Edited By Rahul yadav, Updated: 20 May, 2025 11:43 AM

राजस्थान के बाड़मेर ज़िले में सोलर और विंड एनर्जी कंपनियों की गतिविधियों को लेकर स्थानीय जनता और जनप्रतिनिधियों का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। हाल ही में ज़िला मुख्यालय पर हुई एक बैठक में सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने ज़िला कलेक्टर टीना डाबी के...
राजस्थान के बाड़मेर ज़िले में सोलर और विंड एनर्जी कंपनियों की गतिविधियों को लेकर स्थानीय जनता और जनप्रतिनिधियों का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। हाल ही में ज़िला मुख्यालय पर हुई एक बैठक में सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने ज़िला कलेक्टर टीना डाबी के समक्ष अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए।
"SDM कंपनियों का पक्ष ले रहे हैं, पाबंद कीजिए": बेनीवाल
सांसद बेनीवाल ने बैठक में आरोप लगाया कि इलाके में काम कर रही सोलर और विंड कंपनियों के साथ कई रिटायर्ड अधिकारी जुड़े हुए हैं, जो ग्रामीणों को धमका रहे हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को मुआवजा नहीं मिल रहा, और इसके विपरीत एसडीएम जैसे अधिकारी कंपनियों का पक्ष ले रहे हैं। उन्होंने तीखे लहजे में कहा, “SDM कंपनियों के मुनीम बन चुके हैं, उन्हें पाबंद कीजिए।”
इस पर ज़िला कलेक्टर टीना डाबी ने कहा कि ऐसी कोई स्थिति नहीं है, जबकि बैठक के दौरान कुछ लोगों ने यह भी टिप्पणी की कि “अधिकारी सरकार की ज़मीन खाली नहीं करवा पा रहे, लेकिन जनता पर रौब झाड़ रहे हैं।”
स्थानीयों का आरोप: समय पर नहीं मिल रहा मुआवज़ा, हो रहा है उत्पीड़न
बाड़मेर और जैसलमेर जैसे सीमावर्ती जिलों में कई सौर और पवन ऊर्जा परियोजनाएं संचालित हो रही हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि इन कंपनियों द्वारा समय पर मुआवजा नहीं दिया जाता, और प्रशासनिक अधिकारियों की मदद से आम जनता को दबाया जाता है।
शिव में पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प, वीडियो हुआ वायरल
17 मई को बाड़मेर के शिव क्षेत्र के एक गांव मनिहारी में ग्रामीणों और पुलिस के बीच झड़प का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस घटना के बाद पुलिस ने एक महिला समेत कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया था।
इस कार्रवाई को लेकर शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने नाराजगी जताई और थाने का घेराव कर दिया। विधायक भाटी ने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन निजी कंपनियों के इशारे पर काम कर रहा है और बिना मुआवजा दिए किसानों की ज़मीन हड़पने में सहयोग कर रहा है।
ग्रामीण बोले- “बिना मुआवज़ा ज़मीन पर कब्ज़ा”
ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन द्वारा मुआवजे के बिना हाईटेंशन लाइन के पोल लगाए जा रहे हैं। विरोध करने पर पुलिस बल प्रयोग कर रही है, जिससे स्थानीय लोगों में गहरा रोष है।