Edited By Chandra Prakash, Updated: 03 Aug, 2024 08:25 PM
राजस्थान भाजपा के नए प्रदेशाध्यक्ष के रूप में मदन राठौड़ ने अपना पदभार संभाल लिया है । शनिवार को भाजपा प्रदेश कार्यलाय में मदन राठौड़ के पदभार ग्रहण समारोह के दौरान बीजेपी के कई बड़े नेता मौजूद रहे । इस दौरान बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा...
जयपुर, 3 अगस्त 2024 । राजस्थान भाजपा के नए प्रदेशाध्यक्ष के रूप में मदन राठौड़ ने अपना पदभार संभाल लिया है । शनिवार को भाजपा प्रदेश कार्यलाय में मदन राठौड़ के पदभार ग्रहण समारोह के दौरान बीजेपी के कई बड़े नेता मौजूद रहे । इस दौरान बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे भी समारोह में शामिल हुई । इस दौरान राठौड़ के पदभार संभालते ही पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने मदन राठौड़ को नसीहत दे डाली । हालांकि राजे की इस नसीहत पर भाजपा के नए प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वसुंधरा राजे ने जो मुझे गुरु मंत्र दिया है और मंच से चेतावनी दी है, उसे मैं हमेशा ध्यान में रखूंगा । वहीं मदन राठौड़ ने कार्यकर्ताओं से आह्वान करते हुए कहा कि सरकार अपनी है। इसलिए सरकार की तारीफ करो। अगर सरकार के काम से खुश नहीं हो तो हमें बताओ। हम आपकी बात सुनेंगे।
धैर्यवान और कर्मठ कार्यकर्ता हैं मदन राठौड़- राजे
राठौड़ के पदभार संभालते ही वसुंधरा राजे ने मंच से कहा कि हमें इनका कार्यकाल सफल बनाना है। सभी लोग एक साथ मिलकर किसी गुट का नहीं, बल्कि संगठन की कामयाबी के लिए काम करेंगे। राजे ने कहा कि, मैं केंद्रीय नेतृत्व का धन्यवाद देती हूं, कि उन्होंने 'सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास' थीम को आगे बढ़ाने का कार्य मदन राठौड़ को सौंपा है। यह बहुत मुश्किल काम है। बहुत सारे लोग फेल भी हुए हैं। मगर मुझे विश्वास है कि आप इस दायित्व को अच्छे से निभाएंगे। उन्होंने कहा, मदन राठौड़ ने मेरे साथ काम किया है। मैं उनकी कार्य शैली को जानती और समझती हूं। ये धैर्यवान और कर्मठ कार्यकर्ता हैं। इसीलिए अब वे राज्यसभा के सदस्य होने के साथ ही भारत के सबसे बड़े प्रदेश के अध्यक्ष भी बन गए हैं। ये उसी धैर्य का परिणाम है।
हर व्यक्ति के जीवन में पद, मद और कद- वसुंधरा राजे
वहीं भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राजस्थान की पूर्व सीएम राजे ने आगे कहा कि, राजनीति का दूसरा नाम उतार चढ़ाव है। हर व्यक्ति को इसी दौर से गुजरना पड़ता है। हर व्यक्ति के जीवन में पद, मद और कद...इन तीन चीजों पर सभी को ध्यान देने की जरूरत है। पद और मद स्थायी नहीं है। स्थायी है तो सिर्फ कद। अगर आप अच्छा काम करते हो तो लोग आपको याद करते हैं, जिससे कद बना रहता है। यदि पद का मद हो जाता है, तो उसका कद कम हो जाता है। आज के दौर में यह होता रहता है। मुझे विश्वास है कि मदन राठौड़ कभी पद का मद नहीं करेंगे और आप लोगों को सिर आंखों पर लेकर आगे चलाने की बात करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। ऐसे ही व्यक्ति की हमारी पार्टी को जरूरत है। मेरी नजर में सबसे बड़ा पद जनता का प्यार और विश्वास है, जिसे आपसे कोई नहीं छीन सकता।
पेपर लीक पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का कांग्रेस पर बड़ा हमला
इस दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि सतीश पूनिया और सीपी जोशी के नेतृत्व जिस तरह से कार्यकर्ताओं ने पिछली सरकार की नीतियों के खिलाफ आंदोलन किए । उसी का परिणाम है कि आज प्रदेश में डबल इंजन की सरकार है । साथ ही उन्होंने युवाओं के समर्थन पेपरलीक को लेकर बोले, सीएम भजनलाल ने कहा कि हमने युवाओं को धोखा देने वालों को नहीं बख्शने की बात कही थी। आज पेपर लीक करने वाले 115 आरोपी जेल में है। वहीं कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि इनके नेता प्रतिपक्ष कहते हैं कि मछली पकड़ी है, मगरमच्छ बाकी है। मैंने कहा था कि आप चिंता मत करो। मगरमच्छ भी जल्द ही आने वाले हैं।
देश में जिनको अपनी जाति का नहीं पता वो जातिगत जनगणना की बात कर रहे है : सीपी जोशी
साथ ही भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने नवनियुक्त अध्यक्ष मदन राठौड़ के पदभार ग्रहण समारोह में सभी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि देश में जिनको अपनी जाति का नहीं पता वो जातिगत जनगणना की बात कर रहे है, जो जायरीन के लिए विशेष व्यवस्था की बात करते हैं, लेकिन कांवड़ियों अभिवादन हो तो समस्या होती है । इस दौरान मंच से जोशी बोले कि जब मिडिल ईस्ट के देशों में व्यापार के लिए हलाल सर्टिफिकेट चाहिए, परंतु देश में पावन सावन के महीने मे भी यह जानना चाहे कि समान किस्से ले रहे है तो तकलीफ होती है ।
भारत माता के टुकड़े नहीं होने देंगे संसद में मां भारती का बेटा बैठा है: सीपी जोशी
वहीं जोशी बोले कि जो भारत माता के टुकड़े करते आए है वो देश की बात करते है,अब उनका यह दोहरा चरित्र नहीं चलेगा । देश की जनता अब पीड़ा दायक सरकार से देश को मुक्त कर चुकी है और भारत माता का बेटा संसद में बैठा है,अब इनकी टुकड़े वाली नीति नहीं चलेगी ।