Edited By Chandra Prakash, Updated: 29 Jul, 2024 03:34 PM
बीती रात शराब के नशे में पुलिस कर्मी ने कांवड़ियों के साथ मारपीट कर दी । ऐसे में लोगों ने कांवड़ियों के साथ हुई मारपीट का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया । जिसके बाद सोशल मीडिया पर ये वीडियो जमकर वायरल हो रहा है । ऐसे में प्रदेश के कांवड़ियों...
जयपुर, 29 जुलाई 2024 । देश-प्रदेश में अभी श्रावण के महीने के चलते कांवड़ियों का हूजूम देखने को मिल जाता है । ऐसे में प्रदेश की भजनलाल सरकार आने के बाद एक तर शिव मंदिरों में कांवड़िये दूर-दूर से जल लाकर चढ़ाते हैं । तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस प्रशासन का रवैया कांवड़ियों के प्रति ठीक नहीं नजर आ रहा है ।
जी हां हम बात कर रहे हैं सांभर की, जहां बीती रात शराब के नशे में पुलिस कर्मी ने कांवड़ियों के साथ मारपीट कर दी । ऐसे में लोगों ने कांवड़ियों के साथ हुई मारपीट का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया । जिसके बाद सोशल मीडिया पर ये वीडियो जमकर वायरल हो रहा है । ऐसे में प्रदेश के कांवड़ियों के साथ-साथ आमजन में गहरा आक्रोश देखने को मिल रहा है ।
कांवड़ियों के साथ मारपीट के बाद मामले ने तूल पकड़ा
वहीं पुलिस द्वारा कांवड़ियों के साथ मारपीट के बाद मामले ने तूल पकड़ा । इस दौरान सैंकड़ों लोगों की भीड़ एकत्र होकर थाने पहुंच गए और विरोध प्रदर्शन किया । उन्होंने दोषी पुलिस कर्मी को सस्पेंड करने की मांग की । जिसके बाद एसपी ने भी पुलिसकर्मी खेमचंद को लाइन हाजिर किया है । फिलहाल मामले की जांच जारी है । बता दें कि पहले भी कई बार प्रशासन का कांवड़ियों के प्रति ये सख्त रवैया कई बार देखने को मिला है ।
विधायक बालमुकुंद आचार्य ने कांग्रेस पर बोला हमला, बोले, कांग्रेस राज में कांवड़ियों पर पथराव होना आम बात
वहीं इस मामले पर बीजेपी के हवामहल से विधायक बालमुकुंद आचार्य ने मीडिया से बातचीत की । उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पिछली सरकार पर भी जुबानी हमला बोला है, उन्होंने कहा कि बिल्कुल दुखद घटना है, कांग्रेस काल में तो ये नित प्रतिदिन की घटनाएं थी कि कांवड़ियों पर पथराव होना, आगजनी होना, कांवड़ियों को रोक देना और उनके सत्संग, भजन कीर्तन को पाबंद कर देना ये कांग्रेस काल में तो था । लेकिन अब ये बीजेपी के आने के बाद में पूर्णत : बड़े आनंद से कांवड़िये भी चल रहे है, शिव यात्राएं भी चल रही है, अभिषेक भी हो रहा है ।
दोषी अधिकारियों पर हो कार्रवाई- बालमुकुंद आचार्य
उन्होंने कहा कि कल एक सोशल मीडिया के जरिए ये वीडियो सामने आया तो ये दुखद घटना है । इसकी जांच होनी चाहिए, इससे संबंधित अधिकारी सस्पेंड होना चाहिए । क्योंकि कांवड़िये बड़ी दूर ये यात्रा करके आते है बाबा को जल चढ़ाने के लिए और ये हमारी श्रावण मास की परंपरा भी है । तो इसमे किसी प्रकार का व्यवधान नहीं होना चाहिए । और अगर पुलिस ने भी ऐसा काम किया है या थाने के द्वारा हुआ है क्योंकि अभी सच्चाई पता नहीं है । अभी ये पता नहीं है कि पुलिस से बहस हुई है क्योंकि वो सिविल ड्रेस में वो व्यक्ति दिख रहा है । तो ये कह नहीं सकते कि वो व्यक्ति पुलिस का ही है या बाहर का है, हां ये जरूर है कि आपस में कहासुनी या मारापीटी हो रही है वो ठीक नहीं है । कांवड़ियों के साथ किसी प्रकार का अभद्र व्यवहार हो वो उचित नहीं है । अगर अधिकारियों ने किया है तो उसकी जांच होनी चाहिए और वो सस्पेंड होने चाहिए ।