Edited By Chandra Prakash, Updated: 16 May, 2025 10:23 AM

कार्यक्रम के तहत टीआरआई और शिक्षा प्लेटफॉर्म फिजिक्स वाला के बीच हुए दो वर्षीय एमओयू के तहत, टीएसपी क्षेत्र की 11 वीं विज्ञान वर्ग की 100 बालिकाओं को चयनित किया गया है। इन्हें नीट परीक्षा की तैयारी के लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषयों में...
उदयपुर, 16 मई 2025 : राज्य सरकार की मुख्यमंत्री अनुप्रति योजना के अंतर्गत उदयपुर के ढीकली स्थित राजकीय मॉडल आवासीय विद्यालय में जनजाति बालिकाओं के लिए निःशुल्क नीट कोचिंग का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने कहा कि आदिवासी बेटियों के भविष्य की चिंता करना हमारी जिम्मेदारी है।
कार्यक्रम के तहत टीआरआई और शिक्षा प्लेटफॉर्म फिजिक्स वाला के बीच हुए दो वर्षीय एमओयू के तहत, टीएसपी क्षेत्र की 11 वीं विज्ञान वर्ग की 100 बालिकाओं को चयनित किया गया है। इन्हें नीट परीक्षा की तैयारी के लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषयों में कोचिंग दी जाएगी।
मंत्री खराड़ी ने कहा कि पहाड़ों और सुदूर अंचलों की ये बेटियां हमारे समाज का भविष्य हैं। कई छात्राओं के अभिभावकों के पास महंगी कोचिंग की सुविधा नहीं होती, इसलिए यह योजना उनके लिए एक अवसर है। उन्होंने भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर में सक्रिय रही महिला अफसरों के उदाहरण देकर छात्राओं का उत्साहवर्धन किया।
कोचिंग के साथ बनाएंगे डॉक्टर बनने का सपना साकार
खराड़ी ने कहा कि राज्य सरकार की योजना है कि जनजाति क्षेत्र के 25 छात्रों को आईएएस और 50 को आरएएस की कोचिंग के लिए दिल्ली व जयपुर के प्रतिष्ठित संस्थानों में भेजा जाए। यह प्रयास समाज को नई दिशा देने वाला है।
टीएडी आयुक्त का संदेश: सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं
टीएडी आयुक्त शक्ति सिंह राठौड़ ने कहा कि छात्राएं मेहनत करें, क्योंकि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। अतिरिक्त आयुक्त गितेश श्री मालवीय ने छात्राओं से सोशल मीडिया से दूर रहकर किताबों को मित्र बनाने की सलाह दी। उपायुक्त रागिनी डामोर, टीआरआई निदेशक सुधीर दवे, डॉ. अमृत दाधीच, एडीईओ टीएडी, और फिजिक्स वाला के डायरेक्टर रितेश अग्रवाल ने भी छात्राओं को शुभकामनाएं दीं।
छात्राओं से संवाद कर साझा किया मोबाइल नंबर
समारोह के बाद मंत्री खराड़ी ने छात्राओं से व्यक्तिगत संवाद किया और उनके 10वीं के अंकों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि कोई भी समस्या हो तो बिना झिझक उनसे संपर्क करें और अपना मोबाइल नंबर भी साझा किया। उन्होंने छात्राओं को कोचिंग में खुलकर सवाल पूछने और शंकाओं को दूर करने की सलाह दी।