Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 12 Feb, 2025 08:13 PM
![there will be relief from traffic jam in dara](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_20_13_2795805941-ll.jpg)
कोटा । दरा नाल क्षेत्र में ट्रैफिक जाम की समस्या के समाधान के लिए प्रशासन सक्रिय हो गया है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के निर्देश के बाद जिला प्रशासन, एनएचएआई, रेलवे, वन विभाग और पीडब्ल्यूडी सहित सभी संबंधित एजेंसियां आपसी समन्वय के साथ कार्य कर रही...
कोटा । दरा नाल क्षेत्र में ट्रैफिक जाम की समस्या के समाधान के लिए प्रशासन सक्रिय हो गया है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के निर्देश के बाद जिला प्रशासन, एनएचएआई, रेलवे, वन विभाग और पीडब्ल्यूडी सहित सभी संबंधित एजेंसियां आपसी समन्वय के साथ कार्य कर रही हैं। एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर संदीप अग्रवाल ने बताया कि बीते दिनों हुई बैठक में दरा नाल के पास से जा रहे रियासतकालीन मार्ग को पुनः शुरू करने सहित विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई थी। इसके बाद सभी विभागों की आम सहमति से इस मार्ग को वैकल्पिक मार्ग के रूप में उपयुक्त माना गया है। बुधवार से ही इस पुराने मार्ग की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया है। इसके शुरू होने के बाद हल्के वाहनों को इस मार्ग से डायवर्ट किया जाएगा, जिससे मुख्य मार्ग पर यातायात का दबाव कम होगा। वहीं, एक्सप्रेस से कोटा और जयपुर की ओर जाने वाले भारी वाहनों को रावतभाटा की ओर डायवर्ट किया जा रहा है, जिससे यातायात व्यवस्था में उल्लेखनीय सुधार देखा जा रहा है। पीडब्ल्यूडी एनएच के अधिशासी अभियंता मुकेश गुप्ता ने बताया कि भटवाड़ा-चेचट रोड पर सड़क के किनारे झाड़ियों को हटाने और ढलान वाले क्षेत्रों को समतल व सड़क की चौड़ाई बढ़ाने के लिए डामरीकरण का कार्य भी किया जा रहा है। दरा नाल के पास पुलिया की टूटी हुई रेलिंग की मरम्मत का कार्य भी जारी है, जिससे यातायात को सुरक्षित बनाया जा सके।
500 मीटर के दायरे में लगेंगे स्प्रिंग बैरियर्स
दरा नाल के दोनों ओर 500 मीटर के दायरे में स्प्रिंग बैरियर्स लगाने का कार्य गुरुवार से शुरू किया जाएगा। पीडब्ल्यूडी द्वारा बुधवार को इसका ट्रायल किया गया, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी वाहन ओवरटेक न कर सके और ट्रैफिक जाम की समस्या न बने। इसके साथ ही, यातायात पुलिस द्वारा इस क्षेत्र की लगातार मॉनिटरिंग की जाएगी और ओवरटेक न करने की अपील की जाएगी। जो वाहन ओवरटेक करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए जुर्माना भी वसूला जाएगा।
दरा नाल का तीसरा हिस्सा भी होगा शुरू
वर्तमान में रेलवे ब्रिज (दरा नाल) के नीचे दो लेन से यातायात संचालित होता है, लेकिन अब तीनो लेन से वाहन गुजरेंगे। पहला और दूसरा हिस्सा कोटा की ओर से आने वाले वाहनों के लिए और तीसरा हिस्सा चेचट से आने वाले वाहनों के लिए होगा। इस नए ट्रैफिक प्लान के तहत तीसरे लेन में डामरीकरण का का कार्य शुरू हो गया है, जिससे वाहनों के निर्बाध आवागमन को सुनिश्चित किया जा सके और ट्रैफिक जाम की समस्या का त्वरित समाधान हो सके।