Edited By Chandra Prakash, Updated: 24 Aug, 2024 08:27 PM
पेयजल पाइप लाइन शिफ्टिंग कार्य के चलते टाउन शहर के वार्ड 27, 28, 29, 30, 31 में पिछले चार दिनों से पानी की सप्लाई नहीं हो रही। इससे इन वार्डों के वाशिंदे परेशान हैं। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों की ओर से दो दिन तक पानी की सप्लाई...
हनुमानगढ़,24 अगस्त 2024 : पेयजल पाइप लाइन शिफ्टिंग कार्य के चलते टाउन शहर के वार्ड 27, 28, 29, 30, 31 में पिछले चार दिनों से पानी की सप्लाई नहीं हो रही। इससे इन वार्डों के वाशिंदे परेशान हैं। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों की ओर से दो दिन तक पानी की सप्लाई बाधित होने का कहकर शुरू किया गया । पाइप लाइन शिफ्टिंग का कार्य शनिवार को चौथे दिन भी पूरा नहीं हो पाया था। पाइप लाइन मिलान के कार्य में देरी से नाराज वार्डवासियों ने शनिवार को वार्ड 29 में चल रहे कार्यस्थल पर एकत्रित होकर विरोध दर्ज करवाया।
उनका कहना था कि बिना संसाधनों के विभाग ने काम तो शुरू कर दिया लेकिन अधिक समय लगने से वार्डवासी इस गर्मी के मौसम में पेयजल के बिना परेशान हैं। आक्रोशित वार्डवासियों ने पानी की सप्लाई के लिए आई दमकल और टैंकर को वापस भेज दिया। वार्डवासियों ने बताया कि पीएचईडी अधिकारियों ने बिना किसी प्लानिंग के कार्य शुरू कर दिया। दो दिन का कहा गया था लेकिन चार दिन बाद भी कार्य पूर्ण नहीं हुआ है। इस कारण पानी की सप्लाई न होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने बताया कि अधिकतर घरों में दो दिन के पानी का स्टोर किया गया था, लेकिन वह पानी खत्म होने पर दो दिन से लोग परेशान हैं। शुक्रवार को वार्ड में दमकल की मदद से पानी की आपूर्ति की गई। इसके अलावा अन्य जगहों से पानी लाकर दैनिक जरूरतें पूरी करनी पड़ रही हैं। उन्होंने कहा कि पाइप लाइन मिलान का कार्य धीमी गति से हो रहा है। विभाग के पास संसाधनों का अभाव है। पानी के बिना त्राहि-त्राहि मची हुई है। उन्होंने मांग की कि जल्द कार्य पूर्ण कर पानी की सप्लाई शुरू की जाए।
पीएचईडी जेईएन भीमसेन ने बताया कि पूर्व में बिछाई गई पाइप बार-बार लीकेज हो रही थी। उस पाइप को नगर परिषद के जरिए शिफ्ट करवाया गया है। कुछ घंटे में कार्य होने के बाद पानी की सप्लाई शुरू कर दी जाएगी। इस कार्य के कारण कल्याण भूमि क्षेत्र में पानी की सप्लाई बाधित हुई है। उन्होंने बताया कि पाइप लाइन शिफ्टिंग का कार्य दो दिन में किया जाना था लेकिन तकनीकी दिक्कत के कारण तय सीमा में कार्य नहीं हो पाया।