Edited By Ishika Jain, Updated: 13 Dec, 2024 05:06 PM
बाड़मेर में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे निबसरा आगोरिया के खेतों में इसबगोल,जीरे और अरंडी की फसल लहलहा रही है। यहाँ लोग करोड़ो की कमाई कर रहे है, लेकिन बुधवार और गुरुवार को जब जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी की टीमें इन खेतो में पहुँची तो यह देखकर उनके भी...
बाड़मेर में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे निबसरा आगोरिया के खेतों में इसबगोल,जीरे और अरंडी की फसल लहलहा रही है। यहाँ लोग करोड़ो की कमाई कर रहे है, लेकिन बुधवार और गुरुवार को जब जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी की टीमें इन खेतो में पहुँची तो यह देखकर उनके भी होश फ़ाख्ता हो गए कि इन खेतो में फसलों के लिए उपयोग में लिया जा रहा पानी चोरी का है। पश्चिमी राजस्थान की लाइफ लाइन कही जाने वाली इंदिरा गाँधी नहर से मोहनगढ़ से आने वाली बाड़मेर लिफ्ट कैनाल की मुख्य पाईप लाइन को पानी चोरों ने निशाना बनाते हुए उसमें सेंध लगाकर 2 से 3 इंच के अवैध कनेक्शन लेकर फसलें उगाना शुरू कर दिया है। साथ ही खेतो में बड़ी बड़ी डिग्गियों को बनाकर नहरबंदी या क्लोज़र के वक़्त पानी का जुगाड़ कर दिया है। इतना ही नही इन किसानों ने डमी नलकूप तक बना लिए है। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी की टीमो ने 25 पानी चोरों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए मामला दर्ज करने की कार्यवाही शुरू कर दी है। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियन्ता हजारी राम बालवा के निर्देशन में अधिशाषी अभियन्ता खण्ड मोहनगढ़ नरेंद्र सिंह भाटी के सुपरविजन में बाड़मेर लिफ्ट परियोजना की 1000 एमएम व्यास की मुख्य पाइपलाइन पर अवैध कनेक्शन कर खेती करने की शिकायत पर सहायक अभियन्ता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग मोहनगढ़ एवं संवेदक गोदारा कंस्ट्रक्शन कंपनी की संयुक्त टीम ने सरहद निम्बासर एवं आगोरिया में 2 इन्ची से 4 इंची तक साइज के 25 अवैध कनेक्शन काटे। इन कनेक्शन से प्रतिदिन 25 से 30 लाख लीटर पेयजल की चोरी करके अवैध तरिके से खेती की जा रही थी तथा बड़ी बड़ी डिग्गियां बनाकर भर रहे थे।
निरीक्षण पर डमी नलकूप को दिखाते थे पानी का स्त्रोत
बाड़मेर लिफ्ट कैनाल से पानी चोरों के हौसले बुलंद होने के साथ बड़ी चालाकी से किसान किसी औचक निरक्षण के दौरान डमी नलकूप को पानी का स्त्रोत बता देते थे। ऐसे में जब विभाग ने उन लोगो से बिजली के बिल की जानकारी मांगी तो किसानों से जवाब देते नही बना। वहीं जब जेसीबी से नलकूप की खुदाई की गई तो नलकूप महज डेमो के तौर पर लगा नजर आया। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग अब इन 25 पानी चोरों के खिलाफ मामला दर्ज करवा कर कानूनी कार्यवाही को अमल में लाने की तैयारी कर रहा है।
जैसलमेर के सहायक अभियंता को धमकाया
पानी चोरों के खिलाफ कार्यवाही के दौरान विभाग के कारिंदों और अधिकारियों को धमकियां भी दी गई, लेकिन विभाग ने अपनी कार्यवाही को जारी रखा।रोहित चतुर्वेदी वर्तमान में सहायक अभियंता परियोजना डिवीजन मोहनगढ़ में कार्यरत है और इन्हें मुख्य पाइप लाईन के निरीक्षण और देखरेख का जिम्मा दिया गया है। इनके द्वारा जांच और कार्यवाही के दौरान ना केवल इनको धमकियां दी गई बल्कि इनको मारपीट की चेतावनी भी दी।
पानी की चोरी की वजह से शहर और ग्रामीण इलाकों में पानी की कमी
इन पानी चोरों की वजह से ही बाड़मेर शहर और ग्रामीण इलाकों में पानी की कमी हो रही है। 2 से 4 एम एम पानी के कनेक्शन की वजह से बड़ी मात्रा में पानी खेतो में फसलों को दिया जा रहा था। जिसके चलते मोहनगढ़ से रवाना हुआ पानी अपर्याप्त रूप में शहर और ग्रामीण इलाकों में पहुंच रहा था और यही वजह है कि पानी की कमी के चलते हजारों परिवारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।