Edited By Chandra Prakash, Updated: 02 Aug, 2024 02:20 PM
दौसा के इरफान अहमद हमेशा से खेलों को बढ़ावा देने के लिए और स्कूली बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए जाने जाते रहे हैं । हालांकि इरफान अहमद का जन्म मुस्लिम परिवार में हुआ है, लेकिन इनका लगाव हमेशा से हर बच्चे से रहा है, जो बच्चा भारत में कुछ कर...
दौसा, एचएन पांडे, 2 अगस्त 2024 । दौसा के इरफान अहमद हमेशा से खेलों को बढ़ावा देने के लिए और स्कूली बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए जाने जाते रहे हैं । हालांकि इरफान अहमद का जन्म मुस्लिम परिवार में हुआ है, लेकिन इनका लगाव हमेशा से हर बच्चे से रहा है, जो बच्चा भारत में कुछ कर गुजरने की तमन्ना रखता हो । इसलिए शारीरिक शिक्षक इरफान अहमद को द रियल हीरो का अवार्ड रिलायंस इंडस्ट्रीज की मालकिन नीता अंबानी और सचिन तेंदुलकर द्वारा दिया गया था ।
इरफान अहमद अपनी सरकारी सेवा के दौरान सदा ही वफादारी और ईमानदारी के प्रति समर्पित रहे हैं । यही कारण है कि इरफान अहमद जिस स्कूल में शारीरिक शिक्षक के पद पर लगाए गए, वहां उन्होंने अपनी अमिट छाप छोड़ी और जिस दिन उनका उस स्कूल से तबादला हुआ । उस दिन स्कूली बच्चे उनको वहां से विदाई देना ही नहीं चाहते । लेकिन सरकारी सेवा का रिवाज है तबादला होगा तो जाना भी पड़ता है । बस यही कारण रहा कि इरफान अहमद ने अपनी जिम्मेदारी को अपने सरकारी सेवा के 33 वर्ष 17 दिनों में बखूबी निभाया । इरफान अहमद ने अपने शारीरिक शिक्षक के जीवन काल में व्यक्तिगत खेलों को ज्यादा प्रमोट किया है । जैसे बैडमिंटन, टेबिल टेनिस, खो -खो, कबड्डी । इरफान अहमद के द्वारा सिखाए गए खेल से आज दर्जनों बच्चे स्पॉर्ट्स कोटे के तहत सरकारी नौकरियां कर रहे हैं ।
31 जुलाई को इरफान अहमद का सेवानिवृत्ति समारोह बड़े ही हर्षोल्लास के साथ ग्रामीणों की नम आंखों के बीच इस तरह मनाया गया, मानो कोई बड़े नेता का स्वागत और सत्कार करने को पूरा गांव इकट्ठा हुआ है । इरफान अहमद की एक सबसे बड़ी खूबी यह भी है कि वह बच्चों को हमेशा अपने मित्र की तरह और गुरु की तरह मानते रहे हैं । जिसके चलते बच्चों के मन में खेल सीखने की भावना के साथ गुरु के लिए आस्था भी रहती है ।
आपको बता दें कि साल 2012 में एक चैनल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में रिलायंस इंडस्ट्रीज की मालकिन नीता अंबानी और मुकेश अंबानी की उपस्थिति में सचिन तेंदुलकर और नीता अंबानी ने शारीरिक शिक्षक इरफान अहमद को द रियल हीरो का अवार्ड और 5 लाख की राशि देकर सम्मानित किया था । तब से शारीरिक शिक्षक इरफान की पहचान द रियल हीरो के रूप में उभर कर आई है और यही कारण है कि शारीरिक शिक्षक इरफान अहमद ने अपनी सरकारी सेवाकाल के दौरान अपनी पहचान एक रियल हीरो के रूप में बनाए रखी । इरफान अहमद अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता रिटायर्ड थानेदार मरहूम हाजी रमजान खान, माता हज्जन बिस्मिल्लाह बेगम व अपने परिवार को देते है।