Edited By Afjal Khan, Updated: 30 Nov, 2023 05:43 PM

यहां पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कांग्रेस उम्मीदवार को कड़ी टक्कर दे रखी है। इसके चलते यहां के परिणाम वसुंधरा राजे के पक्ष में आते हुए नजर आ रहे हैं
झालावाड़ जिले में चार विधानसभा सीटों पर हुए चुनावों में यहां अब तक की चर्चा में तीन-एक का आंकड़ा जग जाहिर है । दरअसल जिले में अब तक चार सीटों पर भाजपा ने कब्जा जमाया हुआ है, लेकिन इस बार भाजपा के इस घर में कांग्रेस ने एक सीट पर सेंध लगाई है । जिसको लेकर सियासी हल्कों में चर्चा का विषय बना हुआ है । बता दें कि झालावाड़ जिले की झालरापाटन, खानपुर, डग और मनोहर थाना विधानसभा में चुनाव संपन्न हुए हैं, जिले का 80.72 प्रतिशत मतदान हुआ है । झालावाड़ जिला प्रदेशभर में खासा चर्चित है। क्योंकि इस जिले से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे चुनाव लड़ रही है । और इसी के चलते झालावाड़ जिले से विधानसभा में टिकट उनके समर्थकों को ही मिलते रहे हैं । इसके चलते राजे खुद उनके समर्थन में भी भरपूर सहयोग करती है। भले ही कैंडिडेट से आम कार्यकर्ता संतुष्ट न हो लेकिन जैसे ही राजे उनके बीच पहुंचकर उनको कहती है कि यह चुनाव कैंडिडेट नहीं बल्कि पार्टी को जिताना है तो कार्यकर्ता उनके लिए समर्पित रहता है ।
इन सीटों पर रह सकते हैं यह परिणाम
झालरापाटन सीट
झालरापाटन विधानसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे चुनावी मैदान में है । वहीं कांग्रेस की ओर से पूर्व प्रधान रामलाल चौहान यहां से चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन यहां पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कांग्रेस उम्मीदवार को कड़ी टक्कर दे रखी है। इसके चलते यहां के परिणाम वसुंधरा राजे के पक्ष में आते हुए नजर आ रहे हैं । वहीं वसुंधरा राजे दो बार प्रदेश की मुख्यमंत्री भी रही हैं । ऐसे में वह अपना खासा प्रभाव रखती है। जबकि कांग्रेस इस सीट पर लंबे समय से हार रही है।
खानपुर सीट
जिले की खानपुर विधानसभा सीट पर भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही है । आपको बता दें कि इस सीट पर भाजपा की ओर से पूर्व विधायक नरेंद्र नागर और कांग्रेस की ओर से सुरेश गुर्जर को चुनाव मैदान में उतारा है जो दूसरी बार चुनाव मैदान में है। सुरेश गुर्जर ने भाजपा के प्रत्याशी नरेंद्र नागर को पिछले चुनाव में कड़ी टक्कर दी थी । वह 2200 वोट से ही हारे थे । ऐसे में यहां के परिणाम भी चौंकाने वाले होंगे। लेकिन कुछ राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यहां से भाजपा का प्रभाव बना हुआ है। ऐसे में परिणाम भाजपा के ही पक्ष में आएंगे ।
डग और मनोहरथाना सीट
डग विधानसभा में इस बार कांग्रेस प्रत्याशी चेतराज गहलोत ने कड़ी टक्कर दी है। वही पूर्व विधायक रामचन्द्र सुहरिवाल के भी बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने से यहां भाजपा के प्रत्याशी कालूराम मेघवाल को चुनाव में हार का सामना करना करना पड़ सकता है । वहीं मनोहर थाना विधानसभा सीट से भाजपा की ओर से पूर्व विधायक गोविंद रानी पुरिया व कांग्रेस की ओर से यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष नेमीचंद मीणा को चुनाव में उतारा गया है, जो नए चेहरे के साथ-साथ युवा चेहरा भी है, लेकिन कांग्रेस के ही प्रभावशाली पूर्व विधायक कैलाश मीणा बागी होकर चुनाव लड़ रहे है । ऐसे में नेमीचंद मीणा को मीणा समाज के अतिरिक्त संगठन के लोगों का भी पूरी तरह से सहयोग नहीं मिला है। वहीं रानीपुरिया के लोधा समाज के भी बाहुल्य होने से इसके चलते फिर से गोविंद रानीपुरिया के ही चुनाव जीतने की पूरी संभावना है।