Edited By Kailash Singh, Updated: 10 May, 2025 01:32 PM

जिले के कुख्यात संगठित गिरोह के सरगना और हार्डकोर अपराधी दिलीप नाथ को पुलिस ने महिला के वेश में घूमते हुए गुजरात सीमा के पास से नाटकीय ढंग से गिरफ्तार कर लिया। वह पुलिस से बचने के लिए महिला की तरह साड़ी पहनकर पहचान छिपा रहा था और विदेश भागने की...
उदयपुर, 10 मई (पंजाब केसरी): जिले के कुख्यात संगठित गिरोह के सरगना और हार्डकोर अपराधी दिलीप नाथ को पुलिस ने महिला के वेश में घूमते हुए गुजरात सीमा के पास से नाटकीय ढंग से गिरफ्तार कर लिया। वह पुलिस से बचने के लिए महिला की तरह साड़ी पहनकर पहचान छिपा रहा था और विदेश भागने की तैयारी में था। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी ने बिहार से फर्जी पासपोर्ट बनवाया था और वीजा का इंतजार कर रहा था। पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल द्वारा दिलीप नाथ पर 10 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया गया था। हार्डकोर अपराधी के खिलाफ थाना सुखेर में पीड़ित को जान से मारने की धमकी देकर जबरन जमीन का एग्रीमेंट कराने व 35.50 लाख की अवैध वसूली के आरोप में प्रकरण दर्ज है।
इस प्रकरण में उसके साथी नरेश वैष्णव और नरेश पालीवाल पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। पुलिस टीम को सूचना मिली कि दिलीप नाथ स्कॉर्पियो में गुजरात सीमा से होते हुए उदयपुर लौट रहा है। पुलिस टीम ने केवड़ा की नाल में नाकाबंदी की, जहां रात में स्कॉर्पियो आई और रुकते ही एक महिला व एक युवक अंधेरे में भागने लगे। पीछा कर महिला के वेश में छिपे दिलीप नाथ और उसके साथी विष्णु पालीवाल निवासी सुंदरचा थाना राजनगर राजसमंद को पकड़ लिया गया।
दिलीप नाथ को भागते समय पैर में चोट लगने पर एमबी अस्पताल में भर्ती कराया गया। पूछताछ में उसने कई चौंकाने वाले खुलासे किए। बताया गया कि उसने जेल में रहते हुए राजू तेली की हत्या करवाई थी और यशपाल सालवी तथा नरेश पालीवाल के साथ मिलकर एक गैंग तैयार की थी। यह गिरोह अब तक कई लोगों की जमीन हथियारों के बल पर हड़प चुका है। आरोपी के विरुद्ध अंबामाता, सुखेर, भूपालपुरा, सूरजपोल, हाथीपोल, घंटाघर, हिरणमगरी, प्रतापनगर, गोगुंदा, खेरोदा, डबोक, मावली, नाई और मांडवा थाने में भी अपराध के कई प्रकरण दर्ज हैं।
इस कार्रवाई में गिर्वा वृत्ताधिकारी सूर्यवीर सिंह राठौड़, गोवर्धनविलास थानाधिकारी दिलीप सिंह झाला व टीडी थानाधिकारी देवेंद्र सिंह मांडव की टीम शामिल रही। पुलिस मुख्यालय को इस सराहनीय कार्य के लिए टीम को डीजी डिस्क पुरस्कार के लिए अनुशंसा भेजी जाएगी