्रशिक्षण दिया जाए। राज्य स्तर पर कुल 271 मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण किया जा चुका है। जिला एवं विधानसभा स्तर पर इन्हीं प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर्स द्वारा प्रशिक्षण दिया जाना है। इसके अतिरिक्त, वॉलेंटियर का चयन शीघ्र कर उन्हें भी आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि रैंडम चेकिंग के लिए विशेष निरीक्षण दलों का गठन किया जाए, ताकि कोई भी पात्र व्यक्ति मतदाता बनने से वंचित न रह जाए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि सभी संबंधित राजनीतिक दलों से समन्वय करते हुए बूथ लेवल एजेंट्स की नियुक्ति शीघ्र करवाई जाए। उन्होंने कहा कि पोलिंग स्टेशनों के रेशनलाइजेशन का कार्य मतदाताओं की संख्या, दूरी, पहुंच, सहूलियत और मूलभूत सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए पूरा किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि एसआईआर कार्यक्रम की जानकारी आम मतदाताओं तक सरल एवं प्रभावी रूप से पहुंचाने के लिए आईइसी गतिविधियों का व्यापक उपयोग किया जाए।